भूना/कुलदीप। बेखौफ बदमाशों की बदमाशी का शिकार हुए मुकेश के मामले में लोगों का बढ़ता गुस्सा आखिरकार दोपहर दो बजे शांत होता दिखा। प्रशासन के साथ आज दोपहर हुई तीसरे दौर की मीटिंग सकारात्मक रही। डेरा कैंटीन पर हुई मीटिंग में पीडि़त पक्ष की कमेटी के अलावा विधायक दुड़ाराम, डीसी जगदीश चंद्र, एसपी आस्था मोदी, इनेलो नेता बलविंद्र कैरों, एसडीएम राजेश कुमार व डीएसपी जुगल किशोर सहित कई मौजिज लोग उपस्थित रहे। मीटिंग में परिजनों की कई उचित मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया गया, जिस पर कमेटी मान गई और इसके तुरंत बाद टेंट उखाड़कर रोड जाम खोल दिया गया। वहीं शव को संस्कार के लिए ले जाने की तैयारियां की जा रही हैं।
इससे पहले पूरे भूना के बाजार आज दूसरे दिन भी बंद रहे, आसपास के कई रास्तों को जाम कर दिया गया। पूर्व विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया, जजपा नेता डॉ.विरेंद्र सिवाच भी आज धरने पर पहुंचे। प्रदर्शनकारियों ने सुबह विधायक को नाराजगी प्रकट करते हुए कहा था कि वे दोपहर तक उनके बीच नहीं पहुंचे तो भूना उनका बहिष्कार करेगा, जिसके बाद विधायक वहां पहुंच गए। विधायक ने बताया कि सभी उचित मांगें पूरी करवाई जाएंगी, गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। परिवार गरीब है, इसलिए सरकार की तरफ से हर संभव सहायता करवाई जाएगी। वहीं जानकारी सामने आ रही है कि आम्र्स लाइसेंस, सहायता राशि, नौकरी की मांग पर सहमति बनी है और अभी तक इस मामले में 10 आरोपी पकड़े जा चुके हैं। आपको बता दें कि बीते दिन भी दो दफा प्रशासन व कमेटी में मीटिंग हुई थी, जिसमें कोई निष्कर्म नहीं निकला था। आखिरकार आज घायल की मौत के दो दिन बाद पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार होगा।
आपको बता दें कि चंदननगर में रविवार को हुई हिंसक घटना में घायल मुकेश कुमार ने बीते दिन हिसार के निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया था। वीरवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंपा गया, जिसका संस्कार नहीं करवाया गया बल्कि शव को कुम्हार धर्मशाला में ले गए और आज रोड जाम करने की चेतावनी दी थी। शुक्रवार सुबह होते ही लोग शव लेकर पुराना बस स्टैंड के पास पहुंचे और सिरसा-चंडीगढ़ हाईवे जाम कर दिया था, जो आज भी जारी है।
ज्ञात रहे कि चंदननगर में रविवार रात को एक युवक द्वारा दुकानदार गरीबदास के 8 वर्षीय बेटे शिवम द्वारा बीड़ी का बंडल न देने पर अपने साथियों को बुलाकर जमकर उत्पात मचाया था। दुकानदार के घर पर ईंटें बरसाई और चाकू चलाए। चाकू लगने से दुकानदार का बड़ा बेटा मुकेश और उसका चाचा रमेश घायल हुए, जबकि कई अन्य को चोटें लगी थी। दोनों घायलों को हिसार के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने बाद में 6 नामजद कर 40 अज्ञात के खिलाफ 307, 326 का मामला दर्ज किया था।