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Haryana Education Board implemented new pattern of evaluation marks for 10th and 12th students, these students will face difficulties in examinations.

HBSE Notice : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 10 वीं और 12 वीं के विधार्थियों के लिए मूल्यांकन अंकों का नया पैटर्न लागू किया, इन विधार्थियों को होगी परीक्षाओं में मुश्किलें

HBSE Notice : बोर्ड विशेषज्ञ की राय और सुझाव के बाद नए स्तर से 12वीं कक्षा तक प्रश्न पत्रों में बड़ा बदलाव करने की तैयारी चल रही है। आंतरिक मूल्यांकन को जैसे बोर्ड नहीं नहीं पास फार्मूला में जरूरी बनाया है। वैसे ही अब इसके प्रारूप को भी बदला जा रहा है पहले जहां स्कूल संचालक, गेस्ट शिक्षक विद्यार्थियों को बिना मेहनत के अंक दे देते थे, अब वह नहीं होगा।

आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंकों में से अच्छे अंक लाने के लिए काफी मुश्किलों का सामना करना होगा। इसके अतिरिक्त 10वीं और 12 वीं कक्षा (HBSE Notice) में साइंस विषय के प्रैक्टिकल के अलग से 20 अंक करने की बजाय, थ्योरी की परीक्षा ही 80 करने पर विचार चल रहा है।

 

 

 

80 प्रतिशत से कम उपस्थिति पर नहीं मिलेंगे 5 अंक

आंतरिक मूल्यांकन के 20 अंकों के लिए दो टेस्ट की परीक्षाएं ली जाएगी, जिनमें चार अंक होंगे प्री बोर्ड (HBSE Notice) एग्जाम के लिए जाएंगे क्लास का प्रोजेक्ट वर्क होगा। इसके कक्षा में उपस्थित होने के पांच अंक अगर विद्यार्थी की उपस्थिति 95 से 100% के बीच है, तो 5 अंक मिलेंगे। वहीं 90 से 95% उपस्थित पर चार अंक मिलेंगे। वहीं 80% से कम उपस्थित होने पर कोई अंक नहीं दिया जाएगा।

 

हरियाणा शिक्षा बोर्ड (HBSE Notice) ने विचार करते हुए प्रतिस्पर्धा प्रश्नों पर फोकस किया है । पहले 30% प्रतिस्पर्धा प्रश्न पूछे जाते थे, इस बार इनकी संख्या 40 से 50 कर दी गई है।

 

बोर्ड (HBSE Notice) ने प्रश्न पत्र बैंक भी तैयार किया है, इसमें 10वीं 12वीं के तीन-चार मॉडल प्रश्न पत्र डाले गए हैं। जो विद्यार्थियों को काफी सहायता करेगा, इनकी रिवीजन से जहां विद्यार्थियों को परीक्षा का पैटर्न अच्छे समझ में आ जाएगा। ऐसे में 80 से 90% सिलेबस पूरा हो जाएगा।

 

 

 

बोर्ड ने नया आंतरिक मूल्यांकन अंकों का नया पैटर्न लागू किया

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Notice) ने एक तरफ जहां पास फार्मूला में आंतरिक अंकों को जोड़कर, 33% अंक लाने वाले को ट्रेन करने का फार्मूला अपनाकर परीक्षार्थियों को बड़ी राहत दी है। वही आंतरिक मूल्यांकन में अब ज्यादा अंक लेना परीक्षार्थियों के लिए चुनौती होने वाला है। आंतरिक मूल्यांकन अंकों के लिए बोर्ड ने नया पैटर्न लागू कर दिया हैं।

इसके तहत सभी विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन में अच्छे अंक लेने के लिए नए सिरप प्रोजेक्ट बनाने होंगे। बल्कि क्लासरूम के गतिविधियों में भी अधिक से अधिक भाग लेना होगा।

इसके अलावा हर 6 महीने में होने वाली पेपर टेस्ट की अंको को भी जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त विद्यार्थियों की क्षमता मापन पर फोकस रखते हुए प्रतिस्पर्धा प्रश्न ज्यादा पूछे जाएंगे। प्रश्न पत्र में इनकी संख्या 30 से बढ़कर 50 करती जाएगी।

HBSE Notice : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 10 वीं और 12 वीं के विधार्थियों के लिए मूल्यांकन अंकों का नया पैटर्न लागू किया, इन विधार्थियों को होगी परीक्षाओं में मुश्किलें Read More »

Devendra Babli preparing to shock JJP, what is the meaning of the post on X account?

Haryana Politics : JJP को झटका देने की तैयारी में देवेंद्र बबली, X अकाउंट पर पोस्ट के मायने आखिर क्या ?

