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Dead body of teenager who drowned in canal recovered, had gone to take bath with elder brother! The strong flow of water took my life

Haryana News : नहर में डूबे किशोर का शव बरामद, बड़े भाई के साथ गया था नहाने! पानी के तेज बहाव ने ली जान

Haryana News : झज्जर में 7 अप्रैल को नहर में डूबे किशोर का शव अकेहड़ी मदनपुर स्थित पंप हाऊस से बरामद किया गया है। मृतक की पहचान रोहतक की न्यू जनता कॉलोनी निवासी लगभग 12 वर्षीय अनिकेत पुत्र मोनू के रूप में हुई है।

 

 

 

कैसे डूबे किशोर ?

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, 7 अप्रैल को अनिकेत अपने बड़े भाई हिमांशु और अन्य दोस्तों के साथ रोहतक (Haryana News ) से गुजरने वाली नहर में नहाने के लिए गया था। इस दौरान जब हिमांशु नहर के तेज बहाव में डूबने लगा, तो अनिकेत भी उसे बचाने के लिए नहर में उतर गया।

इस हादसे में दोनों भाई नहर में डूब गए थे। बाद में रोहतक पुलिस (Haryana News ) द्वारा सर्च अभियान चलाकर चार दिन बाद 11 अप्रैल को हिमांशु के शव को बरामद कर लिया था, जबकि अनिकेत की तलाश की जारी थी। अब जाकर अनिकेत का शव बुधवार की देर शाम अकेहड़ी मदनपुर पंप हाऊस से मिला।

 

 

किशोरों के डूबने पर परिजनों और पुलिस ने क्या कहा ?

इस मामले के जांच अधिकारी जोगेंद्र ने बताया कि, क्षेत्र के अकेहड़ी मदनपुर पंप हाऊस से एक किशोर का शव मिला था। इसकी सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पानी से बाहर निकाल कर, पोस्टमार्टम के लिए स्थानीय नागरिक अस्पताल (Haryana News ) में भेज दिया गाया।

मौके पर परिजनों के पहुंचने पर, मृतक के पिता मोनू के बयान के आधार पर पुलिस द्वारा इत्तफाकिया कार्रवाई अमल में लाई गई है। वहीं, पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है।

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These 7 districts of Haryana will not get the benefit of PM Crop Insurance Scheme this time, farmers should know the reason.

Haryana Agriculture news : हरियाणा के इन 7 जिलों में इस बार नहीं मिलेगा पीएम फसल बीमा योजना का लाभ, किसान जान लें वजह

Haryana Agriculture news : प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना प्राकृतिक आपदा के कारण किसानों को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए है। लेकिन समय के साथ अब ऐसा लगने लगा है कि जिस उद्देश्य से योजना शुरू की गई थी, वह पूरा नहीं हो पा रही है। किसानों को आपदा से निकालने वाली योजना, अब खुद आपदा में फंसती नजर आ रही है।

मिली जानकारी के मुताबिक करनाल समेत सात जिलों (Haryana Agriculture news ) के किसानों को फसल बीमा योजना का लाभ नहीं मिल पाएगा। इन जिलों को इस बार किसी बीमा कंपनी को काम नहीं मिला है। योजना की शुरुआत साल 2016 से की गई थी। योजना के तहत पिछले साल करनाल के 79 किसानों को फसल बर्बादी पर 6 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया था।

 

 

बारिश और ओलावृष्टि से खराब हुई फसल

हालांकि, अभी हरियाणा में बारिश और ओलावृष्टि हुई थी, लेकिन इस बार करनाल (Haryana Agriculture news ) में फसल बीमा योजना लागू नहीं की गई। बड़ा सवाल यह है कि, किसान अपनी फसल का बीमा कैसे कराएं ? सरकार की इस लापरवाही की वजह से बदलते मौसम के कारण किसानों को आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है।

इस योजना के तहत अब तक करनाल के किसानों को कुल 84.23 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया जा चुका है। पिछले साल करनाल के कुल 79 किसानों को फसल बर्बादी के मुआवजे के तौर पर 6 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया था। हाल ही में भी हरियाणा (Haryana Agriculture news ) में बारिश और ओलावृष्टि हुई थी, लेकिन इस बार करनाल में फसल बीमा योजना लागू नहीं की गई।

बड़ा सवाल यह है कि, किसान अपनी फसल का बीमा कैसे कराएं ? सरकार की इस लापरवाही की वजह से बदलते मौसम के कारण किसानों को आपदाओं का सामना करना पड़ रहा है।

 

 

 

इन जिलों में नहीं आई कंपनी

इस बार राज्य के करनाल, अंबाला, सोनीपत, हिसार, जींद, महेंद्रगढ़ और गुरुग्राम को फसल बीमा योजना के लिए कोई बीमा कंपनी नहीं मिली है। फसल के नुकसान की भरपाई के लिए किसानों से बीमा के लिए फसल की लागत का डेढ़ प्रतिशत प्रीमियम लिया जाता है।

 

 

 

12 हजार एकड़ फसल हुई प्रभावित

हाल ही में करनाल (Haryana Agriculture news ) समेत कई जिलों में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। 12 हजार एकड़ में गेहूं और सरसों की फसल प्रभावित हुई। कृषि विभाग द्वारा प्रभावित फसलों का आकलन किया गया। हालांकि प्रभावित फसलों का मुआवजा फसल बीमा योजना के तहत नहीं मिलेगा।

 

 

 

सरकार (Haryana Agriculture news ) को फसलों का बीमा कराना चाहिए

किसानों का कहना है कि, निजी कंपनी के माध्यम से फसलों का बीमा किया जा रहा है। निजी कंपनी पूरे गांव को एक इकाई बनाती है और किसानों की फसलों का बीमा होता है। पूरे गांव में आपदा से 70 प्रतिशत तक फसल बर्बाद होने पर मुआवजा दिया जाता है।

किसानों का कहना है कि, लोगों की पूरी फसल बर्बाद हो जाती है। सरकार को पूरे गांव का आकलन करने के बजाय खुद ही फसलों का बीमा कर प्रत्येक किसान के नुकसान की भरपाई करनी चाहिए।

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Haryana Education Board implemented new pattern of evaluation marks for 10th and 12th students, these students will face difficulties in examinations.

HBSE Notice : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 10 वीं और 12 वीं के विधार्थियों के लिए मूल्यांकन अंकों का नया पैटर्न लागू किया, इन विधार्थियों को होगी परीक्षाओं में मुश्किलें

HBSE Notice : बोर्ड विशेषज्ञ की राय और सुझाव के बाद नए स्तर से 12वीं कक्षा तक प्रश्न पत्रों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी चल रही है। आंतरिक मूल्यांकन को जैसे बोर्ड नहीं नहीं पास फार्मूला में जरूरी बनाया है। वैसे ही अब इसके प्रारूप को भी बदला जा रहा है पहले जहां स्कूल संचालक, गेस्ट शिक्षक विद्यार्थियों को बिना मेहनत के अंक दे देते थे, अब वह नहीं होगा।

आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंकों में से अच्छे अंक लाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना होगा। इसके अतिरिक्त 10वीं और 12 वीं कक्षा (HBSE Notice) में साइंस विषय के प्रैक्टिकल के अलग से 20 अंक करने की बजाय, थ्योरी की परीक्षा ही 80 करने पर विचार चल रहा है।

 

 

 

80 प्रतिशत से कम उपस्थिति पर नहीं मिलेंगे 5 अंक

आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंकों के लिए दो टेस्ट की परीक्षाएं ली जाएगी, जिनमें चार अंक होंगे प्री बोर्ड (HBSE Notice) एग्जाम के लिए जाएंगे क्लास का प्रोजेक्ट वर्क होगा। इसके कक्षा में उपस्थित होने के पांच अंक अगर विद्यार्थी की उपस्थिति 95 से 100% के बीच है, तो 5 अंक मिलेंगे। वहीं 90 से 95% उपस्थित पर चार अंक मिलेंगे। वहीं 80% से कम उपस्थित होने पर कोई अंक नहीं दिया जाएगा।

 

हरियाणा शिक्षा बोर्ड (HBSE Notice) ने विचार करते हुए प्रतिस्पर्धा प्रश्नों पर फोकस किया है । पहले 30% प्रतिस्पर्धा प्रश्न पूछे जाते थे, इस बार इनकी संख्या 40 से 50 कर दी गई है।

 

बोर्ड (HBSE Notice) ने प्रश्न पत्र बैंक भी तैयार किया है, इसमें 10वीं 12वीं के तीन-चार मॉडल प्रश्न पत्र डाले गए हैं। जो विद्यार्थियों को काफी सहायता करेगा, इनकी रिवीजन से जहां विद्यार्थियों को परीक्षा का पैटर्न अच्छे समझ में आ जाएगा। ऐसे में 80 से 90% सिलेबस पूरा हो जाएगा।

 

 

 

बोर्ड ने नया आंतरिक मूल्यांकन अंकों का नया पैटर्न लागू किया

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Notice) ने एक तरफ जहां पास फार्मूला में आंतरिक अंकों को जोड़कर, 33% अंक लाने वाले को ट्रेन करने का फार्मूला अपनाकर परीक्षार्थियों को बड़ी राहत दी है। वही आंतरिक मूल्यांकन में अब ज्यादा अंक लेना परीक्षार्थियों के लिए चुनौती होने वाला है। आंतरिक मूल्यांकन अंकों के लिए बोर्ड ने नया पैटर्न लागू कर दिया हैं।

इसके तहत सभी विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन में अच्छे अंक लेने के लिए नए सिरप प्रोजेक्ट बनाने होंगे। बल्कि क्लासरूम के गतिविधियों में भी अधिक से अधिक भाग लेना होगा।

इसके अलावा हर 6 महीने में होने वाली पेपर टेस्ट की अंको को भी जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों की क्षमता मापन पर फोकस रखते हुए प्रतिस्पर्धा प्रश्न ज्यादा पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र में इनकी संख्या 30 से बढ़कर 50 करती जाएगी।

HBSE Notice : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 10 वीं और 12 वीं के विधार्थियों के लिए मूल्यांकन अंकों का नया पैटर्न लागू किया, इन विधार्थियों को होगी परीक्षाओं में मुश्किलें Read More »

Devendra Babli preparing to shock JJP, what is the meaning of the post on X account?

