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मौसम अपडेट : नए साल से पहले पश्चिमी विक्षोभ से कहाँ कहाँ बारिश होगी, जानिए

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार उत्तर भारत मे सीज़न का पहला पश्चिमी विक्षोभ (WD) दे रहा दस्तक, अगले 2 दिन पहाड़ी राज्यों सहित पंजाब, हरियाणा, राजस्थान व यूपी के इलाकों में होगी बारिश। एक लंबे सूखे मॉसम के बाद आखिरकार उत्तर भारत मे सीज़न की पहली पश्चिमी प्रणाली बरसात लेकर हाज़िर होने वाली है। ताज़ा WD के कारण लद्दाख, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश व उत्तराखंड में आज देर रात से 31 दिसंबर तक अधिकतर जगह हल्की से मध्यम बरसात होगी। बिना बर्फ़ के सूखे पड़े हिमालय के शिखर मध्यम से भारी बर्फबारी से ढक जायेगे।

 

वही मैदानी इलाकों यानी पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर-पश्चिम यूपी व उत्तर राजस्थान में बादलवाही व कही-2 गरज़-चमक के साथ हल्की बारिश की गतिविधियां देखी जाएगी। छिटपुट जगह ही तेज़ बरसात होने की उम्मीद है। दक्षिण व पुर्वी राजस्थान, अवध, बुंदेलखंड व पूर्वांचल सहित मध्य भारत के सभी इलाको इस WD के प्रभाव से बाहर रहेंगे। मॉसम में कोई खास बदलाव नही होगा। हालांकि न्यूनतम तापमान में अगले 4 दिन के दौरान सम्पूर्ण उत्तर व मध्य भारत मे बढ़ोतरी होगी। जो नए साल की शुरुआत में फिर से नीचे जाना शुरू होगा।

 

मौसम चक्र:

● एक मध्यम श्रेणी का WD इस समय उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान व साथ लगते अफगानिस्तान पर मौजूद है।

● इस WD के प्रभाव से एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पंजाब व साथ लगते इलाको पर बनेगा।

● WD के आगे निकल जाने के बाद उत्तर भारत मे कड़ाके की ठंड, कोहरा व शीतलहर 1 जनवरी से दोबारा फैलने लगेगी, जो लगभग आगे एक हफ्ते तक बरकरार रहेगी।

29 दिसम्बर:

कल जम्मू कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश में अधिकतर जगहों पर बादलवाही के साथ हल्की से मध्यम बारिश होगी। और इन इलाकों के ऊंचे पहाड़ों पर हल्की से मध्यम बर्फबारी भी शुरू होगी।

उत्तराखंड में भी बादलवाही के बीच हल्की बारिश व बूंदाबांदी होगी। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हल्की बर्फ़बारी भी होगी।

कल अलसुबह के बाद से पंजाब के पठानकोट, गुरुदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, होशियारपुर जिले में सघनी बादलवाही के बीच हल्की बारिश होगी। कही-2 गरज़ के साथ तेज़ बौछारे भी गिर सकती है।

शेष पंजाब के जिलो में अलसुबह के बाद से बादलवाही के बीच हल्की बारिश या बूंदाबांदी की गतिविधियां होगी। दोपहर बाद कही-2 तेज़ बौछारे भी गिर सकती है।

हरियाणा में कल सुबह से पंचकूला, यमुनानगर, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल व पानीपत में बादलो की आवाजाही के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी की गतिविधियां होगी। दोपहर बाद अगर कही बादल सक्रीय हुए तो कही-2 गरज़ के साथ तेज़ बौछारे भी गिर सकती है।

सिरसा, फतेहाबाद, जींद, सोनीपत, रोहतक, हिसार व भिवानी में भी बादलवाही के बीच कही-2 बूंदाबांदी या हल्की बौछारे गिरने की संभावना है। तेज़ बरसात की उम्मीद इन इलाकों में कम है।

महेंद्रगढ़, दादरी, झज्जर, रेवाड़ी, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, गुडगांव व दिल्ली में भी कल पूरा दिन बादलवाही रहेगी। इन इलाकों में बादलवाही के बीच कुछ एक जगहों पर बूंदाबांदी की ही संभावना है।

राजस्थान के श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले में सघनी बादलवाही के बीच हल्की बारिश व बूंदाबांदी की गतिविधियां होगी। दोपहर बाद अगर कही सक्रीय बादल बने तो कही-2 तेज़ बौछारे भी गिर सकती है।

उत्तर जैसलमेर, उत्तर जोधपुर, बीकानेर, चूरू व झुंझुनूं जिले में बादलवाही के बीच कही-2 बूंदाबांदी या हल्की फुल्की बरसात की ही संभावना है।

