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Who will win in the election battle of Sonipat? Know the complete political equation

Sonipat Lok Sabha Seat News : सोनीपत की चुनावी जंग में कौन मारेगा बाजी? जानें पूरा राजनीतिक समीकरण

Sonipat Lok Sabha Seat News : लोकसभा चुनाव 2024 अब अंत्तिम चरणों में पहुंच चुका है। चार चरणों के बाद 5 वें चरण पर आज मतदान होगा, 6 वें एवं 7 वें चरण का मतदान भी 25 मई और 1 जून पे जल्द संपन्न हो जाएगा। 25 मई को हरियाणा के सभी 10 सीटों पर मतदान होगा। ऐसे में हरियाणा की सियासत में अहम् स्थान रखने वाली सोनीपत लोकसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हैं। 1977 में अस्तित्व में आए सोनीपत संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने जहां मोहनलाल बड़ौली को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने सतपाल ब्रहम्चारी को पार्टी उम्मीदवार बनाया है। जबकि, इससे पहले दो बार भाजपा उम्मीदवार रमेश कौशिक विजयी पताका फहरा चुके हैं। संयोगवश रमेश कौशिक हविपा के टिकट पर गन्नौर से और कांग्रेस के टिकट पर राई से विधायक रह चुके हैं। जबकि मोहनलाल बड़ौली वर्तमान में राई से विधायक हैं। इस बार कांग्रेस से सतपाल ब्रह्मचारी, भाजपा से मोहन लाल बड़ौली, जजपा से भूपेन्द्र मलिक और इनेलो से पूर्व एसपी अनूप सिंह दहिया सियासी मैदान में उतरे हैं। अब देखना मजेदार होगा कि मतदाता किसकी झोली में विजयी मत डालता हैं।

2019 तक ये बने सांसद 

  • सोनीपत संसदीय सीट (Sonipat Lok Sabha Seat News) 1977 में अस्तित्व में आने के बाद पहले चुनाव में मुख्तार सिंह मलिक ने बीएलडी के टिकट पर चनुाव जीतकर सांसद बने थे
  • हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी देवीलाल ने 1980 में जेएनपी के सिंबल पर लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे।
  • 1984 में कांग्रेस के धर्मपाल मलिक ने सोनीपत लोकसभा सीट पर ही विजयी होकर सांसद बने थे।
  • 1989 में जनता पार्टी के टिकट पर ही कपिलदेव शास्त्री विजय होकर सांसद बने थे। 
  • 1991 में कांग्रेस के धर्मपाल मलिक ने फिर से सोनीपत लोकसभा सीट पर बाजी मारकर सांसद बने थे।
  • इसके बाद फिर एचएलडी से एक बार भाजपा के टिकट पर दो बार यानि लगाातर तीन बार गौरव किशन सिंह सांगवान सांसद बने थे। जबकि 1996 में निर्दलीय के रूप में अरविंद शर्मा सांसद चुने गए थे।
  • कांग्रेस के जितेन्द्र मलिक जो कैलाना के विधाायक रहे और 2009 में सांसद बने।
  • भाजपा के टिकट पर लगातार दो बार 2014 और 2019 में रमेश कौशिक सांसद चुनकर संसद में पहुंचे। 

 

ग्रामीण मतदाताओं पर दांव लगा रही है पार्टिंया

पिछले लोकसभा चुनावों (Sonipat Lok Sabha Seat News) से भाजपा को शहरी और कांग्रेस का ग्रामीण पार्टी माना गढ़ जाता था। पर अबकी बार इसमें भी काफी बदलाव दिख रहा है। भाजपा जहां गांवों में मतों के लिए प्रचार करनी पहुंची है तो कांग्रेस ने भी शहरों पर पकड़ मजबूत बनाने के लिए मतदाताओं से संपर्क किया है। क्योंकि गांव के बड़ी संख्या में लोग शहरों में रहने लगे है।

 

 

प्रचार करने में सरलता आई 

पहले के चुनावों में प्रचार अधिक समय लगता था। संसाधनों की कमी के चलते उम्मीदवार अपने संसदीय क्षेत्र के गांवों में 5 साल में भी एक बार नहीं पहुंच पाता था। मगर अब पहले वाला ट्रेंड बदल गया है, संसाधनों की कोई कमी न होने के कारण उम्मीदवार कम समय में भी सभी गांवों और शहरों में जनसभाएं कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर के नेता भी दो-तीन राज्यों में पहुंच कर रैलियां कर रहे हैं, ये संसाधनों के कारण संभव हो पाया है।

