भूना/कुलदीप। गांव नाढ़ोडी में विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली द्वारा सरपंच को चेतावनी देने का मामला अब पूरी तरह गर्माता जा रहा है। इस मुद्दे को लेकर आज भूना बीडीपीओ कार्यालय में सरपंचों ने मीटिंग की, जिसमें काफी संख्या में सरपंचों ने शामिल होकर इस घटना की निंदा की एक और फिर पंचायत मंत्री के कार्यक्रम का विरोध करने की बात दोहराई। साथ ही सरपंच नरेंद्र ने चेतावनी दी कि यदि मंत्री जल्द ही इस घटना को लेकर गांव में आकर माफी नहीं मांगते तो हरियाणाभर के सरपंचों को इस मामले में एकजुट करेंगे। पूरे हरियाणा के सरपंच इकट्ठे होकर जो निर्णय लेंगे, उसी निर्णय अनुसार आगे विरोध किया जाएगा। साथ ही रविवार को गांव में लोगों को इकट्ठा किया जाएगा। फिल्हाल जब तक मंत्री माफी नहीं मांगते, तब तक मधुर मिलन समारोह का विरोध जारी रहेगा।
ई-टेंडरिंग के विरुद्ध बजाएंगे आंदोलन का बिगुल
मीटिंग में मौजूद अन्य सरपंचों ने ऐलान किया कि जल्द ही टोहाना में हरियाणाभर के सरपंचों को इक_ा कर ई-टेंडरिंग प्रणाली के खिलाफ एक बड़े आंदोलन का बिगुल बजाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही कमेटी का भी गठन किया जाएगा।
आज की मीटिंग में पहुंचे सरपंचों ने कहा कि सरपंच नरेंद्र के गांव में जाकर पंचायत मंत्री द्वारा उन्हें भला-बुरा करना, उन्हें बेइज्जत करना ठीक नहीं था। नरेंद्र जनता के द्वारा चुने प्रतिनिधि हैं, जनप्रतिनिधि का इस प्रकार अपमान नहीं किया जाना चाहिए। सरपंच नरेंद्र ने कहा कि गांव वासी उनके साथ हैं और वे इस मामले में ग्रामीणों को साथ लेकर सीएम से भी मिलने जाएंगे। वहीं सरपंचों ने ई-टेंडरिंग के खिलाफ भी गुस्सा प्रकट किया।
एक सरपंच ने कहा कि उनके गांव में डेढ़ माह पहले रास्ता बना, जो अभी से ही खराब हो गया है। इसी प्रकार कई गांवों में काम हो रहे हैं और वहां ठेकेदारों द्वारा धांधलियां हो रही हैं, लेकिन बदनाम सरपंच कर दिए जाएंगे। पंचायत मंत्री अपने दलाल सेट करने में जुटे हैं। इसलिए यह पॉलिसी लाई गई है। उन्होंने कहा कि सरपंचों के खिलाफ राइट टू रिकॉल की धमकी दी जाती है, मंत्री को चैलेंज है कि वे राइट टू रिकॉल करवाकर दिखाएं। मीटिंग में भूना व टोहाना खंड के कई सरपंच शामिल रहे।