फतेहाबाद। दीपावली से पहले आज नगर परिषद की हुई मीटिंग में जबरदस्त हंगामा हुआ। सफाई के मामले पर कई वार्डों के पार्षदों ने जमकर भड़ास निकाली। वार्ड 15 के पार्षद प्रतिनिधि हंसराज ने यहां तक कह दिया कि जब सफाई व्यवस्था नहीं होनी तो इससे अच्छा तो पंचायत में शामिल रहना ही ठीक था, हम कोई बंग्लादेश में नहीं रहते। उन्होंने पहले चेतावनी दी कि सोमवार तक यदि सफाई कर्मचारी नहीं मिले तो वे कर्मचारियों के कार्यालयों पर हड़ताल करेंगे, फिर प्रधान उपप्रधान द्वारा सफाई कर्मियों की हड़ताल का हवाला दिया तो इस चेतावनी को वापस ले लिया। उन्होंने कहा कि तीन दिन की हड़ताल से हाहाकार मचा हुआ है वे तो चार माह से मांग कर रहे हैं, कोई सुनवाई नहीं, मुख्य सफाई निरीक्षक मुकेश शर्मा अपना पल्ला झाड़ रहे हैं।
मौके पर ही उन्होंने सफाई निरीक्षक पर कई आरोप लगाए। वहीं काम न होने के आरोपों पर एक्सईएन अमित कौशिक भी बिफर पड़े और कहा कि यह आरोप मत लगाएं कि काम नहंी होते, जो जो एजेंडे पास हो रहे हैं, सबके टेंडर लग रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्षद यहां सिर्फ आरोप लगाने का काम कर रहे हैं। वहीं पार्षदों ने एडीसी कम डीएमसी के खिलाफ भी जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि हाऊस की मीटिंगों में पार्षद मिलकर अपने अपने वार्डों की एजेंडे पास करवाते हैं और डीएमसी तुरंत उन पर रोक लगा देते हैं, फिर हाऊस की मीटिंग की जरूरत क्या है।
उन्होंने प्रधान से सवाल किया कि यदि डीएमसी ने उनके एजेंडों पर रोक ही लगानी है तो जनप्रतिनिधियों को क्यों चुना गया। काफी हंगामे के बीच सभी पार्षदों ने अपने अपने प्रस्ताव रखे, जिनमें से अधिकतर सर्वसम्मति से पास कर दिए गए। इनमें सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने, वार्डों सफाई कर्मचारियों की ड्यूटियां लगाने, डोर-टू-डोर कचरा उठाने, लाइटें लगवाने, सीटिंग बेंच लगवाने, गलियां बनवाने, रिपेयरिंग करवाने जैसी एजेंडे शामिल रहे। वार्ड 8 के पार्षद चंद्रभान ने बताया कि पानी की समस्या आ रही है, गरीब तबके के लोग वार्ड में रहते हैं और जहर पी रहे हैं, पिछली मीटिंग में यह मुद्दा रखा, लेकिन अभी तक हल नहीं हुआ, लोग जहर पीने को पैदा नहीं हुए।
पार्षद सुभाष नायक ने कई मोड़ चौकों का नामकरण की मांग रखी। वहीं हुडा सेक्टर, योग नगर, शक्तिनगर अशोक नगर, सहित हर क्षेत्र की समस्याएं एजेंडें रखे गए। पार्षद राजू अरोड़ा ने कहा कि जो वार्ड बैकवर्ड हैं, वहां ज्यादा धनराशि नहीं दी जा रही, जबकि कई वार्ड ऐसे हैं, जहां जरूरत नहीं है, वहां 80-80 लाख रुपये दे दिए गए हैं, जबकि जरूरत पिछड़े इलाकों को ज्यादा है। पार्षद मोहन लाल नारंग ने भी सीसीटीवी कैमरे, बैंच लगवाने सहित कई मांगे तो रखी साथ ही यह मांग भी रखी कि जन प्रतिनिधियों का अधिकारी मजाक न उड़ाएं, उनके एजेंडे को सीरियस लें। उन्होंने कहा कि 100 सफाई कर्मचारी रखने का मुद्दा पहले पास हुआ, लेकिन उस पर अमल नहीं हो रहा। स्ट्रीटलाइटें कम वोल्टेज की हैं, इसलिए बड़ी स्ट्रीट लाइटें लगवाई जाएं। उन्होंने प्रोपर्टी आईडी का मुद्दा भी उठाया और यहां पर कैश काऊंटर लगाने की मांग भी रखी।