प्रचार में कोई भी पार्टी कमी नी छोड़ रही

लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार में भाजपा, कांग्रेस, इनेलो और जजपा उम्मीदवार पूरा जोर लगा रहे हैं। भाजपा के लिए जहां सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल की लगातार रैलियां व जनसभाएं कर रहे हैं। खुद प्रधानमंत्री ने भी यहां रैली करके 10 सीटों को फिर से साधने का प्रयास किया है। वहीं कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया जी-जान से प्रचार में जुटे हुए हैं। पार्टी का कोई राष्ट्रीय नेता यहां आएगा या नहीं इस पर अभी संशय बना हुआ है। जबकि, जजपा की ओर से पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।

किन मुद्दों पर चुनाव प्रक्रियां चल रही है ?

हरियाणा के सोनीपत सीट (Sonipat Lok Sabha Seat News) पर 25 मई को होने वाला लोकसभा आम चुनाव पहले के 12 चुनाव से भिन्न है। लोकसभा के पहले चुनावों में एक दो मुद्दा को छोड़कर क्षेत्र में विकास के मुद्दों पर जनसभाएं होती थी। पहले किसी भी दल का उम्मीदवार प्रत्येक गांव में नहीं जा पाता था। किंतु अब समय बदल गया है, प्यासे के पास कुंआ चलकर आ रहा है। यानि गांव में ही नहीं मतदाता के घर में दस्तक देने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। इस दौरान लोकसभा उम्मीदवारों के सामने लोग अब भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगार, विकास न होना और अपराधिक मामले बढ़ने को बड़ा मुद्दा रख रहे हैं।

सोनीपत लोकसभा सीट पर कौन-कौन उम्मीदवार है ?

1 भाजपा से उम्मीवार मोहनलाल बडौली है।
2 जजपा से उम्मीदवार भूपेन्द्र मलिक है।
3 कांग्रेस से उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी है।
4 इनेलो से उम्मीदवार पूर्व एसपी अनूप सिंह दहिया है।

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JJP leader dies in road accident in Haryana, accident happened on NH-9

JJP Leader Accident News : हरियाणा में सड़क हादसे में JJP नेता की मौत, NH-9 पर हुआ हादसा

JJP Leader Accident News : हरियाणा के सिरसा में नेशनल हाईवे-9 पर 2 कारों की टक्कर हो गई। हादसे में गंगा गांव के पूर्व सरपंच एवं जननायक जनता पार्टी (JJP) किसान सेल के जिलाध्यक्ष गुरपाल सिंह की मौत हो गई। हादसे में एक युवक भी घायल हुआ है।

 

 

घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। एक कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त मिला, जबकि दूसरी डिवाइडर पर पलटी हुई थी। पुलिस ने गुरपाल के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया। पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर बाद गुरपाल सिंह अपनी ऑल्टो कार से सिरसा से डबवाली की तरफ जा रहे थे। उनकी कार के आगे एक दूसरी मारुति कार जा रही थी। नेशनल हाईवे 9 पर मीरपुर गांव से थोड़ी आगे मारुति कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। इसके वजह से पीछे आ रही गुरपाल सिंह की कार मारुति कार से टकराकर पलट गई।

 

 

दूसरे युवक की हालत गंभीर
हादसा इतना भीषण था कि दोनों कारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। राहगीरों ने दोनों कारों में सवार लोगों को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान ऑल्टो कार में सवार पूर्व सरपंच गुरपाल सिंह की मौत हो गई। वहीं, मारुति कार में सवार सिरसा की कांडा कॉलोनी निवासी सतपाल की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि मृतक के घरवालों का बयान दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

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Jai Prakash bowed down in the court of Chaudhary Birendra, former Union Minister JP

Haryana Political News : चौधरी बीरेंद्र के दरबार में नतमस्तक हुए जय प्रकाश, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जेपी 

Haryana Political News : हरियाणा में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों नई लिस्ट आने के बाद हरियाणा के बड़े नेताओं में सियासी खमासान मचा था और टिकट न मिलने पर नाराजगी भी जताई थी। ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट के आने के बाद पहली बार पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और हिसार कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवार जय प्रकाश यानी जेपी एक साथ दिखे। दरअसल बीरेंद्र सिंह ने अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह के अलावा हिसार लोकसभा उम्मीदवार जयप्रकाश ने भी भाग लिया। इस मीटिंग के माध्यम से जयप्रकाश ने बीरेंद्र सिंह एवं उनके समर्थकों से वोट की अपील की।