Haryana Politics : हरियाणा में लोकसभा चुनावों को लेकर सियासी हलचलें तेज हो गई है। ऐसे में कई नेता अब तक कई पार्टियों को अलविदा कह चुके हैं। टिकट नहीं मिलने के संशय को लेकर दिग्गज नेता भी पार्टियों का दामन छोड़ अन्य दूसरी राजनीतिक पार्टियों में शामिल होने का मन बनाते नजर आ रहे हैं।

 

 

वहीं पूर्व मंत्री एवं टोहाना से JJP विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने प्लैटफॉर्म X पर लिखा है कि बेड़ियों से आज़ाद होने का रास्ता साफ हो गया है। अब देवेंद्र बबली की इन पंक्तियों का राजनीतिक (Haryana Politics) विशेषज्ञों से भावार्थ समझने की कोशिश करेंगे तो पाएंगे कि ये बेड़ियां जजपा की हैं।

जिसमें वो पिछले 5 वर्षों से बंधे हुए हैं। लेकिन अब विधानसभा चुनावों (Haryana Politics) से ठीक पहले वो इन बेड़ियों को तोड़कर ना सिर्फ जजपा से मुक्ति पाना चाह रहे हैं। बल्कि आने वाले वक्त में उल्टा जजपा के लिए ही चुनौती बनने के लिए भी तैयार है। हालांकि ये सिर्फ कयास हैं। अब अपनी पोस्ट के बारे में ज्यादा जानकारी तो टोहाना से विधायक देवेंद्र सिंह बबली ही दे सकते हैं।

 

 

 

बता दें कि 2019 हरियाणा विधानसभा चुनावों (Haryana Politics) से पहले देवेंद्र बबली ने खफा होकर कांग्रेस का दामन छोड़ दिया और दुष्यंत चौटाला की उस वक्त की नई नवेली पार्टी से टोहाना का टिकट भी हासिल कर लिया और बीजेपी के दिग्गज नेता सुभाष बराला को चुनावों में पटकनी भी दी।

 

लेकिन पिछले कुछ वक्त से देवेंद्र बबली का रुझान भाजपा की तरफ बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। अब देखना दिलचस्प रहेगा कि क्या देवेंद्र बबली बेड़ियों से मुक्ति पाने के बाद कमल थामते हुए नजर आते हैं या नहीं। आपको क्या लगता है कि पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली (Haryana Politics) क्या करेंगे कमेंट बॉक्स में लिखकर बताएं।

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For the first time in Haryana, cards like marriage will be given to voters: will be distributed among 50 lakh houses; Will remind you to cast your vote, 70 percent votes were cast in 2019

Haryana Lok-Sabha Election : हरियाणा में पहली बार वोटरों को शादी जैसा कार्ड : 50 लाख घरों में बंटेगा ; वोट डालने की दिलाएगा याद, 2019 में 70 प्रतिशत पड़े थे मतदान

Haryana Lok-Sabha Election : हरियाणा में पहली बार वोटरों को चुनाव आयोग शादी जैसा स्नेह निमंत्रण मिलेगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी (ष्टश्र्वO) की ओर से यह निमंत्रण सूबे के 50 लाख घरों में बांटा जाएगा। यह निमंत्रण पत्र लोगों को वोट डालने की याद दिलाएगा। सबसे अहम बात यह है कि इन्विटेशन (Haryana Lok-Sabha Election) पर जो भी वोटर वोट डालने के लिए जाएगा उसका पोलिंग बूथ में पोलिंग अधिकारी स्वागत भी करेंगे।

हर घर में इन विशेष निमंत्रण पत्र को बांटने की जिम्मेदारी बूथ लेवल अधिकारी (B.O) की होगी, जो घर-घर जाएंगे और उनसे 25 मई को पोलिंग बूथ पर पहुंचने की अपील करेंगे।

 

 

राष्ट्रीय औसत से अच्छा है वोटिंग प्रतिशत

आयोग (Haryana Lok-Sabha Election) के अधिकारियों का कहना है कि, हरियाणा का मतदान प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से ज्यादा ही रहता है। पिछली बार यानी 2019 में हरियाणा में 70 त्‍‌न वोटिंग हुआ था। इस बार इस मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने 5 प्रतिशत बढ़ा दिया है, इस बार लक्ष्य को 75 फीसदी तक लेकर जाना है। आयोग यह जानता है कि यह लक्ष्य तभी संभव हाे पाएगा, जब लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भागीदारी सुनिश्चित हो।

 

 

 