Haryana Politics : JJP को झटका देने की तैयारी में देवेंद्र बबली, X अकाउंट पर पोस्ट के मायने आखिर क्या ?

Haryana Politics : हरियाणा में लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचलें तेज हो गई है। ऐसे में कई नेता अब तक कई पार्टियों को अलविदा कह चुके हैं। टिकट नहीं मिलने के संशय को लेकर दिग्गज नेता भी पार्टियों का दामन छोड़ अन्य दूसरी राजनीतिक पार्टियों में शामिल होने का मन बनाते नजर आ रहे हैं।

 

 

वहीं पूर्व मंत्री एवं टोहाना से JJP विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने प्लैटफॉर्म X पर लिखा है कि बेड़ियों से आज़ाद होने का रास्ता साफ हो गया है। अब देवेंद्र बबली की इन पंक्तियों का राजनीतिक (Haryana Politics) विशेषज्ञों से भावार्थ समझने की कोशिश करेंगे तो पाएंगे कि ये बेड़ियां जजपा की हैं।

जिसमें वो पिछले 5 वर्षों से बंधे हुए हैं। लेकिन अब विधानसभा चुनावों (Haryana Politics) से ठीक पहले वो इन बेड़ियों को तोड़कर ना सिर्फ जजपा से मुक्ति पाना चाह रहे हैं। बल्कि आने वाले वक्त में उल्टा जजपा के लिए ही चुनौती बनने के लिए भी तैयार है। हालांकि ये सिर्फ कयास हैं। अब अपनी पोस्ट के बारे में ज्यादा जानकारी तो टोहाना से विधायक देवेंद्र सिंह बबली ही दे सकते हैं।

 

 

 

बता दें कि 2019 हरियाणा विधानसभा चुनावों (Haryana Politics) से पहले देवेंद्र बबली ने खफा होकर कांग्रेस का दामन छोड़ दिया और दुष्यंत चौटाला की उस वक्त की नई नवेली पार्टी से टोहाना का टिकट भी हासिल कर लिया और बीजेपी के दिग्गज नेता सुभाष बराला को चुनावों में पटकनी भी दी।

 

लेकिन पिछले कुछ वक्त से देवेंद्र बबली का रुझान भाजपा की तरफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। अब देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या देवेंद्र बबली बेड़ियों से मुक्ति पाने के बाद कमल थामते हुए नजर आते हैं या नहीं। आपको क्या लगता है कि पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली (Haryana Politics) क्या करेंगे कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं।

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For the first time in Haryana, cards like marriage will be given to voters: will be distributed among 50 lakh houses; Will remind you to cast your vote, 70 percent votes were cast in 2019

Haryana Lok-Sabha Election : हरियाणा में पहली बार वोटरों को शादी जैसा कार्ड : 50 लाख घरों में बंटेगा ; वोट डालने की दिलाएगा याद, 2019 में 70 प्रतिशत पड़े थे मतदान

Haryana Lok-Sabha Election : हरियाणा में पहली बार वोटरों को चुनाव आयोग शादी जैसा स्नेह निमंत्रण मिलेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (ष्टश्र्वO) की ओर से यह निमंत्रण सूबे के 50 लाख घरों में बांटा जाएगा। यह निमंत्रण पत्र लोगों को वोट डालने की याद दिलाएगा। सबसे अहम बात यह है कि इन्विटेशन (Haryana Lok-Sabha Election) पर जो भी वोटर वोट डालने के लिए जाएगा उसका पोलिंग बूथ में पोलिंग अधिकारी स्वागत भी करेंगे।

हर घर में इन विशेष निमंत्रण पत्र को बांटने की जिम्मेदारी बूथ लेवल अधिकारी (B.O) की होगी, जो घर-घर जाएंगे और उनसे 25 मई को पोलिंग बूथ पर पहुंचने की अपील करेंगे।

 

 

राष्ट्रीय औसत से अच्छा है वोटिंग प्रतिशत

आयोग (Haryana Lok-Sabha Election) के अधिकारियों का कहना है कि, हरियाणा का मतदान प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से ज्यादा ही रहता है। पिछली बार यानी 2019 में हरियाणा में 70 त्‍‌न वोटिंग हुआ था। इस बार इस मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने 5 प्रतिशत बढ़ा दिया है, इस बार लक्ष्य को 75 फीसदी तक लेकर जाना है। आयोग यह जानता है कि यह लक्ष्य तभी संभव हाे पाएगा, जब लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो।

 

 

 

यहां पढ़िए स्नेह निमंत्रण पत्र

आयोग के निमंत्रण पत्र की भाषा शादी के कार्ड जैसी रखी गई है। इसमें वोटर को है, प्रिय मतदाता लिया गया है, भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा निर्धारित कार्यक्रम अनुसार लोकसभा चुनाव (Haryana Lok-Sabha Election) के मंगल उत्सव की पावन बेला पर मतदान करने हेतु आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम स्थल आपका आपका मतदान केंद्र।

 

स्वागतकर्ता : बूथ लेवल अधिकारी। निवेदक : जिला निर्वाचन अधिकारी। दर्शनाभिलाषी : पीठासीन अधिकारी एवं समस्त मतदान दल सदस्य। कार्ड के पीछे मतदाता मार्गदर्शिका का पूरा ब्योरा है।

 

 

 

हरियाणा में 1 करोड़ 99 लाख वोटर

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में नये मतदाताओं के पंजीकरण की अंतिम तिथि 26 अप्रैल है, इसलिए यदि अभी भी किसी पात्र नागरिक ने अपना वोटर कार्ड नहीं बनवाया है, तो वे तुरंत बनवा लें। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 99 लाख 81 हजार 982 है। इनमें 1 करोड़ 6 लाख 4 हजार 276 पुरुष तथा 93 लाख 77 हजार 244 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा, 462 ट्रांसजेंडर मतदाता भी पंजीकृत हैं।

Haryana Lok-Sabha Election : हरियाणा में पहली बार वोटरों को शादी जैसा कार्ड : 50 लाख घरों में बंटेगा ; वोट डालने की दिलाएगा याद, 2019 में 70 प्रतिशत पड़े थे मतदान Read More »

A woman fell in love with deepfake i.e. fake Elon Musk, the scammer defrauded the woman of Rs 41 lakh

Deep-fake Elon Musk Love : डीपफेक यानी नकली एलन मस्क से एक महिला प्यार कर बैठी, स्कैमर ने महिला को 41 लाख रुपये का लगाया चूना 

Deep-fake Elon Musk Love : आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई टेक्नोलॉजी जब से दुनिया में आई है, तब से डीपफेक का इस्तेमाल भी काफी ज्यादा होने लगा है, जिसका नुकसान दुनियाभर के यूज़र्स को हो रहा है।  हैकर्स डीपफेक का इस्तेमाल करके अलग-अलग तरीकों से यूज़र्स को धोखा दे रहे हैं।

एक नया मामला साउथ कोरिया से सामने आया है, जहां एक महिला एलन मस्क के डीपफेक यानी नकली एलन मस्क (Deep-fake Elon Musk Love) से प्यार कर बैठी, जिसके चलते उन्हें 50,000 डॉलर यानी करीब 41 लाख रुपये का चूना लग गया। आइए हम आपको इस ख़बर के बारे में विस्तार से बताते हैं।

 

नकली एलन मस्क (Elon Musk) से प्यार करना पड़ा महंगा

दरअसल, इंडिपेंडेंट यूके ने स्ठानीय मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से इस ख़बर के बारे में जानकारी देते हुए बताया है कि, साउथ कोरिया की इस महिला का नाम जियोंग जी-सुन है। रिपोर्ट के मुताबिक साउथ कोरिया की इस महिला ने बताया कि उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक इंसान से बात की तो उन्हें ऐसा लगा कि, उनका सपना सच हो गया।

महिला ने बताया कि उन्हें लगा था कि, वो इंस्टाग्राम पर एलन मस्क (Deep-fake Elon Musk Love) से बात कर रही है, लेकिन असल में वो एलन मस्क का एक डीपफेक वीडियो था, जो ऑनलाइन रोमांस स्कैम करने वाले स्कैमर्स ने आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके बनाया था।

 

टेस्ला (Tesla)और स्पेक्सएक्स (Spex-X) की बातें बताई

जियोंग जी-सुन ने साउथ कोरिया के ब्रॉडकास्टर को अपनी कहानी बताते हुए जानकारी दी कि, 17 जुलाई 2023 नकली मस्क ने मुझे अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर फ्रेंड के तौर पर एड किया। मैं एलन मस्क की बायोग्राफी पढ़ने के बाद से उनकी बहुत बड़ी फैन बन गई हूं ।

लेकिन इंस्टाग्राम पर एड करने के बाद मुझे पहले शक हुआ, लेकिन उसके बाद नकली मस्क (Deep-fake Elon Musk Love) ने मुझे अपना आईडी कार्ड भेजा। ऑफिस की पिक्चर्स शेयर की, वो लगातार ऑफिस की बातें बताने लगे और ऑफिस की पिक्चर्स शेयर करने लगे, अपने बच्चों की बातें बताने लगे। टेस्ला से जुड़ी बातें, बच्चों के साथ स्पेसएक्स जाने की बातें आदि बताने लगे।