 

 

बीरेंद्र सिंह ने पीएम मोदी पर कसा तंज

पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी का कोई स्टैंड नहीं है। वो एक स्टैंड पर रहे तो शायद वोट मिल जाए। वो हर रोज बदलते रहते हैं। कभी मंगलसूत्र ताे कभी हिंदू-मुस्लिम करते रहते हैं। अब सुनने में आ रहा है कि, पीएम मोदी हिंदू-मुस्लिम की एकता की बात करते हैं। जबकि, आज से दस दिन पहले कह रहे थे कि, ये तो मुस्लिम समाज को आरक्षण दे रहे हैं। इन सभी बातों के कारण से उनके प्रति लोगों का झुकाव कम हो रहा है। उनको लगता है कि ये बिल्कुल खत्म न हो जाए, इसलिए नया नारा निकाल कर लाते है।

 

 

बीरेंद्र और जेपी एक मंच पर आए साथ

हरियाणा (Haryana Political News) कांग्रेस में लोकसभा चुनावों के उम्मीदवारों की टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस का कुछ मनोबल सा टूट गया था। लेकिन बीरेंद्र और जय प्रकाश का एक मंच पर साथ आना दिखाता है कि, कांग्रेस अब चुनावों को लेकर मैदान पूरी तरह से तैयारी में जुट गई है। बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि, मेरे समर्थकों की इच्छा थी कि जो इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं वो उनके बीच आएं और वोट की अपील करने के साथ चुनाव में काम करने की अपील करें। इसलिए ये बहुत जरूरी मीटिंग थी। इसका अच्छा संदेश लोगों में जाएगा, कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा।

 

नेताओं का विरोध करना अशोभनीय है

हरियाणा (Haryana Political News) में लोकसभा चुनावों में किसानों द्वारा भाजपा, जेजेपी के नेताओं के हो रहे विरोध पर बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि इस तरह की कोई बात शोभनीय नहीं है। ये जो हमारे सामाजिक स्तर में जो गिरावट आ रही है ये उसका प्रतीक है। मैं इस बात की पूरे तौर पर निंदा करता हॅूं। ऐसेे आदमियों को राजनीति नहीं बल्कि सामाजिक तौर पर जो महत्वपूर्ण खाप, पंचायतें है इनको चाहिए कि इन चीजों के खिलाफ आवाज उठाए। चुनाव में जिसको वोट देना है उसको दे, पर इस तरह की बाधा डालना गलत है। ये हमारे सामाजिक रिश्तों में खटास पैदा करता है।

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Amit Shah's rallies to be held in Haryana postponed, Barala informed

Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में होने वाली अमित शाह की रैलियां स्थगित, बराला ने दी सूचना

Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में 25 मई को हो रहे लोकसभा के छठे चरण में मतदान को लेकर हरियाणा में सभी पार्टियों के स्थानीय नेताओं ने अपने बड़े स्टार नेताओं के लिए चुनावी रैलियों की तैयारी शुरु कर दी है। इसी बीच  लोकसभा चुनावों को लेकर हरियाणा में होने वाली अमित शाह की रैलियां स्थगित कर दी गई है। अमित शाह के द्वारा 16 मई और 17 मई को रैलियां की जानी थी और भाजपा के पक्ष में प्रचार करना था, लेकिन उन रैलियों को स्थगित कर दिया गया है। इस बात की सूचना भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने दी।

 

 

सुभाष बराला ने किसानों के विरोध पर क्या कहा ?

प्रेस कॉन्प्रेस करते हुए सुभाष बराला ने सबसे पहले भाजपा के 400 सीट पार करने के नारे को लेकर कहा कि, भाजपा अबकी बार पीएम मोदी के नेतृत्व में 400 सीट पार कर रही है। किसानों के विरोध पर सुभाष बराला ने कहा है कि, किसान आंदोलन के समय जो कानून बनाए गए थे, वह पीएम मोदी ने वापस ले लिए थे। इसके बाद भी हम किसानों की मांगों को लगातार हल करने का प्रयास कर रहे है। लेकिन कुछ नेता लोग किसान आंदोलन में थे, उनमें से अधिकतर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं और वही लोग विरोध कर रहे हैं।

 

 

देवेंद्र सिंह बबली पर बराला ने क्या कहा ?