दीपावली पर सफाई का दीवाला, यह निकाला हल
वार्ड 6 के पार्षद रमेश गिल्हौत्रा ने सफाई कर्मियों की हड़ताल के चलते दीपावली पर निकले सफाई व्यवस्था के दीवाले का का मुद्दा उठाया तो अधिकारियों ने कहा कि हड़ताल लंबी चल सकती है। इसलिए कोई न कोई व्यवस्था की जाएगी। आज ट्रैक्टर लगवाए तो कर्मचारियों ने कूड़ा उठाने नहीं दिया। ईओ ऋषिकेश चौधरी ने राय रखी कि नगर परिषद को कर्मचारी कूड़ा नहीं उठाने देंगे, पार्षद यदि व्यवस्था करते हैं तो करवाएं, इसका नगर परिषद खर्चा अदा कर देगी। जनप्रतिनिधियों का सफाई कर्मी विरोध नहीं करेंगे। इस पर प्रधान राजेंद्र खिची व उपप्रधान सविता टुटेजा ने बताया कि हड़ताल रहने तक सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए 5 ट्रैक्टर ट्रालियां लगवाई जाएंगी, जो वार्ड वाइज कूड़ा उठाएंगी। एक ट्राली पांच वार्ड कवर करेंगी। जिस पर पार्षदों ने इसे कम बताया और ट्रालियों की संख्या बढ़ाने की मांग की।
चिल्ली के काम में फिर निजी जमीन आई, खरीदेगी नगर परिषद
वार्ड 12 के पार्षद मोहन लाल ने चिल्ली झील के अधूरे काम का मुद्दा उठाया। तो इस पर अधिकारियों ने बताया कि पब्लिक हेल्थ विभाग ने 95 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है और 5 प्रतिशत काम रह गया है, वह भी इसलिए रह गया है क्योंकि रास्ते में निजी जमीन आ गई है, जिसे अब खरीद करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि बूस्टिंग स्टेशन तक जो लाइन बिछाई जा रही है, उसमें 200 फुट एरिया अब निजी आ गई है, जिसे नगर परिषद पहले खरीदेगी फिर और फिर वहां पब्लिक हेल्थ विभाग अपना कार्य पूरा करेगा तो वहां पर सौंदर्यीकरण नगर परिषद करवाएगी।
हड़ताल का मतलब व्यवस्था भंग करना नही
दीपावली का त्यौहार आने को है और नगर परिषद के सफाई कर्मचारियों की हड़ताल ने पूरे शहर की सफाई व्यवस्था का दीवाला निकाल कर रख दिया है। पूरे शहर में गंदगी के ढेर ही ढेर नजर आ रहे हैं। दुकानदार अपनी दुकानों से कचरा सड़कों पर निकाल रहे हैं, जिससे बाजारों में गंदगी फैली नजर अआ रही है। इसको लेकर लोगों में रोष पाया जा रहा है। वहीं आज नगर परिषद द्वारा गाडिय़ां भिजवाकर कुछ इलाकों से कूड़ा कचरा हटवाना चाहा तो नगर परिषद कर्मचारियों ने विरोध करते हुए रोक दिया। इस दौरान एक बार तनातनी का माहौल पैदा हो गया। बाद में मामला शांत हो गया। इसको लेकर सवाल उठ रहा है कि नगर परिषद कर्मचारी अपनी हड़ताल दीपावली पर ही क्यों रख रहे हैं, लोगों का त्यौहार क्यों खराब करने पर तुले हुए हैं। आखिर यह हड़ताल बाद में की जा सकती थी। वहीं लोग नगर परिषद द्वारा कचरा उठाने पर कर्मियों द्वारा विरोध करने को भी गलत ठहरा रहे हैं।