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Great news for 4 states including Haryana! This time there will be no shortage of irrigation and drinking water in Bhakra Dam.

Bhakra Nangal Dam News : हरियाणा समेत 4 राज्यों के लिए आई बड़ी खुशखबरी ! सिंचाई व पीने के पानी को लेकर भाखड़ा बांध में अबकी बार नहीं होगी किल्लत

Bhakhra Nangal Dam News : बैशाख के दिन गुजरने वाले है और ज्येष्ठ माह लगने वाला है। ऐसे में लू के साथ गर्मी का भी पारा भी चढ़ता ही जा रहा है, जिससे शहर के लोगों से लेकर गांव के ग्रामीण किसानों का जीवन गर्मी से बदहाल हो रहा है। लेकिन शहर के लोगों केे लिए शुद्ध पेयजल और ग्रामीण किसानों की कृषि सिंचाई व्यवस्था के लिए भाखड़ा बांध से राहत भरी खबर आ रही है।

 

हरियाणा समेत पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के लोगों के लिए अबकी बार पानी की किल्लत की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। टाईम से पहले ग्लेशियर पिघलने से इस बार नंगल स्थित भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) में पर्याप्त जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को सिंचाई से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलने वाली है।

 

भाखड़ा प्यास मैनेजमेंट बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया की, हिमालय पहाड़ियों में ग्लेशियर पिघलने से नंगल स्थित भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) में पानी आना शुरू हो गया है। इस समय भाखड़ा बांध का जलस्तर 1561.44 फीट चल रहा है, जो कि हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में सिंचाई व पीने के लिए पानी पर्याप्त है। यहां से कुछ जल पेयजल के लिए दिल्ली भी पहुंचाए जाता है। 

 

भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) में पानी की पर्याप्त जल स्तर के चलते हरियाणा में सिंचाई के लिए नहरों के दो ग्रुप बनाए गए हैं। बता दें कि, प्रत्येक ग्रुप को 16- 16 दिन पानी मिलता है। पहले यहां पानी की किल्लत के चलते तीन ग्रुप बना दिए गए थे, पर अब भयंकर गर्मी के कारण लोगों की सिंचाई व्यवस्था के लिए नहरों में पानी 16 दिन मिल रहा है।

 

 

भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) से पानी नंगल हाईडल चैनल से आता है। इसके बाद, यहां से भाखड़ा की मेन नहर निकलती है। भाखड़ा मेन नहर से पानी नरवाना ब्रांच नहर, दिल्ली व करनाल पहुंचता है। यहां से पानी हरियाणा, दिल्ली, पंजाब व राजस्थान के कुछ ईलाकों में जाता है। औसत रुप से यहां से रोजाना 17,770 क्यूसेक पानी निकासी की डिमांड रहती है।

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There was an outcry in the long queue of farmers standing in the scorching heat for paddy seeds in Kaithal, the opposition surrounded the government.

Haryana Agriculture News : कैथल में धान बीज के लिए तपती धूप में किसानों की लगी लंबी लाइन में हाहाकार मची, विपक्ष ने सरकार को घेरा

Haryana Agriculture News : हरियाणा में गेहूँ और सरसों की कटाई-छंटाई करने के बाद किसानों ने धान की फसल की बुआई के लिए तैयारी कर दी है। वैसे तो किसानों को गर्मी की तपती धूप में कभी फसल बेचने के लिए तो कभी उर्वरक-बीज खरीदने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है। ऐसे में किसान भयंकर गर्मी से बचने के लिए लंबी लाईन में खड़े होने की बजाए बीज को खरीदने के लिए मजबूरन कई गुना किमत चुकाने को तैयार है। किसानों द्वारा बीज के लिए भारी कीमत चुकाना दर्शा रहा है कि, बीज के बेजने और खरीदने के नाम कालाबाजारी चल रही है।

 

 

 

धान के इस बीज के लिए किसानों को लगना पड़ रहा है लंबी लाईन में

हरियाणा (Haryana Agriculture News) में धान की हाईब्रिड किस्म सवा 7501 और 7301 के बीजों के लिए किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। बीज के लिए लगे लाइन में हरियाणा के कैथल जिले के किसान अशोक नें बताया कि, प्राईवेट कंपनी के धान की महंगी किस्म 7501 बीज के लिए किसानों को लंबी लाईन में लगना पड़ रहा है। जबकि, किसानों ने इस बीज को अपने खेतों में आजमाया था। किसानों के मुताबिक, एक किले में 8 से 10 टन तक पैदावार हुई, जो ट्रेंड में चल रहे किस्मों के प्रति अधिक है। यही कारण है कि, इस बार किसान इस बीज को अधिकत्तम खरीदना चाहते हैं। हालांकि, आरोप लग रहे है कि, 1715 रुपये की तीन किलोग्राम बीज के पैकट ब्लैक में 3,500 रुपये तक में बिक रहा है।

 

 

 

कृषि के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बीजों की उचित मूल्यों की दी जानकारी

