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Big news for the farmers of Haryana, Haryana government will give 80% subsidy on Dhencha seeds, apply now.

Haryana Agriculture news : हरियाणा के किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी, ढेंचा बीज पर हरियाणा सरकार देगी 80% सब्सिडी अभी करें आवेदन

Haryana agriculture news : हरियाणा सरकार किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी लाई है। हरियाणा सरकार द्वारा जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए ढैंचा बीज पर 80% की सब्सिडी दी जा रही है। राज्य सरकार द्वारा इस योजना के तहत सब्सिडी प्रदान करने के लिए इच्छुक किसानों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है।

राज्य के जो भी किसान बीज (Haryana agriculture news) प्राप्त करना चाहते हैं वह आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस योजना के तहत किसान केवल 20% राशि देकर बीज प्राप्त कर सकते हैं| हम इस पोस्ट में जानेंगे किस तरह ढेंचा बीज के लिए सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं।

 

ढेंचा बीज पर सब्सिडी

 

हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के किसानों के लिए ढेंचा बीज पर 80% की सब्सिडी दी जा रही है। इस योजना के तहत एक किसान अधिकतम 10 एकड़ क्षेत्र में डेंचा (Haryana agriculture news) की खेती के लिए अनुदान प्राप्त कर सकता है। हरियाणा कृषि विभाग के अनुसार, ढैंचा फसल के लिए बीज दर 25 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर है।

इस तरह, लगभग 12 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी, अतः किसान को 10 एकड़ के लिए अधिकतम 120 किलोग्राम बीज उपलब्ध किया जाएगा। इच्छुक किसान इस योजना के तहत सब्सिडी पाने के लिए 20 मई 2024 से पहले पहले आवेदन कर सकते हैं।

ढेंचा खेती के फायदे ढेंचा बीज

 

ढैंचा फसल किसानों (Haryana agriculture news) को कम लागत में अच्छी हरी खाद प्राप्त कराती है। इससे भूमि को पर्याप्त मात्रा में नाइट्रोजन मिलता है, जिससे अगली फसल के लिए कम यूरिया की आवश्यकता होती है। हरी खाद से भूमि में कार्बनिक पदार्थ बढ़ते हैं, जिससे भूमि और जल का संरक्षण होता है और संतुलित मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं, जो भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाते हैं।

ढैंचा को खेत में पलटने से नाइट्रोजन, पोटाश, गंधक, कैल्शियम, मैग्नेशियम, जस्ता, तांबा, लोहा आदि विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व मिलते हैं। इससे फसलों की पैदावार बढ़ती है और कम रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता होती है, जिससे कृषि की लागत भी कम होती है।

ढेंचा बीज सब्सिडी के लिए पात्रता

 

  • ढेंचा बीज प्राप्त करने के लिए आवेदक किस का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर पंजीकरण होना चाहिए।
  • राज्य का कोई भी किसान जो ढेंचा की खेती करना चाहता है आवेदन कर सकता है।
  • इस योजना के तहत 10 एकड़ भूमि के लिए सब्सिडी प्राप्त की जा सकती है।

ढेंचा बीज सब्सिडी के लिए दस्तावेज

 

  • आधार कार्ड
  • मेरी फसल मेरा ब्यौरा
  • बैंक खाता
  • मोबाइल नंबर
  • भूमिज संबंधी दस्तावेज

ढेंचा बीज सब्सिडी  के लिए आवेदन कैसे करें?

 

  • सबसे पहले Agri Haryana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
  • होम पेज पर Farmers Corner में Apply For Agriculture Schemes पर क्लिक करें।
  • अब आपके सामने सभी स्कीम्स आ जाएगी|
  • अब आपको Dhaincha seed Distribution under CDP के सामने View पर क्लिक करना है।
  • अब आपके सामने एक नया पेज आएगा|
  • इस पेज पर Daincha Beej Subsidy Yojana संबंधी जानकारी दी होगी|
  • अब आपको Terms & Conditions को Agreed करना है| और Click Here To Registration पर क्लिक कर देना है।
  • अब आपको अपना मेरी फसल मेरा ब्यौरा पंजीकरण संख्या दर्ज करनी है।
  • और सच रिकॉर्ड के ऑप्शन पर क्लिक करना है।
  • अब आपके सामने पंजीकृत डिटेल आ जाएगी।
  • अब आप आपसे मांगी गई जानकारी आपको दर्ज करनी है।
  • उसके बाद आवश्यक दस्तावेजों को अपलोड करना है।
  • अंत में सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है।
  • इस प्रकार से आप हरियाणा ढेंचा बीज सब्सिडी प्राप्त करने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

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LIC brought this scheme only for the poor, money will double in 1 year

LIC New Policy: सिर्फ गरीबों के लिए लाई एलआईसी ये स्कीम, 1 साल में पैसा हो जाएगा दोगुना

LIC New Policy : देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी है एलआईसी। इसके साथ ही भारतीय जीवन बीमा निगम भी शेयर बाजार में एक बड़ा संस्थागत निवेशक है। एलआईसी ने कई कंपनियों के शेयरों में निवेश किया है और बड़ी हिस्सेदारी ली है। एलआईसी के निवेश पोर्टफोलियो में कई कंपनियों के शेयर शामिल हैं, जिनमें अच्छी बढ़त देखने को मिल रही है।

आम निवेशकों की नजर इस बात पर रहती है कि, एलआईसी (LIC New Policy) किन कंपनियों पर दांव लगाती है। क्योंकि जिन शेयरों में एलआईसी ने निवेश किया है उनमें से कई शेयरों ने मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। इनमें से एक शेयर डिक्सन टेक्नोलॉजीज का है, इस शेयर ने अपने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है।

डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों ने साल, छह महीने और महीने जैसी अलग-अलग समय सीमा में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया। इस शेयर की 52 हफ्तों में सबसे ऊंची कीमत 7236 रुपये है जबकि फिलहाल यह 6910 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

साल दर साल जबरदस्त रिटर्न

 

रिपोर्ट के मुताबिक, डिक्सन टेक्नोलॉजीज (इंडिया) लिमिटेड (LIC New Policy) के शेयरों ने पिछले एक साल में ही निवेशकों का पैसा दोगुना से ज्यादा कर दिया है। इस दौरान शेयरों ने 137 फीसदी का रिटर्न दिया. वहीं, 6 महीने में यह स्टॉक 35 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया. सिर्फ एक महीने में डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों ने बैंक एफडी से 9 फीसदी ज्यादा का रिटर्न दिया है।

कंपनी के शेयरों ने पिछले 5 साल में मल्टीबैगर रिटर्न दिया है। मार्च 2019 में डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयर की कीमत 502 रुपये थी और अब कीमत 6900 रुपये को पार कर गई है। रिटर्न की यह दर 1200 प्रतिशत से अधिक है।

कंपनी में LIC की कितनी हिस्सेदारी है?

 

दिसंबर 2023 तक, एलआईसी (LIC New Policy) के पास डिक्सन टेक्नोलॉजीज के शेयरों में 2.83 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। यह कंपनी उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, प्रकाश व्यवस्था, गृह और प्रतिभूति सामान के निर्माण के व्यवसाय में है।

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WhatsApp threatens to leave India for disregarding user privacy protection! Will WhatsApp be closed in India, let us know

Meta WhatsApp threat : यूजर की निजता की सुरक्षा की अवेहलना को लेकर WhatsApp ने भारत छोड़ने की दी धमकी ! क्या भारत में बंद हो जाएगा WhatsApp, आए जानें 

Meta WhatsApp threat :  WhatsApp ने दिल्ली हाईकोर्ट में एनक्रिप्शन हटाने से इनकार कर दिया है। साथ ही कहा गया है कि अगर ऐसा करने पर मजबूर किया जाता है, तो कंपनी भारत में अपना काम बंद कर देगी। दरअसल, मेटा की कंपनी ने IT रूल्स, 2021 को चुनौती दी है। खास बात है कि भारत में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं।

 

 

 

कंपनी ने क्या कहा है ?

कंपनी का कहना है कि एन्ड-टू-एन्ड एनक्रिप्शन के जरिए यूजर की निजता की रक्षा की जाती है। इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि संदेश भेजने वाला और उसे प्राप्त करने वाला ही अंदर के कंटेंट जान सकता है।

कंपनी (Meta WhatsApp threat) के लिए कोर्ट में पेश हुए तेजस कारिया ने डिविजन बेंच से कहा, ‘एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एनक्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा गया, तो व्हाट्सऐप चला जाएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, कारिया का कहना है कि जनत प्राइवेसी फीचर्स के चलते ही व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करती है।

 

 

 

कंपनी ने किन नियमों का उल्लंघन करने की बात कही है ?

कंपनी (Meta WhatsApp threat)  IT रूल्स 2021 को चुनौती दे रही है, जिसमें मैसेज ट्रेस करने और संदेश भेजने वालों की पहचान करने की बात कही गई है। कंपनियों का तर्क है कि इस कानून से एनक्रिप्शन कमजोर होगा और भारतीय संविधान के तहत यूजर की निजता की सुरक्षा का उल्लंघन होगा।

 

खास बात है की बीते साल ही हुए मेटा (Meta WhatsApp threat) के एक कार्यक्रम में कंपनी के CEO मार्क जकरबर्ग ने कहा थआ, ‘भारत एक ऐसा देश है, जो सबसे आगे है। आप इस मामले में दुनिया की अगुवाई कर रहे हैं कि लोगों और कारोबारों ने कैसे मैसेजिंग को अपनाया है।’ व्हाट्सऐप का कहना है कि नियम कंटेंट के एनक्रिप्शन और यूजर्स की निजता को कमजोर करते हैं।

 

रिपोर्ट के अनुसार, कारिया ने कहा, ‘दुनिया में कहीं भी ऐसा नियम नहीं है। ब्राजील में भी नहीं। हम एक पूरी चेन रखनी होगी और हमें नहीं पता कि किन संदेशों को डिक्रिप्ट करने के लिए कह दिया जाए । इसका मतलब है कि लाखों संदेशों को सालों तक स्टोर कर रखना होगा।

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Clash over Congress candidate in Haryana, when Brijendra's ticket was cut, Birendra Singh said - I will not campaign without being invited, will hold a meeting in Jind on 28th, Kiran Choudhary also called the meeting.

Haryana Congress politics : हरियाणा में कांग्रेस के कैंडीडेट पर घमासान, बृजेंद्र की टिकट कटी तो बीरेंद्र सिंह ने कहा- बिना बुलाए नहीं करूंगा प्रचार, 28 को जींद में करेंगे मीटिंग, किरण चौधरी ने भी बुलाई बैठक

Haryana Congress politics : हरियाणा में कांग्रेस के 8 सीटों पर उम्मीदवार घोषित करते ही घमासान मच गया है। बेटी श्रुति चौधरी की भिवानी-महेंद्रगढ़ से टिकट कटने पर उनकी विधायक मां किरण चौधरी ने समर्थकों की मीटिंग बुला ली है। यह मीटिंग शनिवार दोपहर 12 बजे भिवानी में उनके घर पर होगी। करीबी समर्थकों का कहना है कि किरण चौधरी और उनका परिवार इसी बैठक में कोई बड़ा फैसला ले सकता है।

 

वहीं हिसार से बेटे बृजेंद्र सिंह की टिकट कटने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि बेटे को टिकट क्यों नहीं मिली, यह सवाल है?। उन्होंने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी। बृजेंद्र को मौका मिलता तो अच्छा होता।

 

उन्होंने कहा कि अगर कोई बुलाएगा तो ठीक, वर्ना किसी का प्रचार करने नहीं जाऊंगा। इसके अलावा बीरेंद्र सिंह ने जींद में 28 अप्रैल को अपने समर्थकों की मीटिंग बुलाई है। अब इस बैठक में बीरेंद्र सिंह क्या फैसला लेंगे, इस पर सभी की नजरें बनी हुई हैं।

 

वहीं हरियाणा कांग्रेस (Haryana Congress politics)  के अध्यक्ष उदयभान ने सफाई दी कि टिकट बंटवारे से कोई नाराज नहीं है। बृजेंद्र पर उन्होंने कहा कि कोई पार्टी छोड़कर आए और उसे टिकट मिल जाए, ऐसा नहीं होता। उनके नाम पर विचार हुआ लेकिन फैसला किसी एक पर ही होना था। हालांकि, उन्होंने विधानसभा या राज्यसभा में बृजेंद्र को एडजस्ट करने के संकेत जरूर दिए।

 

 

