Haryana political news

Holiday for all government and private schools of Haryana from 23rd May to 26th May due to Lok Sabha elections and scorching heat.

Haryana Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव और भीषण गर्मी को लेकर 23 मई से 26 मई तक हरियाणा के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छूट्टी

Haryana Lok Sabha Election 2024 : एक दो दिन पहले भीषण गर्मी के काऱण हरियाणा शिक्षा विभाग ने हरियाणा के अधिकांश जिलों में गर्मी का पारा चढ़ते ही 20 मई से 24 मई तक स्कूलों की छूट्टी कर दी थी। क्योंकि हरियाणा के कुछ शहरों में हिटवेव के कारण गर्मी का दोपहर को तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया और अब तक ये तापमान कुछ जिलों में दर्ज होने को मिल रहा है।  अब चुनाव निर्वाचन आयोग ने हरियाणा में 25 मई शनिवार को होने वाले लोकसभा चुनाव (Haryana Lok Sabha Election 2024) को लेकर तीन दिन की छुट्टी का एलान किया है।

 

 

क्यों रहेगी इन दिनों स्कूलो में छूट्टी ?

पाठकों को बता दें कि, एक कारण तो भीषण गर्मी है। दूसरा ये है कि, हरियाणा में लोकसभा चुनाव (Haryana Lok Sabha Election 2024) के छठे चरण में प्रदेश की सभी लोकसभा की 10 सीटों के लिए 25 मई को मतदान होना है। इसलिए चुनाव आयाेग द्वारा चयनित हरियाणा के राजकीय और प्राईवेट स्कूलों को मतदान केंद्र में बदला जाएगा। इस मतदान के दौरान राजकीय स्कूलों का स्टाफ और प्राईवेट स्कूलों की बसों को चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा। इसलिए चुनाव आयोग ने हरियाणा के सभी स्कूलों की छूट्टी 23 मई से 26 मई तक घोषित की है।

 

 

वीसी मींटिंग में चुनाव आयोग ने क्य़ा निर्देश दिया ?

पाठकों को बता दें कि, हरियाणा चुनाव आयुक्त अनुराग अग्रवाल द्वारा वीसी मीटिंग में सभी ज़िलो के डीसी को 24 मई को छुट्टी घोषित करने के निर्देश दिये है। साथ ही बताया है कि, राजकीय स्कूलों का स्टाफ़ और प्राइवेट स्कूलों की बसों को चुनाव ड्यूटी लगाया जाएगा l

Haryana Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव और भीषण गर्मी को लेकर 23 मई से 26 मई तक हरियाणा के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छूट्टी Read More »

Who will win in the election battle of Sonipat? Know the complete political equation

Sonipat Lok Sabha Seat News : सोनीपत की चुनावी जंग में कौन मारेगा बाजी? जानें पूरा राजनीतिक समीकरण

Sonipat Lok Sabha Seat News : लोकसभा चुनाव 2024 अब अंत्तिम चरणों में पहुंच चुका है। चार चरणों के बाद 5 वें चरण पर आज मतदान होगा, 6 वें एवं 7 वें चरण का मतदान भी 25 मई और 1 जून पे जल्द संपन्न हो जाएगा। 25 मई को हरियाणा के सभी 10 सीटों पर मतदान होगा। ऐसे में हरियाणा की सियासत में अहम् स्थान रखने वाली सोनीपत लोकसभा सीट पर सभी की निगाहें टिकी हैं। 1977 में अस्तित्व में आए सोनीपत संसदीय क्षेत्र से भाजपा ने जहां मोहनलाल बड़ौली को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने सतपाल ब्रहम्चारी को पार्टी उम्मीदवार बनाया है। जबकि, इससे पहले दो बार भाजपा उम्मीदवार रमेश कौशिक विजयी पताका फहरा चुके हैं। संयोगवश रमेश कौशिक हविपा के टिकट पर गन्नौर से और कांग्रेस के टिकट पर राई से विधायक रह चुके हैं। जबकि मोहनलाल बड़ौली वर्तमान में राई से विधायक हैं। इस बार कांग्रेस से सतपाल ब्रह्मचारी, भाजपा से मोहन लाल बड़ौली, जजपा से भूपेन्द्र मलिक और इनेलो से पूर्व एसपी अनूप सिंह दहिया सियासी मैदान में उतरे हैं। अब देखना मजेदार होगा कि मतदाता किसकी झोली में विजयी मत डालता हैं।

2019 तक ये बने सांसद 

  • सोनीपत संसदीय सीट (Sonipat Lok Sabha Seat News) 1977 में अस्तित्व में आने के बाद पहले चुनाव में मुख्तार सिंह मलिक ने बीएलडी के टिकट पर चनुाव जीतकर सांसद बने थे
  • हरियाणा के पूर्व सीएम चौधरी देवीलाल ने 1980 में जेएनपी के सिंबल पर लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे।
  • 1984 में कांग्रेस के धर्मपाल मलिक ने सोनीपत लोकसभा सीट पर ही विजयी होकर सांसद बने थे।
  • 1989 में जनता पार्टी के टिकट पर ही कपिलदेव शास्त्री विजय होकर सांसद बने थे। 
  • 1991 में कांग्रेस के धर्मपाल मलिक ने फिर से सोनीपत लोकसभा सीट पर बाजी मारकर सांसद बने थे।
  • इसके बाद फिर एचएलडी से एक बार भाजपा के टिकट पर दो बार यानि लगाातर तीन बार गौरव किशन सिंह सांगवान सांसद बने थे। जबकि 1996 में निर्दलीय के रूप में अरविंद शर्मा सांसद चुने गए थे।
  • कांग्रेस के जितेन्द्र मलिक जो कैलाना के विधाायक रहे और 2009 में सांसद बने।
  • भाजपा के टिकट पर लगातार दो बार 2014 और 2019 में रमेश कौशिक सांसद चुनकर संसद में पहुंचे। 