एक मीडिया रिर्पोट में ICAR के एक वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक ने बीजों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, 7501 किस्म से पहले धान की पूसा 44 वैराएटी भी करीब 10 टन प्रति किला तक पैदावर देती थी। दरअसल, लंबे अंत्तराल में पकने और पानी की ज्यादा खामि की वजह से पूसा 44 किस्म को पाबंद कर दिया गया है। पाबंद लगने से पहले पूसा 44 पंजाब में सबसे ज्यादा क्षेत्र में बोई जाने वाली धान की किस्म बन गई थी।

कृषि वैज्ञानिक के अनुसार, धान के अलग-अलग किस्मों के बीजों का मूल्य 250 से 350 रुपये प्रति किलोग्राम होता है। जबकि बासमति धान के बीज की कीमत केवल 100 रुपये किलोग्राम लेता है। वहीं 7501 किस्म का बीज 572 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बता दें कि, धान की अन्य किस्में सामान्य तौर पर 7 से 7.5 टन तक पैदावर देती हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा किसान 7501 किस्म का बीज खरीदना चाहते हैं। पर डिमांड के मुकाबले डीलरों के पास सप्लाई कम है।

 

 

 

कालाबाजारी की सूचना मिलने पर ईनेलो प्रमुख किसानों के बीच पहुंचे

कैथल (Haryana Agriculture News) में धान के बीज की कालाबाजारी की जानकारी मिलने पर ईनेलो प्रमुख अभय सिंह चौटाला किसानों के बीज समस्याओं को लेकर अधिकारियों से बात की। इस बीच उन्होंने राजनीतिक बयान दिया कि, हरियाणा का किसान जान चुका है कि कौन किसानों की हितैषी है और किसकी गारंटी में दम है।

 

 

किन शहरों में बीज की किल्लत की परेशानी है ?

धान के बीज की किल्लत सबसे ज्यादा कुरुक्षेत्र, कैथल और यमुनानगर जैसे शहरों में है। यहाँ किसान को आधार कार्ड पर केवल तीन किलोग्राम बीज का ही पैकट मिल रहा है। जबकि, एक पैकट से एक किले में एक पौधा भी तैयार नी होता। ऐसे में दिनभर गर्मी की तपती धूप में किसानों को लाइन में लगकर बड़ी मुश्किल से बीज मिलता है और वह भी पूरा नहीं मिलता।

 

 

 

सुरेजवाला ने भी लगाया आरोप

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरेजवाला ने आरोप राज्य सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया है कि, बीजपी सरकार किसानों को धान के बीज से बेदखल कर रही है। जबकि लू से भरी गर्मी में किसान, महिलाएं और युवा बीज के लिए घंटों तक लाइन में लगे रहते हैं। फिर भी किसानों को धान का बीज नी मिल पा रहा है। पुलिस के पहरे के बीज एक किसान को आधार कार्ड दिखाने पर बीज की तीन किलो का एक ही पैकट दिया जा रहा है। यह समस्या कैथल जिले के किसान बीते 10 दिनों से झेल रहे हैं। पर बीजेपी सरकार को किसानों के हितों से कोई सरोकार नहीं है।

 

 

किसानों ने उठाए बीज को लेकर सवाल

कैथल के किसानों का कहना है कि, बीज के संकट को लेकर बाजार में डुप्लीकेट बीज की बिक्री की भी संभावना बढ़ रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि, निजी कंपनियों का यदि इस तरह बीज पर ज्यादा कब्जा हो जाएगा, तो किसानों के बुरे दिन आने में टाईम नहीं लगेगा। जबकि, हरियाणा (Haryana Agriculture News) सरकार के कृषि विभाग के कर्मचारी किसानों से अनुरोध कर रहें हैं कि, किसी एक किस्म पर ज्यादा जोर देने की बजाए अन्य किस्मों पर भी विचार करें।

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To avoid election duty, a man became a female teacher and was also pregnant.

Jind News : चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए पुरूष शिक्षक बन गया महिला और साथ में गर्भवती भी

डीसी ने बैठाई जांच, जानिए पूरा मामला

 

Jind News : चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए व्यक्ति कैसे-कैसे तरीके अपना सकते हैं, इसका हम अंदाजा भी नही लगा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला जिला जींद में शिक्षा विभाग का सामने आया है। जिला के गांव डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय द्वारा जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में पीजीटी हिंदी के पद पर कार्यरत शिक्षक सतीश कुमार को न केवल महिला कर्मचारी दर्शाया बल्कि गर्भवती होना भी दर्शाया गया है।

 

यह मामला जब जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के समक्ष आया तो उन्होंने न केवल आश्चर्य प्रकट किया बल्कि तुरंत प्रभाव से जांच बैठाई है। इस मामले को निर्वाचन आयोग और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भी भेजा जाएगा।

 

 

उल्लेखनीय है कि चुनाव को संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। जिनमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर क्लास वन तक के अधिकारी भी शामिल होते हैं। कर्मचारियों के पीठासीन अधिकारीए सहायक पीठासीन अधिकारी के अलावा एसएसटी, एफएसटी, वीडियो सर्विलेंस टीम, वीडियो वीविंग टीम, फ्लाइंग स्क्वेड आदि अनेक टीमों में ड्यूटी होती है।

 

चुनाव को निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने के लिए अधिकारी और कर्मचारियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न तरह की जरूरी कार्यशालाओं का भी आयोजन करवाया जाता है। जिसमें उनको ईवीएम के बारे में बारीकी से जानकारी दी जाती है ताकि किसी भी स्तर पर कोई चूक ना रहे।

 

इसी बीच जिला प्रशासन के पास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा चुनावी ड्यूटी से छुटकारा पाने के लिए सिफारिश पहुंचती हैं लेकिन चुनावी ड्यूटी से छूट जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप केवल किसी विशेष परिस्थिति में ही दी जाती है।

सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नही उठाता

जींद के गांव डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में यहां पर कार्यरत पीजीटी शिक्षक सतीश कुमार को महिला कर्मचारी होने के साथ-साथ गर्भवती होना भी दर्शाया गया है। चूंकि चुनावी ड्यूटी लगाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नही उठाता।

 

ऐसे में सतीश कुमार की कहीं भी ड्यूटी नही लगी। जब यह मामला जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी मोहम्मद इमरान रजा के समक्ष रखा गया तो डीसी ने इस मामले पर आश्चर्य प्रकट करते हुए ठोस कार्रवाई शुरू की। डीसी ने वीरवार को इस केस में सीधे रूप से जुड़े पीजीटी सतीश कुमार, स्कूल प्राचार्य अनिल कुमार और स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर मंजीत को अपने ऑफिस में तलब किया और उनसे कई बार इस आश्चर्यजनक मामले के बारे में यह पूछा कि यह सब कैसे हुआ है लेकिन तीनों ने इसमें अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। इस दौरान डीसी ऑफिस में मौजूद डीआईओ सुषमा देशवाल ने डीसी को बताया कि कुछ लोगों ने उनके पास आकर इस केस की मौखिक रूप से जानकारी दी थी और मामले की जांच करवाने की मांग की थी। इस पर उन्होंने डाटा देखा तो यह सही पाया गया।

 

डीसी ने बैठाई जांच कमेटी

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए इस तरह का कदम भी उठा सकते हैंए इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। यह अपने आप में एक अनूठा और आश्चर्यजनक मामला है। उन्होंने बताया कि इस मामले में नगराधीश एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नमिता कुमारी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बैठाई गई है।

 

जांच कमेटी द्वारा इस सारे मामले की छानबीन की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ इस केस की रिपोर्ट शिक्षा विभाग और निर्वाचन आयोग के पास में ही भेजी जाएगी।

लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भूमिका जरूरी है : उपायुक्त

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद रजा ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव 2024 लोकतंत्र का महापर्व है। इसका थीम चुनाव का पर्व देश का गर्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करवाने के लिए छोटे से छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े से बड़े अधिकारी की अहम भूमिका होती है। चुनावी ड्यूटी में शामिल होना अपने आप में एक गर्व की बात है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को चुनावी ड्यूटी से बचना नहीं चाहिए। यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए गैर जिम्मेदाराना या गलत रास्ता अपनाते हैं तो वह ड्यूटी में लापरवाही और कोताही मानी जाती है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ निर्वाचन आयोग के नियमानुसार सख्त कार्रवाई होती है।

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Dushyant Chautala wrote a letter to the Governor, demanding to call a special session of the Assembly.

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : राज्यपाल को पत्र लिख, विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की दुष्यंत चौटाला ने

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : हरियाणा के एक्स डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के राज्यपाल को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में राज्यपाल से विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। उन्होंने पत्र देने के बाद मीडिया से कहा कि, हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने के पक्ष में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।

 

 

 

दुष्यंत चौटाला ने क्या लिखा पत्र में ?

दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को सौंपते हुए पत्र (Dushyent Write Letter to Haryana Governor) में लिखा है कि, तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापिस लिया है। उन्होंने राज्यपाल से लिखित पत्र में मांग की है की। सरकार के पास विश्वास मत नहीं रहा, इसलिए राज्यपाल विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार का फ्लोर टेस्ट पास करें। 

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दुष्यंत के समर्थन पर हुड्डा ने क्या कहा ?

बता दें कि, भाजपा की सहयोगी पार्टी रही जजपा के सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने का ऐलान किया है। दुष्यंत के ऐलान के बाद तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जजपा को भाजपा की बी टीम बताया है। हुड्डा ने कहा कि, यदि सरकार को गिराने में जजपा समर्थन देने की बात कह रही है तो वो लिखित में दे, तभी जाकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करेगी। इसके साथ ही हुड्डा ने दावा किया कि, 40 के करीब पूर्व विधायक और सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

 

 

 

हुड्डा ने राज्य सरकार पर साधा निशाना

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि, नैतिकता के आधार पर सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए और हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि, अब तक 40 से ज्यादा पूर्व विधायक व सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। 

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Haryana Education Board committed the biggest negligence! 10th class students put in trouble

HBSE Big Mistake on 10th class exam : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने की सबसे बड़ी लाफरवाही ! 10वीं के छात्रों को डाला मुसीबत में

HBSE Big Mistake on 10th class exam :  एचबीएससीई के द्वारा 10वीं कक्षा के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। बता दें कि, इस समय 10 वीं कक्षा की आंसर शीटों को चेक करने का काम चल रहा है। जबकि इस बीच 10वीं कक्षा की एग्जाम देने वाले 30,3869 छात्रों की आंसर शीटों की मार्किंग में बड़ी लापरवाही सामने आई है। ऐसे में छात्रों को मुसीबत में डाल दिया है।

 

 

एचबीएससीई ने ईन टीचरों को जिम्मेदारी सौंपकर की बड़ी लाफरवाही

हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 200 ऐसे टीचरों को 10वीं कक्षा की आंसर शीटों को चेक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिन्होंने पिछले 3 साल से 10वीं क्लास को नहीं पढ़ाने का अनुभव नहीं है। इस दौरान उन्होंने 18 हजार आंसर शीट भी चेक की हैं। हालांकि इस तरह खबर सामने आने पर बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए टिचरों को हटा दिया है।

गौरतबल है कि, हरियाणा शिक्षा बोर्ड (HBSE Big Mistake on 10th class exam) के द्वारा 71 एग्जाम सेंटरों की पहचान की गई है, जिन पर 10वीं की आंसर शीटों को चेक करने का काम किया जा रहा है। ऐसे में इन सेंटरों में 6 हजार टीचरों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रत्येक सेंटर पर 80 से 100 टीचर आंसर शीटों को चेक करने का काम कर रहे हैं। एक दिन में एक टीचर 30 आंसर शीटों को चेक करता है। 

हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों से टीचरों को डाटा मांगा था

हरियाणा शिक्षा बोर्ड (HBSE Big Mistake on 10th class exam) ने  10वीं की आंसर शीटों को चेक करने से पहले पोर्टल पर टीचरों का डाटा मांगा था। हरियाणा के सभी स्कूलों की ओर से टीचरों के एक्सपीरियंस की सूचना देने वाला डाटा तो बोर्ड को भेज दिया गया, पर स्कूलों ने यह सूचना नहीं दी कि ये टीचर कितने वर्षों से 10वीं कक्षा को नहीं पढ़ा रहे हैं। इसके बाद में जब यह डाटा बोर्ड के निगाहों में आया तो ऐसे 200 टीजरों को तुरंत आंसर शीटों को चेक करने से हटा दिया गया।

दोबारा चेक नहीं होंगी आंसर शीट

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Big Mistake on 10th class exam) के चेयरमैन डॉ. वीपी यादव ने मीडिया के सामने आंसर शीट पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि, 10वीं कक्षा की आंसर शीटों को चेक करने का काम 71 सेंटरों पर चल रहा है। जिन टीचरों ने 10वीं कक्षा में पढ़ाया है या नहीं। ऐसे शिक्षकों ने करीब 18 हजार आंसर शीटों को चेक किया हैं। परंतु आंसर शीटों को तो आंसर की ( Answer key ) से चेक किया जा रहा है। इसलिए दोबारा चेक करने की आवश्यकता नहीं है।

 

 

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MDU imposed heavy fine for non-payment of fees, withheld admit cards of about 15 students

Rohtak MDU News : एमडीयू ने फीस जमा न करने पर लगाया भारी जुर्माना, करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्ड रोके

Rohtak MDU News : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक यानी एमडीयू एक बार फिर से छात्रों पर कार्रवाई को लेकर सु्र्खियों में आ गया है। विवि के होटल प्रबंधन विभाग की ओर से छात्रों पर भारी जुर्माना लगाया गया है और करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्डों पर रोक लगाई है। ऐसे में एमडीयू के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में छात्र धरना प्रर्दशन पर बैठ गए।

 

 

एक छात्र पर लगाया इतना जुर्माना

एमडीयू (Rohtak MDU News) के होटल प्रबंधन विभाग ने एक छात्र पर एक रुपये फीस नहीं भरने पर 10 हजार 740 रुपये का भारी जुर्माना ठोक दिया। ऐसे में विभाग की कार्रवाई का विरोध जताते हुए छात्र एकता मंच ने मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय के बाहर धरना दिया। ईस दौरान छात्र एकता मंच के अध्यक्ष अभिषेक ने कहा कि, विवि प्रशासन ने जुर्माने के रूप में छात्र पर भारी भरकम राशि लगा दी है। ऐसे में विवि प्रशासन छात्रों से सीधी लूट मचा रहा है। विरोध को देखते हुए विभाग के अधिकारियों ने उन्हें समाधान के लिए कमेटी बैठाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के तुरंत बाद धरना बंद कर छात्र वापस लौट गए। 

 

 

इसलिए जुर्माना लगाया
गौरतलब है कि, होटल प्रबंधन विभाग (Rohtak MDU News) में एग्जाम से रिलेडिट फीस ऑनलाईन और ऑफलाईन मोड में दोनों जमा करनी/करवानी होती है। यह फीस लॉकल क्लास के छात्रों के लिए 1500 रुपये है, जबकि एससी छात्रों के लिए एक रुपया है। दरअसल, छात्रों ने यह फीस ऑन लाइन जमा कराई। लेकिन, तकनीकी कारणों से फीस एमडीयू के अकाउंट में डिपोजिट नहीं हो पाई। ऐसे में इस सूचना से छात्र अनजान रहे।

