Yogesh Kumar

Char Dham Yatra starts from today, know the role and complete details of Gangotri, Yamunotri, Badrinath and Kedarnath darshan.

Char-Dham Yatra today Start : चार धाम यात्रा आज से शुरू, जानें गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ दर्शन की भूमिका और पूरा विवरण

Char-Dham Yatra today Start : भारत का धार्मिक राज्य उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 2024 की शुरुआत आज अक्षय तृतीया से शुरू हो रही है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम आज 10 मई को कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा की आरंभ हो जाएगी। वहीं 12 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम की यात्रा पूरी तरह से आरंभ हो जाएगी। चार धाम यात्रा के लिए 15 अप्रैल से 3 मई तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था, जबकि 8 मई से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई थी।

उत्तराखंड की चार धाम यात्रा की बात करें, हिंदू धर्म में चार धाम को बहुत ही पवित्र स्थल माना जाता है। हिंदू धर्म में माना जाात है कि, यदि श्रद्धालु अपने जीवन में चार धाम की यात्रा कर ले, तो उसे जीवन- मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री बद्रीनाथ, और केदारनाथ को उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा में शामिल किया जाता है।

गंगोत्री धाम देवी गंगा के बारे में जानें

  • उत्तराखंड के चार धाम (Char-Dham Yatra today Start) तीर्थस्थलों में से गंगोत्री धाम भी एक पवित्र तीर्थस्थल है।
  • गोमुख गंगोत्री ग्लेशियर में भागीरथी नदी का स्रोत है और गंगा नदी के मुख्य धाराओं में से एक है। साथ ही गोमुख गंगा नदी का उद्गम स्थल भी है।
  • देवप्रयाग के बाद से यह अलकनंदा में मिलने के कारण इसे देवप्रयाग को संगम स्थल भी कहा जाता है।
  • यहां आने वाले श्रद्धालु देवप्रयाग में गंगा स्नान करते हैं और अपनी गलतियों के लिए देवी गंगा से माभी मांगकर एक नए अध्याय की शुरुआत करते हैं।
  • बता दें कि गंगोत्री को माता गंगा का पूजन स्थल भी माना जाता है। गंगा के पूजन स्थल पर गंगा की पवित्र जलधारा की पूजा की जाती है।
  • गंगोत्री में प्राचीन गंगा मंदिर भी स्थित है और गंगोत्री के आसपास कई अन्य धार्मिक स्थल हैं। जैसे भैरों घाटी, मुखबा गांव, हर्षिल, नंदनवन तपोवन, गंगोत्री चिरबासा और केदारताल मुख्य तीर्थस्थल है।

Gangotri Dham Travel Guide - History, Sightseeing, Tips

गंगोत्री धाम पर ऐसे जाएं

  •  गंगोत्री के सबसे पास देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो उत्तरकाशी मुख्यालय से करीब 200 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से गंगोत्री तक टैक्सी तथा बस सेवाएँ भी हैं।
  • ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी जगह रेलवे स्टेशन हैं। उत्तरकाशी से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से करीब 100 किमी दूर है। ऋषिकेश से गंगोत्री बस और टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।
  • गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 108 पर स्थित है। राज्य परिवहन की बसें उत्तरकाशी, देहरादून और ऋषिकेश के बीच होकर चलती हैं। उत्तरकाशी से आपको बस द्वारा 100 किमी का सफर करना होगा।

यमुनोत्री यमुना नदी के बारे में जाने 

  • उत्तराखंड के चार धाम यात्रा (Char-Dham Yatra today Start) में दूसरा मुख्य तीर्थ-स्थल यमुनोत्री है और साथ ही यमुना नदी का स्त्रोत है।
  • यह उत्तराखंड के जिला उत्तरकाशी में गढ़वाल हिमालय में लगभग 10,804 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
  • यमुनोत्री में पश्चिमीतम मंदिर है, जो बंदर पूंछ पर्वत की एक झुंड के ऊपर स्थित है।
  • यमुनोत्री में मुख्य आकर्षण देवी यमुना के लिए समर्पित मंदिर और जानकीचट्टी में पवित्र तापीय झरना हैं।
  • भूगर्भ से उत्पन्न 90 डिग्री तक गर्म पानी के जल का कुंड सूर्य-कुंड और पास ही ठन्डे पानी का कुंड, जिसे गौरी कुंड कहा जाता है, जो यहां का सबसे खास स्थल है।

Yamunotri Temple | Shri Yamunotri Dham Yatra Tour Information

ऐसे पहुंचे यमुनोत्री धाम

  • यमुनोत्री के सबसे पास एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो उत्तरकाशी मुख्यालय से लगभग 200 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से गंगोत्री तक टैक्सी तथा बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
  • ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी जगह रेलवे स्टेशन हैं। उत्तरकाशी से निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है, जहां पहुंचकर आप बस या टैक्सी से यमुनोत्री पहुंच सकते हैं।
  • राज्य परिवहन की बसें उत्तरकाशी और ऋषिकेश के बीच चलती है। स्थानीय परिवहन संघ और राज्य परिवहन की बसें तथा टैक्सी यमुनोत्री और ऋषिकेश के बीच से होकर चलती है।