देवेंद्र सिंह बबली के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर सुभाष बराला ने कहा है कि, उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि, कौन भाजपा में आ रहा है और कौन बाहर जा रहा है, मगर उन्हें सिर्फ इतना जरूर पता है कि, जनता भाजपा के साथ है।

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Election Commission strict on attack by farmers on Lok Sabha candidates in Haryana, DCs of districts summoned

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर किसानों द्वारा हमले को लेकर चुनाव आयोग सख्त, जिलों के डीसी हुए तलब

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर ग्रामीण किसानों द्वारा हो रहे लगातार हमले को लेकर चुनाव आयोग सख्त हो गया है। चुनाव आयुक्त ने हमलावर किसानों वाले जिलों के डीसी से रिपोर्ट की मांग की है। इस रिपोर्ट में डीसी को आयोग को बताना होगा कि, चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार पर हमला करने वाले कौन थे और उनके खिलाफ क्या प्रशासनिक कार्रवाई की गई है।

 

 

लोकसभा के उम्मीदवारों को मिलेगी पर्सनल सिक्योरिटी

हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर किसानों द्वारा विरोध करते समय हो रहे हमले को देखते हुए चुनाव आयोग ने हरियाणा के हर जिला प्रशासन को उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर निर्देश दिए हैं। ताकि उम्मीदवार सुरक्षित रूप में प्रचार कर सकें, इसलिए आयोग ने सभी उम्मीदवारों को पर्सनल सिक्योरिटी देने का फैसला लिया है। इसको लेकर हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को भी निर्देश दिए गए हैं। उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने बताया है कि, राष्ट्रीय पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों को 2 PSO दिए जाएंगे। वहीं, क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवारों को एक PSO दिया जाएगा।

 

 

जजपा और भाजपा नेताओं पर हो रहे है हमले

हरियाणा में जजपा और भाजपा के उम्मीदवारों का पिछले कुछ समय से ग्रामीण किसानों द्वारा लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई बार स्थिति बेकाबू हो जाती है। पिछले दिनों उचाना में हिसार से जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला पर हमला हुआ था। इस दौरान हमले में कई जजपा कार्यकर्ताओं को चोटें आई थीं। इसी प्रकार पूर्व सिरसा से भाजपा उम्मीदवार अशोक तंवर की गाड़ी पर भी डंडे मारे गए थे। 

 

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Sidhu Moosewala's father to campaign in elections, will campaign in support of these candidates in Punjab

Punjab Lok Sabha Election 2024 : चुनाव में प्रचार उतरे सिद्धू मूसेवाला के पिता, पंजाब में इन उम्मीदवारों के समर्थन में करेंगे प्रचार

Punjab Lok Sabha Election 2024 : पंजाब में लोकसभा चुनावों की तैयारियों में पब्लिक में जमीनी स्तर से जुडे दिग्गजों ने चुनाव प्रचार में भाग लेना शुरु कर दिया है। हालांकि, दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के समर्थन में चुनाव प्रचार करने की घोषणा की है।

 

 

प्रचार पर क्या कहा मूसेवाला ने ?

छोटे बेटे के जन्म के बाद पहली बार सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब में शुकराना करने पहुंचे मूसेवाला ने कहा है कि, जालंधर से कांग्रेस प्रत्याशी चरणजीत सिंह चन्नी व लुधियाना से अमरिंदर सिंह राजा वडिंग उनके काफी करीबी हैं। वह उनके पक्ष में दो-तीन दिन बाद चुनाव प्रचार शुरू करेंगे। कांग्रेस से भी उन्हें चुनाव (Punjab Lok Sabha Election 2024) लड़ने का ऑफर था, लेकिन ‘छोटे सिद्धू’ के आगमन को ध्यान में रखते हुए उन्होंने दंगल में उतरने का फैसला वापस ले लिया।

