रोहतक। महम थाने से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। दीवाली के दिन पुलिस ने छापामार कर जुआरियों को जुआ खेलते पकड़ा। पुलिस के अनुसार 45 हजार रुपये की राशि बरामद की गई, जबकि पकड़े गए आरोपी कह रहे हैं कि उनसे 5 लाख रुपये की राशि पकड़ी गई थी। यानि पुलिस द्वारा राशि कम करके रिकॉर्ड में दर्ज करवाई गई, ऐसे आरोप लगे हैं। यह भी आरोप है कि मिलीभगत कर दो लोगों को छोड़ ही दिया गया। एसपी के संज्ञान में मामला आने पर एसपी ने चारों को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
मामला दीवाली के दिन का है। पुलिस ने वार्ड 10 में 7 लोगों को जुआ खेलते हुए पकड़ा था। पुलिस के अनुसार उनसे 45 हजार रुपये की राशि बरामद हुई थी। बाद में पकड़े गए आरोपियों का कहना था कि उनके पास से बरामद राशि को काफी कम दिखाया है और बाकी की रकम को पुलिस ने हड़प लिया। आरोपियों के अनुसार उनसे 5 लाख रुपये की राशि बरामद हुई। जबकि पुलिस ने 45 हजार की राशि दिखाई थी। पुलिस वालों पर आरोप लगने के बाद अब एसपी ने कार्रवाई की है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि एसपी ने महम एसएचओ प्रहलाद सिंह, एएसआई राजेंद्र, हेड कांस्टेबल प्रवीण व एसए महावीर को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच के आदेश दिए हैं। सिर्फ राशि गबन के ही आरोप नहीं है। पकड़े आरोपियों ने यह भी कहा है कि छापेमारी के दौरान 9 लोगों को पकड़ा गया था, लेकिन गिरफ्तारी 7 लोगों की ही दिखाई। 2 लोगों को गिरफ्तार नहीं दिखाया गया।