 

वीडियो कॉल में दिखा एकदम असली दिखने वाला एलन मस्क

जियोंग जी-सुन ने आगे बताया कि, उन्हें पूरा यकीन तब हुआ जब नकली एलन मस्क (Deep-fake Elon Musk Love) का वीडियो कॉल आया। वो दिखने में बिल्कुल असली एलन मस्क जैसा ही लग रहा था. उसके बाद उसने मुझे प्रपोज किया और फिर बातें होने लगी। स्कैमर ने महिला के मन में असली एलन मस्क (Elon Musk)  होने का विश्वास जगाया और उसके कुछ दिनों के बाद महिला से अपना पैसा निवेश करने का कहा ताकि वो एलन मस्क की तरह अमीर बन सके।

 

स्कैमर ने निवेश करने के लिए महिला को एक कोरियाई बैंक अकाउंट डिटेल्स भेजी. नकली मस्क ने महिला को कहा कि ये अकाउंट उसकी कंपनी के एक कोरियाई कर्मचारी का है, जिसमें 70 मिलियन कोरियन वोन (करीब 50,000 डॉलर और 41 लाख रुपये) निवेश करना है। नकली मस्क (Deep-fake Elon Musk Love) ने महिला को बताया कि, वो उसे इन पैसों से अमीर बना देगा।

 

चीन में नकली एलन मस्क

आपको बता दें कि नकली एलन मस्क (Deep-fake Elon Musk Love) का यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले 2022 में चीन का एक आदमी भी नकली मस्क बनकर टिकटॉक पर वीडियो पोस्ट करता था। उसके बारे में मस्क ने कहा था कि अगर वो सच में कोई इंसान है तो वो खुद उनसे मिलना चाहेंगे, लेकिन आजकल डीपफेक के जमाने पर यह कहना मुश्किल है कि क्या असली है और क्या नकली.

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Cotton sowing work has started, farmers are getting disillusioned every year due to the outbreak of pink bollworm, Agriculture Department gave this advice

Haryana Agriculture news : कपास की बिजाई का काम शुरू, हर साल गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण हो रहा किसानों का मोह भंग, कृषि विभाग ने दी ये सलाह

Haryana Agriculture news : कपास की बिजाई 15 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। जिले में पिछले कुछ साल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण कपास की फसल का रकबा लगातार घट रहा है। जिसके चलते धान का रकबा बढ़ रहा है, जिससे भूमिगत जल का भी दोहन बढ़ रहा है। सरकार और कृषि विभाग भूमिगत जल (Haryana Agriculture news) के दोहन को रोकने के लिए धान की बजाय कम सिंचाई में तैयार होने वाली फसलों पर जोर दे रहे हैं।

 

 

 

कपास की फसल में गुलाबी सुंडी और सफेद मक्खी के प्रकोप

कपास खरीफ की मुख्य फसल है। जिले में कुछ साल पहले तक 70 हजार हैक्टेयर से ज्यादा में कपास की फसल होती थी। लेकिन जुलाना, पिल्लूखेड़ा में भूमिगत जल स्तर ज्यादा आने की वजह से कपास की पैदावार बंद हो गई। एेसे में इन क्षेत्र के किसानों ने धान की खेती शुरू कर दी। वहीं कुछ साल पहले कपास की फसल में गुलाबी सुंडी और सफेद मक्खी के प्रकोप से जींद जिले के साथ-साथ अन्य जिलों में भी कपास का उत्पादन घट गया।

जिससे किसानों का कपास की खेती से मोह भंग होने लगा। जींद जिले (Haryana Agriculture news) में पिछले साल 27 हजार हैक्टेयर में ही कपास की फसल थी। वहीं साल 2022 में तो महज 16 हजार हैक्टेयर में ही कपास की फसल बची थी। उस समय गुलाबी सुंडी के कारण कपास की बिजाई कम हुई थी।

वहीं जुलाई में हुई भारी वर्षा के कारण हजारों एकड़ फसल खराब हो गई थी। धान की तुलना में कपास की फसल में पानी की लागत कम है। ऐसे में कृषि विभाग दोबारा कपास का रकबा बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। जहां सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता कम है, उन क्षेत्रों में कपास की बिजाई के लिए कृषि विभाग किसानों (Haryana Agriculture news) को जागरूक कर रहा है। वहीं गुलाबी सुंडी का प्रभाव कम से कम हो, इसके लिए खेतों में रखे कपास की फसल के अवशेष उठाने की किसानों को हिदायत दी है।

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल जो गुलाबी सुंडी कपास के टिंडे में रह गई थी, वो फसल अवशेष के अंदर जीवित हो सकती है। जिससे दोबारा कपास की फसल में जाकर नुकसान पहुंचाएगी। वहीं जिले में काटन व बिनौला मिल में बड़ी मात्रा में गुजरात से बिनौला आता है। जिसमें भी गुलाबी सुंडी हो सकती है। इसलिए कृषि अधिकारी मिल का निरीक्षण कर संचालकों को कपास व बिनौले को ढक कर रखने के निर्देश दे रहे हैं।