पंजाब विधानसभा में मूसेवाला को मिली थी करारी हार

 2022 में पंजाब (Punjab Lok Sabha Election 2024) में हुए विधानसभा चुनाव में दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला ने कांग्रेस की टिकट पर मानसा से विधानसभा चुनाव लड़ा था। मूसेवाला को आप प्रत्याशी से करारी हार मिली थी। आप प्रत्याशी डॉ. विजय सिंगला को 1 लाख से ज्यादा मत मिले थे। वहीं इस दौरान सिद्धू को कुल 36,700 मत मिले थे। 2022 पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की जबरदस्त आंधी चली थी। विधानसभा चुनाव में प्रकाश सिंह बादल, चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू, कैप्टन अमरिंदर सिंह जैसे दिग्गजों को करारी हार का सामना करना पड़ा था।

 

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Politics heated up due to meeting of JJP MLA Kala-Hooda, both the leaders parted ways over viral video

Haryana Congress Political News : जजपा विधायक काला-हुड्डा की मुलाकात से सियासत गर्माई, वायरल वीडियो को लेकर दोनों नेताओं ने किया किनारा

Haryana Congress Political News : लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश में सियासत की गर्मी मई की गर्मी से तेजी से बढ़ रही है। जींद में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ जजपा विधायक रामकरण काला की मुलाकात की राजनीति सुर्खियां गर्मी की तरह तेज हो गई हैं। इस दौराना दोनों नेताओं की मुलाकात की कथित वीडियो क्लिप वायरल हुई है, जिसको लेकर दोनों नेताओं मुलाकात से साफ इनकार कर दिया है। 

बेटों सहित जजपा विधायक ने छोड़ी जजपा

जींद के एक होटल और कांग्रेस कार्यालय की वीडियो क्लिप वायरल हुई हैं। इसी होटल में भूपेंद्र हुड्डा ठहरे हुए थे। कथित वीडियो क्लिप में रामकरण काला इसी होटल के कमरे से निकलते दिखाई दे रहे हैं। जींद कांग्रेस कार्यालय में रामकरण काला के साथ महिला पार्षद के पति व एक पार्षद के पिता भी दिखाई दे रहे हैं। बता दें कि, एक सप्ताह पहले रामकरण काला के दोनों बेटों एडवोकेट कंवरपाल और सुकराम पाल ने जजपा छोड़ दी थी। वहीं जींद में काला के बेटों के बाद उनके समर्थक पांच पार्षद भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं।

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Haryana government preparing for floor test, Governor asked for signatures from 30 Congress MLAs

Haryana Political News : फ्लोर टेस्ट के लिए तैयारी में हरियाणा सरकार, राज्यपाल ने 30 कांग्रेस विधायकों से मांगे दस्तखत 

Haryana Political News : लाेकसभा चुनावों के बीच में हरियाणा की राजनीति गर्मियों के दिनों में गर्मी से ज्यादा गर्मा हुई है। हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी की भाजपा सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद विप़क्ष के एकजुट होने पर ठगमगा गई है। सूचना के मुताबिक, भाजपा सरकार फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुला सकती है। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दावा किया है कि, हरियाणा विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। उन्होंने कहा कि, जजपा को इस मामले को नहीं उठाना चाहिए था। पर अब उन्होंने उठा लिया है तो वो कटघरे में फंस गए हैं और जजपा के 6 विधायक हमारे संपर्क में हैं। खट्टर ने दावा किया कि, कांग्रेस भी एकजुट नहीं है, 30 में से चार या 5 विधायक छिटकर कांग्रेस के खेमे में सेंध लगा सकते हैं।

 

 

 

राज्यपाल ने कांग्रेस से 30 विधायकों के हस्ताक्षर मांगे हैं 

हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों सोमवीर सांगवान, रणधीर सिंह गोलन और धर्मपाल गोंदर ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को अपना समर्थन दिया है। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान सिंह ने कहा कि, 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में इस वक्त 88 विधायक हैं, जिसमें भाजपा के 40 विधायक हैं।

कांग्रेस का दावा है कि, बीजेपी सरकार को पहले जेजेपी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था। पर, अब जजपा और तीन निर्दलीयों ने भी अपना समर्थन वापस ले लिया है। ऐसे में भाजपा की सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी कांग्रेस और जजपा के विधायकों में सेंध लगाने की दावा कर रही है। इस कारण राज्यपाल ने कांग्रेस के 30 विधायकों के हस्ताक्षर मांगे हैं। 

 

 

 

 क्या हरियाणा में भाजपा सरकार गिर सकती है ?