बाड़मेर, जोधपुर, नागौर, सीकर, अलवर, जयपुर सहित शेष मध्य व पुर्वी राजस्थान में मॉसम आंषिक बादलवाही वाला रहने की उम्मीद है। इन इलाकों में बरसात की गतिविधियां नही होगी।
दक्षिण राजस्थान में मॉसम साफ ही रहेगा। दिन में आंषिक बादल छा सकते हैं मगर बरसात की उम्मीद नहीं है।

उत्तरप्रदेश के सहारनपुर, शामली व मुजफ्फरनगर जिले में सघनी बादलवाही के बीच हल्की बारिश व बूंदाबांदी की गतिविधियां होगी।

बागपत, मेरठ, हापुड़, अमरोहा, बिजनौर, मुरादाबाद, संभल, बुलंदशहर, गाज़ियाबाद व गौतमबुद्ध नगर जिले में दिनभर बादलवाही रहेगी। इन इलाकों में बादलो की आवाजाही के बीच कही-2 हल्की बारिश या बूंदाबांदी की ही संभावना है।

शेष पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मॉसम आंषिक बादलवाही वाला रहेगा। बाकी जगह बरसात की उम्मीद नहीं है।
कल अवध, बुंदेलखंड व पूर्वांचल में भी मॉसम साफ ही बना रहेगा। सुबह के समय कही हल्की कही घनी धुँध देखी जा सकती है।

30 दिसंबर:

लद्दाख, जम्मू कश्मीर व हिमाचल प्रदेश में अधिकतर जगह हल्की से मध्यम बरसात होगी। कुछ जगह भारी बारिश भी होगी औऱ ऊंचे पहाड़ों इलाको पर भारी बर्फ़बारी भी संभव है।

उत्तराखंड में अधिकतर जगह हल्की से मध्यम बरसात होगी। ऊँचाई वाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी भी देखी जाएगी।

पंजाब के पठानकोट, गुरदासपुर, अमृतसर, तरनतारन, कपूरथला, होशियारपुर, नवाशहर, लुधियाना, जालंधर, रूपनगर, मोहाली, चंडीगढ़, पटियाला, फतेहगढ़ साहिब व संगरूर जिले में बादलवाही और कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है।

पंजाब के शेष बचे जिलों में बरसात की खास उम्मीद नहीं है। हालांकि दोपहर बाद के समय अगर कहीं बादल बनते हैं तो हल्की-फुल्की बरसात या बूंदाबांदी छिटपुट जगह हो सकती है।

हरियाणा के पंचकुला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल व पानीपत जिले में बादलों की आवाजाही के बीच हल्की बारिश की संभावना है।
दिल्ली सहित हरियाणा के शेष जिलो में बरसात की उम्मीद कम है। अगर कही बादल बनते हैं तो छिटपुट जगह बूंदाबांदी हो सकती है।

सम्पूर्ण राजस्थान में मॉसम खुल जाएगा। मगर दिन के समय हल्की बादलवाही छा सकती है लेकिन बरसात की उम्मीद नहीं है।

उत्तरप्रदेश के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत व लखीमपुर खीरी जिले में बादलवाही और कहीं-कहीं गरज चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है।
शेष उत्तरप्रदेश में मॉसम खुल जाएगा। बरसात की उम्मीद नहीं है।

31 दिसंबर:

सिर्फ पहाड़ी राज्यो के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश या बर्फ़बारी की गतिविधियां होगी।

मैदानी इलाकों में मॉसम बिल्कुल साफ हो जाएगा। कही बरसात की संभावना नहीं है। कोहरे व ठंड में इज़ाफ़ा होना शुरू हो जाएगा।

नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी से तीखी ठंड फिर से बढ़ने लगेगी। जिसकी जानकारी WD के गुजरने के बाद दे दी जाएगी।

© WOB

नवंबर में गिरेगा तापमान, बढ़ सकती है ठंड

प्रदेश में नवंबर में चुनावी तापमान गर्म रहने वाला है, लेकिन मौसम का तापमान लुढ़कने वाला है। हरियाणा ही नहीं देश के 10 राज्यों में अगले सप्ताहांत तक ठंड बढऩे की संभावना है। एक साथ दो पश्चिमी विक्षोभ आने से 6 से 7 नवंबर के बीच तेजी से पारा गिरेगा और ठंड बढ़ेगी। इस दौरान दिन रात तापमान में काफी अंतर देखने को मिल सकता है।