यहां पढ़िए स्नेह निमंत्रण पत्र

आयोग के निमंत्रण पत्र की भाषा शादी के कार्ड जैसी रखी गई है। इसमें वोटर को है, प्रिय मतदाता लिया गया है, भारत निर्वाचन आयोग के द्वारा निर्धारित कार्यक्रम अनुसार लोकसभा चुनाव (Haryana Lok-Sabha Election) के मंगल उत्सव की पावन बेला पर मतदान करने हेतु आप सपरिवार सादर आमंत्रित हैं। कार्यक्रम स्थल आपका आपका मतदान केंद्र।

 

स्वागतकर्ता : बूथ लेवल अधिकारी। निवेदक : जिला निर्वाचन अधिकारी। दर्शनाभिलाषी : पीठासीन अधिकारी एवं समस्त मतदान दल सदस्य। कार्ड के पीछे मतदाता मार्गदर्शिका का पूरा ब्योरा है।

 

 

 

हरियाणा में 1 करोड़ 99 लाख वोटर

मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में नये मतदाताओं के पंजीकरण की अंतिम तिथि 26 अप्रैल है, इसलिए यदि अभी भी किसी पात्र नागरिक ने अपना वोटर कार्ड नहीं बनवाया है, तो वे तुरंत बनवा लें। उन्होंने बताया कि अभी तक प्रदेश में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 99 लाख 81 हजार 982 है। इनमें 1 करोड़ 6 लाख 4 हजार 276 पुरुष तथा 93 लाख 77 हजार 244 महिला मतदाता हैं। इसके अलावा, 462 ट्रांसजेंडर मतदाता भी पंजीकृत हैं।

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Cotton sowing work has started, farmers are getting disillusioned every year due to the outbreak of pink bollworm, Agriculture Department gave this advice

Haryana Agriculture news : कपास की बिजाई का काम शुरू, हर साल गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण हो रहा किसानों का मोह भंग, कृषि विभाग ने दी ये सलाह

Haryana Agriculture news : कपास की बिजाई 15 अप्रैल से शुरू हो चुकी है। जिले में पिछले कुछ साल में गुलाबी सुंडी के प्रकोप के कारण कपास की फसल का रकबा लगातार घट रहा है। जिसके चलते धान का रकबा बढ़ रहा है, जिससे भूमिगत जल का भी दोहन बढ़ रहा है। सरकार और कृषि विभाग भूमिगत जल (Haryana Agriculture news) के दोहन को रोकने के लिए धान की बजाय कम सिंचाई में तैयार होने वाली फसलों पर जोर दे रहे हैं।

 

 

 

कपास की फसल में गुलाबी सुंडी और सफेद मक्खी के प्रकोप

कपास खरीफ की मुख्य फसल है। जिले में कुछ साल पहले तक 70 हजार हैक्टेयर से ज्यादा में कपास की फसल होती थी। लेकिन जुलाना, पिल्लूखेड़ा में भूमिगत जल स्तर ज्यादा आने की वजह से कपास की पैदावार बंद हो गई। एेसे में इन क्षेत्र के किसानों ने धान की खेती शुरू कर दी। वहीं कुछ साल पहले कपास की फसल में गुलाबी सुंडी और सफेद मक्खी के प्रकोप से जींद जिले के साथ-साथ अन्य जिलों में भी कपास का उत्पादन घट गया।

जिससे किसानों का कपास की खेती से मोह भंग होने लगा। जींद जिले (Haryana Agriculture news) में पिछले साल 27 हजार हैक्टेयर में ही कपास की फसल थी। वहीं साल 2022 में तो महज 16 हजार हैक्टेयर में ही कपास की फसल बची थी। उस समय गुलाबी सुंडी के कारण कपास की बिजाई कम हुई थी।

वहीं जुलाई में हुई भारी वर्षा के कारण हजारों एकड़ फसल खराब हो गई थी। धान की तुलना में कपास की फसल में पानी की लागत कम है। ऐसे में कृषि विभाग दोबारा कपास का रकबा बढ़ाने के लिए प्रयासरत है। जहां सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता कम है, उन क्षेत्रों में कपास की बिजाई के लिए कृषि विभाग किसानों (Haryana Agriculture news) को जागरूक कर रहा है। वहीं गुलाबी सुंडी का प्रभाव कम से कम हो, इसके लिए खेतों में रखे कपास की फसल के अवशेष उठाने की किसानों को हिदायत दी है।

कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले साल जो गुलाबी सुंडी कपास के टिंडे में रह गई थी, वो फसल अवशेष के अंदर जीवित हो सकती है। जिससे दोबारा कपास की फसल में जाकर नुकसान पहुंचाएगी। वहीं जिले में काटन व बिनौला मिल में बड़ी मात्रा में गुजरात से बिनौला आता है। जिसमें भी गुलाबी सुंडी हो सकती है। इसलिए कृषि अधिकारी मिल का निरीक्षण कर संचालकों को कपास व बिनौले को ढक कर रखने के निर्देश दे रहे हैं।

 

 

 

तीन साल पहले पालवां से गुलाबी सुंडी का हुआ फैलाव शुरू

कृषि विभाग के अनुसार जिले में गुलाबी सुंडी की शुरुआत पालवां गांव (Haryana Agriculture news) से हुई। पालवां गांव में काटन व बिनौला मिल हैं। जहां गुजरात से बिनौला आता है। ऐसा माना जाता है कि इसी बिनौले में गुजरात से गुलाबी सुंडी पालवां गांव में पहुंची। जहां बाकी क्षेत्र में इसका फैलाव हो गया।

गुलाबी सुंडी टिंडे के अंदर बिनौले का रस चूस लेती है। महंगे से महंगी और तेज प्रभाव वाली दवाइयों का स्प्रे करने के बावजूद गुलाबी सुंडी नियंत्रण में नहीं आती है। ऐसे में इसके शुरुआत में ही फैलाव को रोकना ही बड़ा बचाव है।

 

 

 

प्रमाणित बीज खरीदें और पक्का बिल लें किसान

जिला कृषि उप निदेशक डा. गिरिश नागपाल ने बताया कि गुलाबी सुंडी के प्रकोप की वजह से पिछले कुछ साल में जिले में कपास का रकबा घटा है। दोबारा कपास का रकबा बढ़ाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। गुलाबी सुंडी के फैलाव को कैसे रोका जा सकता है, इसके बारे में किसानों को बताया जा रहा है।

खेत में पड़े कपास के पिछले साल के फसल अवशेष को हटवाया जा रहा है। इस बार कपास का रकबा बढ़ने की उम्मीद है। किसान किसी दुकानदार या डीलर (Haryana Agriculture news) के बहकावे में आकर महंगे बीज ना खरीदें। प्रमाणित बीज खरीदें और पक्का बिल लें। बिजाई से पहले खेत को अच्छे से तैयार करें।

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Whose government was formed in Haryana, his government was formed at the Centre. This time it will be interesting, the state's record is unique

Haryana Political news : हरियाणा में जिसकी सरकार, केंद्र में उसी की सरकार बनी ! अबकी बार होगा दिलचिस्प, अनोखा है राज्य का रिकॉर्ड

Haryana Political news : लोकसभा चुनाव 2024 का आगाज हो 19 अप्रैल को हो चुका है। इस चुनाव के लिहाज से हरियाणा की 10 सीटें भी काफी अहम हैं। हरियाणा की सभी लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को एक साथ ही वोटिंग होगी।

 

लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। वहीं, दूसरे चरण के लिए 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। इस चुनावी सीजन में हम आपके लिए चुनाव से जुड़ी अनोखी कहानियां और रिकॉर्ड लेकर आ रहे हैं। ऐसे ही एक खास रिकॉर्ड भरी कहानी हरियाणा (Haryana Political news)  की भी है।

 

बड़ी खास बात ये है कि, हरियाणा में लगभग हर बार जिस पार्टी को ज्यादा सीटें मिली हैं ! वही पार्टी केंद्र सरकार की सत्ता में भी बैठी है। हरियाणा (Haryana Political news) की स्थापना के बाद हुए 14 लोकसभा चुनाव में से 13 बार सरकार बनाने में हरियाणा का खास रोल रहा है। आइए समझते हैं ये पूरा मामला।

 

 

 

हरियाणा का 13 बार केंद्र में सरकार बनाने में योगदान

बड़े भाई पंजाब से अलग होकर हरियाणा की स्थापना साल 1966 में हुई थी। इसके बाद 14 लोकसभा चुनाव हुए जिनमें से एक चुनाव को छोड़कर 13 चुनावों में केंद्र में सरकार बनाने में हरियाणा (Haryana Political news) के सांसदों की खास भूमिका रही है।

रिकॉर्ड को देखें तो सिर्फ 1998 में हुए चुनाव में सरकार बनाने में राज्य का कोई खास रोल नहीं था। खास बात ये भी है कि ज्यादातर बार इस राज्य के मतदाताओं ने कांग्रेस पार्टी पर ही भरोसा जताया है।

 

 

 

हरियाणा का चुनावी इतिहास 

हरियाणा (Haryana Political news) के वोटर्स ने कुल 14 लोकसभा चुनाव में आधे से ज्यादा बार एक ही दल या फिर गठबंधन पर विश्वास दिखाया है। साल 1967 और 1971 में कांग्रेस ने राज्य की 7-7 सीटें जीतीं। वहीं, राज्य में 4 लोकसभा चुनाव में विभिन्न दलों ने राज्य की सभी सीटों पर क्लीन स्वीप किया है।

क्लीन स्वीप का ये सिलसिला साल 1977 में शुरू हुआ था। कांग्रेस विरोधी लहर के दौरान भारतीय लोकदल ने सभी 10 सीटें जीती थीं और कांग्रेस को करारी हार झेलनी पड़ी थी। हालांकि, साल 1991, 2004 और 2009 में कांग्रेस ने राज्य की 9-9 सीटों पर कब्जा किया था। साल 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने राज्य (Haryana Political news) की सभी 10 सीटें जीती थीं।

साल केंद्र सरकार राज्य में सरकार सीटें जीती
1967 कांग्रेस कांग्रेस 7
1971 कांग्रेस कांग्रेस 7
1977 भारतीय लोकदल भारतीय लोकदल 10
1980 कांग्रेस कांग्रेस 5
1984 कांग्रेस कांग्रेस 10
1989 जनता दल जनता दल 6
1991 कांग्रेस कांग्रेस 9
1996 भाजपा भाजपा व हविपा 7
1998 भाजपा हलोद व बसपा 5
1999 भाजपा भाजपा व इनेलो 10
2004 कांग्रेस कांग्रेस 9
2009 कांग्रेस कांग्रेस 9
2014 भाजपा भाजपा 7
2019 भाजपा भआजपा 10

 

 

 

 

हरियाणा में कब होगा लोकसभा चुनाव ?

हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर एक साथ ही मतदान होगा। यहां छठे चरण में 25 मई को मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही करनाल विधानसभा सीट (Haryana Political news) पर भी इसी दिन मतदान कराया जाएगा। इसके साथ ही 04 जून को पूरे देश के साथ यहां भी मतगणना होगी और परिणामों का ऐलान किया जाएगा

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Wedding card printed in Haryanvi dialect, made 'Chhaura-Chhauri' for the bride and groom, sent 'invitation' to all the 'family'

Haryanvi language wedding card : हरियाणवी बोली में छपा शादी का कार्ड, दूल्हा-दुल्हन को बनाया ‘छौरा-छौरी’, सारे ‘कुणबे’ को भेजा ‘न्यौता’

Haryanvi language wedding card : हमारे देश में, खासकर उत्तर भारत के हिन्दी बोलने वाले राज्यों में आमतौर पर शादी के कार्ड इंग्लिश या हिन्दी में ही छपते हैं। प्रांतीय भाषाओं में भी कार्ड छपते हैं पर छेत्रीय बोली में छपे कार्ड

 

शादियों में छोटी-बड़ी इतनी चीजों की तैयारी पहले से करनी पड़ती है कि लोगों का दिमाग चकरा जाता है। शादी का कार्ड (Haryanvi language wedding card) छपवाना भी ऐसा ही एक काम है। पहले कार्ड सेलेक्ट करो, फिर उसके लिए संदेश लिखो, फिर उसे छपवाओ और उसके बाद छपे कार्ड्स को फोल्ड कर उनके ऊपर मेहमानों के नाम लिखो और अपने पहचान वालों को बांटो।

कहीं अगर कार्ड में कुछ गलत छप जाए तो बार-बार गलती लोगों की नजर में आने लगती है ! इन दिनों एक शादी का कार्ड (Haryanvi language wedding card) खूब वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ गलती नहीं लिखी है, पर फिर भी लोगों के नजर में आ रही है। वो इसलिए क्योंकि ये कार्ड हरियाणवी बोली में छपा है।

 

 

 

कार्ड सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल

सोशल मीडिया पर एक हरियाणवी कार्ड इसी वजह से वायरल होता रहता है, जो देखने को कम मिलता है। इस कार्ड (Haryanvi language wedding card) में शुरू से लेकर अंत तक सब कुछ हरियाणवी बोली में लिखा हुआ है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पिनट्रेस्ट पर Shailendra Tokas नाम के शख्स ने इस कार्ड को शेयर किया है।

Wedding card printed in Haryanvi dialect, made 'Chhaura-Chhauri' for the bride and groom, sent 'invitation' to all the 'family'
Wedding card printed in Haryanvi dialect, made ‘Chhaura-Chhauri’ for the bride and groom, sent ‘invitation’ to all the ‘family’

 

 

 

“छौरा-छौरी का शुभ विवाह टेक दिया है”

कार्ड पर लिखी जानकारी से पता चल रहा है कि, ये साल 2015 का है। दूल्हा और दुल्हन के नाम के साथ ‘छौरा और छौरी’ लिखा है, क्योंकि हरियाणा में लड़का-लड़की को छौरा और छौरी कहते हैं। दूल्हे का नाम सुनील और दुल्हन का नाम आरती है। कार्ड (Haryanvi language wedding card) के शुरू में लिखा है, “बड़े चाव ते न्यौंदा देरे, सब काम छोड के आणा होगा”

नामों के नीचे लिखा है, “दूल्हा-दुल्हन का शुभ विवाह टेक दिया है। अर इस खुशी के मौके पे थारा सारे कुणबे का न्यौता सै अर म्हारा सारा कुणबा थारे आण की गाम हैबतपुर जिला जीन्द में कसृनी तै कसूती अर ऐडी ठा-ठा कै बाट देखेगा”

 

 

 

(Haryanvi language wedding card)  हरियाणवी में लिखी है जानकारी

अंत में शादी में होने वाले कार्यक्रमों की लिस्ट दी है, इसे भी हरियाणवी बोली में लिखा गया है। इसमें लिखा है- “खाने पै टूट पड़न का टेम, छड़दम तारण का टेम ” सबसे रोचक है बच्चों की तरफ से लिखी गई लाइन। कार्ड के नीचे लिखा है- “मेरे पै दौबारा आण का टेम कोनी, कदे मेरी बाट मैं रह ज्यो, मेरे भाई के ब्याह मैं थारि सारां का आणा घणा जरूरी सै- कोमल, आशु ”

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Farmers have been on the tracks for six days, 788 trains affected, 352 cancelled, what are their demands?

Haryana Farmer protest : छह दिन से पटरी पर डटे किसान 788 ट्रेनें प्रभावित, 352 रद्द, क्या है इनकी मांगें ?

Haryana Farmer protest : अंबाला बस अड्डा इंचार्ज अजीत कुमार ने बताया कि यहां पर यात्रियों को कोई असुविधा नहीं हो रही है. अगर ऐसा होता है तो बस स्टैंड पर एक्स्ट्रा बसें खड़ी की हुई हैं।

बता दें की, हरियाणा के अंबाला जिले के शंभू बॉर्डर (Shambhu Border) के पास किसानों (Haryana Farmer protest) के रेल रोको आंदोलन (Kisan Andolan) चल रहा है. सोमवार को लगातार छठे दिन भी किसान अब रेल पटरियों पर बैठे हुए हैं. इस कारण ट्रेनों के संचालन पर असर पड़ा है। रेललाइन (Rail Line) पर किसानों के बैठने के चलते 788 ट्रेनों की आवाजाही पर असर पड़ा है।

 

 

किसानों की क्या है मांग ?

दरअसल, किसान अंबाला से सटे पंजाब (Haryana Farmer protest) के शम्भू रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठे है। सोमवार को अंबाला रेल मंडल से गुजरने वाली लगभग 788 ट्रेनें प्रभावित हो रही है। इसमें 352 ट्रेनों को कैंसिल किया गया है, साथ ही कुछ को शॉर्ट टमिनेट किया गया है और कुछ के रूट को डायवर्ट किया गए हैं।

 

अंबाला रेल मंडल के सीनियर डीसीएम नवीन कुमार ने बताया कि अब तक के आकडों के मुताबिक अंबाला मंडल से गुजरने वाली 788 रेलगाड़िया प्रभावित हो रही हैं। इसके मेल एक्सप्रेस और पेसेंजर मिलाकर 352 ट्रेनों को रद्द किया गया है। 35 और 40 ट्रेनों शॉर्ट टमिनेट हुई है और बाकि के रूट बदलकर चलाया जा रहा है।

 

उन्होंने कहा कि ट्रेनों के प्रभावित होने का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों (Haryana Farmer protest) ने शंभू रेलवे स्टेशन के नजदीक रेलवे ट्रैक जाम किया है। बता दें कि किसान हरियाणा के जेलों में बंद अपने साथियों की रिहाई की मांग कर रहे हैं।

 

 

कितने ट्रेनें रद्द हुई ?

किसान लगातार चौथे दिन से रेलवे ट्रैक पर बैठे है और इसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ लग गई है। सीनियर DCM नवीन कुमार का कहना है कि अंबाला रेल मंडल से अब तक 85 मेल एक्सप्रेस ट्रेनें रद्द कर दी गई है। रेलवे का कहना है कि, यात्रियों की सुविधा को देखते हुए हेल्प डेस्क भी बनाए गए है। उन्होंने कहा कि अभी वाया चंडीगढ़ से लुधियाना होते हुए जम्मू की ओर ट्रेन जा रही हैं।

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Hail will fall with heatwave, it will also rain! Weather patterns will prevail across the country including Delhi-Punjab-Haryana

India Heatwave Alert : हीटवेव के साथ गिरेंगे ओले, बारिश भी होगी! दिल्ली-पंजाब-हरियाणा समेत देशभर में छाएगा मौसम का मिजाज