हरियाणा सरकार में भाजपा के पास 45 विधायकों का समर्थन है, जबकि 40 विधायक उनकी अपनी पार्टी के हैं और पांच निर्दलीय हैं। इनमें से दो विधायक मनोहर लाल खट्टर और रणजीत चौटाला ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। क्योंकि भाजपा ने उनकों लोकसभा चुनावों के मैदान में प्रत्याशी उतारा है। ऐसे में भाजपा के पास विसी में 43 विधायकों की संख्या रह गई है। जिसके कारण भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है। 

जबकि, तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी से कांग्रेस के पास भी सरकार बनाने का कोई भी मौका नही है? क्योंकि कांग्रेस के पास तीस विधायक हैं, तीन और जुड़े तो ये संख्या 33 होती है। वहीं जजपा के 10 विधायक कांग्रेस के साथ तो फिलहाल जाने की स्थिति में नहीं हैं और जाते भी है तो ये संख्या 43 ही होती है। इसलिए भाजपा सरकार नहीं गिर पायेगी ।

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JJP made MLA and minister, Babli has become blinded by greed:- Amarjeet Dhanda

Haryana Political News : JJP ने बनाया MLA और मंत्री, लालच में अंधे हो गए हैं बबली: अमरजीत ढांडा 

Haryana Political News : हरियाणा में भाजपा सरकार के अल्ममत में होने के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। जजपा के विधायक देवेंद्र सिंह बबली द्वारा दुष्यंत चौटाला और पार्टी के नेतृत्व पर निशाना साधने पर अब जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने उन्हें चेतावनी दी है।

 

जुलाना से जजपा के विधायक  ढांडा ने बबली पर पटलवार करते हुए कहा है कि, दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके देवेंद्र बबली को जजपा ने टिकट दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहली बार विधानसभा तक पहुंचाया। सरकार में हिस्सेदार होते हुए जजपा नेतृत्व ने ही देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री और पंचायत विभाग जैसा अहम महकमा दिया।

 

बबली लालच में अंधे हो गए हैं
बबली पर सियासी (Haryana Political News) हमला करते हुए अमरजीत ढांडा कहा कि, देवेंद्र बबली आज किसी बड़े लालच पद में आकर अपनी निष्ठा और विचारधारा पार्टी के प्रति बदल रहे हैं, जोकि ऐसे नेता को शोभा नहीं देता, जिसे जजपा ने कम समय में बहुत कुछ दिया हो। ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली राजनीतिक लालच में अंधे हो गए हैं और मानसिक संतुलन खो रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि, चाबी के निशान पर विधायक बने देवेंद्र बबली ने सत्ता में हिस्सेदारी के वक्त खुद के व्यापार और अपने मित्र-प्यारों पर ही फोकस किया। वहीं साढ़े चार साल में जजपा के विधायक होने के नाते बबली ने ना कभी पार्टी का कोई कार्यक्रम करवाया और ना ही किसी नए व्यक्ति को जजपा में शामिल करवाया। जबकि, जेजेपी के गठन से लेकर आज तक डॉ. अजय सिंह चौटाला के कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सींचा है और खड़ा किया है।

 

 

अमरजीत ने कहा कि, उन्होंने पंचायत व्यवस्था (Haryana Political News) बिगाड़कर और सरपंचों का अपमान कर गलत तरीके से इस्तेमाल किया। कहा कि देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोग अपनी निष्ठा को भाजपा के पास गिरवी रखकर अपने मतदाताओं का सौदा कर रहे हैं।ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोगों का कोई योगदान नहीं है। उल्टे पार्टी ने अपने हिस्से में आए कैबिनेट मंत्री पद को देवेंद्र बबली को देकर उनको बड़ा मौका दिया था।

 

उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर देवेंद्र बबली को भाजपा इतनी ही अच्छी लगती है तो जजपा के चिह्न पर मिली विधानसभा सदस्यता को छोड़कर राजनीति करें। ढांडा ने याद दिलाया कि, राष्ट्रीय दल बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं को न मंचों पर कुर्सी मिलती है और न ही पार्टी में तवज्जो। अमरजीत ढांडा ने कहा कि जेजेपी की तरफ आंख उठाकर देखने से पहले देवेंद्र बबली अपनी राजनीतिक जमीन को जांच लें। ऐसा न हो कि वे न इधर के रहें न उधर के।

 