मौसम विभाग का कहना है कि देश में इस समय शुष्क उत्तर पश्चिमी हवाएं चल रही हैं। वहीं पहाड़ी चोटियों पर बर्फबारी हो रही है, जिससे ये हवाएं बर्फीले इलाकों से गुजरते समय ठंडक लेकर उत्तर से मध्य भारत तक आएंगी। इन ठंडी हवाओं के कारण दो पश्चिमी विक्षोभ आएंगे,जिससे ठिठुरन बढेगी। सुबह- शाम को ठंड बढ़ सकती है। हालांकि दिन का तापमान ज्यादा नहीं गिरेगा। विभाग के अनुसार पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान के साथ गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा और तेलंगाना में तापमान गिरेगा।

इस बार 8 प्रतिशत ज्यादा हुई बारिश, जानिए इस हफ्ते का मौसम अनुमान

मौसम पूर्वानुमान: मानसून की वापिसी की परिस्थितियां हरियाणा राज्य से अगले चार-पांच दिनों में बनने की संभावना बन रही है। इस दौरान राज्य में पश्चिमी खुश्क हवाएं चलने तथा वातावरण में नमी में कमी आने की संभावना बन रही है। हरियाणा राज्य में एक अक्तूबर तक मौसम आमतौर पर परिवर्तनशील रहने की संभावना है परंतु वातावरण में नमी की उपलब्धता होने तथा सूर्य की चमक बढऩे से तापमान में बढ़ोतरी होने से बीच बीच में कुछ एक स्थानों पर आंशिक बादलवाई तथा गरजचमक भी संभावित है। इस दौरान राज्य में दिन के तापमान में हल्की बढ़ोतरी तथा रात्रि तापमान में हल्की गिरावट होने की संभावना है।

इस बार 8 प्रतिशत ज्यादा बरसात मानसून

मौसम: हरियाणा में इस वर्ष 2022 में दक्षिण पश्चिम मानसून 30 जून के प्रवेश से लेकर आज 27 सितम्बर के दौरान हरियाणा राज्य में 465.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश (429.3 मिलीमीटर) से 8 फीसदी ज्यादा दर्ज हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के बारिश के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा के 15 जिलों में सामान्य या सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है परंतु 7 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। सब से कम बारिश वाले जिले अम्बाला (-42 फीसदी), फरीदाबाद (-33 फीसदी),यमुनानगर (-29 फीसदी), भिवानी (-14 फीसदी), सोनीपत (-12 फीसदी), पंचकुला (-11 फीसदी), रेवाड़ी (-7 फीसदी) जिलों में दर्ज की गई है।
– कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार

मौसम अलर्ट: कल भी हो सकती है बरसात

मौसम पूर्वानुमान: बंगाल की तरफ से नमी वाली हवाओं तथा पंजाब के ऊपर एक साईक्लोनिक सरकुलेशन बनने से राज्य में पिछले तीन दिनों से राज्य में लगातार बारिश हो रही है । राज्य में ऐसा ही मौसम कल 25 सितम्बर तक बने रहने की संभावना है। इस दौरान उत्तरी जिलों (पंचकुला,अम्बाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र , कैथल, करनाल) में कहीं कहीं हवाओं व गरज चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश परंतु दक्षिण व पश्चिमी जिलों में दक्षिण क्षेत्र के जिलों (महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह, पलवल , फरीदाबाद, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, जींद, भिवानी, चरखीदादरी) में कहीं कहीं बुंदाबांदी व हल्की बारिश की संभावना है। इस के बाद हरियाणा राज्य में आमतौर पर 26 सितम्बर से 28 सितंबर तक मौसम खुश्क रहने की संभावना है।

24 सितम्बर,2022  :- मानसूनी हवाओं की सक्रियता से राज्य में मानसूनी बारिश की कमी को 10% से सिर्फ 1% पर रह गई है। हरियाणा में इस वर्ष 2022 में दक्षिण पश्चिम मानसून 30 जून को प्रवेश किया तथा तब से लेकर आज 24 सितम्बर के दौरान हरियाणा राज्य में 422.6 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश (426.5 मिलीमीटर) से केवल 1% कम दर्ज हुई है।भारत मौसम विज्ञान विभाग के बारिश के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा के 14 जिलों में सामान्य या सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है परंतु 8 जिलों में अब तक सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है। सब से कम बारिश वाले जिले अम्बाला (-51%), यमुनानगर (-35%), फरीदाबाद (-35%), सोनीपत (-12%),पंचकुला (-19%), रेवाड़ी (-12%), रोहतक (-5%),भिवानी (-18%) जिलों में दर्ज की गई है।
-कृषि मौसम विज्ञान विभाग
चौधरी चरणसिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार