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Election contest on Sirsa Lok Sabha seat is exciting, there will be a tough fight between two former Congress state presidents Kumari Selja and Ashok Tanwar.

Haryana political news : सिरसा लोकसभा सीट पर अशोक तंवर व सैलजा आमने सामने, सैलजा को भीतरघात का खतरा

Haryana political news : हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से 8 सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इस बार सिरसा लोकसभा में चुनावी मुकाबला रोमांचक होने वाला है। कांग्रेस ने सिरसा से कुमारी सैलजा और भाजपा ने डा. अशोक तंवर को टिकट दिया है। रोमांचक बात यह है कि दोनों ही प्रत्याशी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। तंवर काफी समय पहले ही चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं और इसका उन्हें बेनिफिट मिलेगा। सैलजा को कल टिकेट मिली है और अब उनके पास महीने से भी कम समय प्रचार का बचा है। इसमें भी भीतरघात का खतरा बन रहा है।

 

लंबे समय से उम्मीदवार तलाश रही कांग्रेस पार्टी में सिरसा लोकसभा के लिए जब कुमारी सैलजा को उम्मीदवार बनाया गया तो कांग्रेस का एक पूरा धड़ा उनसे अलग नजर आने लगा है। हुड्डा ग्रुप के नेताओं ने पूरी तरह से अपनी पार्टी की ही उम्मीदवार से दूरी बना ली है, जो सैलजा के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। कांग्रेस भवन में बीती शाम सैलजा की उम्मीदवारी तय होने के बाद पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, वीरभान मेहता, संदीप नेहरा और नवीन केडिया आदि नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस करके खुशी जाहिर की वहीं हुड्डा गुट के नेताओं ने इससे दूरी बना ली है। फ़तेहाबाद में बलवान सिंह और टोहाना में बलज़ींद्र ठरवी ने ही टिकट का स्वागत किया है, लेकिन अन्य कांग्रेसी नेता दूरी बनाते नजर आ रहे हैं।

 

खबर है कि कांग्रेस के कालांवाली से विधायक शीशपाल केहरवाला, पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह, डबवाली के विधायक अमित सिहाग, पूर्व चेयरमैन अमीर चावला, राजकुमार शर्मा की चुप्पी ने सैलजा की उम्मीदवारी पर ही एक तरह से प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। एक बात तो कंफर्म है अगर हुड्डा गुट ने साथ ना दिया तो सैलजा की राह आसान नजर नही आती।

 

गौरतलब है की, कुमारी सैलजा 1991 और 1996 में सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। साल 1998 में हुए संसदीय चुनाव में डा. सुशील इंदौरा से पराजित होने के बाद सैलजा ने अंबाला का रुख कर लिया था। अब सैलजा की फिर से सिरसा में वापसी हो गई है। 1996 के बाद अब वह 2024 में सांसद का चुनाव सिरसा से लड़ रही हैं।

कुमारी सैलजा के पिता चौधरी दलबीर सिंह दिग्गज राजनीतिक रहे हैं। वे चार बार सिरसा से सांसद रह चुके हैं। 1966 को हरियाणा केस्थापना के बाद 1967 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार वह सिरसा लोकसभा से सांसद बने थे। इसके बाद 1971, 1980 और 1984 में भी सांसद बने।

 

 

 

वहीं सिरसा से भाजपा प्रत्याशी डा. अशोक तंवर ने 2009 के लोकसभा चुनाव सिरसा लोकसभा से चुनाव लड़ा था और यह सीट उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी INLD के डा. सीता राम को 35499 मतों के अंतर से हरा कर जीती थी। 2014 में डा. अशोक तंवर इस सीट पर इनेलो के चरणजीत सिंह रोड़ी से हार गए थे। 2019 में उनको भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने हराया था।

 

सिरसा में कब कौन बना सांसद

सांसद साल
चौधरी दलबीर सिंह 1967, 1971, 1980 और 1984
चांदराम 1977
हेतराम 1988 और 1989
कुमारी सैलजा   1991 और 1996
सुशील इंदौरा  1998 और 1999
आत्मा सिंह गिल 2004
अशोक तंवर  2009
चरणजीत सिंह रोड़ी  2014
सुनीता दुग्गल 2019

 

 

 

 

 

 

 

 

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Due to increasing heat, Haryana government issued orders in schools, bell will ring 3 times to remind to drink water, programs will not be held in sunlight

Heatwave alert : गर्मी बढ़ने से हरियाणा सरकार ने स्कूलों में किए आदेश जारी, पानी पीने की याद दिलाने को 3 बार बजेगी घंटी, धूप में नहीं होंगे कार्यक्रम

Heatwave alert : प्रदेश में गर्मी बढ़ने लगी है और लू से बच्चों को बचाने के लिए हरियाणा सरकार के द्वारा प्रदेश के सभी स्कूलों में एक एडवाइजरी जारी कर दी गई है, जिसमें अब सभी स्कूलों में पानी पीने के लिए तीन बार घंटी बजेगी।

इसके साथ-साथ विभाग के द्वारा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि, स्कूल में कोई भी प्रोग्राम धूप (Heatwave alert ) में नहीं होगा और इसके साथ ही खिड़कियों को भी किसी कपड़े या फिर पर्दे से ढका जाएगा, ताकि बच्चों को राहत मिल सके।

 

 

एजुकेशन ऑफिसर करनैल सिंह संधावा स्कूल स्टाफ को दी हितायतें

इस एडवाइजरी के जारी होते ही आज यमुनानगर के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर करनैल सिंह संधावा ने स्कूलों में जाकर इन निर्देशों के बारे में बताया और स्कूल के स्टाफ को भी हिदायतें दी हैं कि, सख्ती से इनका पालन करवाया जाए। इस एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि स्कूलों (Heatwave alert ) में ओआरएस के गोल भी प्रर्याप्त मात्रा में होने चाहिए।

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Case of one and a half year old innocent being shot, accused who provided weapon arrested

Haryana Crime news : डेढ़ साल के मासूम को गोली लगने का मामला, हथियार उपलब्ध कराने वाला आरोपी गिरफ्तार

Haryana Crime news : गांव लाठ में डेढ़ साल के मासूम को संदिग्ध अवस्था में गोली लगने के मामले में सीआईए टीम ने आरोपी पिता को हथियार उपलब्ध कराने के आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी गांव मोहाना निवासी अमन उर्फ सूखा है। उसे न्यायालय में पेश करने न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

 

 

12 अप्रैल की रात को गांव लाठ (Haryana Crime news) में अजय की उनके पिता जोरा सिंह के साथ कहासुनी हो गई थी। अजय ने अपने पिता पर गोली चला दी। अजय की पत्नी हिमांशी ने बीच-बचाव किया तो गोली बेटे अयांश की बाजू में लग गई। गोली लगने के बाद अजय हथियार लेकर भाग गया।

 

 

वहीं हिमांशी व उनके ससुर घायल अवस्था में अयांश को खानपुर कलां के मेडिकल कॉलेज अस्पताल (Haryana Crime news) में ले गए। जहां पर घायल का इलाज कराया गया। इसके बाद सदर थाना पुलिस ने आरोपी अजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

 

 

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी पिता अजय को गिरफ्तार किया था। अब पुलिस ने अजय को अवैध पिस्तौल उपलब्ध कराने के आरोपी अमन को बड़ौता के पास से गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी के खिलाफ सदर थाना गोहाना में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

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The man swallowed rat poison and returned home from work at night. Police is investigating the matter

Haryana news : व्यक्ति ने निगली चूहे खाने की दवाई, रात को काम से लौटा था घर ! पुलिस कर रही मामले की जांच

Haryana news : गांव गोलागढ़ में चूहे मारने की दवा निगलने से एक मौत हो गई। जूई कलां पुलिस थाना ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की वहीं शव का वीरवार सुबह जिला नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया।

 

 

पुलिस को दिए बयान में परिजनों ने बताया कि गांव गोलागढ़ (Haryana news) निवासी विक्रम (28) रात को बाहर काम के लिए गया हुआ था। वह अल सुबह घर लौटा और उसने चूहे मारने की दवा को निगल लिया। जब परिजनों को इसकी जानकारी मिली तो वे उसे तत्काल जिला नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।

 

 

परिजनों ने बताया कि मृतक के पिता रोडवेज में बतौर चालक लगे हैं। वहीं वे दो भाई थे। विक्रम दो बच्चों का पिता था । जूई कलां पुलिस थाना की महिला जांच अधिकारी रेनू ने बताया कि परिजनों के बयान दर्ज कर शव का नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया है। वहीं इस संबंध में इत्तेफाकिया मौत मामले की कार्रवाई की है।

 

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Even Bollywood actresses fail in front of these dancers from Haryana, people get fascinated by their beauty.

Haryana Cinema Update : हरियाणा की इन डांसर्स के आगे बॉलीवुड एक्ट्रेस भी फेल, खूबसूरती पर फिदा हो जाते है लोग

Haryana Cinema Update : हरियाणवीं डांसर्स की एक अलग दीवानगी दर्शको में दिखाई देती है। जब कोई हरियाणवीं डांसर स्टेज पर परफार्म करने पहुंचती है तो दर्शकों की भीड़ को काबू करना मुश्किल हो जाता है। यहीं वजह है कि दिन ब दिन हरियाणवीं डांसर की पॉपुलेरिटि बढ़ती जा रही है। सपना चौधरी हो या फिर गोरी नागोरी स्टेज पर इनका अलग जलवा देखने को मिलता है। 

 

 

इसी बीच आज हम आपको हरियाणा की कुछ ऐसी मशहूर डांसर के नाम बताएंगे, जिनके आगे बॉलीवुड भी फेल है। दर्शकों में इन डांसर्स का एक अलग क्रेज देखने को मिलता है। 

1.    सपना चौधरी : इसमें सबसे पहले नंबर पर नाम आता है, सपना चौधरी का। मशहूर डांसर सपना चौधरी अपने जबरदस्त डांस के लिए काफी पापुलर है। सपना चौधरी के स्टेज शो देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ जाती है। 

 

2.  गोरी नागोरीः   इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर आती गोरी नागोरी आती है। गोरी नागोरी (Haryana Cinema Update) का डांस भी देखने लायक होता है। गोरी नागोरी के ठुमके दर्शकों को उनका दीवाना बना देते है।

3.  प्रांजल दहियाः  वहीं तीसरे नंबर पर प्रांजल दहिया का नाम है।  प्रांजल दहिया इन दिनों काफी सुर्खियों में है। बात डांस की करें तो प्रांजल दहिया डांस में सपना चौधरी को भी टक्कर देती हुई नजर आती है। 
4. प्रांजल दहियाः  वहीं  लिस्ट में मुस्कान बेबीका नाम भी शामिल है। मुस्कान बेबी (Haryana Cinema Update) इन दिनों अपने डांस को लेकर काफी लोकप्रिय है। स्टेज पर मुस्कान बेबी के ठुमके देखने लायक होते है। मुस्कान बेबी के धमाकेदार डांस की दीवानगी अकसर दर्शकों में देखने को मिलती है। 

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Congress tried to remove the thorn from the thorn, Know the intentions of giving ticket to Satpal Brahmachari

Sonipat Lok Sabha Congress Candidate : कांग्रेस ने चला कांटे से कांटा निकालने का दांव, जानिए सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट देने के इरादे

Sonipat Lok Sabha Congress Candidate : हरियाणा की सोनीपत लोकसभा सीट से उम्मीदवार उतारने में भले ही कांग्रेस ने थोड़ी देर की है, लेकिन कांटे से कांटा निकालने का बड़ा दांव चलकर पार्टी ने मुकाबले को दिलचिस्प बना दिया है। सतपाल ब्रह्मचारी के रूप में कांग्रेस ने जिन धर्मगुरु को मैदान में उतारा है, उन्होंने अपने प्रबंधन वाली धर्मशालाओं और आश्रमों के जरिए इलाके के लोगों की सेवा और मदद का काम पहले से हाथ में ले रखा है।

 

हरिद्वार, पांडु पिंडारा और गांगोली मंदिर जाने वाले सोनीपत और जींद के श्रद्धालुओं के लिए ब्रह्मचारी चिर-परिचित नाम हैं और पूरे क्षेत्र में उनके प्रशंसक मौजूद हैं।

 

 

सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट देने से कॉग्रेंस को क्या होगा फायदा ?

अयोध्या में राम मंदिर के भावनात्मक मुद्दे के साथ चुनाव मैदान में उतरे भाजपा के नए उम्मीदवार मोहनलाल बड़ाैली के सामने हरिद्वार के श्री राधा कृष्ण धाम के परमाध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी को मैदान में उतारकर कांग्रेस ने एक साथ कई तीर (Sonipat Lok Sabha Congress Candidate) साधने की कोशिश की है।

 

1.  सोनीपत क्षेत्र के ब्राह्मण वोट अब दोनों उम्मीदवारों में बंटेंगे।

2. ब्रह्मचारी को भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ मिलने से जाट वोटों का ध्रुवीकरण भी उनके पक्ष में हो सकता है।

3. मोहनलाल बड़ौली सोनीपत के राई क्षेत्र से विधायक हैं तो ब्रह्मचारी का रिश्ता भी संसदीय क्षेत्र के सफीदों से रिश्ता है।

4. सतपाल के नाम पर कांग्रेस के सभी धड़े एकमत होने से पार्टी को एक करने में मदद मिलेगी।

5. उनके पक्ष में हरिद्वार से कई दूसरे आश्रम के महंत और संत प्रचार करने सोनीपत आ सकते हैं।

6. वो मूलरूप से जींद के गांगोली के रहने वाले हैं। यह क्षेत्र सफीदों विधानसभा में आने के साथ सोनीपत लोकसभा में भी आता है।

 

 

 

 हरिद्वार नगरपालिका के अध्यक्ष रह चुके है

गौरतलब है कि, सतपाल ब्रह्मचारी ने साल 2022 में हरिद्वार विधानसभा सीट पर भाजपा के कद्दावर नेता मदन कौशिक के खिलाफ कांग्रेस से चुनाव लड़ा था। हार के बावजूद उन्हें मार्च 2023 में हरिद्वार महानगर कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने सियासी पारी की शुरुआत 2003 में कर दी थी, जब वह हरिद्वार नगरपालिका के अध्यक्ष चुने गए थे।

इसके बाद 2012 में वह विधानसभा का चुनाव लड़े। 2017 में टिकट नहीं मिला तब भी वह सक्रिय रहे और 2022 में फिर विधानसभा का टिकट ले आए। इस बार उन्होंने सोनीपत लोकसभा का टिकट हासिल कर कांग्रेस में अपनी पकड़ का परिचय दिया है।

 

 

किसी बैंक या संस्था का कोई कर्ज नहीं है , न आपराधिक केस

बता दें कि, साल 2022 में हरिद्वार विधानसभा का चुनाव लड़ते समय उन्होंने अपने नामांकन में जानकारी दी थी कि, वह राधाकृष्ण ब्रह्मचारी के शिष्य हैं। उन पर किसी बैंक या संस्था का कोई कर्ज नहीं है। उन्होंने ब्रह्मचारी होने के साथ अपने पास एक वाहन होने की जानकारी दी थी। हालांकि वह हरिद्वार में दो आश्रमों से जुड़े हैं।

 

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What happens to the liquor seized during the Code of Conduct, can anyone use it?

Seized liquor in election : आचार संहिता के दौरान जब्त होने वाली दारू का क्या होता है, क्या उसे कोई यूज कर सकता है ?

Seized liquor in election : लोकसभा ईलेक्शन 2024 के दूसरे चरण ( 2nd Phase )  का ईलेक्शन 26 अप्रैल को होने वाला है। इससे पहले 102 लोकसभा सीटों पर 19 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोटिंग हो चुकी है। बता दें कि, 18 वीं लोकसभा ईलेक्शन  के लिए मतगणना  चार जून को होगी। इसके अलावा देश में आदर्श आचार संहिता चुनाव की घोषणा होने के बाद ही लागू हो जाती है। लेकिन सवाल ये है कि ईलेक्शन के दौरान जब्त दारू और पैसों का क्या होता है।

 

 

 

जब्त की गई शराब का क्या होता है ?

बता दें कि, ईलेक्शन के दौरान कैश के अलावा भारी मात्रा में दारू भी जब्त (Seized liquor in election ) की जाती है। अक्सर नेता ग्रामीण क्षेत्रों में मतदाताओं को लुभाने के लिए शराब बांटने का काम करते हैं। इस दौरान सुरक्षाकर्मी जांच के दौरान अवैध तरीके से लाई गई दारू को जब्त कर लेते हैं। हालांकि अगर शराब कानूनी तरीके से बिल और सही मात्रा के साथ खरीदी जाती है, तो उसे छोड़ दिया जाता है।

 

लेकिन बिना कागजों के लेकर जाने पर उसे जब्त कर लिया जाता है। बता दें कि चुनाव के दौरान मिली सभी दारू को सबसे पहले तो एक जगह जमा कर दिया जाता है। जिसके बाद उसे एक साथ नष्ट कर दिया जाता है। आप ऐसी कई फोटोज देखी होगी, जिसमें एक स्थान पर भारी संख्या में बोतलों (Seized liquor in election ) को मैदान में रखा जाता है और रोडरोलर से उन्हें कुचल कर नष्ट किया जाता है।

 

 

 

कैश जब्त का क्या होता है ?

बता दें कि, चुनाव के दौरान अधिकतर काले धन का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए पुलिस छापे और जांच के दौरान काले धन को जब्त करती है। इसके अलावा पुलिस संदिग्ध गाड़ियों और लोगों की जांच करती है. इस दौरान लिमिट से ज्यादा कैश लेकर जाने पर पुलिस उन्हें (Seized liquor in election ) जब्त कर लेती है।

 

हालांकि इस दौरान जो पैसे वैध तरीके से निकाले जाते हैं और उनका बिल और रशीद होता है, उसे पुलिस छोड़ भी देती है। बता दें कि, चुनाव के दौरान पुलिस जो भी कैश या नगदी जब्त करती है, उसे आयकर विभाग को सौंप दिया जाता है। हालांकि पुलिस जिस व्यक्ति से कैश बरामद करती है, वह बाद में इसके लिए क्लेम कर सकता है। पैसा वैध होने पर पैसा उसे वापस कर दिया जाता है।

 

 

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Those who do not have Voter ID will also be able to vote with these 12 identity cards.

Lok Sabha Elections Voter Id : जिनके पास वोटर आईडी नहीं है , वो इन 12 पहचान पत्र के साथ भी कर सकेंगे मतदान

Lok Sabha Elections Voter Id : लोकसभा ईलेक्शन में मत प्रतिशत बढ़ाने को लिए जिला निर्वाचन आयोग ने जरूरी कदम उठाएं हैं। इसके तहत वोटर लिस्ट में नाम होने पर आप वोटर आईडी न होने पर 12 पहचान पत्र के साथ भी मतदान कर सकेंगे। साथ ही 18 वर्ष की आयु पार कर चुके ऐसे युवा जिन्हें अभी तक वोटर आईडी कार्ड प्राप्त नहीं हुआ है वो भी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे।

 

लोकसभा ईलेक्शन में मत प्रतिशत बढ़ाने को लिए जिला निर्वाचन आयोग की ओर से जरूरी कदम उठाए गए हैं। 18 वर्ष की आयु पार कर चुके ऐसे लोग, जिन्होंने मतदाता पहचान के लिए आवेदन किया था, लेकिन मतदाता पहचान पत्र प्राप्त नहीं हुआ है।

वह भी मतदान की प्रक्रिया में हिस्सा ले सकेंगे। बशर्ते उनका मतदाता सूची में नाम होना चाहिए। ऐसे लोग जिनका वोटर कार्ड खो गया या नहीं मिल रहा है वह भी फोटोयुक्त 12 पहचान पत्र दिखाकर मतदाता सूची में नाम होने पर मतदान कर सकेंगे।

 

नोएडा विधानसभा के निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी विवेकानंद मिश्र का कहना है कि, ऐसे लोग जिनके पास मतदाता पहचान पत्र (Voter Id ) नहीं बना है। लेकिन मतदाता सूची में नाम है तो वह मतदान में हिस्सा ले सकेंगे। https://voters.eci.gov.in/ पर जाकर मतदाता अपना नाम मतदाता सूची (voter list) में नाम देख सकते है। मांगी गई जरूरी जानकारी दर्ज करने के बाद मतदाता को अपने बीएलओ के साथ मतदान केंद्र का पता चलता है।

वोटर लिस्ट में नाम खोजने का प्रोसेस

 

  • गूगल पर जाकर https://voters.eci.gov.in/ टाइप करें
  • सर्च इन इलेक्टोरल रोल (Search in Electoral Roll) पर क्लिक करें
  • भाषा का चयन करे/Select Language पर क्लिक कर अपनी भाषा चुनें
  • ईपीआईसी द्वारा खोजें / Search by EPIC पर क्लिक करें
  • खाली बाक्स में ईपीआईसी संख्या/ EPIC Number दर्ज करे
  • खाली बाक्स में राज्य/State में अपने राज्य को दर्ज करे
  • खाली बाक्स में कैप्चा कोड (Captcha Code) दर्ज करे
  • इसके बाद मतदाता सूची में आपका नाम है या नहीं पता चल जाएगा

वोटर लिस्ट में (विवरण द्वारा) वोटर लिस्ट में नाम खोजने का प्रोसेस

 

गूगल पर जाकर https://voters.eci.gov.in/ टाइप करें।

सर्च इन इलोक्टोरल रोल (Search in Electoral Roll) पर क्लिक करें।

विवरण द्वारा द्वारा खोजे आप्शन पर क्लिक करें।

राज्य और भाषा का चयन करें।

प्रथम नाम, मध्य नाम, उपनाम, रिश्तेदार का प्रथम नाम/रिश्तेदार का उपनाम/जन्म तिथि/आयु/लिंग/जिला/विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से जुड़ी जानकारी दर्ज करें।

खाली बाक्स में कैप्चा कोड (Captcha Code) दर्ज करें।

इसके बाद मतदाता सूची में आपका नाम है या नहीं पता चल जाएगा।

वोटर लिस्ट में (मोबाइल द्वारा) वोटर लिस्ट में नाम खोजने का प्रोसेस

 

  1. गूगल पर जाकर https://voters.eci.gov.in/ टाइप करें।
  2. सर्च इन इलोक्टोरल रोल (Search in Electoral Roll) पर क्लिक करें।
  3. मोबाइल द्वारा खोजे आप्शन पर क्लिक करें।
  4. मोबाइल द्वारा खोजें खाली बाक्स में पंजीकृत मोबाइल नंबर दर्ज करें।
  5. खाली बाक्स में कैप्चा कोड (Captcha Code) दर्ज करें।
  6. इसके बाद मतदाता सूची में आपका नाम है या नहीं पता चल जाएगा।

यह वोटर आईडी दिखाकर कर सकेंगे कर सकेंगे मतदान

 

  • पैन कार्ड
  • आधार कार्ड
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • भारतीय पासपोर्ट
  • मनरेगा जॉब कार्ड
  • फोटो युक्त पेंशन दस्तावेज
  • फोटो युक्त सेवा पहचान पत्र
  • बैंक व डाकघर की फोटो युक्त पासबुक
  • स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड (श्रम मंत्रालय)
  • विशिष्ट दिव्यांगता पहचान पत्र (यूडीआईडी)
  • सांसद, विधायक, विधान परिषद सदस्यों के सरकारी पहचान पत्र
  • राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के अंतर्गत भारत महा रजिस्ट्रार द्वारा जारी किया गया स्मार्ट कार्ड

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These films were banned due to bold scenes, now they are available on these OTT platforms

Indian ban film : बोल्ड सीन के कारण बैन कर दी गई थीं ये फिल्में, अब इन ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हैं उपलब्ध

Indian ban film : कई ऐसी फिल्में, जो अपने कंटेंट के कारण बैन हो जाती हैं और सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो पाती हैं। ऐसी फिल्में ओटीटी पर मौजूद हैं। बॉलीवुड में न जाने ऐसी कितनी फिल्में हैं, जो बनती जरूर हैं ! पर वो पर्दे पर रिलीज नहीं हो पाती हैं। इसका सबसे बड़ा कारण कई बार फिल्म में हद से ज्यादा बोल्ड कंटेट को दर्शाना। ऐसे में सेंसर बोर्ड इस तरह की फिल्मों को बैन (Indian ban film) कर देता है या फिर उनके फिल्मी सिनों पर कैंची चला देता है।

वहीं ओटीटी प्लेटफॉर्म ने जहां एक तरफ फिल्म मेकर्स को नई क्रिएटिव फ्रीडम दी है, तो दूसरी तरफ यह कंटेंट में सेंसर के नहीं होने के कारण बोल्डनेस की भरमार है। यही कारण है कि, ओटीटी सीरीज या फिल्मों में बोल्ड सीन की कोई सीमा नहीं होती।

यहां हम आपको कुछ ऐसी ही फिल्मों के बारे में बताने जा रहें है, जो अपने बोल्ड सीन्स के कारण खूब चर्चित रहीं, पर लोग उन्हें देख नहीं पाए। ऐसे में ओटीटी ने इस समस्या का समाधान कर दिया। इसलिए अब कंटेट वाली कुछ फिल्में जो बैन (Indian ban film) होने के कारण से आप देख नहीं सके हों तो, अब उन्हें ओटीटी पर देख सकते हैं।

 

 

 

आखिर वो कौनसी फिल्में हैं ? जो बोल्ड सीन्स के कारण बैन हुई

ब्लैक फ्राइडे : अनुराग कश्यप की फिल्म ब्लैक प्राइडे को बैन (Indian ban film) कर दिया गया था। यह फिल्म 1993 में हुए मुंबई बम ब्लास्ट पर आधारित बेस्ड थी। बय ये फिल्म फैन्स डिज्नी प्लस हॉट स्टार पर देख सकते हैं।

Black Friday (2004) - IMDb

 

 

 

एंग्री इंडियन गॉडेस : एंग्री इंडियन गॉडेस अपने कंटेंट के कारण बैन (Indian ban film) हो गई थी। फिल्म का ट्रेलर आते ही इस पर जमकर विवाद हुआ था। फिल्म के खिलाफ लोगों ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। वहीं इस पर सेंसर बोर्ड ने भी जमकर कैंची चलाई। यहीं कारण हैं कि, इसके बाद मेकर्स ने फिल्म को रिलीज करने से ही मना कर दिया था। इसे अब आप यूट्यूब पर देख सकते हैं।

Angry Indian Goddesses Official Trailer | A Pan Nalin Film | This Festive  Season

 

 

 

गारबेज : डायरेक्टर कौशिक मुखर्जी के डायरेक्शन में बनी फिल्म गारबेज की कहानी रामी नाम की एक लड़की पर बेस्ड है। फिल्म में रामी का बोल्ड एमएमएस लीक हो जाता है। इस फिल्म में बोल्ड सीन की भरमार है। इसी कारण से सेंसर बोर्ड ने इस मूवी को सर्टिफिकेट नहीं दिया था। मूवी में त्रिमाला अधिकारी, शतरूपा दास औन तन्मय धनिया जैसे स्टार्स लीड रोल में हैं। इस फिल्म को आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

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लोएव : ये फिल्म दो गे लड़कों की लव लाइफ पर बनी है। समलैंगिक रिलेशन पर बनी लोएव फिल्म में बोल्ड सीन्स की भरमार है। ये फिल्म आप नेटफ्लिक्स पर देख सकते हैं।

लोव: इंडी गे रोमांस फिल्म जिसके बारे में हर कोई बात कर रहा है

 

 

 

 

अनफ्रीडम : अनफ्रीडम बोल्ड कंटेंट से भरी हुई एक फिल्म हैं। यही कारण है कि, भारत में सिनेमा पर्दा पर रिलीज करने पर बैन (Indian ban film) लगा दिया गया था। इसके बाद इस फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर आप देख सकते हैं।

Unfreedom to Loev These Movie are Not Released On Thearer Because of  Intimate Scenes You Can Watch On Netflix Amazon Prime and Hotstar | हदें  पार! वाले सीन्स की वजह से थिएटर

 

 

 

फायर : यह इंडो-कैनेडियन रोमांटि ड्रामा फिल्म साल 1996 में आई थी, जिसमें शबाना आजमी और नंदिता दास लीड रोल में थी। समलैंगिक संबंधों पर आधारित इस फिल्म को भारत में बैन (Indian ban film) कर दिया गया था। यह फिल्म अब यूट्यूब या अन्य कुछ वेब साइट्स पर ऑनलाइन देखी जा सकती है।

Fire (1996) - IMDb

 

 

 

किस्सा कुर्सी का : किस्सा कुर्सी का में भी शबाना थी। इंदिरा गांधी और संजय गांधी के जीवन पर बनाई गई यह फिल्म यूट्यूब पर है।

Kissa Kursi Ka : हिंदी सिनेमा की सबसे ज्यादा विवादास्पद फिल्म का इतिहास –  Cine Manthan

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If you open a hookah bar or serve hookah in a hotel or restaurant, you may have to face jail for 3 years and a fine of Rs 5 lakh.

Hukka Bar News Update : हुक्का बार खोला या फिर होटल, रेस्तरां में हुक्का परोसा तो खानी पड़ सकती है 3 साल तक जेल की हवा, 5 लाख जुर्माना भी

देखें सरकार ला रही है ये नया विधेयक

 

Hukka Bar News Update :  हरियाणा में अगर आपने हुक्का बार खोला या फिर किसी भी होटल, रेस्तरां में हुक्का परोसा तो इसके लिए आपको जेल की हवा खानी पड़ सकती है तो वहीं पांच लाख रुपये तक का जुर्माना भी भुगतना पड़ सकता है। प्रदेश में अब हुक्का बार खोलना या रेस्तरां में ग्राहकों को परोसना दंडनीय अपराध बनने जा रहा है।

 

 

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद (विज्ञापन का प्रतिषेध और व्यापार तथा वाणिज्य, उत्पादन, प्रदाय और वितरण का अधिनियम) हरियाणा संशोधक विधेयक 2024 पेश किया। इस संशोधित विधेयक को बजट सत्र के आगामी दिनों में पास किया जाएगा।

 

 

 

बजट सत्र 28 फरवरी तक चलना है। इस विधेयक के तहत हरियाणा में हुक्का बार खोलना या भोजनालय में हुक्का ( Hukka Bar News Update) परोसने पर एक से तीन साल तक की सजा और एक से पांच लाख रुपये तक जुर्माने का प्रावधान रखा गया है। अब यह गैरजमानती अपराध होगा। हालांकि विधेयक में पारंपरिक हुक्का को छूट दी गई है। इसे अपराध की श्रेणी में शामिल नहीं किया गया है। उल्लेखनीय है कि सरकार ने हुक्का बार की आड़ में परोसे जा रहे नशे को गंभीरता से लिया है।

 

 

सीएम पहले ही हुक्का बार बंद करने की बात कह चुके हैं।

कुछ समय पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी हुक्का बारों को बंद करने की बात कह चुके हैं। विधेयक में बताया गया है कि हुक्का बारों ( Hukka Bar News Update) में निकोटीन युक्त हुक्का परोसा जा रहा है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि फ्लेवर्ड हुक्का की आड़ में प्रतिबंधित दवाएं भी परोसी जाती रही हैं।

 

 

हुक्के के धुएं में विभिन्न विषैले पदार्थ होते हैं, जो न केवल धूम्रपान करने वाले व्यक्ति के लिए बल्कि आस-पास के लोगों के लिए हानिकारक होता है। पिछले कुछ सालों में इसका चलन तेजी से बढ़ा है। पहले के प्रावधानों के मुताबिक पुलिस कार्रवाई में पकड़े जाने वाले हुक्का बार संचालकों को आसानी से जमानत मिल जाती थी। मगर विधानसभा में विधेयक पास होने के वाणिज्यिक प्रतिष्ठान में हुक्का परोसना गैर जमानती अपराध बन जाएगा।

Hukka Bar News Update : हुक्का बार खोला या फिर होटल, रेस्तरां में हुक्का परोसा तो खानी पड़ सकती है 3 साल तक जेल की हवा, 5 लाख जुर्माना भी Read More »