Bollywood तड़का

From Bollywood star Salman to Kangana Ranaut, some failed in 12th and some did not even see the school courtyard.

Bollywood Star Study explain : बॉलीवुड के स्टार सलमान से लेकर कंगना रनौत तक, कोई 12वीं फेल तो किसी ने देखा नहीं स्कूल का आंगन​

Bollywood Star Study explain : बॉलीवुड की दुनिया में चमकते सितारे अक्सर अपने फैंस पर दिलकस जादू बरसाते रहते है। बॉलीवुड स्टार्स अपनी एक्टिंग की वजह से फैंस के दिलों पर राज करते हैं। बॉलीवुड सितारे बेहद कम उम्र में इंस्ट्री में आ जाते हैं। अपने सपनों को पूरा करने के लिए पढ़ाई तक छोड़ देते हैं। कई सितारों अपना ग्रेजुएशन तक पूरा नहीं करते हैं। जबकि, कुछ ऐसे भी सितारे हैं, जो उनकी पढ़ाई कुछ हकीकत बयां करती है। जबकी, कोई 10 वीं पास है और कोई 12वीं फैल है। आइए जानते हैं इन सितारों के बारे में।

रणबीर कपूर

रणबीर कपूर 10वीं पास है। एक्टर ने इसके बाद अपने माता और पिता से कह दिया था कि वो पढ़ना नहीं चाहते हैं। जबकि, वह बॉलीवुड इंस्ट्री में एक्टिंक के तौर पर अपनी पहचान बनाना चाहते है।

Ranbir Kapoor — The Movie Database (TMDB)

अर्जुन कपूर

अर्जुन कपूर 12वीं फेल है। एक्टर ने इसके बाद आगे दोबारा पढ़ाई करने के बारें में दुबारा सोची तक नहीं।

Arjun Kapoor - IMDb

कंगना रनौत

बॉलीवुड की क्वीन कंगान रनौत 12वीं फेल है। एक्ट्रेस मॉडल बनने के लिए घर से भाई गई थी। क्योंकि वो अपना एक्टर्स बनने का सपना पूरा करना चाहती थी।

Kangana Ranaut goofs up, slams Tejasvi Surya for 'hooliganism' - The Week

कैटरीना कैफ

कैटरीना कैफ आर्थिक तंगी की वजह से कभी स्कूल नहीं गई। उन्होंने घर पर ही अपनी पढ़ाई की थी।

5 Fakta Menarik Katrina Kaif - Entertainment Fimela.com

दीपिका पादुकोण

दीपिका पादुकोण ने मॉडल बनने के लिए ग्रेजुएशन की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। जबकी, एक्ट्रेस सिर्फ 12वीं पास है।

Don't feel I need to move to another country to be accepted': Deepika Padukone on global ambitions - The Week

सलमान खान

बॉलीवुड स्टार दिग्गज सलमान खान 12वीं पास है। एक्टर ने इसके बाद मॉडलिंग और एक्टिंग करने का फैसला लिया था।

Happy birthday Salman Khan! Celebrate his journey through these top five films - The Statesman

आमिर खान

बॉलीवुड स्टार दिग्गज आमिर खान ने महज 16 साल की उम्र में फिल्म इंडस्ट्री में कदम रख दिया था। एक्टर सिर्फ 12वीं पास है।

Aamir Khan : Biography, Movies, Lifestyle, Family, Awards & Achievements

 

Bollywood Star Study explain : बॉलीवुड के स्टार सलमान से लेकर कंगना रनौत तक, कोई 12वीं फेल तो किसी ने देखा नहीं स्कूल का आंगन​ Read More »

These films were banned due to bold scenes, now they are available on these OTT platforms

Indian ban film : बोल्ड सीन के कारण बैन कर दी गई थीं ये फिल्में, अब इन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हैं उपलब्ध

Indian ban film : कई ऐसी फिल्में, जो अपने कंटेंट के कारण बैन हो जाती हैं और सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो पाती हैं। ऐसी फिल्में ओटीटी पर मौजूद हैं। बॉलीवुड में न जाने ऐसी कितनी फिल्में हैं, जो बनती जरूर हैं ! पर वो पर्दे पर रिलीज नहीं हो पाती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण कई बार फिल्म में हद से ज्यादा बोल्ड कंटेट को दर्शाना। ऐसे में सेंसर बोर्ड इस तरह की फिल्मों को बैन (Indian ban film) कर देता है या फिर उनके फिल्मी सिनों पर कैंची चला देता है।