 

बद्रीनाथ धाम का नर-नारायण संगम स्थल 

  • उत्तराखंड के चार धाम (Char-Dham Yatra today Start) तीर्थस्थलों में से बद्रीनाथ धाम को नर और नारायण का संगम स्थल कहा जाता है।
  • हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार बद्रीनाथ को विशालपुरी भी कहा जाता और विष्णु भगवान की पूजा करने केे कारण इसे विष्णुधाम भी कहा जाता है।
  • बद्रीनाथ करीब 3,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
  • गढ़वाल हिमालय में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित यह शहर नर और नारायण पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है।
  • बद्रीनाथ मंदिर में चार भुजाओं वाली काली पत्थर की बहुत छोटी मूर्तियां है। यहां भगवान श्री विष्णु पद्मासन की मुद्रा में विराजमान है।

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ऐसे जाएं बद्रीनाथ धाम

  • बद्रीनाथ के सबसे नजदीक एयरपोर्ट देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो बद्रीनाथ से लगभग 317 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से बद्रीनाथ तक टैक्सी तथा बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
  • ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी के पास रेलवे स्टेशन हैं। बद्रीनाथ से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ बस और टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।
  • स्थानीय परिवहन संघ और राज्य परिवहन की बसें तथा टैक्सी बद्रीनाथ और ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून और दिल्ली के बीच नियमित रूप से चलाई जाती है।

केदारनाथ धाम भगवान शिव का दरबार

  • उत्तराखंड के चार धाम (Char-Dham Yatra today Start) तीर्थस्थलों में से एक केदारनाथ धाम भी है। केदारनाथ उत्तरी भारत के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जो समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
  • केदारनाथ का ऐतिहासिक नाम ‘केदार खंड’ भी है। केदारनाथ धाम भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
  • शिव पुराण के अनुसार केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का पूजन करने के बाद जो व्यक्ति जल ग्रहण कर लेता है, उसे दोबारा जन्म नहीं लेना पड़ता है। इसे मोक्ष का द्वार भी कहा जाता है।
  • केदारनाथ मंदिर एक ऊंचे चबूतरे पर बना हुआ है। मंदिर के मुख्य भाग मंडप और गर्भगृह के चारों ओर परिक्रमा मार्ग है, जहां मंदिर के बाहर परिसर में शिव जी के वाहन नंदी विराजित हैं।
  • यहां शिवजी का विशेष पूजन किया जाता है। आप केदारनाथ में गांधी सरोवर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड मंदिर, वासुकी ताल भी दर्शन करने जा सकते हैं।

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ऐसे जाएं केदारनाथ धाम

  • केदारनाथ जाने के लिए देहरादून में जॉली ग्रेट एयरपोर्ट सबसे नजदीक एयपोर्ट है। यह केदारनाथ से लगभग 239 किमी स्थित थे।
  •  केदारनाथ जाने के लिए आपको हरिद्वार जाना होगा। यहां हरिद्वार से सड़क मार्ग या फिर हेलीकॉप्टर के माध्यम से आप केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं।
  • आप हरिद्वार से रूद्रप्रयाग और फिर रूद्रप्रयाग से केदारनाथ जा सकते हैं। वहीं, यदि आप अपनी कार, टैक्सी या बाइक से केदारनाथ जाना चाहते हैं।
  • फिर आप दिल्ली से कोटद्वार पहुंचकर रूद्रप्रयाग पहुंचे, यहां से आप केदारनाथ दर्शन करने आ सकते हैं।

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Great news for 4 states including Haryana! This time there will be no shortage of irrigation and drinking water in Bhakra Dam.

Bhakra Nangal Dam News : हरियाणा समेत 4 राज्यों के लिए आई बड़ी खुशखबरी ! सिंचाई व पीने के पानी को लेकर भाखड़ा बांध में अबकी बार नहीं होगी किल्लत

Bhakhra Nangal Dam News : बैशाख के दिन गुजरने वाले है और ज्येष्ठ माह लगने वाला है। ऐसे में लू के साथ गर्मी का भी पारा भी चढ़ता ही जा रहा है, जिससे शहर के लोगों से लेकर गांव के ग्रामीण किसानों का जीवन गर्मी से बदहाल हो रहा है। लेकिन शहर के लोगों केे लिए शुद्ध पेयजल और ग्रामीण किसानों की कृषि सिंचाई व्यवस्था के लिए भाखड़ा बांध से राहत भरी खबर आ रही है।

 

हरियाणा समेत पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के लोगों के लिए अबकी बार पानी की किल्लत की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। टाईम से पहले ग्लेशियर पिघलने से इस बार नंगल स्थित भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) में पर्याप्त जलस्तर बढ़ रहा है। ऐसे में लोगों को सिंचाई से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलने वाली है।

 

भाखड़ा प्यास मैनेजमेंट बोर्ड के एक अधिकारी ने बताया की, हिमालय पहाड़ियों में ग्लेशियर पिघलने से नंगल स्थित भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) में पानी आना शुरू हो गया है। इस समय भाखड़ा बांध का जलस्तर 1561.44 फीट चल रहा है, जो कि हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में सिंचाई व पीने के लिए पानी पर्याप्त है। यहां से कुछ जल पेयजल के लिए दिल्ली भी पहुंचाए जाता है। 

 

भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) में पानी की पर्याप्त जल स्तर के चलते हरियाणा में सिंचाई के लिए नहरों के दो ग्रुप बनाए गए हैं। बता दें कि, प्रत्येक ग्रुप को 16- 16 दिन पानी मिलता है। पहले यहां पानी की किल्लत के चलते तीन ग्रुप बना दिए गए थे, पर अब भयंकर गर्मी के कारण लोगों की सिंचाई व्यवस्था के लिए नहरों में पानी 16 दिन मिल रहा है।

 

 

भाखड़ा बांध (Bhakra Nangal Dam News) से पानी नंगल हाईडल चैनल से आता है। इसके बाद, यहां से भाखड़ा की मेन नहर निकलती है। भाखड़ा मेन नहर से पानी नरवाना ब्रांच नहर, दिल्ली व करनाल पहुंचता है। यहां से पानी हरियाणा, दिल्ली, पंजाब व राजस्थान के कुछ ईलाकों में जाता है। औसत रुप से यहां से रोजाना 17,770 क्यूसेक पानी निकासी की डिमांड रहती है।

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There was an outcry in the long queue of farmers standing in the scorching heat for paddy seeds in Kaithal, the opposition surrounded the government.

Haryana Agriculture News : कैथल में धान बीज के लिए तपती धूप में किसानों की लगी लंबी लाइन में हाहाकार मची, विपक्ष ने सरकार को घेरा

Haryana Agriculture News : हरियाणा में गेहूँ और सरसों की कटाई-छंटाई करने के बाद किसानों ने धान की फसल की बुआई के लिए तैयारी कर दी है। वैसे तो किसानों को गर्मी की तपती धूप में कभी फसल बेचने के लिए तो कभी उर्वरक-बीज खरीदने के लिए लंबी लाइनों में लगना पड़ रहा है। ऐसे में किसान भयंकर गर्मी से बचने के लिए लंबी लाईन में खड़े होने की बजाए बीज को खरीदने के लिए मजबूरन कई गुना किमत चुकाने को तैयार है। किसानों द्वारा बीज के लिए भारी कीमत चुकाना दर्शा रहा है कि, बीज के बेजने और खरीदने के नाम कालाबाजारी चल रही है।

 

 

 

धान के इस बीज के लिए किसानों को लगना पड़ रहा है लंबी लाईन में

हरियाणा (Haryana Agriculture News) में धान की हाईब्रिड किस्म सवा 7501 और 7301 के बीजों के लिए किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। बीज के लिए लगे लाइन में हरियाणा के कैथल जिले के किसान अशोक नें बताया कि, प्राईवेट कंपनी के धान की महंगी किस्म 7501 बीज के लिए किसानों को लंबी लाईन में लगना पड़ रहा है। जबकि, किसानों ने इस बीज को अपने खेतों में आजमाया था। किसानों के मुताबिक, एक किले में 8 से 10 टन तक पैदावार हुई, जो ट्रेंड में चल रहे किस्मों के प्रति अधिक है। यही कारण है कि, इस बार किसान इस बीज को अधिकत्तम खरीदना चाहते हैं। हालांकि, आरोप लग रहे है कि, 1715 रुपये की तीन किलोग्राम बीज के पैकट ब्लैक में 3,500 रुपये तक में बिक रहा है।

 

 

 

कृषि के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने बीजों की उचित मूल्यों की दी जानकारी

एक मीडिया रिर्पोट में ICAR के एक वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक ने बीजों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि, 7501 किस्म से पहले धान की पूसा 44 वैराएटी भी करीब 10 टन प्रति किला तक पैदावर देती थी। दरअसल, लंबे अंत्तराल में पकने और पानी की ज्यादा खामि की वजह से पूसा 44 किस्म को पाबंद कर दिया गया है। पाबंद लगने से पहले पूसा 44 पंजाब में सबसे ज्यादा क्षेत्र में बोई जाने वाली धान की किस्म बन गई थी।

कृषि वैज्ञानिक के अनुसार, धान के अलग-अलग किस्मों के बीजों का मूल्य 250 से 350 रुपये प्रति किलोग्राम होता है। जबकि बासमति धान के बीज की कीमत केवल 100 रुपये किलोग्राम लेता है। वहीं 7501 किस्म का बीज 572 रुपये प्रति किलो बिक रहा है। बता दें कि, धान की अन्य किस्में सामान्य तौर पर 7 से 7.5 टन तक पैदावर देती हैं। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा किसान 7501 किस्म का बीज खरीदना चाहते हैं। पर डिमांड के मुकाबले डीलरों के पास सप्लाई कम है।

 

 

 

कालाबाजारी की सूचना मिलने पर ईनेलो प्रमुख किसानों के बीच पहुंचे

कैथल (Haryana Agriculture News) में धान के बीज की कालाबाजारी की जानकारी मिलने पर ईनेलो प्रमुख अभय सिंह चौटाला किसानों के बीज समस्याओं को लेकर अधिकारियों से बात की। इस बीच उन्होंने राजनीतिक बयान दिया कि, हरियाणा का किसान जान चुका है कि कौन किसानों की हितैषी है और किसकी गारंटी में दम है।

 

 

किन शहरों में बीज की किल्लत की परेशानी है ?

धान के बीज की किल्लत सबसे ज्यादा कुरुक्षेत्र, कैथल और यमुनानगर जैसे शहरों में है। यहाँ किसान को आधार कार्ड पर केवल तीन किलोग्राम बीज का ही पैकट मिल रहा है। जबकि, एक पैकट से एक किले में एक पौधा भी तैयार नी होता। ऐसे में दिनभर गर्मी की तपती धूप में किसानों को लाइन में लगकर बड़ी मुश्किल से बीज मिलता है और वह भी पूरा नहीं मिलता।

 

 

 

सुरेजवाला ने भी लगाया आरोप

कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरेजवाला ने आरोप राज्य सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया है कि, बीजपी सरकार किसानों को धान के बीज से बेदखल कर रही है। जबकि लू से भरी गर्मी में किसान, महिलाएं और युवा बीज के लिए घंटों तक लाइन में लगे रहते हैं। फिर भी किसानों को धान का बीज नी मिल पा रहा है। पुलिस के पहरे के बीज एक किसान को आधार कार्ड दिखाने पर बीज की तीन किलो का एक ही पैकट दिया जा रहा है। यह समस्या कैथल जिले के किसान बीते 10 दिनों से झेल रहे हैं। पर बीजेपी सरकार को किसानों के हितों से कोई सरोकार नहीं है।

 

 

किसानों ने उठाए बीज को लेकर सवाल

कैथल के किसानों का कहना है कि, बीज के संकट को लेकर बाजार में डुप्लीकेट बीज की बिक्री की भी संभावना बढ़ रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि, निजी कंपनियों का यदि इस तरह बीज पर ज्यादा कब्जा हो जाएगा, तो किसानों के बुरे दिन आने में टाईम नहीं लगेगा। जबकि, हरियाणा (Haryana Agriculture News) सरकार के कृषि विभाग के कर्मचारी किसानों से अनुरोध कर रहें हैं कि, किसी एक किस्म पर ज्यादा जोर देने की बजाए अन्य किस्मों पर भी विचार करें।

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Cashback up to Rs 15,000 available on Rupay card, avail benefits like this

Rupay Card cashback offer : रुपे कार्ड पर मिल रहा 15 हजार रुपये तक का कैशबैक, ऐसे उठाएं फायदा

Rupay Card cashback offer : रुपे कार्ड ने अपने के कस्टमरों के लिए एक प्लानिंग भरी खुशखबरी दी है। रुपे (Rupay Card cashback offer) की ओर से अपने सभी इंटरनेशनल रुपे जेसीबी डेबिट और क्रेडिट कार्डहोल्डर्स के लिए स्पेशल कैशबैक ऑफर पेश किया गया है। बता दें कि, इस ऑफर का फायदा सिर्फ विदेश यात्रा करने वाले लोगों को मिलेगा। 

 

 

 

खरीददारी करने से मिलेगा फायदा

रुपे जेसीबी डेबिट और क्रेडिट कार्ड (Rupay Card cashback offer) का ईस्तेमाल करने वाले कस्टमरों को अब आठ देशों – इंडोनेशिया, मलेशिया, सिंगापुर, श्रीलंका, थाईलैंड, वियतनाम, स्पेन और संयुक्त राज्य अमेरिका में खुदरा स्टोरों पर की गई खरीदारी पर 25% कैशबैक का फायदा उठा सकते हैं। हालांकि, इस खास ऑफर के लिए RuPay ने जेसीबी इंटरनेशनल कंपनी लिमिटेड से हाथ मिलाया है।

 

 

 

3 हजार से 15 हजार रुपये तक मिल रहा कैशबैक

सरकारी एजेंसी एनपीसीआई ने अपनी प्रेस रिलीज में कहा कि 1 मई से लेकर 31 जुलाई के बीच इस ऑफर का फायदा उठाया जा सकता है। ऑफर के तहत प्रति लेनदेन आप अधिकतम 3,000 रुपये तक का कैशबैक प्राप्त कर सकते हैं। ऑफर की अंत्तराल के दौरान आप ज्यादा से ज्यादा  15,000 रुपये तक का कैशबैक प्राप्त कर सकते हैं। ध्यान रखें कि यह ऑफर केवल इन-स्टोर खरीदारी में उपलब्ध है। यानी जब आप स्टोर पर जाकर खरीदारी करते हैं, तभी इस ऑफर का फायदा उठा सकते है।

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To avoid election duty, a man became a female teacher and was also pregnant.

Jind News : चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए पुरूष शिक्षक बन गया महिला और साथ में गर्भवती भी

डीसी ने बैठाई जांच, जानिए पूरा मामला

 

Jind News : चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए व्यक्ति कैसे-कैसे तरीके अपना सकते हैं, इसका हम अंदाजा भी नही लगा सकते हैं। ऐसा ही एक मामला जिला जींद में शिक्षा विभाग का सामने आया है। जिला के गांव डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय द्वारा जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में पीजीटी हिंदी के पद पर कार्यरत शिक्षक सतीश कुमार को न केवल महिला कर्मचारी दर्शाया बल्कि गर्भवती होना भी दर्शाया गया है।

 

यह मामला जब जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा के समक्ष आया तो उन्होंने न केवल आश्चर्य प्रकट किया बल्कि तुरंत प्रभाव से जांच बैठाई है। इस मामले को निर्वाचन आयोग और शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों के पास भी भेजा जाएगा।

 

 

उल्लेखनीय है कि चुनाव को संपन्न करवाने के लिए जिला प्रशासन द्वारा अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। जिनमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों से लेकर क्लास वन तक के अधिकारी भी शामिल होते हैं। कर्मचारियों के पीठासीन अधिकारीए सहायक पीठासीन अधिकारी के अलावा एसएसटी, एफएसटी, वीडियो सर्विलेंस टीम, वीडियो वीविंग टीम, फ्लाइंग स्क्वेड आदि अनेक टीमों में ड्यूटी होती है।

 

चुनाव को निष्पक्ष एवं पारदर्शी ढंग से संपन्न करवाने के लिए अधिकारी और कर्मचारियों के लिए जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न तरह की जरूरी कार्यशालाओं का भी आयोजन करवाया जाता है। जिसमें उनको ईवीएम के बारे में बारीकी से जानकारी दी जाती है ताकि किसी भी स्तर पर कोई चूक ना रहे।

 

इसी बीच जिला प्रशासन के पास प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कुछ अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा चुनावी ड्यूटी से छुटकारा पाने के लिए सिफारिश पहुंचती हैं लेकिन चुनावी ड्यूटी से छूट जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप केवल किसी विशेष परिस्थिति में ही दी जाती है।

सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नही उठाता

जींद के गांव डाहौला स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से जिला प्रशासन के पास भेजे गए कर्मचारियों के डाटा में यहां पर कार्यरत पीजीटी शिक्षक सतीश कुमार को महिला कर्मचारी होने के साथ-साथ गर्भवती होना भी दर्शाया गया है। चूंकि चुनावी ड्यूटी लगाने के लिए प्रयोग किया जाने वाला सॉफ्टवेयर गर्भवती महिला होने पर डाटा को नही उठाता।

 

ऐसे में सतीश कुमार की कहीं भी ड्यूटी नही लगी। जब यह मामला जिला निर्वाचन अधिकारी एवं डीसी मोहम्मद इमरान रजा के समक्ष रखा गया तो डीसी ने इस मामले पर आश्चर्य प्रकट करते हुए ठोस कार्रवाई शुरू की। डीसी ने वीरवार को इस केस में सीधे रूप से जुड़े पीजीटी सतीश कुमार, स्कूल प्राचार्य अनिल कुमार और स्कूल के कंप्यूटर ऑपरेटर मंजीत को अपने ऑफिस में तलब किया और उनसे कई बार इस आश्चर्यजनक मामले के बारे में यह पूछा कि यह सब कैसे हुआ है लेकिन तीनों ने इसमें अपनी अनभिज्ञता जाहिर की। इस दौरान डीसी ऑफिस में मौजूद डीआईओ सुषमा देशवाल ने डीसी को बताया कि कुछ लोगों ने उनके पास आकर इस केस की मौखिक रूप से जानकारी दी थी और मामले की जांच करवाने की मांग की थी। इस पर उन्होंने डाटा देखा तो यह सही पाया गया।

 

डीसी ने बैठाई जांच कमेटी

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा ने बताया कि कर्मचारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए इस तरह का कदम भी उठा सकते हैंए इसके बारे में हम सोच भी नहीं सकते। यह अपने आप में एक अनूठा और आश्चर्यजनक मामला है। उन्होंने बताया कि इस मामले में नगराधीश एवं उप जिला निर्वाचन अधिकारी नमिता कुमारी की अध्यक्षता में एक जांच कमेटी बैठाई गई है।