 

 

 

तीन साल पहले पालवां से गुलाबी सुंडी का हुआ फैलाव शुरू

कृषि विभाग के अनुसार जिले में गुलाबी सुंडी की शुरुआत पालवां गांव (Haryana Agriculture news) से हुई। पालवां गांव में काटन व बिनौला मिल हैं। जहां गुजरात से बिनौला आता है। ऐसा माना जाता है कि इसी बिनौले में गुजरात से गुलाबी सुंडी पालवां गांव में पहुंची। जहां बाकी क्षेत्र में इसका फैलाव हो गया।

गुलाबी सुंडी टिंडे के अंदर बिनौले का रस चूस लेती है। महंगे से महंगी और तेज प्रभाव वाली दवाइयों का स्प्रे करने के बावजूद गुलाबी सुंडी नियंत्रण में नहीं आती है। ऐसे में इसके शुरुआत में ही फैलाव को रोकना ही बड़ा बचाव है।

 

 

 

प्रमाणित बीज खरीदें और पक्का बिल लें किसान

जिला कृषि उप निदेशक डा. गिरिश नागपाल ने बताया कि गुलाबी सुंडी के प्रकोप की वजह से पिछले कुछ साल में जिले में कपास का रकबा घटा है। दोबारा कपास का रकबा बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गुलाबी सुंडी के फैलाव को कैसे रोका जा सकता है, इसके बारे में किसानों को बताया जा रहा है।

खेत में पड़े कपास के पिछले साल के फसल अवशेष को हटवाया जा रहा है। इस बार कपास का रकबा बढ़ने की उम्मीद है। किसान किसी दुकानदार या डीलर (Haryana Agriculture news) के बहकावे में आकर महंगे बीज ना खरीदें। प्रमाणित बीज खरीदें और पक्का बिल लें। बिजाई से पहले खेत को अच्छे से तैयार करें।

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Indian Passport is the second cheapest in the world, Visa free travel in 62 countries, know which country has the most expensive passport?

Indian Visa Passport : Indian Passport दुनिया में दूसरा सबसे सस्ता, 62 देशों में Visa free यात्रा, जानिए सबसे महंगा पासपोर्ट किस देश का ?

Indian Visa Passport : दुनिया में सबसे सस्ता Passport संयुक्त अरब अमीरात का है। इसके बाद विश्व स्तर पर दूसरा सबसे सस्ता पासपोर्ट भारत का है। विशेषज्ञों ने दुनिया भर में Passport Fees की एक सूची तैयार करने के बाद कीमत, वैधता और शक्ति के आधार पर तुलना करते हुए ये रिपोर्ट तैयार की है।

भारतीय पासपोर्ट (Passport) वैश्विक स्तर पर दूसरा सबसे सस्ता और वार्षिक खर्च के मामले में सबसे किफायती है। यूएई का Passport सस्ता होने के मामले में सबसे ऊपर है। एक हालिया रिसर्च से पता चलता है कि, वैधता की ‘प्रति वर्ष लागत’ के मामले में भारत (Indian Visa Passport) का Passport सबसे अधिक किफायती है।

 

 

 

Indian Passport धारक कितने देशों में मुक्त यात्रा कर सकता है ?

भारतीय Passport धारक 62 देशों की वीजा-मुक्त यात्रा कर सकता है। ये स्टडी ऑस्ट्रेलियाई फर्म कंपेयर द मार्केट एयू (Australian Of ferm compare the market EU) ने की है। फर्म ने विभिन्न देशों के Passport प्राप्त करने की लागत और वैधता के प्रति वर्ष की फिफायत का अध्ययन किया। साथ ही उन देशों की संख्या के संदर्भ में उनके मूल्य का भी अध्ययन किया, जहां यह वीजा-मुक्त Visa free पहुंच प्रदान करता है।

 

रिसर्च में मेक्सिको को सबसे महंगा पासपोर्ट Passport पाया गया, जिसकी कीमत 10 वर्षों के लिए 231.05 अमेरिकी डॉलर है। फर्म के बयान के अनुसार, भारत का Passport कुल मिलाकर सूची में दूसरा सबसे सस्ता पासपोर्ट है, जिसकी कीमत 10 साल की वैधता के लिए 18.07 अमेरिकी डॉलर है।

 

यूएई में 5 साल की वैधता के लिए 17.70 अमेरिकी डॉलर है। वैधता की प्रति वर्ष लागत के लिहाज से भारत में प्रति वर्ष 1.81 अमेरिकी डॉलर की लागत वाला सबसे सस्ता Passport था। दक्षिण अफ्रीका 3.05 डॉलर और केन्या 3.09 अमेरिकी डॉलर के साथ दूसरे और तीसरे स्थान पर थे

 

 

 

 