वहीं ओटीटी प्लेटफॉर्म ने जहां एक तरफ फिल्म मेकर्स को नई क्रिएटिव फ्रीडम दी है, तो दूसरी तरफ यह कंटेंट में सेंसर के नहीं होने के कारण बोल्डनेस की भरमार है। यही कारण है कि, ओटीटी सीरीज या फिल्मों में बोल्ड सीन की कोई सीमा नहीं होती।

यहां हम आपको कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताने जा रहें है, जो अपने बोल्ड सीन्स के कारण खूब चर्चित रहीं, पर लोग उन्हें देख नहीं पाए। ऐसे में ओटीटी ने इस समस्या का समाधान कर दिया। इसलिए अब कंटेट वाली कुछ फिल्में जो बैन (Indian ban film) होने के कारण से आप देख नहीं सके हों तो, अब उन्हें ओटीटी पर देख सकते हैं।

 

 

 

आखिर वो कौनसी फिल्में हैं ? जो बोल्ड सीन्स के कारण बैन हुई

ब्लैक फ्राइडे : अनुराग कश्यप की फिल्म ब्लैक प्राइडे को बैन (Indian ban film) कर दिया गया था। यह फिल्म 1993 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट पर आधारित बेस्ड थी। बय ये फिल्म फैन्स डिज्नी प्लस हॉट स्टार पर देख सकते हैं।

Black Friday (2004) - IMDb

 

 

 

एंग्री इंडियन गॉडेस : एंग्री इंडियन गॉडेस अपने कंटेंट के कारण बैन (Indian ban film) हो गई थी। फिल्म का ट्रेलर आते ही इस पर जमकर विवाद हुआ था। फिल्म के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। वहीं इस पर सेंसर बोर्ड ने भी जमकर कैंची चलाई। यहीं कारण हैं कि, इसके बाद मेकर्स ने फिल्म को रिलीज करने से ही मना कर दिया था। इसे अब आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।

Angry Indian Goddesses Official Trailer | A Pan Nalin Film | This Festive  Season

 

 

 

गारबेज : डायरेक्टर कौशिक मुखर्जी के डायरेक्शन में बनी फिल्म गारबेज की कहानी रामी नाम की एक लड़की पर बेस्ड है। फिल्म में रामी का बोल्ड एमएमएस लीक हो जाता है। इस फिल्म में बोल्ड सीन की भरमार है। इसी कारण से सेंसर बोर्ड ने इस मूवी को सर्टिफिकेट नहीं दिया था। मूवी में त्रिमाला अधिकारी, शतरूपा दास औन तन्मय धनिया जैसे स्टार्स लीड रोल में हैं। इस फिल्म को आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

Garbage's world premiere at 68th Berlinale - Read Qatar Tribune on the go  for unrivalled news coverage

 

 

 

लोएव : ये फिल्म दो गे लड़कों की लव लाइफ पर बनी है। समलैंगिक रिलेशन पर बनी लोएव फिल्म में बोल्ड सीन्स की भरमार है। ये फिल्म आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

लोव: इंडी गे रोमांस फिल्म जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है

 

 

 

 

अनफ्रीडम : अनफ्रीडम बोल्ड कंटेंट से भरी हुई एक फिल्म हैं। यही कारण है कि, भारत में सिनेमा पर्दा पर रिलीज करने पर बैन (Indian ban film) लगा दिया गया था। इसके बाद इस फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर आप देख सकते हैं।

Unfreedom to Loev These Movie are Not Released On Thearer Because of  Intimate Scenes You Can Watch On Netflix Amazon Prime and Hotstar | हदें  पार! वाले सीन्स की वजह से थिएटर

 

 

 

फायर : यह इंडो-कैनेडियन रोमांटि ड्रामा फिल्म साल 1996 में आई थी, जिसमें शबाना आजमी और नंदिता दास लीड रोल में थी। समलैंगिक संबंधों पर आधारित इस फिल्म को भारत में बैन (Indian ban film) कर दिया गया था। यह फिल्म अब यूट्यूब या अन्य कुछ वेब साइट्स पर ऑनलाइन देखी जा सकती है।

Fire (1996) - IMDb

 

 

 

किस्सा कुर्सी का : किस्सा कुर्सी का में भी शबाना थी। इंदिरा गांधी और संजय गांधी के जीवन पर बनाई गई यह फिल्म यूट्यूब पर है।