 

जांच कमेटी द्वारा इस सारे मामले की छानबीन की जाएगी। इस मामले में जो भी दोषी होंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ-साथ इस केस की रिपोर्ट शिक्षा विभाग और निर्वाचन आयोग के पास में ही भेजी जाएगी।

लोकतंत्र के इस महापर्व में सभी की भूमिका जरूरी है : उपायुक्त

जिला निर्वाचन अधिकारी एवं उपायुक्त मोहम्मद रजा ने बताया कि लोकसभा आम चुनाव 2024 लोकतंत्र का महापर्व है। इसका थीम चुनाव का पर्व देश का गर्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्वक ढंग से संपन्न करवाने के लिए छोटे से छोटे कर्मचारी से लेकर बड़े से बड़े अधिकारी की अहम भूमिका होती है। चुनावी ड्यूटी में शामिल होना अपने आप में एक गर्व की बात है। किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को चुनावी ड्यूटी से बचना नहीं चाहिए। यदि कोई कर्मचारी या अधिकारी चुनावी ड्यूटी से बचने के लिए गैर जिम्मेदाराना या गलत रास्ता अपनाते हैं तो वह ड्यूटी में लापरवाही और कोताही मानी जाती है। ऐसे अधिकारी व कर्मचारियों के खिलाफ निर्वाचन आयोग के नियमानुसार सख्त कार्रवाई होती है।

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Mutual Fund can make people millionaires by giving returns of crores of rupees, come know how

Mutual Fund Scheme News : करोड़ों रूपए का रिटर्न देकर Mutual Fund बना सकता है लोगों काे करोड़पति, आए जानें कैसे

Mutual Fund Scheme News : बीते कुछ वर्षों से म्यूचुअल फंड ने बड़ी मात्रा में निवेशकों को अपनी तरफ आकर्षित किया है। यही कारण है, इसमें निवेशकों काफी रुचि बढ़ती जा रही है और इससे उन्हें फायदा भी मिल रहा है। म्यूचुअल फंड्स का एक मुख्य कारण यह भी है कि, ये अपने निवेशकों को बहुत ही कम समय में जबरदस्त रिटर्न आम जोखिम के साथ दिया है। ऐसे में निवेशकों को म्यूचुअल फंड्स के रिटर्न से करोड़ों रुपये का भी फायदा हो रहा है।

एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड

सबसे पुरानी म्युचुअल फंड योजनाओं (Mutual Fund Scheme News ) में से एक एचडीएफसी फ्लेक्सी कैप म्यूचुअल फंड का नाम आपने अवश्य सुना होगा। जबकि, इस फंड को लांच हुए करीब 29 वर्ष हो चुके है। बता देें कि, पिछले 29 वर्ष के अंत्तराल में इस फंड ने अपने स्थानतरिंत निवेशकों के लिए निवेशित पैसे को 150 गुना तक बढ़ा दिया है। यही कारण है कि, लंबे समय अंतराल में यह फंड 18.87% रिटर्न देने सफल रहा है। 

16.5 करोड़ रुपए का फंड

यदि निवेशक लंबे समय तक अपने पैसों का सही तरह से निवेश करें तो, उसे कई वर्षों के अवधि के बाद फायदा मिल ही जाता है। किसी निवेशक द्वारा 1 जनवरी 1995 से इस फंड में  10 हजार रुपए की मासिक SIP आरंभ की गई होती तो 31 दिसंबर 2023 तक उस निवेशक द्वारा कुल 34.80 लाख रुपए का निवेश किया गया होता। इस अवधि में प्राप्त रिटर्न की राशि को जोड़ा जाए तो 10 हजार की मासिक एसआईपी आज 16.5 करोड़ रुपए में चेंज होती। इस तरह की नियोजना से निवेशकों यानी लोगों को करोडंपति बनने का सपना साकार हो सकता है।

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People are getting this smart phone with 32MP selfie camera at 25% discount on bank offer, come know what is the special feature.

Motorola Edge 40 Neo : 32MP सेल्फी कैमरा वाला ये स्मार्ट फोन बैंक ऑफर पर 25% की छूट में लोगों को मिल रहा है, आए जानें क्या है खासयित

Motorola Edge 40 Neo : स्मार्टफोन कंपनी मोटोरोला यानी मोटो कंपनी अपने कस्टमरों के लिए एक बेस्ट प्राईस ऑफर लेकर आई है। जी हां, आपको Flipkart की Big Saving Days Sale में Motorola Edge 40 Neo स्मार्टफोन खरीदने को मिल रहा है। आप इसे कई डिस्काउंट ऑफर के साथ बेहद सस्ती कीमत में खरीद सकते हैं। 