छात्र अपने एग्जाम से पहले वह अपना एडमीट कार्ड लेने विभाग पहुंचे तो उन्हें फीस जमा नहीं होने की सूचना देकर तुरंत वापस लौटा दिया। छात्रों की शिकायत है कि, फीस से संबंध में विभाग की ओर से न तो कोई जानकारी अपडेट की और न ही छात्रों को अवगत कराया गया, इसलिए फीस डिपोजिट नहीं हो पाई। 

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Gang rape of BA final year student in Sohna, then forced marriage

Haryana Crime News : सोहना में बीए फाइनल ईयर की छात्रा से गैंगरेप, फिर जबरन रचाई शादी

Haryana Crime News : हरियाणा के सोहना नगर परिषद की एक कॉलोनी में रहने वाली बीए फाइनल ईयर की छात्रा अपने रोल नंबर स्लिप के लिए कॉलेज जा रही थी तभी दो कार सवार युवक उसे जबरदस्ती उठा ले गए। दोनों आरोपी युवक छात्रा काे उठाने के बाद उसको गुरुग्राम के एक होटल में ले गए, जहां पर उसके साथ गैंगरेप किया। गुरुग्राम होटल में 2 दिन तक रखने के बाद एक आरोपी पीड़िता को अपनी बहन के घर ले गया।

 

 

आरोपी की बहन ने भी छात्रा की मदद नहीं की 

पीड़ित छात्रा ने आरोपी की बहन को उसके साथ की जा रही दरिंदगी की अपनी कहानी बताई, पर आरोपी की बहन ने पीड़िता की कोई सहायता नहीं की। जबकि, आरोपी युवक छात्रा को अपने रिस्तेदारों के घर जयपुर ले गया और वहाँ एक आरोपी ने डरा धमका कर पीड़िता से आर्य समाज मंदिर में जबरन शादी रचा ली।  

 

 

छात्रा की बहन ने मामले की सूचना पुलिस को दी

जयपुर (Haryana Crime News) से शादी रचाने के बाद आरोपी युवक छात्रा को गुरुग्राम लेकर आया और फरुखनगर नजदीक एक पीजी में उसको बंधक बना कर रखने लगा। जबकि, मंगलवार को छात्रा मौका देखकर वहां से बाहर निकली और किसी का फोन मांग कर अपने बहन को अपनी आपबीती की पूरी घटना बताई। इसके तुरंत बाद छात्रा की बहन ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। जानकारी के बाद पीड़िता के बताए गए स्थान पर पहुंचकर पुलिस छात्रा को थाने लेकर आई। थाना से फिर छात्रा के घर वाले उसको सोहना लेकर आ गए।

 

 

गुरुग्राम पुलिस ने पीड़ीत परिवार को धमकाया

मामले में हद तो तब हो गई जब पुलिस (Haryana Crime News) आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए उलटा पीड़ित परिवार को ही धमकाया। ऐसे में पुलिस की बत्तमीजी भरी कार्यप्रणाली से नाराज सैकड़ों लोग सिटी पुलिस थाना पहुंच गए और पुलिस थाने का घेराव करते हुए जमकर पुलिस कर्मियों के खिलाफ नारेबाजी की और खरी-खरी सुनाई। 

 

 

अबतक आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं

गंभीर मामले में पुलिस ने छात्रा के बयान अदालत (Haryana Crime News) में दर्ज कराने के बाद पीड़िता का मेडिकल परीक्षण भी करा दिया है। जबकि पीड़िता के मुताबिक, पुलिस ने अभी तक पीड़िता के परिजनों द्वारा पुलिस थाने में दर्ज गुमशुदगी के मुकदमे में ना तो मामले से सम्बंधित धाराओं को शामिल किया है और ना ही आरोपियों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई की है। हालांकि पीड़िता का कहना है कि, उसे आरोपियों से डर है कि, कहीं फिर से उसे दोबारा से किडनैप ना कर लें। पीड़िता को भय है कि कहीं उसके परिवार को भी मार दे ।

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Why are the farmers of Haryana protesting, what will they do to harm BJP and JJP this time?

Haryana Lok Sabha election 2024 : क्यों विरोध कर रहे हैं हरियाणा के किसान, क्या करेंगे अबकी बार भाजपा और जजपा का नुकशान ?

Haryana Lok Sabha election 2024 : लोकसभा 2024 के चुनाव का तीसरा चरण में मतदान संपन्न होने पर है। इस बीच चुनावों में नेताओं का गर्मी के तापमान के आरोप-प्रत्यारोप का सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। ऐसे में हरियाणा की 10 सीटों पर लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 25 मई को मतदान होना है। पर अबकी बार हरियाणा में जजपा और भाजपा के लोकसभा प्रत्याशियों को गांव-गांव और शहर में किसानों को रोष भरा विरोध का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में हिसार लोकसभा सीट के बंब नियाणा, सरद और खरड़ अलीपुर में में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को किसानों को विरोध का सामना करना पड़ा। इस तरह भाजपा और जजपा के नेताओं का हरियाणा के प्रत्येक लोकसभा सीटों पर गांव-गांव से विरोध हो रहा है।

 

 