Kissa Kursi Ka : हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा विवादास्पद फिल्म का इतिहास –  Cine Manthan

Indian ban film : बोल्ड सीन के कारण बैन कर दी गई थीं ये फिल्में, अब इन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हैं उपलब्ध Read More »

Amar singh chamkila ; इम्तियाज़ की फिल्म में दिलजीत ने अमर सिंह चमकीला का निभाया किरदार, अमर सिंह चमकीला की कहानी दिल दहला देने वाली, कातिल आज तक नहीं पकड़े जा सके

Diljeet dosanjh as Amar singh chamkila : अमर सिंह चमकीला फिल्म मशूहर पंजाबी सिंगर चमकीला की जीवनी पर आधारित ये फिल्म 12 अप्रैल 2024 को नेटफ्लिक्स पर रिलीज़ होने वाली है। जब फिल्मी मनोरंजन की दुनिया में खबर आई थी कि इम्तियाज़ पंजाबी सिंगर चमकीला के जीवन पर फिल्म बनाने वाले हैं तो इसे हर तरह का रिएक्शन मिला। लोग अपने कमेंट में लिखने लगे कि इस फिल्म को हिंदी में बनाने की ज़रूरत है।

 

कुछ लोगों ने लिखा कि पंजाबी कलाकारों का हिंदीकरण मत कीजिए। इम्तियाज़ ने ऐसे सवालों का सिर्फ एक ही जवाब दिया . कि ये एक ज़रूरी कहानी है जिसे वो बड़ी ऑडियंस तक लेकर जाना चाहते हैं। लेकिन चमकीला वो कलाकार थे जिनका सिंगिंग करियर सिर्फ 10 साल का था। जबकी इसी की बदौलत उन्हें शोहरत मिली और उनके गानों की वजह से महज़ 27 साल की उम्र में चमकीला के सीने में गोलियां दाग दी गईं। वो आज भी पंजाबियों के दिलों में ज़िंदा हैं। उनके गाने आज भी अमर हैं। इसलिए इम्तियाज़ अली जैसे बड़े डायरेक्टर उन पर फिल्म बना रहे हैं।

 

चमकीला का अर्थ मतलब जो चमकता हो। अमर सिंह को इसी उपनाम से जाना जाता है। 21 जुलाई 1960 को उनका जन्म हुआ था। चमकीला का बचपन लुधियाना के पिंड डुगरी में बीता वहीं जवानी पूरे पंजाब में पंजाबी सिंगर के रूप में पंजाबी गानो में बीती। कहा जाता है कि उनका सपना था इलेक्ट्रिशियन बनने का, पर पैसों की तंगी के चलते कपड़े की मिल में काम करना पड़ा। लेकिन किस्मत को तो कुछ और ही मंज़ूर था। शायद वो जिसकी उम्मीद खुद चमकीले को भी कभी नहीं होगी। चमकीले को पंजाबी म्यूज़िक का शौक बचपन से ही था। शौक के चलते उन्होंने हारमोनियम और ढोलकी भी सीख ली थी। पर स्टेज तक आते-आते उन्होंने अपने हाथ में तुम्बी को गानों की तर्ज की लगाव में प्यार से अपना लिया था। इस प्रकार चमकीला कपड़े की मिल में काम करते-करते गाने भी लिखने लगे थे।

 

ये वो दौर था जब सुरिंदर शिंदा और कुलदीप मानक जैसे सिंगर पंजाबियों के फेवरेट थे और गुरदास मान उसी ट्रैक पर चलने की तैयारी में थे। सुरिंदर शिंदा का कहना है कि चमकीला ने उन्हें ही सबसे पहले एप्रोच किया था। तब चमकीला की आयु 18 वर्ष थी। तब उन्होंने शिंदा के लिए गाने लिखने शुरू किए, जिसका अच्छा रिस्पॉन्स श्रोताओं से मिला। पर घर का खर्च निकालने में अभी भी चमकीला को दिक्कत आ रही थी। इस प्रकार पैसों की तंगी आने पर चमकीला ने शिंदा का दामन छोड़ खुद से लिखे हुए गानें को गाना की सोची और कुछ ही टाइम बाद साथ गाने का भी मौका मिला। इस प्रकार चमकीला का धीरे-धीरे अकेले गाने का हौसला बढ़ता गया।

 

उनका अब तक का सफर तो वैसा ही चल रहा था, जैसा शायद हर संघर्षी व्यक्ति का होता है। लेकिन एक बार चमकीले ने पंजाबी गाने अपने देशी सुर में गाने शुरू किये, उन्होंने पंजाबी गायकी में सभी को पछाड़ के रख दिया। आखिर ऐसी बढ़ती हुई लोकप्रियता इस जवान लड़के में, जिसने सुरिंदर शिंदा, कुलदीप मानक और गुरदास मान जैसे स्थापित सिंगर्स को बैकफुट पर ला खड़ा कर दिया था।

 

दरअसल लिरिक्स के साथ-साथ चमकीले की स्टेज प्रेज़ेंस भी काफी अलग हो गई थी। उनके लिरिक्स में उस दौर के पंजाब के पंजाबी लोगों की सच्चाई थी। सूबे में बढ़ता हुआ नशा हो या घर में औरतों से मार-पिटाई, चमकीला हर किरदार की बात को बेबाकी से अपने गानों के ज़रिए ज़ाहिर कर दिया करता था। कभी गाते-गाते बीच में कमेंट्री करने लगता तो कभी एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की बात या फिर गाली-गलौज। हर बात ज्यों की त्यों लोगों के सामने रख देता था। एक लाइन में कहें तो वो पंजाबियों को पंजाबी जीवन का आईना दिखाता था। चमकीला समाज पर तंज कसते हुए उनकी लाइफस्टाइल का, उनमें जाति के रुआब का गानों के लिरिक्स में कटाक्ष करता हुआ कहता था कि बुरा मत मानना, घर में भी तो सब ऐसे ही बोलते हैं !

 

ये सब कहना तब ज़्यादा महत्व रखता है जब आप लाइव गा रहे हों। चमकीले के ज़्यादातर पंजाबी गाने लाइव स्टेज परफॉर्मेंस के ही हैं। 5-6 फुट की स्टेज सजती थी उन जमाने में तब चमकीला गाते । चमकीला 4.5 साल में ही हर पंजाबी के मुंह पर चढ़ गए और दिल में फंस गए।

 

बात चमकीले की हो रही हो और उसमें अमरजोत कौर का ज़िक्र न हो ! संभव नहीं ! अमरजोत, जो हर स्टेज परफॉर्मेंस में चमकीले के साथ नज़र आती थीं। उतनी ही एनर्जेटिक और जोशीली पतली और तीखी आवाज़ में गाने वाली अमरजोत का चमकीला से वास्ता सन 1980 में पड़ा।

 

तब तक चमकीला कुछेक गाने गा चुके थे। लेकिन चमकीले को ज़रूरत थी स्टेज पार्टनर की, सोनिया और मिस ऊषा नाम की गायिका के साथ पहले ही काम कर चुके थे। लेकिन खोज अभी भी जारी थी। एक ऐसी गायिका की जो चमकीले के तेवरों को मिलान कर सके। पर खोज रुकी अमरजोत पर जाकर जो शादीशुदा थीं। पर सिंगिग के पैशन के चलते, पति को तलाक दे दिया और जुड़ गईं अपने नगमों की दुनिया में चमकीले के साथ।

 

कुछ महीने स्टेज पर साथ बिताने के बाद दोनों सिंगरो ने ज़िंदगी भी साथ बिताने का फैसला कर लिया। इसी प्रकार चमकीले ने भी कुछ समय बाद अपनी पत्नी को तलाक दे दिया। अमरजोत इससे पहले कुलदीप मानक के साथ भी गाना गा चुकी थीं। लेकिन असल पहचान अमरजोत को चमकीले के साथ ही मिली। चमकीला के बारे में एक बात काफी सुनने में आती है कि उसका ऐसा कोई दिन खाली नहीं जाता था। जहां उसका रोज़ कहीं न कहीं शो होता था। एक फिल्म की रिसर्च के दौरान भी इस बात की पुष्टि हुई है।

 

रिसर्च के मुताबिक चमकीला ने 365 दिनों में 366 सिंगिग शो के परफॉर्म किए है और इस दौरान चमकीला की आवाज़ पंजाब और देश से बाहर निकल विदेशों की सरजमीं तक जा पहुंची। कनाडा, अमेरिका और दुबई जैसे कई देशों में भी चमकीला की ललकार गूंजी। ये एक ऐसा गायक था, जो गाते-गाते कुछ भी कहने लगता था। पर ऐसे, जैसे कोई अपने दोस्त से बात कर रहा हो, लेकिन बिना किसी झिझक के आवारा लड़के की बात करता.करता बीच में गुरबाणी का भी ज़िक्र कर जाता था। शादी-ब्याह में भी गाता था और 80 के दशक में भी 4000-4500 रुपए प्रति शो कमाया करता था।

 

मिड 1980 तक चमकीला खूब फेमस हो चुका था। पर इसी दौरान पंजाब में आतंकवाद का भी दौर था। पंजाब में तनाव का माहौल था, ऑपरेशन ब्लू स्टार के बाद हर तरफ मायूसी पसरी हुई थी। आतंकवादियों और पुलिस के बीच एनकाउंटर खबरें अखबारों की सुर्खिंयों मे जारी रहती थी। इस तरह तनावपूर्ण माहौल मेेें उन दिनों लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे। अखबारों में रोज़ किसी न किसी की मौत की खबर छपती ही रहती थी। ऐसे समय में चमकीला के अखाड़े में 200-300 लोगों का इकट्ठा होना ही एक बहुत बड़ी कामयाबी थी। और इसी से ये भी पता चलता है कि वो लोगों के दिल में अपनी गायकी को लेकर कितने फंसे हुए थे।

 

चमकीले में एक और चीज़ थी जो सिंगर्स से उसे अलग बनाती थी। जट्टों के गढ़ पंजाब में एक दलित समुदाय का सिंगर लोगों के दिलों पर छाया हुआ था। चमकीला एक पिछड़ी जाति से आते थे, लेकिन फिर भी लोगों ने खासकर जट्टों ने उनको उनकी कला के लिए मान बख्शा और इसी मान के चलते चमकीला अपने साथ के जट्ट सिंगर्स से काफी आगे निकल गए थे। हालांकि वो अपने गानों में जट्टों का खूब ज़िक्र किया करते थे। उनके गाने पंजाबी फोक सिंगिंग को ऐसी पहचान देकर गए कि आज भी लोग उन्हें उतने ही चाव से सुनते हैं और शायद चमकीला ही आज के दौर में गिन्नी माही जैसे दलित सिंगर्स को फख्र से अपनी पहचान खुलकर जाहिर करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

 

चमकीला ने कुल मिलाकर अपने जीवन में केवल नौ साल गाने गाए थे और इन 9 सालों में अपनी गायिकी की वजह से जहां उन्होंने कइयों का दिल जीता, वहीं समाज की सच्चाई बयां करते उनके गानों के बोल कइयों के दिमाग में खटकने लगे। ये आवाज उन लोगों को इतनी खटकती थी चमकीला और उसकी पत्नी की हत्या बंदूक की गोलियां से कर दी थी।

 

मंगलवार के दिन, 8 मार्च 1988 को महसामपुरए जलंधर से करीब 40 किलोमीटर दूर चमकीला अपनी पत्नी और स्टेज पार्टनर अमरजोत कौर के साथ यहां परफॉर्म करने आए थे। इसी बीच कुछ युवक मोटर साइकिल पर आए और अंधाधुंध गोलियां चलाईं और कुछ ही पलों में वे युवक फरार हो गए। पीछे छोड़ गए चमकीला और अमरजोत कौर का गोलियों से छलनी मृत शरीर को।

 

चमकीला के कातिल आज तक न तो कभी पकड़े गए और न ही कोई अब तक कोई खबर लगी। इस मौत से कई अंदेशे लगाए जाते हैं कि जैसे कि खालिस्तानी आतंकियों ने उनके गानों के बोल की वजह से उन्हें मारा होगा या उनके साथ के प्रतियोगियों ने उन्हें मरवा दिया होगा।

 

इस प्रकार बदलते दौर में एक और एंगल उनकी मौत को दिया जाता गया है। वो ये कि अमरजोत जट्ट कौम से थी और चमकीला दलित ये भी हत्या करवाने की वजह बताई जाती है। करियर के टॉप पर चमकीला और अमरजोत कौर तो चले गए । पर पीछे छोड़ गए ऐसे 200 गीतों के बोलए जिन्हें गाया जाना बाकी रह गया था।

Amar singh chamkila ; इम्तियाज़ की फिल्म में दिलजीत ने अमर सिंह चमकीला का निभाया किरदार, अमर सिंह चमकीला की कहानी दिल दहला देने वाली, कातिल आज तक नहीं पकड़े जा सके Read More »

IPL 2024 Poonam Pandey came in support of Mumbai Indian captain Hardik Pandya, asked a question to the troller

IPL 2024 : मुंबई इंडियन के कप्तान हार्दिक पांडया की स्पोर्ट में आई पूनम पांडे, ट्रोल करने वाले से पूछा लिया सवाल

टवीटर पर लिखी ये बात

 

IPL 2024 : देश में इस समय चुनावों के अलावा आईपीएल (IPL) भी चल रहा है। आईपीएल में मुंबई इंडियंस की टीम इस सीज़न में अभी तक पहली जीत हासिल नहीं कर पाई है। मुंबई इंडियन को अपने घरेलू मैदान वानखेड़े स्टेडियम में भी हार का सामना करना पड़ा। मुंबई इंडियंस की टीम ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपनी अच्छी खास परफॉर्मेंस नहीं दिखाई और अपने बल्लेबाजों ने फैंस को मायूस कर दिया।

राजस्थान रॉयल्स के कप्तान संजू सैमसन ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। मुंबई इंडियंस की टीम 20 ओवर में नौ विकेट खोकर सिर्फ 125 रन ही बना सकी। इस लक्ष्य को (IPL 2024) हासिल करने में राजस्थान रॉयल्स ने सिर्फ 4 विकेट खोकर आसानी से जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही राजस्थान रॉयल्स ने प्वाइंट्स टेबल में टॉप पर अपनी जगह बना ली।

 

PunjabKesari

हार्दिक पंड्या के खिलाफ ट्रोलिंग
हार्दिक पंड्या को मुंबई इंडियंस का कप्तान चुने जाने के बाद से ही फैंस खुश नजर नहीं आ रहे थे। उन्हें लगातार ट्रोलर्स के निशाने पर भी रहना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर हार्दिक पंड्या को लेकर कई तरह के मीम्स बनाए जा रहे हैं।

पूनम पांडे ने उठाए सवाल
मॉडल पूनम पांडे (Poonam panday) ने भी हार्दिक पंड्या की बेइज्जती पर अपनी राय रखी। मुंबई और राजस्थान मैच के दौरान स्टेडियम में मौजूद रहने के बावजूद पूनम पांडे ने ट्विटर पर अपनी दुखद भावना जाहिर की। उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंट पर लिखा कि वानखेड़े में मुंबई और राजस्थान मैच के दौरान उन्हें जो दशकों से छपरी सुनने को मिल रहा है, उससे उन्हें काफी हैरानी हुई। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि ऐसा किसे कहा जा रहा था, लेकिन दरअसल फैंस के निशाने पर हार्दिक पंड्या थे।

जिस तरह राजस्थान रॉयल्स ने मुंबई इंडियंस को एक बार फिर से हराकर उनकी जीत के सफर को और भी कठिन बना दिया है। जबकि हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) को उनके नेतृत्व में टीम को बचाने के लिए अपनी प्रयासों को और मजबूत करने की आवश्यकता है।

 

ये भी पढ़ें : ⇓

NHAI Toll rate back : नेशनल हाईवे ने टोल रेट बढ़ाने के फैसले पर लगाई रोक, नहीं बढ़ेंगे टोल रेट, 5 प्रतिशत तक बढ़ने थे रेट

IPL 2024 : मुंबई इंडियन के कप्तान हार्दिक पांडया की स्पोर्ट में आई पूनम पांडे, ट्रोल करने वाले से पूछा लिया सवाल Read More »

शाहरुख को मुम्बई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने रोका, महंगी घडिय़ां मिलने पर लगा जुर्माना

मुम्बई। दुबई से लौट रहे सुपरस्टार शाहरुख खान को बीती रात मुम्बई ऐयरपोर्ट पर कस्टम विभाग की टीम ने रोक लिया। इस दौरान उनसे महंगी घडिय़ां व कवर होने की खबर सामने आ रही है। जिनकी कीमत 18 लाख रुपये थी। एयर इंटेलिजेंस यूनिट के सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि इसकी 6 लाख 83 हजार रुपये कस्टम ड्यूटी चुकानी पड़ी। जानकारी सामने आ रही है कि शाहरुख के बॉडीगार्ड ने यह जुर्माना भरा।

जानकारी के अनुसार शाहरुख अपने निजी चार्टर्ड प्लेन से शारजाह से मुम्बई पहुंचे। टर्मिनल टी-3 पर रात करीब एक बजे शाहरुख और उनकी टीम को कस्टम विभाग की टीम ने रोक लिया और सामान की जांच की। शाहरुख के बैग से बबून, जुरबक और रोलेक्स घड़ी के कई डिब्बे, स्पिरिट ब्रांड की घड़ी और ऐप्पल सीरीज की घडिय़ां मिलीं। करीब एक घंटेभर जांच चली। जिसके बाद शाहरुख को जाने दिया गया। जबकि उनके बॉडीगार्ड व अन्य टीम सदस्यों को रोक लिया गया। बताया जा रहा है उनके बॉडीगार्ड रवि ने 6 लाख 83 हजार रुपये कस्टम ड्यूटी चुकाई। वहीं एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि शाहरुख ने क्रेडिट कार्ड से फीस चुकाई। शाहरुख किसी बुक के लांचिंग को लेकर यूएई गए हुए थे।

शाहरुख को मुम्बई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग ने रोका, महंगी घडिय़ां मिलने पर लगा जुर्माना Read More »

Gurdas Man Songs Release on his Controversy Hindi punjabi

विरोधियों को गुरदास मान का भावुक जवाब ‘गल सुनो पंजाबी दोस्तो’

विरोधियों को गुरदास मान का भावुक जवाब ‘गल सुनो पंजाबी दोस्तो’
फतेहाबाद। दिग्गज पंजाबी कलाकार गुरदास मान द्वारा कुछ वर्ष पहले वन नेशन वन लैंगुएज का सपोर्ट यानि देश भर में हिंदी भाषा का समर्थन करने और इसी बात को लेकर कनाडा में उनके लाइव शो के दौरान कुछ युवकों द्वारा विरोध करने के बाद गुरदास मान ने विरोधियों को आइना दिखाया है। तब गुरदास मान ने कहा था कि हमें अपनी मां बोली से प्यार करना चाहिए लेकिन देशभर में एक जुबान होनी चाहिए.. मां के साथ मासी को भी प्यार दो।

अब बीते दिन उन्होंने ‘गल सुनो पंजाबी दोस्तो’ नाम से एक गीत रिलीज किया, जिसमें उन्होंने न केवल इस पूरे घटनाक्रम पर अपना पक्ष रखा बल्कि पंजाबी मातृभाषा व समाज में अपने द्वारा किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया है। आप यह गीत सुनेंगे तो भावुक हो उठेंगे।

गीत की शुरूआत नारेबाजी से होती है, जिसमें बैकग्राऊंड में सुनाई देता है ‘मां बोली का गद्दार शर्म करो, गुरदास मान मुर्दाबाद…’ फिर गुरदास मान का संदेश आता है कि ‘हर प्रदेश की अपनी बोली होती है, लेकिन देशभर में ऐसी एक बोली होनी चाहिए, जो सबकी सांझी हो और सबको मंजूर हो। मैं पंजाबी मां का जन्मा, पंजाबी मेरी जुबान, मेरी आन-बान-शान।’

गीत में दिखाया गया है कि वन नेशन वन लैंगुएज का समर्थन करने के बाद जब कनाडा में उनके लाइव शो में कुछ युवक उनके खिलाफ नारेबाजी करते हैं तो उनके मुंह से कुछ अपशब्द निकल जाते हैं, लेकिन किस हालात में यह घटनाक्रम हुआ, यह सोच विचार का मुद्दा है और हर व्यक्ति किसी सिचुएशन में आपा खो सकता है।

उन्होंने यह इशारा किया है कि कोई किसी की मां बारे अपशब्द कहे तो दूसरा कैसे सहन करे। गीत में दिखाया गया है कि उन्होंने बेटी बचाओ, हक की रोटी खाने, पंजाबी मां बोली… देश के जवानों और समाज हित के अनेक मुद्दों पर हमेशा संदेश दिए, मुझे समझ ना आया मां बोली के वो ठेकेदार कौन थे, उनकी मां की मां को अपशब्द कहे, कहा जन्मा पुत्र गद्दार, अपनी कलम कुएं में फेंक दो..

फिर अंत में संदेश दिया कि जहां बोले सो निहाल कहा जाता है, वहां मुर्दाबाद नहीं बोला जाता… उन्होंने अपने हक में बोलने वालों का धन्यवाद भी किया है।

विरोधियों को गुरदास मान का भावुक जवाब ‘गल सुनो पंजाबी दोस्तो’ Read More »