मोटो 40 नीयो की खासयित

बता दें कि, मोटो के इस बेस्ट डिवाइस में कस्टमरों को 6.5 इंच की पोलेड डिस्प्ले 144 हर्ट्ज रिफ्रेश रेट सपोर्ट के साथ मिल रही है। साथ ही इसमें मल्टीटास्किंग और बेहतरीन परफॉर्मेंस के लिए मीडियाटेक डाइमेंशन 7030 का प्रोसेसर भी दिया गया है। मोटो स्मार्ट फोन में आपको दो रैम और स्टोरेज वेरिएंट देखने को मिल रही है।

बैटरी और कैमरा फीचर 

 कस्टमरों को इस डिवाइस में 5,000mAh की दमदार बैटरी मिल रही है। जोकी, 68W की फास्ट चार्जिंग सपोर्ट में उपलब्ध मिल रही है। इस तरह ही कस्टमरों काे फोन में कैमरा फीचर के साथ 50MP का प्राइमरी कैमरा और  13MP अल्ट्रा-वाइड कैमरा के साथ मिल रहा हैं। कस्टमरों काे सेल्फी लेने के लिए मोटो फोन के फ्रंट में 3 साल की सिक्योरिटी अपडेट के साथ 32MP का कैमरा दिया गया है। 

 

बेस्ट ऑफर के साथ मिल रहा है मोटो

Motorola Edge 40 Neo 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट का मूल्य 27,999 रुपये है। जबकि इस समय आप Flipkart सेल में 25% की छूट के साथ 20,999 रुपए में ऑनलाईन खरीदकर प्राप्त कर सकते हैं।

यदि आप इस फोन का ओर कम कीमत में खरीदना चाहते हो, तो यह आपको 15000 रुपए के एक्सचेंज ऑफर में मिल रहा है। साथ ही बैंक ऑफर के अनुसार आपको SBI बैंक कार्ड पर 10% की छूट के साथ मिल रहा है। एक और मजे की बात, इसके साथ ही आपको फ्लिपकार्ट एक्सिस बैंक कार्ड पर 5 प्रतिशत का कैशबैक भी दिया जाएगा।

 

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Dushyant Chautala wrote a letter to the Governor, demanding to call a special session of the Assembly.

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : राज्यपाल को पत्र लिख, विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की दुष्यंत चौटाला ने

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : हरियाणा के एक्स डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के राज्यपाल को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में राज्यपाल से विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। उन्होंने पत्र देने के बाद मीडिया से कहा कि, हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने के पक्ष में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।

 

 

 

दुष्यंत चौटाला ने क्या लिखा पत्र में ?

दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को सौंपते हुए पत्र (Dushyent Write Letter to Haryana Governor) में लिखा है कि, तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापिस लिया है। उन्होंने राज्यपाल से लिखित पत्र में मांग की है की। सरकार के पास विश्वास मत नहीं रहा, इसलिए राज्यपाल विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार का फ्लोर टेस्ट पास करें। 

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दुष्यंत के समर्थन पर हुड्डा ने क्या कहा ?

बता दें कि, भाजपा की सहयोगी पार्टी रही जजपा के सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने का ऐलान किया है। दुष्यंत के ऐलान के बाद तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जजपा को भाजपा की बी टीम बताया है। हुड्डा ने कहा कि, यदि सरकार को गिराने में जजपा समर्थन देने की बात कह रही है तो वो लिखित में दे, तभी जाकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करेगी। इसके साथ ही हुड्डा ने दावा किया कि, 40 के करीब पूर्व विधायक और सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

 

 

 

हुड्डा ने राज्य सरकार पर साधा निशाना

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि, नैतिकता के आधार पर सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए और हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि, अब तक 40 से ज्यादा पूर्व विधायक व सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। 

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Haryana Education Board committed the biggest negligence! 10th class students put in trouble

HBSE Big Mistake on 10th class exam : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने की सबसे बड़ी लाफरवाही ! 10वीं के छात्रों को डाला मुसीबत में

HBSE Big Mistake on 10th class exam :  एचबीएससीई के द्वारा 10वीं कक्षा के छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। बता दें कि, इस समय 10 वीं कक्षा की आंसर शीटों को चेक करने का काम चल रहा है। जबकि इस बीच 10वीं कक्षा की एग्जाम देने वाले 30,3869 छात्रों की आंसर शीटों की मार्किंग में बड़ी लापरवाही सामने आई है। ऐसे में छात्रों को मुसीबत में डाल दिया है।

 

 

एचबीएससीई ने ईन टीचरों को जिम्मेदारी सौंपकर की बड़ी लाफरवाही

हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने 200 ऐसे टीचरों को 10वीं कक्षा की आंसर शीटों को चेक करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिन्होंने पिछले 3 साल से 10वीं क्लास को नहीं पढ़ाने का अनुभव नहीं है। इस दौरान उन्होंने 18 हजार आंसर शीट भी चेक की हैं। हालांकि इस तरह खबर सामने आने पर बोर्ड ने कार्रवाई करते हुए टिचरों को हटा दिया है।