India Heatwave Alert : आईएमडी ने बताया कि कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगााना सहित आसपास के कई जगहों पर हीटवेव चलने की आशंका है। ऐसे में लोग सतर्क रहे।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि पूर्वी भारत में अगले पांच दिनों के दौरान भीषण हीटवेव चलने की आशंका है। इस दौरान दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में भी उष्ण लहर चल सकती है।

 

 

मौसम विभाग (India Heatwave Alert) ने झारखंड, बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में 24 से 27 अप्रैल के दौरान हीटवेव चलने की आशंका जताई है।

मौसम विभाग ने कहा कि, पूर्वोत्तर भारत में 23 और 24 अप्रैल को अलग-अलग स्थानों पर बिजली और तेज हवाओं के साथ बारिश होने की आशंका है।

 

 

आईएमडी (India Heatwave Alert) ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में कई जगहों भारी बारिश हो सकती है। वहीं नगालैंड, असम और मणिपुर में आंधी तूफान चलने की आशंका है।

मौसम विभाग ने कहा कि, पंजाब और हरियाणा में 26 और 27 अप्रैल को अलग-अलग जगहों पर ओलावृष्टि होने की आशंका है।

Hail will fall with heatwave, it will also rain! Weather patterns will prevail across the country including Delhi-Punjab-Haryana
Hail will fall with heatwave, it will also rain! Weather patterns will prevail across the country including Delhi-Punjab-Haryana

 

 

मौसम कार्यालय (India Heatwave Alert) ने कहा कि, दिल्ली में बुधवार के आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहेंगे और दिन में तेज हवाएं चलेंगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश : 37 और 23 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है।

भारतीय रिजर्व बैंक के अप्रैल के बुलेटिन में कहा गया है कि प्रतिकूल मौसम के कारण महंगाई बढ़ने का खतरा हो सकता है।

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Kuldeep Bishonai News : कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया पर फ़ैल रही फेक न्यूज को बताया भ्रामक ! भव्य ने भी इशारों में कह दी बड़ी बात

Kuldeep Bishonai News : हिसार लोकसभा सीट से भाजपा का टिकट नहीं मिलने से नाराज चल रहे पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई अपने ही बुने जाल में उलझ गए हैं। कुलदीप बिश्नोई ने सोमवार को एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए सफाई दी कि उनके कांग्रेस में जाने की अफवाहें उड़ाई जा रही हैं, जबकि सच्चाई यह है कि उन्होंने भाजपा और संघ परिवार का साधारण कार्यकर्ता बनकर काम किया है।

कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishonai News) यहीं नहीं रुके। उन्होंने अपनी पोस्ट में स्पष्ट किया कि आगे भी वे संघ परिवार और भाजपा की मजबूती के लिए कार्य करते रहेंगे। कुलदीप बिश्नोई की इस पोस्ट को भाजपा पर दबाव बनाने की रणनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।

इस पोस्ट के तुरंत बाद गणेश भामू नाम के एक व्यक्ति ने जवाब दिया कि हमने आपके कांग्रेस में वापस लौटने की अफवाह नहीं सुनी। कांग्रेस आपको वापस लेने वाली भी नहीं है। इसलिए आप भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने का माहौल क्यों बना रहे हैं?

 

 

 

यूजर ने लिखा- कोई गंभीरता से नहीं लेता

प्रिंस जाट नाम के एक यूजर ने कुलदीप बिश्नोई को जवाब दिया कि आप चाहे जहां भी चले जाएं, लेकिन अब आपको कोई गंभीरता से नहीं लेता। कुलदीप बिश्नोई का राजनीतिक खेल खत्म हो चुका है। हिसार और भिवानी से सांसद रह चुके कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishonai News) जब कांग्रेस में थे, तब मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में उनकी गिनती होती थी।

 

 

 

कांग्रेस से नाराज होकर थामा था भाजपा

कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाए जाने से नाराज होकर कुलदीप (Kuldeep Bishonai News) भाजपा में चले गए थे। आदमपुर उपचुनाव में वह अपने बेटे भव्य बिश्नोई को भाजपा के टिकट पर विधायक बनवाने में कामयाब रहे, लेकिन भाजपा सरकार में उन्हें मंत्री नहीं बनवा सके। जले पर नमक तब छिड़का महसूस हुआ, जब भाजपा ने कुलदीप को न तो राजस्थान में और न ही हरियाणा में लोकसभा का टिकट दिया।

 

 

 

हिसार में भाजपा ने इन पर खेला दांव

भाजपा ने हिसार में ताऊ देवीलाल के छोटे बेटे रणजीत चौटाला पर दांव खेला है। इससे भव्य और कुलदीप (Kuldeep Bishonai News) दोनों नाराज चल रहे हैं, लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व द्वारा आंखें तरेरे जाने के बाद कुलदीप ने स्थिति स्पष्ट करते हुए स्वयं को पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता बताकर माहौल को शांत करने की कोशिश जरूर की। लेकिन उनके दिल के गुबार अभी भी हिलोरे मार रहे हैं। भाजपा के पास यह फीडबैक है कि हिसार के रण में कुलदीप और उनके बेटे भव्य कोई खेल कर सकते हैं।

 

 

 

भव्य बिश्नोई की पोस्ट भी चर्चा में

सोमवार सुबह अपने पिता कुलदीप बिश्नोई (Kuldeep Bishonai News) से पहले विधायक भव्य बिश्नोई ने अंग्रेजी की दो लाइनों की पोस्ट की, जिसका मतलब यह है कि यदि आप मुझे किसी भालू से लड़ते हुए देखेंगे तो आपको भालू के लिए प्रार्थना करनी चाहिए।

 

 

 

खबरों को बताया भ्रामक

इस पोस्ट के कुछ समय बाद कुलदीप बिश्नोई ने एक्स हैंडल पर लिखा कि इंटरनेट मीडिया पर मेरे कांग्रेस में जाने की खबरें चल रही हैं, जो कि पूरी तरह भ्रामक और निराधार हैं। मैं संघ परिवार और भाजपा की मजबूती के लिए कार्य करता रहूंगा।

 

 

 

पढ़ें किसने क्या लिखा?

राजेश बैनीवाल नाम के यूजर ने इसके जवाब में लिखा कि आप भाजपा में कार्यकर्ता हैं, लेकिन कांग्रेस में सीएम के दावेदार थे। हमें पता है कि आगे क्या होने वाला है। आर्यन बिश्नोई ने कुलदीप (Kuldeep Bishonai News) की पोस्ट का समर्थन करते हुए लिखा कि कुलदीप बिश्नोई जिस पार्टी में होंगे, हम उनके साथ हैं, क्योंकि हमें पार्टी नहीं कुलदीप चाहिए।

राजेंद्र मीणा ने यह लिखते हुए कुलदीप की पोस्ट पर सवाल खड़ा कर दिया कि कांग्रेस आपको वापस नहीं लेने वाली है। राकेश कुमार ने कुलदीप (Kuldeep Bishonai News) द्वारा हिसार में चुनाव प्रचार नहीं करने को इंगित करते हुए लिखा कि विपक्ष और आपके विरोधी आपकी चुप्पी के कारण माहौल बना रहे हैं।

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ETO and two associates of GST department arrested, ransom of Rs 5 lakh demanded for release of truck

Faridabad ACB raid : जीएसटी विभाग के ETO व दो सहयोगी गिरफ्तार, ट्रक छोड़ने की एवज में मांगी 5 लाख की रिश्वत

Faridabad ACB raid : हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो बहुत ज्यादा सक्रिय नजर आ रही है। लगातार कई विभागों में अब तक छापेमारी कर कई अधिकारियों को रंगे हाथों भी पकड़ा चुकी है।

वहीं फरीदाबाद एंटी करप्शन ब्यूरो (Faridabad ACB raid)  ने सेक्टर-12 GST विभाग में तैनात एक ईटीओ और उसके दो सहयोगियों को 5 लाख 20 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया। बता दें कि आरोपियों ने कुछ दिन पहले पकड़े गए एक ट्रक को छोड़ने की एवज में रिश्वत मांगी गई थी।

 

ETO and two associates of GST department arrested, ransom of Rs 5 lakh demanded for release of truck
ETO and two associates of GST department arrested, bribe of Rs 5 lakh demanded for release of truck

कैसे हुई गिरफ्तारी ?

फरीदाबाद (Faridabad ACB raid) के सेक्टर 12 जीएसटी विभाग में देखने को मिला जहां एक माल से भरे पकड़े गए ट्रक को छोड़ने की एवज में जीएसटी विभाग में तैनात भूषण ईटीओ ने 5 लाख 20 हजार की रिश्वत की मांग कर डाली।

 

 

बता दें की, शिकायतकर्ता ने पूरे मामले की सूचना एंटी करप्शन ब्यूरो को दी और एंटी करप्शन ब्यूरो (Faridabad ACB raid) ने जाल बिछाकर ईटीओ और उसके दो अन्य सहयोगियों को 5 लाख 20 हजार की नगदी लेते हुए सेक्टर 12 जीएसटी कार्यालय से रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

 

जबकि जीएसटी विभाग में तैनात ईटीओ भूषण 2 दिन बाद ही अपनी रिटायरमेंट पूरी कर घर जाने वाला था, लेकिन घर जाने से पहले वह हवालात पहुंच गया। फिलहाल एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने तीनों की गिरफ्तारी के बाद मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।

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