अलग-थलग पड़े मंंत्री के खिलाफ लगे नारे, विधायक लाए 12, लेकिन दो कर गए क्रॉस वोटिंग
फतेहाबाद। जिला परिषद के काफी समय से प्रस्तावित चेयरपर्सन और वाइस चेयरपर्सन का चुनाव आखिरकार आज बेहद ही दिलचस्प तरीके से संपन्न हो गया। भाजपा समर्थित वार्ड नं. 6 पार्षद सुमन सुभाष खिचड़ कुल 18 वोटों में से 10 वोट लेकर चेयरपर्सन चुनीं गई, जबकि जजपा की वार्ड 16 से प्रत्याशी कैलाशो देवी भी 10 वोट लेकर वाइस चेयरपर्सन चुनीं गईं। विधायक दुड़ाराम 12 पार्षदों का दावा ठोक रहे थे और काफी उत्साहित थे, लेकिन अंत में दो पार्षदों ने क्रॉस वोटिंग कर दी। इस पूरे चुनाव में पर्याप्त वोट का दावा करते आ रहे पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली अलग-थलग पड़ते नजर आए और उनके समर्थित चेयरपर्सन उम्मीदवार वार्ड 4 से सीमा रानी २ वोटों से हारीं, जबकि वाइस चेयरपर्सन के लिए वार्ड 17 से अनूप कुमार 8-8 वोट लेकर हार गए।
विधायक और मंत्री के कार्यकर्ता आमने-सामने
हालांकि विधायक दुड़ाराम, भाजपा के नेता सुभाष बराला, जजपा प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह व खुद पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली गठबंधन का दावा ठोकते नजर आए, लेकिन चुनाव में कहीं भी गठबंधन देखने को नहीं मिला। रिजल्ट आते ही पंचायत मंत्री जिला परिषद भवन से निकल गए और जाते समय भाजपा यानि कि विधायक दुड़ाराम के समर्थकों ने उनके सामने जमकर नारेबाजी की। वहीं बबली के समर्थकों ने भी जिंदाबाद के नारे लगाए। कल तक अपने पास पर्याप्त मत का दावा करने वाली जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह, जिला अध्यक्ष सुरेंद्र्र लेगा व अन्य जजपा नेता अप्रत्याशित रूप से विधायक निवास पर पहुंच गए, तभी से विधायक दुड़ाराम द्वारा किए जा रहे बहुमत के दावे पर मोहर लग गई।
सुबह भाजपा के पास पार्षद
सुबह विधायक निवास पर पार्षद भी पहुंचना शुरू हो गए। यहां पर 11 पार्षद पहुंचे और सुमन खिचड़ व कैलाशो रानी के नाम फाइनल कर लिए गए। उधर मंत्री देवेंद्र बबली भी टोहाना से फतेहाबाद पहुंच गए। 11 बजे बाद विधायक दुड़ाराम 11 मेंबर लेकर जिला परिषद भवन पहुंचे, लेकिन काफी देर पहले फतेहाबाद आए मंत्री जिला परिषद भवन नहीं पहुंचे तो भाजपा के बहुमत के दावे को और बल मिल गया। हालांकि बबली के भाई विनोद बबली 6 पार्षद लेकर पहुंचे, जिनमें मंत्री समर्थित प्रत्याशी भी शामिल थे। अंदर पहले से मौजूद विधायक दुड़ाराम दावा करते रहे कि 11 पार्षद यहां ले आए हैं और एक पार्षद आने वाले हैं, हुआ भी ऐसा ही। फिर वोटिंग शुरू हुई। वोटिंग संपन्न होने के बाद उपाध्यक्ष के लिए वोटिंग शुरू हो गई।
मंत्री देवेंद्र बबली की एंट्री पर चर्चाएं बदलीं
उपाध्यक्ष की वोटिंग के दौरान ऐन मौके पर पंचायत मंत्री देवेंद्र ङ्क्षसह बबली हंसते हुए एंट्री करते हैं, जिससे क्रॉस वोटिंग की चर्चाएं शुरू हो गई। मंत्री के पास 6 मत थे, लेकिन चर्चाएं शुरू हो गई कि मामला अब फंस सकता है। मंत्री अंदर गए और करीब आधे घंटे बाद बाहर आए। बाहर आकर उन्होंने बताया कि भाजपा समर्थित उम्मीदवार सुमन खीचड़ 10 वोट लेकर चेयरपर्सन और कैलाशो देवी 10 वोट लेकर वाइस चेयरपर्सन चुनी जा चुकी हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि गठबंधन के प्रत्याशी चुनाव जीते हैं, लेकिन सर्वसम्मति न होने पर उन्होंने कहा कि जिन्होंने चुनाव लड़ा, चुनाव लडऩा उनका संवैधानिक अधिकार है।
मंत्री के सामने नारे
इसके बाद मंत्री यहां से निकलने लगे तो बाहर खड़े भाजपा के समर्थकों के मंत्री की गाड़ी को घेरकर नारेबाजी शुरू कर दी और भाजपा जिंदाबाद के नारे लगाए। इसके बाद विधायक दुड़ाराम, सुभाष बराला, निशान सिंह, सुरेंद्र लेगा व सभी भाजपा जजपा नेता विजयी सुमन व कैलाशो देवी के साथ बाहर निकले, जहां फूल मालाओं के साथ उनका स्वागत किया गया। सभी नेताओं ने बधाई दी और सभी ने इस जीत को गठबंधन की जीत बताया।
यह थे समीकरण
आपको बता दें कि फतेहाबाद जिला परिषद के 18 सदस्य हैं, बहुमत के लिए 10 की जरूरत थी। इस चुनाव को लेकर भाजपा और जजपा में काफी समय से खींचतान जारी थी। भाजपा के विधायक दुड़ाराम और जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा हर बार बहुमत का दावा कर रहे थे, जबकि पंचायत मंत्री भी 10 मेंबर लेकर चल रहे थे, एक समय में उनके पास भी 10 मेंबर थे, लेकिन उन्हें जिला परिषद के चुनाव की डेट नहीं मिल रही थी और जब डेट आई तो बहुमत उनके हाथ से खिसक गया। इस चुनाव में एक बार फिर विधायक दुड़ाराम ने खुद को राजनीति का मंजा हुआ खिलाड़ी साबित कर दिया। उन्होंने अपने हलके के फतेहाबाद और भट्टू खंड में ब्लाक समिति चेयरपर्सन सर्वसम्मति से बनवा दिए हैं।