भरतपुर। देश में बहुत तेजी से समलैंगिक संबंधों के मामले सामने आ रहे हैं। इसके चलते अब जेंडर चेंज करवाने के केस भी तेजी से बढ़ रहे हैं। ताजा एक मामला सामने आया है, जिसे पढ़कर आप चौंक जाएंगे। मामला राजस्थान के भरतपुर का है। जहां के डीग कस्बे की महिला पीटीआई मीरा और उसकी स्टूडेंट कल्पना को एक-दूसरे से प्यार हो गया। इतना ही नहीं दोनों पांच साल तक प्यार में रहीं। बाद में घरवाले भी राजी हो गए। दोनों ने साथ जीने के लिए नया रास्ता अपनाया। मीरा ने अपना जेंडर चेंज करवा लिया और अब लड़का बनकर नई पहचान पाई आरव के रूप में। दोनों ने हाल ही में 4 नवंबर को शादी भी कर ली है। हालांकि चिकित्सकों के अनुसार उन्हें संतान नहीं हो सकती। आगे पढ़ें….
यूं शुरू हुआ सिलसिला
कहानी शुरू होती है 2013 से, जहां मीरा एक राजकीय स्कूल में पीटीआई थी। कल्पना उसी स्कूल में 10वीं कक्षा में पढ़ती थी और एक बार एक कबड्डी टूर्नामेंट में हिस्सा लिया, यहां से दोनों संपर्क में आईं। दोनों में नजदीकियां बढऩे लगीं तो वर्ष 2018 में मीरा ने कल्पना को शादी के लिए प्रस्ताव रख दिया। दोनों ने साथ रहने की सोची तो पंगा यह हुआ कि दोनों तो लड़कियां हैं। इसीलिए 2019 में मीरा ने लड़का बनने की ठान ली। मीरा यानि अब के आरव के अनुसार उसे शुरूआत से ही लड़कों जैसी फीलिंग आती थी। इसलिए कहीं न कहीं मन में यह मलाल भी था कि वह लड़का क्यों नहीं है। आखिर फिर वह लड़कों की तरह रहने और कपड़े पहनने लगा। दोनों की रजामंदी के बाद परिवारवालों को बताया गया और 2020 में वह जेंडर चेंज करवाकर लड़का बन ही गया। आगे पढ़ें….
शुरू से ही दोनों में था प्रेम
वहीं कल्पना का कहना है कि वह शुरू से ही मीरा यानि आरव को पसंद करती थी। कल्पना राजस्थान टीम की कप्तान भी रही है। अब दोनों खुश हैं। कल्पना ने बताया कि मीरा के समय आरव उन्हें कहता था कि उनका शरीर उन्हें पसंद नहीं है। 2010 में 12वीं में पढऩे के दौरान ही आरव ने अखबार में लिंग परिवर्तन बारे पढ़ा था। तब से कहीं न कहीं यह दिमाग में था। कल्पना कहती हैं यदि आरव मीरा ही रहते तब भी वह उससे शादी करती। तीन सर्जरी के बाद आखिरकार मीरा का रूप बदल गया और वह आरव बन गया।