Visa free of Indian Passport पहुंच सीमित

भारतीय पासपोर्ट की वीजा-मुक्त (Visa free of Indian Passport) की पहुंच तुलनात्मक रूप से सीमित है। यह ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और कनाडा जैसे देशों के विपरीत है, जहां Passport अधिक खर्च पर आते हैं लेकिन इनकी वीजा मुक्त पहुंच ज्यादा है।

 

रिसर्च में कहा गया है कि, यात्रा बीमा तुलना विशेषज्ञों ने दुनियाभर में पासपोर्ट शुल्क Passport fees की एक सूची तैयार की। इसकी कीमत, वर्षों की वैधता और शक्ति के आधार पर उनकी तुलना की। Passport के महत्व को ध्यान में रखते हुए कई लोग विदेश में हानि, चोरी या क्षति से होने वाले खर्च को कम करने के लिए यात्रा बीमा का विकल्प चुनते हैं।

 

कंपेयर द मार्केट (Compare the Market) में जनरल इंश्योरेंस (General of Insurance) के कार्यकारी महाप्रबंधक एड्रियन टेलर अप्रत्याशित परिस्थितियों के दौरान तनाव को कम करने, यात्रा के दौरान मन की शांति सुनिश्चित करने में यात्रा बीमा के महत्व पर जोर देते हैं।

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Whose government was formed in Haryana, his government was formed at the Centre. This time it will be interesting, the state's record is unique

Haryana Political news : हरियाणा में जिसकी सरकार, केंद्र में उसी की सरकार बनी ! अबकी बार होगा दिलचिस्प, अनोखा है राज्य का रिकॉर्ड

Haryana Political news : लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो 19 अप्रैल को हो चुका है। इस चुनाव के लिहाज से हरियाणा की 10 सीटें भी काफी अहम हैं। हरियाणा की सभी लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को एक साथ ही वोटिंग होगी।

 

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। वहीं, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस चुनावी सीजन में हम आपके लिए चुनाव से जुड़ी अनोखी कहानियां और रिकॉर्ड लेकर आ रहे हैं। ऐसे ही एक खास रिकॉर्ड भरी कहानी हरियाणा (Haryana Political news)  की भी है।

 

बड़ी खास बात ये है कि, हरियाणा में लगभग हर बार जिस पार्टी को ज्यादा सीटें मिली हैं ! वही पार्टी केंद्र सरकार की सत्ता में भी बैठी है। हरियाणा (Haryana Political news) की स्थापना के बाद हुए 14 लोकसभा चुनाव में से 13 बार सरकार बनाने में हरियाणा का खास रोल रहा है। आइए समझते हैं ये पूरा मामला।

 

 

 

हरियाणा का 13 बार केंद्र में सरकार बनाने में योगदान

बड़े भाई पंजाब से अलग होकर हरियाणा की स्थापना साल 1966 में हुई थी। इसके बाद 14 लोकसभा चुनाव हुए जिनमें से एक चुनाव को छोड़कर 13 चुनावों में केंद्र में सरकार बनाने में हरियाणा (Haryana Political news) के सांसदों की खास भूमिका रही है।

रिकॉर्ड को देखें तो सिर्फ 1998 में हुए चुनाव में सरकार बनाने में राज्य का कोई खास रोल नहीं था। खास बात ये भी है कि ज्यादातर बार इस राज्य के मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी पर ही भरोसा जताया है।

 

 

 

हरियाणा का चुनावी इतिहास 

हरियाणा (Haryana Political news) के वोटर्स ने कुल 14 लोकसभा चुनाव में आधे से ज्यादा बार एक ही दल या फिर गठबंधन पर विश्वास दिखाया है। साल 1967 और 1971 में कांग्रेस ने राज्य की 7-7 सीटें जीतीं। वहीं, राज्य में 4 लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों ने राज्य की सभी सीटों पर क्लीन स्वीप किया है।

क्लीन स्वीप का ये सिलसिला साल 1977 में शुरू हुआ था। कांग्रेस विरोधी लहर के दौरान भारतीय लोकदल ने सभी 10 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी थी। हालांकि, साल 1991, 2004 और 2009 में कांग्रेस ने राज्य की 9-9 सीटों पर कब्जा किया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने राज्य (Haryana Political news) की सभी 10 सीटें जीती थीं।

साल केंद्र सरकार राज्य में सरकार सीटें जीती
1967 कांग्रेस कांग्रेस 7
1971 कांग्रेस कांग्रेस 7
1977 भारतीय लोकदल भारतीय लोकदल 10
1980 कांग्रेस कांग्रेस 5
1984 कांग्रेस कांग्रेस 10
1989 जनता दल जनता दल 6
1991 कांग्रेस कांग्रेस 9
1996 भाजपा भाजपा व हविपा 7
1998 भाजपा हलोद व बसपा 5
1999 भाजपा भाजपा व इनेलो 10
2004 कांग्रेस कांग्रेस 9
2009 कांग्रेस कांग्रेस 9
2014 भाजपा भाजपा 7
2019 भाजपा भआजपा 10

 

 

 

 

हरियाणा में कब होगा लोकसभा चुनाव ?

हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर एक साथ ही मतदान होगा। यहां छठे चरण में 25 मई को मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही करनाल विधानसभा सीट (Haryana Political news) पर भी इसी दिन मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही 04 जून को पूरे देश के साथ यहां भी मतगणना होगी और परिणामों का ऐलान किया जाएगा

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This is the richest family on earth, house worth Rs 4000 crore, 8 private jets and 700 luxury cars, don't even ask about the property.

World’s Richest Family : ये है धरती का सबसे बड़ा अमीर परिवार, 4000 करोड़ का घर, 8 प्राइवेट जेट और 700 लग्‍जरी कारें, संपत्ति तो पूछो ही मत

World’s Richest Family : दुनिया की सबसे बड़ा अमीर परिवार की बात करें तो यह एलन मस्‍क से भी डेढ़ गुना ज्‍यादा अमीर है। इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते हैं कि इस फैमिली के पास 700 लग्जरी कारें हैं।

सब जानते हैं की दुनिया के सबसे अमीर आदमी एलन मस्‍क है । लेकिन, क्‍या आप दुनिया की सबसे अमीर फैमिली (World’s Richest Family) के बारे में जानते हैं। इस फैमिली की लग्‍जरी लाइफ के चर्चे पूरी दुनिया में होते हैं। आलीशन महल जो हजारों करोड़ रुपये का है और कारों की संख्‍या इतनी जो किसी बड़े से बड़े शोरूम में भी नहीं होतीं। फैमिली में जितने मेंबर नहीं, उससे ज्‍यादा तो कारें खड़ी हैं, वह भी सब के सब लग्‍जरी मॉडल वाली कारें।

 

 

 

ब्लूमबर्ग ने अमीरों की संपति रिपोर्ट जारी की

ब्‍लूमबर्ग की हालिया रिपोर्ट कहती है कि, इस फैमिली के पास 8 प्राइवेट जेट के अलावा करीब 700 लग्‍जरी कारें और एक याट है, जिस पर गोल्‍फ तक खेला जा सकता है। हम बात कर रहे हैं अबु धाबी की रॉयल फैमिली की, जिसे अल नयन फैमिली के नाम से भी जाना जाता है।

यह दुनिया की सबसे अमीर फैमिली (World’s Richest Family) है, जिसकी कुल नेट वर्थ फरवरी, 2024 तक 25,33,113 करोड़ रुपये आंकी गई। यह रकम एलन मस्‍क की कुल संपत्ति 14,87,360 करोड़ रुपये से भी कहीं ज्‍यादा है।

 

 

 

4 हजार करोड़ का घर

संयुक्‍त अरब अमीरात (UAE) के प्रेसीडेंट और हेड ऑफ स्‍टेट शेख मोहम्‍मद बिन जायद अल नयन की फैमिली (World’s Richest Family) का दुनियाभर में हजारों तरह का निवेश है। उनके घर की कीमत ही 4 हजार करोड़ रुपये से ज्‍यादा है, इसके अलावा 700 लग्‍जरी कारों का काफिला भी इस फैमिली के पास है।

इस काफिले में कुछ रेयर मॉडल भी हैं, इसके अलावा 8 प्राइवेट जेट भी हैं। इस महल का नाम है कस्र अल वतन, जो 3.80 लाख वर्गफुट में बना हुआ है। इसके दरवाजे पर 37 मीटर चौड़ा गुंबद बना हुआ है।

 

 

 

दुनियाभर में यहां – यहां संपत्ति हैं

रॉयल पैलेस के अलावा इस फैमिली (World’s Richest Family) के पास दुनियाभर में खरीदी गई प्रॉपर्टीज हैं। पेरिस में चैट्यू डी बैलॉ, यूके में कई प्रॉपर्टी होने की वजह से शेख खलीफा को ‘लैंडलॉर्ड ऑफ लंदन’ कहा जाता है। इस फैमिली ने दुनियाभर में निवेश भी किए हैं। इसमें एलन मस्‍क की कंपनी SpaceX और रिहाना की लॉजरी कंपनी Savage X का नाम भी शामिल है।

 

 

 

यॉट पर बना है गोल्‍फ कोर्स

रॉयल फैमिली के पास दुनिया का सबसे बड़ा यॉट भी है, जिस पर बाकायदा गोल्‍फ कोर्स बना हुआ है। ब्‍लू सुपरयॉट की लंबाई करीब 591 फीट है, जो जेफ बेजोस की सुपरयॉट कोरू से भी ज्‍यादा है. इसकी कीमत करीब 4,991 करोड़ रुपये है। इस फैमिली के दस्‍ते में बुगाती, फेरारी, मैक्‍लॉरेन, मर्सिडीज बेंज और लैम्‍बोर्गिनी सहित कई कारें हैं।

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