हिसार से हुड्‌डा के करीबी को टिकट

हिसार (Haryana Congress politics) से टिकट मिलने की आस लगाए बैठे चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे रिटायर्ड IAS अफसर एवं भाजपा के टिकट पर सांसद रह चुके बृजेन्द्र सिंह को टिकट नहीं दिया गया। हिसार से कांग्रेस ने हुड्डा के करीबी जय प्रकाश उर्फ जेपी को टिकट दिया है। जय प्रकाश हिसार से पहले भी सांसद रह चुके हैं। हाल ही में जय प्रकाश ने आदमपुर उपचुनाव में भी भव्य बिश्नोई के सामने कांग्रेस की टिकट पर ताल ठोकी थी मगर हार का सामना करना पड़ा था। जाट बाहुल्य हिसार सीट पर कांग्रेस ने भी जाट कैंडिडेट को मैदान में उतारा है।

 

 

सोनीपत से सतपाल की पैरवी कर रहे थे हुड्‌डा

हरिद्वार कांग्रेस अध्यक्ष सतपाल ब्रह्मचारी को सोनीपत लोकसभा सीट से टिकट दिया गया है। सतपाल हरियाणा (Haryana Congress politics) के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबी हैं। हुड्‌डा सतपाल की टिकट के लिए शुरू से पैरवी कर रहे थे। कुछ दिनों पहले सोशल मीडिया पर एक कांग्रेस उम्मीदवारों की फेक लिस्ट जारी हुई थी, उसमें भी सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी को ही प्रत्याशी दर्शाया गया था।

 

 

भिवानी से श्रुति चौधरी का टिकट काटा

भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस ने पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का टिकट काटकर हुड्‌डा के करीबी राव दान सिंह को टिकट दिया है। श्रुति चौधरी भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। वह पहली बार 2009 में इसी संसदीय क्षेत्र से चुनी गई थी। राव दान सिंह महेंद्रगढ़ से कांग्रेस के विधायक हैं और उन्होंने भाजपा के दिग्गज नेता रामबिलास शर्मा को इस सीट से हराया था। राव दान सिंह 2000, 2005, 2009 और 2019 में महेंद्रगढ़ विधानसभा से विधायक चुने गए हैं।

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Bhupendra Hooda is the real boss of Congress in Haryana, ticket was given to the one who advocated on 7 out of 10 seats, shock to SRK faction

Haryana Congress : भूपेंद्र हुड्डा ही हरियाणा में कांग्रेस के असली बाॅस, 10 में से 7 सीटों पर जिसकी पैरवी की, उसी को टिकट, एसआरके गुट को झटका

Haryana Congress : कांग्रेस हाईकमान ने साफ कर दिया है हरियाणा में कांग्रेस के असली बॉस भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ही हैं। कांग्रेस उनके ही नेतृत्व में आगे बढ़ेगी। क्योंकि कांग्रेस ने गुरुवार देर रात हरियाणा में 8 लोकसभा प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी। इस लिस्ट में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा की चली है। 8 में से 7 प्रत्याशी भूपेंद्र हुड्डा समर्थक हैं।

इससे सैलजा-सुरजेवाला और किरण गुट को झटका लगा है। सिरसा की सीट कुमारी सैलजा (Haryana Congress) को अपने प्रभाव से मिली है, बाकी पर हुड्डा समर्थकों को टिकट मिले हैं। फरीदाबाद, सोनीपत, अंबाला, करनाल, हिसार, रोहतक और भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट पर टिकट हुड्‌डा अपने करीबियों को दिलाने में कामयाब रहे।

भिवानी-महेंद्रगढ़ से श्रुति चौधरी और चौधरी बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह का टिकट कटवाने में भी हुड्‌डा कामयाब रहे। दोनों ही हुड्‌डा के विरोधी माने जाते हैं। वहीं गुरुग्राम सीट पर भी हुड्‌डा फिल्म स्टार राज बब्बर को टिकट दिलवाने के लिए लॉबिंग कर रहे हैं। यहां से कैप्टन अजय यादव भी टिकट मांग रहे हैं।

 

 

 