जजपा पर छा रहे है राजनीतिक संकट के बादल
गुरुवार की रात (Haryana Political News) पूर्व सीएम मनोहर लाल और मौजदा सीएम नायब सैनी की जजपा के तीन विधायकों देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के साथ हुई बैठक के बाद दावा किया जा रहा है कि, इन विधायकों ने पद से इस्तीफा दे दिया तो सदन में विधायकों की संख्या कम हो जाएगी। जिसके बाद सरकार सेफ जोन में चली जाएगी। राज्यपाल ने यदि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए कह दिया तो कांग्रेस को यह भरोसा नहीं है कि, जजपा के सभी 10 विधायक उसके साथ खड़े नजर आएंगे या नहीं। शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस विधायक दल के उपनेता आफताब अहमद और मुख्य सचेतक बीबी बत्तरा ने साफ कर दिया है कि, कांग्रेस तीन महीने के लिए सरकार नहीं बनाएगी।

 

हरियाणा में भाजपा की सरकार रहेगी या नहीं ?

इस दौरान हरियाणा (Haryana Political News) में भाजपा सरकार को लेकर तेज सुर्खिंया चली हुई हैं। क्योंकि भाजपा से तीन निर्दलीय समर्थन वाफस लेकर कांग्रेस को दिया है। ऐसे में भाजपा सीटों के मामले में अल्पमत में आ गई है और सरकार गिरने का संकय बरकरार है। जबकि, जजपा के तीन विधायक देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा विधायक पदों से इस्तीफे दे सकते हैं।

 

जजपा के विधायक रामकरण काला और चौधरी ईश्वर सिंह ही कांग्रेस के साथ हैं, जबकि विधायक रामकुमार गौतम कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के पक्ष की बात करते हैं। जजपा के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो सदन में विधायकों की संख्या 85 हो जाएगी। ऐसे में भाजपा को सरकार में बने रहने के लिए 42 विधायकों की आवश्यकता होगी। भाजपा के पास इस समय 43 विधायक हैं। इस दांव से सभी विपक्षी दल भी शांत हो जाएंगे और भाजपा पर आया राजनीतिक संकट भी टल जाएगा।

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Dushyant Chautala takes action against the attackers, demands suspension of Uchana police station in-charge

Jind Political News : दुष्यंत चौटाला ने की हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई, उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग

कहा नैना चौटाला ने किया था उचाना थाना प्रभारी को फोन किया था, मौके पर नहीं आए

Jind Political News : हिसार लोकसभा से जेजेपी उम्मीदवार नैना चौटाला के काफिले पर पथराव, महिला कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार मामले के बाद शाम साढ़े छह बजे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि उनकी डीजीपी से बात हुई है, जिसमें उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने, हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

 

 

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नैना चौटाला घोघड़ियां गांव में कार्यक्रम के बाद जब उचाना की तरफ जा रही थी तो रोजखेड़ा गांव (Jind Political News) में उन्हें रोका गया। कुछ तथाकथित किसान नेता पहले से ही डीजे लगाकर उनका पीछा कर रहे थे। रोजखेड़ा गांव में आकर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई। गाड़ी पर पत्थर फेंके गए। महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़ दिए गए। दो महिलाओं समेत छह कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। इस मामले में उन्होंने एसपी सुमित कुमार से बात की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। नैना चौटाला ने पथराव के बाद उचाना थाना प्रभारी को मामले से अवगत करवाया तो उचाना थाना प्रभारी ने कहा कि जितने भी कार्यकर्ता हैं, सभी थाने में आकर रिपाेर्ट दर्ज करवाएं। घटना के दौरान मौके पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। डीजीपी से उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की गई है।

 

 

दुष्यंत चौटाला ने (Jind Political News) हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं को भी कहा कि अगर उनके आदेश या इशारे पर ऐसा हुआ है तो बताएं और अगर किसानी के नाम पर लोग हैं तो ये भी क्लीयर करें। इस तरह का घटनाक्रम पहली बार तीन-चार साल में देखने को मिला है। इस तरह की घटना से पूरा हरियाणा अपमानित है। अभी तक इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है लेकिन उनकी मांग है कि शनिवार तक घटना में शामिल सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए।
दुष्यंत चौटाला ने ये भी कहा कि यह कांगेस से संबंधित लोग हैं। हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी का तो पुराना रिकार्ड रहा है और आदमपुर में वह पिट भी चुके हैं।

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