Haryana Political News : हरियाणा में भाजपा सरकार के अल्ममत में होने के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। जजपा के विधायक देवेंद्र सिंह बबली द्वारा दुष्यंत चौटाला और पार्टी के नेतृत्व पर निशाना साधने पर अब जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने उन्हें चेतावनी दी है।
जुलाना से जजपा के विधायक ढांडा ने बबली पर पटलवार करते हुए कहा है कि, दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके देवेंद्र बबली को जजपा ने टिकट दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहली बार विधानसभा तक पहुंचाया। सरकार में हिस्सेदार होते हुए जजपा नेतृत्व ने ही देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री और पंचायत विभाग जैसा अहम महकमा दिया।
बबली लालच में अंधे हो गए हैं
बबली पर सियासी (Haryana Political News) हमला करते हुए अमरजीत ढांडा कहा कि, देवेंद्र बबली आज किसी बड़े लालच पद में आकर अपनी निष्ठा और विचारधारा पार्टी के प्रति बदल रहे हैं, जोकि ऐसे नेता को शोभा नहीं देता, जिसे जजपा ने कम समय में बहुत कुछ दिया हो। ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली राजनीतिक लालच में अंधे हो गए हैं और मानसिक संतुलन खो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि, चाबी के निशान पर विधायक बने देवेंद्र बबली ने सत्ता में हिस्सेदारी के वक्त खुद के व्यापार और अपने मित्र-प्यारों पर ही फोकस किया। वहीं साढ़े चार साल में जजपा के विधायक होने के नाते बबली ने ना कभी पार्टी का कोई कार्यक्रम करवाया और ना ही किसी नए व्यक्ति को जजपा में शामिल करवाया। जबकि, जेजेपी के गठन से लेकर आज तक डॉ. अजय सिंह चौटाला के कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सींचा है और खड़ा किया है।
अमरजीत ने कहा कि, उन्होंने पंचायत व्यवस्था (Haryana Political News) बिगाड़कर और सरपंचों का अपमान कर गलत तरीके से इस्तेमाल किया। कहा कि देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोग अपनी निष्ठा को भाजपा के पास गिरवी रखकर अपने मतदाताओं का सौदा कर रहे हैं।ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोगों का कोई योगदान नहीं है। उल्टे पार्टी ने अपने हिस्से में आए कैबिनेट मंत्री पद को देवेंद्र बबली को देकर उनको बड़ा मौका दिया था।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर देवेंद्र बबली को भाजपा इतनी ही अच्छी लगती है तो जजपा के चिह्न पर मिली विधानसभा सदस्यता को छोड़कर राजनीति करें। ढांडा ने याद दिलाया कि, राष्ट्रीय दल बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं को न मंचों पर कुर्सी मिलती है और न ही पार्टी में तवज्जो। अमरजीत ढांडा ने कहा कि जेजेपी की तरफ आंख उठाकर देखने से पहले देवेंद्र बबली अपनी राजनीतिक जमीन को जांच लें। ऐसा न हो कि वे न इधर के रहें न उधर के।
जजपा पर छा रहे है राजनीतिक संकट के बादल
गुरुवार की रात (Haryana Political News) पूर्व सीएम मनोहर लाल और मौजदा सीएम नायब सैनी की जजपा के तीन विधायकों देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के साथ हुई बैठक के बाद दावा किया जा रहा है कि, इन विधायकों ने पद से इस्तीफा दे दिया तो सदन में विधायकों की संख्या कम हो जाएगी। जिसके बाद सरकार सेफ जोन में चली जाएगी। राज्यपाल ने यदि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए कह दिया तो कांग्रेस को यह भरोसा नहीं है कि, जजपा के सभी 10 विधायक उसके साथ खड़े नजर आएंगे या नहीं। शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस विधायक दल के उपनेता आफताब अहमद और मुख्य सचेतक बीबी बत्तरा ने साफ कर दिया है कि, कांग्रेस तीन महीने के लिए सरकार नहीं बनाएगी।
हरियाणा में भाजपा की सरकार रहेगी या नहीं ?
इस दौरान हरियाणा (Haryana Political News) में भाजपा सरकार को लेकर तेज सुर्खिंया चली हुई हैं। क्योंकि भाजपा से तीन निर्दलीय समर्थन वाफस लेकर कांग्रेस को दिया है। ऐसे में भाजपा सीटों के मामले में अल्पमत में आ गई है और सरकार गिरने का संकय बरकरार है। जबकि, जजपा के तीन विधायक देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा विधायक पदों से इस्तीफे दे सकते हैं।
जजपा के विधायक रामकरण काला और चौधरी ईश्वर सिंह ही कांग्रेस के साथ हैं, जबकि विधायक रामकुमार गौतम कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के पक्ष की बात करते हैं। जजपा के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो सदन में विधायकों की संख्या 85 हो जाएगी। ऐसे में भाजपा को सरकार में बने रहने के लिए 42 विधायकों की आवश्यकता होगी। भाजपा के पास इस समय 43 विधायक हैं। इस दांव से सभी विपक्षी दल भी शांत हो जाएंगे और भाजपा पर आया राजनीतिक संकट भी टल जाएगा।