बेटे के लिए सेफ की रोहतक सीट

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने अपने बेटे दीपेंद्र हुड्‌डा (Haryana Congress) को पिछली बार की तरह रोहतक से ही टिकट दिलवाया है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने करनाल में पंजाबी, सोनीपत में ब्राह्मण और भिवानी-महेंद्रगढ़ में अहीर को टिकट दिलवाकर बेटे दीपेंद्र हुड्डा की रोहतक सीट सुरक्षित कर ली है। रोहतक की सीट पर इन सभी जातियों का दबदबा रहा है। पिछली बार पंजाबी, ब्राह्मण और अहीर वोटों को साधने में दीपेंद्र हुड्‌डा कामयाब नहीं हो पाए थे और थोड़े अंतर से भाजपा के डॉ. अरविंद शर्मा से हार गए थे।

 

 

 

भिवानी महेंद्रगढ़, अंबाला, सोनीपत और हिसार में भी हुड्‌डा की चली

ऐसा माना जा रहा था कि अंबाला, सोनीपत, भिवानी-महेंद्रगढ़ और हिसार (Haryana Congress) में सीट सैलजा-सुरजेवाला और किरण गुट की चलेगी। मगर हाईकमान ने इन सभी दरकिनार कर दिया। अंबाला से हुड्‌डा के खास समर्थक माने जाने वाले वरुण चौधरी को टिकट मिला है। वरुण अंबाला की मुलाना सीट से मौजूदा विधायक हैं। यहां हुड्‌डा विरोधी गुट रेणु बाला को मैदान में उतारना चाहता था।

 

हिसार से हुड्‌डा जयप्रकाश उर्फ जेपी को टिकट दिलवाने में कामयाब रहे। सैलजा-सुरजेवाला और किरण गुट जयप्रकाश के नाम का लगातार विरोध कर रहे थे। वह हिसार से मौजूदा सांसद बृजेंद्र सिंह और चंद्रमोहन का नाम आगे बढ़ा रहे थे, मगर हाईकमान ने हुड्‌डा की पसंद से हिसार से तीन बार के सांसद रहे जयप्रकाश को टिकट दिया है। इसी तरह सोनीपत (Haryana Congress) से सतपाल ब्रह्मचारी को टिकट दिया है। यहां हालांकि हुड्‌डा कुलदीप शर्मा के लिए भी लॉबिंग कर रहे थे, मगर सतपाल भी उनकी पसंद हैं।

 

 

 

लोकसभा चुनाव के बहाने हुड्‌डा ने निकाले अपने कांटे

भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने लोकसभा चुनाव के बहाने अपनी राह के सभी कांटे निकाल दिए हैं। कुमारी सैलजा विधानसभा से टिकट मांग रही थीं और हुड्‌डा चाहते थे वह लोकसभा आए ताकि अगर सैलजा की जीत या हार होती है तो दोनों सूरत में हुड्‌डा को फायदा होगा। दोनों ही सूरत में वह मुख्यमंत्री पद (Haryana Congress) की दावेदारी से दूर रहेंगे। इसी तरह भिवानी-महेंद्रगढ़ से अपनी पसंद के प्रत्याशी राव दान सिंह को टिकट दिलवाकर बंसीलाल परिवार के प्रभाव को कांग्रेस में कम कर दिया है। किरण चौधरी भी समय-समय पर भूपेंद्र हुड्‌डा को चुनौती देती रही हैं।

इसी तरह चौधरी बीरेंद्र सिंह बेटे बृजेंद्र सिंह के बहाने कांग्रेस में दोबारा मजबूती से एंट्री लेना चाहते थे। वह खुद को गांधी परिवार का नजदीकी बताते हैं। चर्चा थी कि बृजेंद्र सिंह को हिसार या सोनीपत से टिकट मिल सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यहां भी हुड्‌डा की चली।

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Udaybhan's statement on the cancellation of Brijendra Singh's ticket, Rao Dan Singh is taking Dharamveer lightly in Bhiwani.

Haryana Congress news : बृजेंद्र सिंह का टिकट कटने पर उदयभान का आया बयान, भिवानी में धर्मवीर को हल्के में ले रहे राव दान सिंह

Haryana Congress news : हरियाणा में कांग्रेस पार्टी ने कई दौर चले बैठकों के बाद आखिरकार लोकसभा प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, लेकिन कई प्रत्याशी टिकट की रेस में डार्क हॉर्स साबित हुए हैं। कयासों के मुताबिक टिकट की रेस में आगे चल रहे लोगों को पीछे छोड़ते 8 नामों की जारी हुई सूची में अपना नाम शामिल करवाने में सफल रहे।

 

 

 

 

कहां किसका कटा टिकट ?