हिसार में भाजपा प्रत्याशी का विरोध

किसान आंदोलन से भरा रोष किसानों में कायम है। ये रोष अबके चुनाव में भाजपा और जजपा के नेताओं के प्रति दिख भी रहा है। हिसार लोकसभा सीट के खरड़ अलीपुर में किसानों नें नारेबाजी करते हुए भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला का विरोध जताया। इस दौरान किसान नेताओं ने भाजपा प्रत्याशी का विरोध करते हुए सवाल किए कि, स्वामीनाथन रिर्पोट लागू क्यों नहीं की गई ? पंजाब के किसान शुभकरण को गोली क्यों मारी गई ? जबकि, किसान संगठनों से जुड़े लोगों ने सड़क पर कीलें लगाई और लोहे की जाली रख दी ताकि रणजीत का कारवां आगे ना जा सके। इसी दौरान नियाणा में महिलाओं ने उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध किया। ऐसे में विरोध प्रदर्शन को देखते हुए रणजीत चौटाला वापस लौट गए।

 

 

पानीपत में पूर्व सीएम का विरोध

हरियाणा के करनाल से भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर को पानीपत में किसानों का विरोध सामना करना पड़ा। वें यहां इसराना के 14 गांवों में रोड शो कर रहे थे। इसी दौरान शालापुर में किसानों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी पूर्व सीएम किसानों को समझा नी पाए और वापिस लौट गए।

 

 

उचाना में जजपा नेता नैना चौटाला का विरोध

हरियाणा के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की मां नैना चौटाला हिसार लोकसभा की सीट पर जजपा प्रत्याशी के रुप में चुनाव लड़ रही है। नैना चौटाला को भी किसानों की नाराजगी का सामना करना पड़ा। हालांकि, कुछ दिनों पहले नैना चौटाला प्रचार के लिए उचाना के एक गांव में पहुंची और जैसे ही उनका काफिला गांव में पहुंचा वैसे ही ग्रामीण के किसानों ने विरोध करना शुरु कर दिया। इसी दौरान जजपा समर्थकों और ग्रामीण किसानों के मध्य बहस छिड़ गई। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों में सरकार के साथ खड़े रहने पर जजपा को किसानों का विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

 

 

हरियाणा में भाजपा प्रत्याशियों के प्रति किसानों को रोष प्रदर्शन

हरियाणा में सभी लोकसभा सीटों पर भाजपा प्रत्याशियों के लिए अबकी बार चुनावों में किसानों और मजदूरों के विरोध प्रदर्शन का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हरियाणा में लोकसभा चुनावों के मतदान की तारीख जितनी नजदीक आती जा रही है, उतनी भाजपा प्रत्याशियों की समस्या बढ़ती जा रही है। हालांकि, कुछ दिन पहले हरीयाणा के अंबाला लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बंतो कटारिया को भी किसानों का विरोध का सामना करना पड़ा था।

27 अप्रैल को अंबाला सिटी में प्रचार करने पहुंची बंतो के सामने किसानों ने सवालों की पूरी झड़ी लगा दी। बंतो से सवाल किया की, जब अंबाला में आपदा आई थी तो, आपकी सरकार कहाँ थी ? किसान दिल्ली जा रहे थे तो हरियाणा सरकार ने उनके रास्तों में कील बिच्छाकर हत्याचार क्यों किया ? यूपी के लखीमपुर खीरी मामले में हस्तक्षेप करते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नी की ? इस प्रकार किसानों के तीखे सवालों के सामने बंतो कटारिया हाथ जोड़कर चुपचाप खड़ी हो गई।

हालांकि, बंतो से पहले रोहतक लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी डॉ. अरविंद शर्मा का भी किसानों ने रोष में विरोध प्रदर्शन किया था। रोहतक के एक गांव टिटौली में वोट मांगने गए शर्मा से किसानों ने सवाल किया कि, वह 5 साल कहां थे ? इसी दौरान अरविंद शर्मा के समर्थकों ने किसानों को कांग्रेसी कह दिया और वहाँ पर किसानों और बीजेपी समर्थकों के बीच में हंगामा हो गया। यहाँ तक कि, बात हाथापाई तक पहुंच गई।

हाल ही में खबर आ रही है कि, सोनीपत लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी मोहन बड़ोली के विरोध में जींद के गांव ईंटल में किसानों ने काफिला रोका है। इससे पहले भी जींद के नन्दगढ़ गांव में मोहन बड़ोली का किसानों ने विरोध किया था।

 

 

हरियाणा में कई भाजपा वरिष्ठ नेता भी मायूस

हरियाणा भाजपा में भी हरियाणा कांग्रेस की तरह कई गुट दिखने के आसार है। कुछ महिने पहले कांग्रेस से भाजपा में आए वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई हिसार लोकसभा सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहें हैं। ऐसे में हरियाणा के नवनिर्वाजित सीएम नायब सिंह सैनी ने दिल्ली में कुलदीप बिश्नोई को मनाने के लिए उनके परिवार और उनसे मुलाकात की। इसी प्रकार भाजपा के वरिष्ठ एवं दिग्गज नेता अनिल विज भी हरियाणा की नई गठन भाजपा सरकार से नाराज चल रहे हैं। वहीं टिकट बंटवारे को लेकर हलोपा प्रमुख गोपाल कांडा भी नाराज चल रहे थे, बाद में पूर्व सीएम मनोहर लाल ने उसे मनाया।

