फतेहाबाद। जिले में लगातार पराली जलाने की घटनाएं सामने आने पर जिला प्रशासन द्वारा इसकी गाज ग्राम सचिवों पर गिराई जा रही है और लगातार ग्राम सचिवों को नोटिस जारी हो रहे हैं। अब तक आधा दर्जन ग्राम सचिवों को चार्जशीट भी कर दिया गया है। इसके विरोध में अब ग्राम सचिव आग बबूला हो गए हैं और इन नोटिसों व चार्जशीट की कार्रवाई को वापस लेने की मांग की है। ग्राम सचिवों ने 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा कि यदि उनकी मांग नहीं मानी जाती तो पंचायत चुनाव संबंधी सारे कार्य रोक देंगे। साथ ही उन्होंने कृषि विभाग से संबंधित कोई भी कार्य आगे से न करने की भी चेतावनी दी है। आज ग्राम सचिवों का एक प्रतिनिधिमंडल डीडीपीओ से मिला और आरोप लगाए कि कृषि विभाग पराली मामले में उपायुक्त को गुमराह कर रहा है।
ग्राम सचिव वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र कुँडू ने बतााया कि जिले में लगभग पौने 300 ग्राम पंचायतों का कार्यभार मात्र 49 ग्राम सचिवों के पास है। एक-एक ग्राम सचिव के पास 5-6 ग्राम पंचायतें आती हैं। इसके ऊपर से पराली का कार्यभार भी ग्राम सचिवों को सौंप दिया और पंचायत चुनाव का कार्य भी चल रहा है। ग्राम सचिव 24-24 घंटे काम करने को मजबूर हैं। फिर भी पराली मामले में ग्राम सचिवों को हताश किया जा रहा है। कई ग्राम सचिवों को नोटिस जारी किए हैं, जबकि 4-5 ग्राम सचिवों को सेक्शन 8 के तहत चार्जशीट किया गया है।
उन्होंने कहा कि पराली को लेकर टीमें बनाई गई हैं और ग्राम सचिव हर संभव मदद कर रहे हैं, लेकिन ग्राम सचिवों के कार्य में दूसरे विभागों की कोई मदद नहीं होती। पराली का जिम्मा कृषि विभाग का है और विभाग के अधिकारी डीसी को गुमराह कर रहे हंै। उन्होंने बताया कि प्रशासन को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया है कि यदि ये नोटिस और कार्रवाई वापस नहीं होती तो चुनाव से संबंधित कार्य बंद कर दिया जाएगा। भविष्य में कृषि विभाग से संबंधित कोई भीा कार्य ग्राम सचिव नहीं करेंगे।