कांग्रेस (Haryana Congress news) के टिकट बंटवारें में महेंद्रगढ़-भिवानी और हिसार लोकसभा सीट पर उम्मीदों के विपरीत टिकट मिला है। जारी टिकट को लेकर तर्क दिया गया कि मेरिट के आधार पर उम्मीदवारों की घोषणा हुई है, कोई कोटा सिस्टम नहीं चला है।

बता दें कि, पूर्व मुख्यमंत्री बंसीलाल की पोती श्रुति चौधरी का टिकट काट कर भिवानी लोकसभा सीट से राव दान सिंह को टिकट दिया गया है। वहीं हिसार से लगभग बृजेंद्र सिंह का टिकट लगभग तय माना जा रहा था, लेकिन वहां भी कांग्रेस ने सभी को चौकाते हुए जय प्रकाश(जेपी) टिकट दिया है।

 

 

 

कांग्रेस की लिस्ट पर उदयभान ने क्या कहा ?

इस दौरान हरियाणा के प्रदेश (Haryana Congress news) अध्यक्ष चौधरी उदयभान से टिकट बंटवारे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पार्टी में बहुत लोग शामिल होते हैं। सभी को टिकट नहीं दिया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने दावा किया कि, हम प्रदेश की सभी 10 की 10 सीटें जीत रहे हैं।

टिकट बंटवारे में श्रुति को पीछे छोड़ते हुए टिकट हांसिल करने वाले राव दान सिंह दिल्ली स्थित भूपेंद्र सिंह हुड्डा के आवास पर मुलाकात करने पहुंचे। हुड्डा से मुलाकात के बाद राव दान सिंह ने कहा कि, हमारी तैयारी पूरी है और हम चुनाव जीतेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि कोई चुनौती नहीं है।

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Unemployed youth will contest against the Chief Minister in Karnal by-election, independents will file nomination.

Berojgar election candidate : करनाल उपचुनाव में मुख्यमंत्री के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे बेरोजगार युवा, निर्दलीय भरेंगे नामांकन

जींद में बैठक कर लिया फैसला, जल्द ही करेंगे उम्मीदवार का फैसला

 

Berojgar election candidate : जींद की जाट धर्मशाला में शुक्रवार को प्रदेश भर के सभी जिलों से बेरोजगार युवाओं ने एकत्रित होकर बैठक की। इसमें फैसला लिया गया कि करनाल में होने वाले उपचुनाव में मुख्यमंत्री के सामने बेरोजगार युवा भी निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे। चुनावी रण में उतरने के इच्छुक उम्मीदवारों के नाम मांगे गए हैं और जल्द ही उम्मीदवार का नाम फाइनल कर दिया जाएगा।

बैठक के बाद बात करते हुए दिनेश ढांडा, प्रियंका खरकरामजी, सुमित लाठर, अक्षय नरवाल, रोहतक से अमर दांगी, सोनीपत से राजेश, जसबीर ढांडा, भिवानी से रविंद्र फौजी, दादरी से कुशल, करनाल से दीपक, कैथल से सौरभ, यमुनानगर से अमित ने बताया कि केंद्र सरकार में 9 लाख सरकारी पद खाली हैं तो हरियाणा में दो लाख से अधिक सरकारी पद खाली पड़े हुए हैं। वर्ष 2014 से हरियाणा में ग्राम सचिव, पटवारी की भर्ती लंबित है।

 

 

 

हरियाणा सरकार 2021 में सीइटी की नीति लेकर आई लेकिन उसके बाद युवाओं (Berojgar election candidate) की सुविधा की बजाय समस्या और अधिक बढ़ा दी। जब यह बदलाव हुआ तब से एक भी भर्ती पूरी नहीं हुई है, सारी भर्ती कोर्ट में लटकी हुई हैं। हरियाणा सरकार ठीक से कोर्ट में पैरवी नहीं कर रही है।

इसकी नाराजगी 23 अप्रैल की सुनवाई के बाद युवाओं में और अधिक बढ़ गई है। अगस्त 2023 से लगभग 15 सुनवाई कोर्ट में हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई फैसला नहीं आया है। टीजीटी 7471 भर्ती के अभ्यार्थी भी अपनी ज्वाइनिंग को लेकर हरियाणा में पैदल यात्रा कर रहे हैं।