 

 

 

हरियाणा में किसानों की जनसंख्या

हरियाणा में लोकसभा चुनावों में भाजपा और जजपा प्रत्याशियों के लिए हरियाणा का सबसे बड़ा व्यवासायिक वर्ग किसान को समझाना मुश्किल हो रहा है, जो अबकी बार लोकसभा चुनावों को प्रभावित करेगा।

2010-11 की कृषि जनगणना के मुताबिक, हरियाणा में किसानों की जनसंख्या निम्नलिखित इस प्रकार है।

  • 17.55 फीसदी अर्ध-मध्यम किसान
  • 12.04 फीसदी मध्यम किसान
  • 2.83 फीसदी बड़े किसान

 

 

किन किसानों के पास कितनी जमीन है ?

  • छोटे किसानों के पास जमीन 67.58 फीसदी है,जिनके पास 2.5 एकड़ तक जमीन है।
  • 2.5 एकड़ से 5 एकड़ जमीन तक किसानों को छोटे किसानों में शामिल किया गया है।
  • हरियाणा में कुल 7.78 लाख यानी 48.11 फीसदी बड़े किसानों के पास 3.60 लाख हेक्टेयर खेती करने योग्य जमीन है।
  • 3.15 लाख यानी 19.47 फीसदी छोटे किसानों के पास 4.63 लाख हेक्टेयर है।
  • कुल मिलाकर, हरियाणा में 16.17 लाख किसान हैं, जिनके पास 36.46 लाख हेक्टेयर खेती करने योग्य जमीन है।

 

 

हरियाणा में किसानों को जागरुक करने के लिए यात्रा निकालने का ऐलान

पहले से ही पूरे राज्य में जगह-जगह भाजपा प्रत्याशियों को किसानों को भारी रोष विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच लोकसभा चुनाव से पहले संयुक्त किसान मोर्चा ने पूरे हरियाणा में किसान यात्रा निकालने का ऐलान किया है। इस दौरान संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि, 7 मई यानी आज से 19 मई तक पूरे हरियाणा में किसानों को भाजपा और जजपा प्रत्याशियों के खिलाफ जागरुक करने के लिए यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान किसानों को समझाया जाएगा कि, जिन्होंने आपका नुकसान किया और जिन लोगों के कारण से दिल्ली जाने वालें रोस्तों में कील-कंकड़ बिच्छाए गए ! ऐसे लोगों को वोट देने से पहले कई बार सोचना। किसान आंदोलन- 2 के 100 दिन पूरे होने पर 22 मई को शंभू, खनौरी बॉर्डर पर लाखों किसान जमा होंगे। किसान-मजदूर संघर्ष कमेटी के नेता सरवण सिंह पंधेर ने इस बारे में ऐलान कर पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, यूपी और राजस्थान के किसानों को तैयारियां शुरु करने की अपील की।

 

 

हरियाणा लोकसभा चुनावों में भाजपा का प्रदर्शन कैसा रहा है ?

हरियाणा में पिछले लोकसभा चुनावों में सभी 10 सीटों पर भाजपा ने विजय हासिल की थी। भाजपा को राज्य में पड़े कुल वोटों का 58.02 प्रतिशत हासिल हुआ था। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने 7 सीटें जीतीं थीं। 2 सीटें ईनेलो को और 1 सीट कांग्रेस के खाते में गयी थी।

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Threat to Nayab Saini's government in Haryana: 4 independent MLAs will support Congress, they had helped in forming the BJP government.

Haryana Political news : हरियाणा में नायब सैनी की सरकार पर खतरा : 4 निर्दलीय विधायक कांग्रेस को समर्थन देंगे, इन्होंने ही BJP सरकार बनाने में मदद की थी

Haryana Political news : हरियाणा में मुख्यमंत्री नायब सैनी की सरकार पर खतरा मंडराने लगा है। जजपा से गठबंधन टूटने के बाद सरकार बनाने में समर्थन देने वाले 4 निर्दलीय विधायक कांग्रेस के समर्थन में आ गए हैं। समर्थन करने वाले निर्दलीय विधायकों में पुंडरी से विधायक रणधीर गोलन, नीलोखेड़ी से धर्मपाल गोंदर, बादशाहपुर से राकेश दौलताबाद, चरखी दादरी से विधायक सोमवीर सांगवान शामिल हैं।

चर्चा है कि कैबिनेट विस्तार के दौरान नायब सैनी की कैबिनेट में रणजीत चौटाला के अलावा इनमें से किसी निर्दलीय विधायक को जगह नहीं मिली थी। इसी बाद से चारों विधायक नाराज हैं। चारों विधायक रोहतक में भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा के नेतृत्व में कांग्रेस को समर्थन का ऐलान करेंगे।

निर्दलीय विधायकों के इस फैसले को लेकर हरियाणा की सियासत में गरमाहट आ गई है। सियासी जानकारों का कहना है कि, इससे हरियाणा में बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ने जा रही हैं।

 

 

