भूना। आखिरकार भूना में हुई बदमाशी की घटना ने एक मासूम की जिंदगी लील ली। चंदन नगर में कुछ बदमाशों द्वारा मचाए गए उपद्रव में गंभीर रूप से घायल हुए 32 वर्षीय मुकेश ने वीरवार सुबह दम तोड़ दिया है। युवक पिछले 4 दिनों से हिसार के एक निजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे। परिवार पहले ही एक मौत के शोक में डूबा हुआ था और अब मुकेश की मौत के बाद परिजनों में फिर मातम पसर गया। पूरा मोहल्ला शोक संतप्त है।
लोगों ने सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लगाए हैं। यह लाजमी भी है क्योंकि बदमाशी का यह पूरा नंगा नाच पुलिस की उपस्थिति में हुआ था। कई लोग इस घटना में घायल हुए थे। चंदन नगर निवासी मुकेश केले की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा था। उसकी पत्नी कमलेश का रो रो कर बुरा हाल हो चुका है। वहीं मृतक अपने पीछे 12 वर्षीय बेटा विशाल तथा 10 वर्षीय बेटी काकुल को छोड़ गया। विशाल सातवीं कक्षा व काकुल छठी कक्षा में पढ़ रही है।
ज्ञात रहे कि चंदननगर में रविवार रात को एक युवक द्वारा दुकानदार गरीबदास के 8 वर्षीय बेटे शिवम द्वारा बीड़ी का बंडल न देने पर अपने साथियों को बुलाकर जमकर उत्पात मचाया था। दुकानदार के घर पर ईंटें बरसाई और चाकू चलाए। चाकू लगने से दुकानदार का बड़ा बेटा मुकेश और उसका चाचा रमेश घायल हुए, जबकि कई अन्य को चोटें लगी थी। दोनों घायलों को हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने बाद में 6 नामजद कर 40 अज्ञात के खिलाफ 307, 326 का मामला दर्ज किया था। वहीं बीते दिन इसी मामले में एक महिला ने नामजद दो आरोपियों पर उससे रेप के प्रयास के आरोप जड़े थे। इस मामले में भी पुलिस ने केस दर्ज किया है।
मामूली बात पर हुई कहासुनी के बाद उपद्रवियों द्वारा मचाए गए खूनी आतंक का शिकार बेकसूर मुकेश को होना पड़ा। वही प्रत्यक्षदर्शियों ने यह भी बताया है कि घटना की सूचना मिलते ही उकलाना से डायल 112 की गाड़ी मौके पर पहुंच गई थी। लेकिन हमलावरों ने पुलिस टीम के सामने भी घरों में पथराव जारी रखा और इस पथराव के दौरान करीब 8 लोगों को गंभीर चोटें आई थी। उपरोक्त उपद्रवियों को पुलिस का भी कोई भय नहीं था जिसके चलते हुए पुलिस टीम के सामने भी घरों पर पथराव करते रहे। मोहल्लावासियों ने बताया है कि चंदन नगर में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रही । जिसके चलते पिछले दो माह में तीन बार उपद्रवी लोग अपना आंतक मच चुके हैं। उपरोक्त प्रकरण में मुख्य आरोपी काशी को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है जबकि अन्य की गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी हैं।