 

 

इस सरकार ने युवाओं को विदेश जाने के लिए मजबूर कर रखा है। युवा अगर छोटे उद्योग की सोचे तो सरकार के पास उचित बजट नहीं है। पूरे देश में ऑर्गेनाइज्ड सेक्टर में सिर्फ 4 प्रतिशत रोजगार है। ना तो वर्तमान सरकार के पास सरकारी नौकरी, ना प्राइवेट सेक्टर में उचित रोजगार (Berojgar election candidate) और ना बिजनेस करने के लिए प्रोत्साहन और खेती करने के लिए ना जमीन रही और करे तो फसल का उचित दाम नहीं। इस वर्तमान स्थिति में देश और प्रदेश का युवा करे तो क्या करे।

प्रियंका खरकरामजी ने कहा कि हरियाणा में प्रत्येक लोकसभा समेत हरियाणा सरकार के मुख्यमंत्री के सामने उपचुनाव में चुनाव लड़ने का फैसला लिया। जो भी बेरोजगार युवा (Berojgar election candidate) चुनाव लडना चाहता है चुनाव लड़ने के लिए अपने नाम देने के लिए युवाओं को आमंत्रित किया। बेरोजगार युवाओं का प्रतिनिधिमंडल प्रत्येक विपक्षी पार्टी के मुख्य नेताओं से मिल चुनाव में समर्थन की अपील करेगा।

 

 

 

युवाओं ने एक स्वर में अपनी आवाज को बुलंद करते हुए कहा है कि जिस सरकार ने हमें घर बिठाया है युवा मिलकर उस सरकार के राजा को घर बिठाने का काम करेगा क्योंकि आज देश में युवाओं की 65 प्रतिशत जनसंखा है। हर युवा को रोजगार के मुद्दे पर एकजुट करेंगे और चुनाव को जीतने का काम करेंगे।

युवाओं ने एक स्वर में अपनी आवाज को बुलंद करते हुए कहा है कि जिस सरकार ने हमें घर बिठाया है युवा मिलकर उस सरकार के राजा को घर बिठाने का काम करेगा क्योंकि आज देश में युवाओं की 65 प्रतिशत जनसंखा है। हर युवा को रोजगार के मुद्दे पर एकजुट करेंगे और चुनाव को जीतने का काम करेंगे।

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Election contest on Sirsa Lok Sabha seat is exciting, there will be a tough fight between two former Congress state presidents Kumari Selja and Ashok Tanwar.

Haryana political news : सिरसा लोकसभा सीट पर अशोक तंवर व सैलजा आमने सामने, सैलजा को भीतरघात का खतरा

Haryana political news : हरियाणा की 10 लोकसभा सीटों में से 8 सीटों पर कांग्रेस ने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। इस बार सिरसा लोकसभा में चुनावी मुकाबला रोमांचक होने वाला है। कांग्रेस ने सिरसा से कुमारी सैलजा और भाजपा ने डा. अशोक तंवर को टिकट दिया है। रोमांचक बात यह है कि दोनों ही प्रत्याशी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। तंवर काफी समय पहले ही चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं और इसका उन्हें बेनिफिट मिलेगा। सैलजा को कल टिकेट मिली है और अब उनके पास महीने से भी कम समय प्रचार का बचा है। इसमें भी भीतरघात का खतरा बन रहा है।

 

लंबे समय से उम्मीदवार तलाश रही कांग्रेस पार्टी में सिरसा लोकसभा के लिए जब कुमारी सैलजा को उम्मीदवार बनाया गया तो कांग्रेस का एक पूरा धड़ा उनसे अलग नजर आने लगा है। हुड्डा ग्रुप के नेताओं ने पूरी तरह से अपनी पार्टी की ही उम्मीदवार से दूरी बना ली है, जो सैलजा के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। कांग्रेस भवन में बीती शाम सैलजा की उम्मीदवारी तय होने के बाद पूर्व सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, वीरभान मेहता, संदीप नेहरा और नवीन केडिया आदि नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस करके खुशी जाहिर की वहीं हुड्डा गुट के नेताओं ने इससे दूरी बना ली है। फ़तेहाबाद में बलवान सिंह और टोहाना में बलज़ींद्र ठरवी ने ही टिकट का स्वागत किया है, लेकिन अन्य कांग्रेसी नेता दूरी बनाते नजर आ रहे हैं।