कांग्रेस को फायदा होगा
अभी कांग्रेस के अंदर बड़े नेताओं के बीच प्रतिस्पर्धा का दौर चल रहा है। भूपेंद्र हुड्‌डा और किरण चौधरी, रणदीप सुरजेवाला, कैप्टन अजय यादव, चौधरी वीरेंद्र सिंह व कुमारी सैलजा के बीच खींचतान चल रही है। इसके चलते हरियाणा में कांग्रेस का प्रचार रफ्तार नहीं पकड़ पा रहा है।

नामांकन दाखिल करने के दौरान भी गुटों ने एक दूसरे से दूरी बनाई। यदि निर्दलीय विधायक कांग्रेस प्रत्याशियों के समर्थन में आकर प्रचार शुरू करेंगे तो इससे कांग्रेस के पक्ष में माहौल तैयार होगा।

 

 

12 मार्च को नायब सैनी ने ली थी शपथ
हरियाणा में 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 40 सीट जीती थी। सरकार बनाने के लिए 46 सीट होना जरूरी है। ऐसे में भाजपा ने जजपा के 10 विधायकों के साथ प्रदेश में सरकार बना ली। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला को बनाया गया।

करीब साढ़े 4 साल बाद 12 मार्च 2024 को भाजपा और जजपा का हरियाणा में लोकसभा सीटों के बंटावारे को लेकर हुए विवाद के कारण गठबंधन टूट गया। इसके बाद कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सैनी को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इसी दिन उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।

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A terrible storm is coming! There will be heavy rain in these states including Haryana and Punjab

Weather Alert News : आने वाला है भयंकर तूफान ! हरियाणा, पंजाब समेत इन राज्यों में होगी झमाझम बारिश

Weather Alert News : ज्येष्ठ का महीना शुरू होने में चाहे अभी 17 दिन बाकि हो, परंतु गर्मी ने वैशाख के दिनों में ही अपना रंग ज्येष्ठी की तरह दिखाना शुरू कर दिया है।  उत्तर भारत के हरियाणा,पंजाब,राजस्थान दिल्ली व उत्तर प्रदेश में गर्मी फिलहाल ऊंचे चरम पर है। भारत मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे के दौरान हरियाणा का नूंह जिला उत्तर भारत में सबसे ज्यादा गर्म रहा। इस दौरान नूंह जिले का अधिकतम पारा 43.2 डिग्री सेल्सियस रहा है।

अगर हरियाणा के यमुनानगर, अंबाला, भिवानी, करनाल व सिरसा जिला का छोड़ दिया जाए तो हरियाणा के शेष जिलों का पारा 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा, जो मई महीने में अपने आप में एक रिकॉर्ड पारा माना जा रहा है। स्काईमेट के मुताबिक, अगले 4 दिनों तक भी मौसम इसी प्रकार शुष्क बना रहेगा। इस दौरान अधिकतम पारा में 2 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी की आशंका है। इसके बाद 9 मई की रात्रि से एक बार फिर से मौसम परिवर्तनशील होने की आशंका है। 10 मई तक हरियाणा व पंजाब में तेज़ हवाओं के साथ बारिश की आशंका बनी रहेगी।

उत्तर भारत में कैसा रहेगा मौसम ?

मौसम विभाग के मुताबिक, 7 और 8 मई को ऊपरी वायु प्रणाली के रूप में हल्का पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ों को प्रभावित करेगा। दिल्ली के करीब 7 मई को एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनेगा। यह एक शुष्क विशेषता होगी, पर आम गर्मी के वजह से कुछ बादल छा सकते हैं। इसके बाद 9 मई को मौसम प्रणाली में मुख्य रूप से बदलाव आएगा। इस दौरान उत्तरी राजस्थान और पंजाब पर सपोर्ट साइक्लोनिक सर्कुलेशन बनेगा। पूर्व-पश्चिम दिशा में पंजाब,हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में बरसात से राहत मिलने की आशंका है।

हरियाणा व उत्तरप्रदेश में 10 से 12 मई के बीच गरज के साथ बरसात होने की संभावना है। इस दौरान मौसम की अधिकतर गतिविधियाँ बरसात, आँधी, ओलावृष्टि, तेज हवाएँ, बिजली गिरना देर रात या सुबह के समय घटित होंगी। इसलिए एक-दो दिन को छोड़कर गर्मी से कोई बड़ी राहत मिलने की आशंका नहीं है। अगला हफ्ते मौजूदा चल रहे हफ्ते से भी ज्यादा गर्म रहने की संभावना है।

यूपी में गर्मी तोड़ेगी रिकॉर्ड

देश की राजधानी दिल्ली में साथ लगते यूपी में भी गर्मी 10 मई तक अपने चरम पर होगी। इस दौरान अधिकतर क्षेत्रों में अधिकतम पारा 40 डिग्री सेल्सियस से 43 डिग्री सेल्सियस के मध्य रह सकता है। जबकि, 10 से 12 मई के मध्य होने वाली मौसमी हलचल का प्रभाव दिल्ली के साथ-साथ यूपी में भी दिखाई देगा। पर 2 दिन राहत मिलने के बाद एक बार फिर इन राज्यों में लू की आशंका बनती दिख रही है।

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