बोले : इक्का-दुक्का लोग व्यक्तिगत फायदे के लिए कर रहे विरोध, जनता का पैसा जेबों में डालने नहीं देंगे
फतेहाबाद। ई-टेंडरिंग मुद्दे को लेकर सरपंचों का विरोध झेल रहे पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली ने विरोध करवाने वाले लोगों को चला हुआ कारतूस बताया है। उन्होंने कहा कि कुछ राजनीतिक चले हुए कारतूस ऐसा कर रहे हैं, जो भोले-भाले सरपंचों को गुमराह कर रहे हैं। देवेंद्र बबली आज फतेहाबाद में 7 नवनिर्मित पशु अस्पतालों के उद्घाटन के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उदघाटन अवसर पर सांसद सुनीता दुग्गल, विधायक दुड़ाराम भी मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि सरकार 0 टोलरेंस की नीति पर काम कर रही है, कुछ लोगों को यह हजम नहीं हो रहा, यदि चुने प्रतिनिधि इसका विरोध करते हैं तो यह सरकार की भ्रष्टाचार मुक्त नीति का विरोध माना जाए। उन्होंने कहा कि इक्का-दुक्का लोग हैं जो व्यक्तिगत फायदे के लिए विरोध करने पर उतारू हैं। सरकार चाहती है कि जितना पैसा आता है, उतना ही कामों पर लगे। यदि किसी भाई को तकलीफ हो तो वह जान ले कि यह जनता का पैसा है, अपनी जेब में डालने के लिए नहीं है। विरोध कर रहे सरपंचों को उन्होंने कहा कि आप चुने प्रतिनिधि हो, जनता आपसे उम्मीद करती है, आप उस पर खतरा उतरें।
नाढ़ोडी सरपंच को राइट टू रिकॉल की चेतावनी देने के बाद सरपंचों द्वारा मधुर मिलन समारोह के विरोध की बात कहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राइट टू रिकॉल सरकार का कानून है, सरकार ने जनता को अधिकार दिया है कि यदि सरपंच काम न करे तो वे उसे हटा दें, पिछले प्लान में काफी सरपंचों पर करोड़ों के गबन के आरोप लगे थे, अब जनता ऐसों को नकार सकती है, साथ ही ई-टेंडरिंग से सरपंच सेफ हो जाते हैं। इसका विरोध क्यों है, बल्कि वे पहले मंत्री हैं, जिन्होंने हर जिले में जाकर सरपंचों के साथ चाय पी और उनसे बात की है, विरोध वही कर रहे हैं, जिनका व्यक्तिगत फायदा है। टोहाना में 100 गांव हैं, सभी स्वागत कर रहे हैं, कुछ चले हुए राजनीतिक कारतूस हैं, जो अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं।
बबली ने केहा कि हम जनता की सोच और पसंद अनुसार काम कर रहे हैं, उन्होंने कहा कि कुछ लोग पंचायतों के काम को रुकवा रहे हैं और पर्सेंटेज तय करना चाहते हैं और धमकी दे रहे हैं कि पैसा दो, नहीं तो काम रुकवाएंगे, इस तरह का दबाव और हरकतें करेंगे और उन्हें रोकने पर वे इसे बर्दाश्त न कर विरोध का रूप दे रहे हैं।
सरकार के फैसले पर मंत्री बबली का विरोध क्यों, इस सवाल पर उन्होंने काह कि वे इमानदार हैं, अपने दायित्व का निर्वहन कर रहे हैं, वे अपनी सीट पर जब तक हैं, तब तक इमानदारी से काम होगा और विरोध करने वाले सुनलें, वे 2031 तक इस सीट पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि जनता प्रगति चाहती है, वे विरोध करने वाले भाइयों को बुलाकर फोन करके कहेंगे कि जनता के लिए काम करें, पैसें सरकार से मांगे, सरकार ऐसों पर शिकंजा कसती है तो तिलमिलाहट होती है। इस अवसर पर सांसद सुनीता दुग्गल और विधायक दुड़ाराम, डीसी जगदीश शर्मा सहित तमाम अधिकारी व नेतागण भी मौजूद रहे।