 

खबर है कि कांग्रेस के कालांवाली से विधायक शीशपाल केहरवाला, पूर्व ओएसडी डॉ. केवी सिंह, डबवाली के विधायक अमित सिहाग, पूर्व चेयरमैन अमीर चावला, राजकुमार शर्मा की चुप्पी ने सैलजा की उम्मीदवारी पर ही एक तरह से प्रश्नचिन्ह लगा दिया है। एक बात तो कंफर्म है अगर हुड्डा गुट ने साथ ना दिया तो सैलजा की राह आसान नजर नही आती।

 

गौरतलब है की, कुमारी सैलजा 1991 और 1996 में सिरसा लोकसभा क्षेत्र से सांसद रह चुकी हैं। साल 1998 में हुए संसदीय चुनाव में डा. सुशील इंदौरा से पराजित होने के बाद सैलजा ने अंबाला का रुख कर लिया था। अब सैलजा की फिर से सिरसा में वापसी हो गई है। 1996 के बाद अब वह 2024 में सांसद का चुनाव सिरसा से लड़ रही हैं।

कुमारी सैलजा के पिता चौधरी दलबीर सिंह दिग्गज राजनीतिक रहे हैं। वे चार बार सिरसा से सांसद रह चुके हैं। 1966 को हरियाणा केस्थापना के बाद 1967 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार वह सिरसा लोकसभा से सांसद बने थे। इसके बाद 1971, 1980 और 1984 में भी सांसद बने।

 

 

 

वहीं सिरसा से भाजपा प्रत्याशी डा. अशोक तंवर ने 2009 के लोकसभा चुनाव सिरसा लोकसभा से चुनाव लड़ा था और यह सीट उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी INLD के डा. सीता राम को 35499 मतों के अंतर से हरा कर जीती थी। 2014 में डा. अशोक तंवर इस सीट पर इनेलो के चरणजीत सिंह रोड़ी से हार गए थे। 2019 में उनको भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने हराया था।

 

सिरसा में कब कौन बना सांसद

सांसद साल
चौधरी दलबीर सिंह 1967, 1971, 1980 और 1984
चांदराम 1977
हेतराम 1988 और 1989
कुमारी सैलजा   1991 और 1996
सुशील इंदौरा  1998 और 1999
आत्मा सिंह गिल 2004
अशोक तंवर  2009
चरणजीत सिंह रोड़ी  2014
सुनीता दुग्गल 2019

 

 

 

 

 

 

 

 

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Due to increasing heat, Haryana government issued orders in schools, bell will ring 3 times to remind to drink water, programs will not be held in sunlight

Heatwave alert : गर्मी बढ़ने से हरियाणा सरकार ने स्कूलों में किए आदेश जारी, पानी पीने की याद दिलाने को 3 बार बजेगी घंटी, धूप में नहीं होंगे कार्यक्रम

Heatwave alert : प्रदेश में गर्मी बढ़ने लगी है और लू से बच्चों को बचाने के लिए हरियाणा सरकार के द्वारा प्रदेश के सभी स्कूलों में एक एडवाइजरी जारी कर दी गई है, जिसमें अब सभी स्कूलों में पानी पीने के लिए तीन बार घंटी बजेगी।

इसके साथ-साथ विभाग के द्वारा यह भी निर्देश दिए गए हैं कि, स्कूल में कोई भी प्रोग्राम धूप (Heatwave alert ) में नहीं होगा और इसके साथ ही खिड़कियों को भी किसी कपड़े या फिर पर्दे से ढका जाएगा, ताकि बच्चों को राहत मिल सके।

 

 

एजुकेशन ऑफिसर करनैल सिंह संधावा स्कूल स्टाफ को दी हितायतें

इस एडवाइजरी के जारी होते ही आज यमुनानगर के ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर करनैल सिंह संधावा ने स्कूलों में जाकर इन निर्देशों के बारे में बताया और स्कूल के स्टाफ को भी हिदायतें दी हैं कि, सख्ती से इनका पालन करवाया जाए। इस एडवाइजरी में यह भी कहा गया है कि स्कूलों (Heatwave alert ) में ओआरएस के गोल भी प्रर्याप्त मात्रा में होने चाहिए।

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