गौरतबल है कि, हरियाणा शिक्षा बोर्ड (HBSE Big Mistake on 10th class exam) के द्वारा 71 एग्जाम सेंटरों की पहचान की गई है, जिन पर 10वीं की आंसर शीटों को चेक करने का काम किया जा रहा है। ऐसे में इन सेंटरों में 6 हजार टीचरों की ड्यूटी लगाई गई है। प्रत्येक सेंटर पर 80 से 100 टीचर आंसर शीटों को चेक करने का काम कर रहे हैं। एक दिन में एक टीचर 30 आंसर शीटों को चेक करता है। 

हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों से टीचरों को डाटा मांगा था

हरियाणा शिक्षा बोर्ड (HBSE Big Mistake on 10th class exam) ने  10वीं की आंसर शीटों को चेक करने से पहले पोर्टल पर टीचरों का डाटा मांगा था। हरियाणा के सभी स्कूलों की ओर से टीचरों के एक्सपीरियंस की सूचना देने वाला डाटा तो बोर्ड को भेज दिया गया, पर स्कूलों ने यह सूचना नहीं दी कि ये टीचर कितने वर्षों से 10वीं कक्षा को नहीं पढ़ा रहे हैं। इसके बाद में जब यह डाटा बोर्ड के निगाहों में आया तो ऐसे 200 टीजरों को तुरंत आंसर शीटों को चेक करने से हटा दिया गया।

दोबारा चेक नहीं होंगी आंसर शीट

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Big Mistake on 10th class exam) के चेयरमैन डॉ. वीपी यादव ने मीडिया के सामने आंसर शीट पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा है कि, 10वीं कक्षा की आंसर शीटों को चेक करने का काम 71 सेंटरों पर चल रहा है। जिन टीचरों ने 10वीं कक्षा में पढ़ाया है या नहीं। ऐसे शिक्षकों ने करीब 18 हजार आंसर शीटों को चेक किया हैं। परंतु आंसर शीटों को तो आंसर की ( Answer key ) से चेक किया जा रहा है। इसलिए दोबारा चेक करने की आवश्यकता नहीं है।

 

 

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MDU imposed heavy fine for non-payment of fees, withheld admit cards of about 15 students

Rohtak MDU News : एमडीयू ने फीस जमा न करने पर लगाया भारी जुर्माना, करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्ड रोके

Rohtak MDU News : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक यानी एमडीयू एक बार फिर से छात्रों पर कार्रवाई को लेकर सु्र्खियों में आ गया है। विवि के होटल प्रबंधन विभाग की ओर से छात्रों पर भारी जुर्माना लगाया गया है और करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्डों पर रोक लगाई है। ऐसे में एमडीयू के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में छात्र धरना प्रर्दशन पर बैठ गए।

 

 

एक छात्र पर लगाया इतना जुर्माना

एमडीयू (Rohtak MDU News) के होटल प्रबंधन विभाग ने एक छात्र पर एक रुपये फीस नहीं भरने पर 10 हजार 740 रुपये का भारी जुर्माना ठोक दिया। ऐसे में विभाग की कार्रवाई का विरोध जताते हुए छात्र एकता मंच ने मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय के बाहर धरना दिया। ईस दौरान छात्र एकता मंच के अध्यक्ष अभिषेक ने कहा कि, विवि प्रशासन ने जुर्माने के रूप में छात्र पर भारी भरकम राशि लगा दी है। ऐसे में विवि प्रशासन छात्रों से सीधी लूट मचा रहा है। विरोध को देखते हुए विभाग के अधिकारियों ने उन्हें समाधान के लिए कमेटी बैठाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के तुरंत बाद धरना बंद कर छात्र वापस लौट गए। 

 

 

इसलिए जुर्माना लगाया
गौरतलब है कि, होटल प्रबंधन विभाग (Rohtak MDU News) में एग्जाम से रिलेडिट फीस ऑनलाईन और ऑफलाईन मोड में दोनों जमा करनी/करवानी होती है। यह फीस लॉकल क्लास के छात्रों के लिए 1500 रुपये है, जबकि एससी छात्रों के लिए एक रुपया है। दरअसल, छात्रों ने यह फीस ऑन लाइन जमा कराई। लेकिन, तकनीकी कारणों से फीस एमडीयू के अकाउंट में डिपोजिट नहीं हो पाई। ऐसे में इस सूचना से छात्र अनजान रहे।

छात्र अपने एग्जाम से पहले वह अपना एडमीट कार्ड लेने विभाग पहुंचे तो उन्हें फीस जमा नहीं होने की सूचना देकर तुरंत वापस लौटा दिया। छात्रों की शिकायत है कि, फीस से संबंध में विभाग की ओर से न तो कोई जानकारी अपडेट की और न ही छात्रों को अवगत कराया गया, इसलिए फीस डिपोजिट नहीं हो पाई। 

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