फतेहाबाद। फतेहाबाद क्षेत्र में ऑनलाइन ठगी के चार मामले सामने आए हैं। इनमें फतेहाबाद का एक सब्जी विक्रेता लोन के चक्कर में अपने 58 हजार रुपये गंवा बैठा। उधर गांव अहलीसदर में एक युवक को नौकरी का झांसा देकर उससे 22 हजार रुपये ठग लिए गए। धांगड़ के एक युवक के खाते से अपने अपन 19 हजार रुपये कट गए तो वहीं दौलतपुर की एक युवती से कॉलर ने पापा के नाम पर 60 हजार रुपये ठग लिए।
ठगी का पता चलने पर सभी द्वारा साइबर क्राइम पोर्टल पर जानकारी दी, जिसके बाद अब फतेहाबाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में आईपीसी की धारा 406, 420 के तहत मामले दर्ज कर लिए हैं।
पहले मामले में पुलिस को दी शिकायत में गीता मंदिर रोड निवासी जितेंद्र ने बताया कि वह सब्जी बेचने का काम करता है और 16 दिसंबर 2023 को उसके पास एक नंबर से कॉल आई और बताया कि उसका ईयू फाइनेंस में 5 लाख रुपये का लोन अप्रूव हो गया है और इसके लिए उससे जरूरी कागजात मांगे गए, जिस पर उसने पैन कार्ड, आधार कार्ड, बैंक स्टेटमेंट, चेक की कॉपी, बिल आदि कागजात व्हाट्सएप पर भेज दिए। उसने बताया कि 18 दिसंबर के बाद से उससे अलग अलग चार्जस के नाम पर रुपये मांगे जाने लगे, शुरूआत में उसने झांसे में आकर तीन-चार ट्रांजेक्शन में 58 हजार रुपये भिजवा दिए, लेकिन बाद में भी रुपये मांगे गए तो उसने शक हुआ और उसने रुपये नहीं दिए।
शिकायतकर्ता के अनुसार इसके बाद उसे अलग-अलग नंबरों से कॉल आया कि रुपये नहीं भेजे तो लोन नहीं मिलेगा और धमकी दी कि उसके भरे हुए रुपये भी वापस नहीं होंगे। इसके बाद उसने साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
उधर दूसरे मामले में अहलीसदर निवासी कुलदीप ने बताया कि 27 मार्च को उसके पास अमृता नाम से टेलीग्राम पर फोन आया और उसे पार्ट टाइम जॉब दिलवाने की बात कही। इसके लिए उससे पहले 5 हजार रुपये और फिर 17 हजार रुपये भरवा लिए गए। बाद में उसे ठगी का अहसास हुआ।
एक अन्य मामले में गांव धांगड़ निवासी कुलदीप ने बताया कि उसने एसबीआई बैंक का क्रेडिट कार्ड बनवा रखा है। 7 मार्च 2024 को उसके मोबाइल नंबर पर 9500-9500 रुपये कटने के दो मैसेज आए। खाते से 19 हजार रुपये कट गए। किसी आरोपी ने ये पैसे काट लिए। सदर पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज किया है।
उधर गांव दौलतपुर निवासी संतोष ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 26 अप्रैल 2024 को उसके पास फोन आया और उसने कहा कि आपके पापा ने कहा है कि 15 हजार रुपये खाते में डालने है। गूगल पे या फिर फोन पे नंबर दे दे। जिसके बाद उसके मोबाइल पर 50 रुपये, 10 हजार रुपये और 50 हजार रुपये आने के मैसेज आए। इसके बाद वाट्सअप कॉल आई कि आपके पास पैसे ज्यादा भेज दिए है और उसमें से 45 हजार रुपये वापस दे दो। उसने रुपये आने के मेसज तो देख लिए, लेकिन खाता चेक नहीं किया। बिना चेक किए ही उसने 10 हजार रुपये और 30 हजार रुपये की दो ट्रांजेक्शन से रुपये वापस भेज दिए। जब बाद में खाता देखा तो एक भी रुपया नहीं आया हुआ था।