Weather Alert 2024 : दिल्ली में लगातार पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के बाद भी इस माह सामान्य से 51 प्रतिशत कम बारिश
Weather Alert 2024 : मैदानी क्षेत्रों में अबके साल मौसम कहीं बूंदाबांदी का है, तो कहीं गर्मी का है। ऐसे में दिल्ली में चार साल बाद अप्रैल में लगातार पश्चिमी विक्षोप की सक्रियता देखने को मिल रही है, पर रिकार्ड पर नजर डालें तो इस माह अब तक सामान्य से 51 प्रतिशत कम बरसात हुई है। इस माह में अब तक 6 दिनों में बूंदाबांदी या हल्की बरसात हो चुकी है। इसी प्रकार भी 5 वर्ष पहले 2019 में 6 दिन बूंदाबांदी हुई थी।
दिल्ली में इस बार कितना तापमान पहुंचा है ?
दरअसल, दिल्ली में आमतौर पर अप्रैल की शुरूआत आरामदायक मौसम (Weather Alert 2024) के साथ होती है, पर अबकी बार तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया हैं। जबकि, पश्चिमी विक्षोप की सक्रियता और चक्रवाती परिसंरचण के चलते नियमित अंतराल पर बूंदाबांदी और तेज हवाओं का क्रम चलता रहा है। ऐसे में दिल्ली के लोगों को गर्मी से राहत मिलती रही है। हालांकि, 28 अप्रैल तक आमतौर पर दिल्ली में 15.2 मिलीमीटर बरसात होती है, पर अभी तक केवल 7.3 मिलीमीटर ही हुई है। अगले दिन भी दिल्ली में तेज हवाओं का समय रहेगा।
वहीं दिल्ली में इतवार की सुबह तेज धूप रही, पर सांय के समय हल्के बादलों (Weather Alert 2024) की आवाजाही देखने को मिली। जबकि, सफदरगंज में दिन का अधिकतम पारा 38.2 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं न्यूनतम पारा 23.5 डिग्री सेल्सियस रहा है।
जहरीली हवा से लोगों में बढ़ी परेशानी
दिल्ली के नजदीक लगता हरियाणा का औधोगिक शहर गुरूग्राम में मौसम (Weather Alert 2024) में 3 दिन से लगातार उतार-चढ़ाव चल रहा है। यहां दो दिन पहले हुई बूंदाबांदी के बार इतवार को एक बार फिर शहर का प्रदूषण स्तर बढ़ने लगा है। इस प्रकार गर्मी के मौसम के बीच प्रदूषण स्तर बढ़ने से लोगों को सांस लेने से संबधित बिमारियों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि शुक्रवार की सांय में हुई बरसात के बाद एक बार के लिए शहर का प्रदूषण धूल गया था। पर इतवार को शहर का प्रदूषण स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है।
गुरूग्राम में शुक्रवार को मौसम (Weather Alert 2024) का सबसे गर्म दिन रहा है, पर शाम को बूंदाबांदी से लोगों को गर्मी से राहत मिलने के साथ ही प्रदूषण से भी बहुत राहत मिली है। बूंदाबांदी के बाद शहर का एसक्यूआई 150 के आसपास पहुंचा है, पर 2 दिन से ना तो बरसात हो रही है एंव ना ही लोगों को गर्मी से राहत मिल रही है। ऐसे में यहीं वजह है कि बूंदाबांदी के बाद प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी दर्ज की है।