 

ग्रामीण मतदाताओं पर दांव लगा रही है पार्टिंया

पिछले लोकसभा चुनावों (Sonipat Lok Sabha Seat News) से भाजपा को शहरी और कांग्रेस का ग्रामीण पार्टी माना गढ़ जाता था। पर अबकी बार इसमें भी काफी बदलाव दिख रहा है। भाजपा जहां गांवों में मतों के लिए प्रचार करनी पहुंची है तो कांग्रेस ने भी शहरों पर पकड़ मजबूत बनाने के लिए मतदाताओं से संपर्क किया है। क्योंकि गांव के बड़ी संख्या में लोग शहरों में रहने लगे है।

 

 

प्रचार करने में सरलता आई 

पहले के चुनावों में प्रचार अधिक समय लगता था। संसाधनों की कमी के चलते उम्मीदवार अपने संसदीय क्षेत्र के गांवों में 5 साल में भी एक बार नहीं पहुंच पाता था। मगर अब पहले वाला ट्रेंड बदल गया है, संसाधनों की कोई कमी न होने के कारण उम्मीदवार कम समय में भी सभी गांवों और शहरों में जनसभाएं कर रहे हैं। राष्ट्रीय स्तर के नेता भी दो-तीन राज्यों में पहुंच कर रैलियां कर रहे हैं, ये संसाधनों के कारण संभव हो पाया है।

प्रचार में कोई भी पार्टी कमी नी छोड़ रही

लोकसभा चुनाव 2024 के प्रचार में भाजपा, कांग्रेस, इनेलो और जजपा उम्मीदवार पूरा जोर लगा रहे हैं। भाजपा के लिए जहां सीएम नायब सिंह सैनी और पूर्व सीएम मनोहर लाल की लगातार रैलियां व जनसभाएं कर रहे हैं। खुद प्रधानमंत्री ने भी यहां रैली करके 10 सीटों को फिर से साधने का प्रयास किया है। वहीं कांग्रेस से पूर्व सीएम भूपेन्द्र सिंह हुड्डा, प्रदेश अध्यक्ष उदयभान और प्रदेश प्रभारी दीपक बावरिया जी-जान से प्रचार में जुटे हुए हैं। पार्टी का कोई राष्ट्रीय नेता यहां आएगा या नहीं इस पर अभी संशय बना हुआ है। जबकि, जजपा की ओर से पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला प्रचार की कमान संभाले हुए हैं।

किन मुद्दों पर चुनाव प्रक्रियां चल रही है ?

हरियाणा के सोनीपत सीट (Sonipat Lok Sabha Seat News) पर 25 मई को होने वाला लोकसभा आम चुनाव पहले के 12 चुनाव से भिन्न है। लोकसभा के पहले चुनावों में एक दो मुद्दा को छोड़कर क्षेत्र में विकास के मुद्दों पर जनसभाएं होती थी। पहले किसी भी दल का उम्मीदवार प्रत्येक गांव में नहीं जा पाता था। किंतु अब समय बदल गया है, प्यासे के पास कुंआ चलकर आ रहा है। यानि गांव में ही नहीं मतदाता के घर में दस्तक देने का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। इस दौरान लोकसभा उम्मीदवारों के सामने लोग अब भ्रष्टाचार, महंगाई, बेरोजगार, विकास न होना और अपराधिक मामले बढ़ने को बड़ा मुद्दा रख रहे हैं।

सोनीपत लोकसभा सीट पर कौन-कौन उम्मीदवार है ?

1 भाजपा से उम्मीवार मोहनलाल बडौली है।
2 जजपा से उम्मीदवार भूपेन्द्र मलिक है।
3 कांग्रेस से उम्मीदवार सतपाल ब्रह्मचारी है।
4 इनेलो से उम्मीदवार पूर्व एसपी अनूप सिंह दहिया है।

Sonipat Lok Sabha Seat News : सोनीपत की चुनावी जंग में कौन मारेगा बाजी? जानें पूरा राजनीतिक समीकरण Read More »

Ramrahim is yearning to come out of jail, appealed to the High Court and said that he is entitled to 41 days parole.

Gurmeet Ram Rahim Parole News : जेल से बाहर आने के लिए तड़प रहा है रामरहीम, हाईकोर्ट में गुहार लगाते हुए बोले 41 दिन की पैरोल का हकदार हूं

Gurmeet Ram Rahim Parole News : 2018-19 से सिरसा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम यौन उत्पीड़न और हत्या के मामलों में रोहतक की सुनारिया जेल में 20 वर्ष और उम्रकैद की सजा काट रहे जेल से बाहर आने के लिए तड़प रहे है। इसलिए उन्होंने जमानत यानी पैरोल देने पर रोक के आदेश को हटाने के लिए पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के समक्ष गुहार लगाते हुए याजिका दाखिल की है।

 

 

राम रहीम द्वारा पैरोल मांगना राजनीतिक उद्देश्य अटकलें चर्चा मे छाई
बता दें कि, डेरा प्रमुख के मुताबिक, इस वर्ष उसके पास अभी भी 41 दिन की जमानत बची हुई है और वह इसका लाभ शायद राजनितिक रुप से उठाना चाहते हैं ? मगर इससे पहले फरवरी 29 को हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को भविष्य में कोर्ट की इजाजत के बिना डेरा प्रमुख को जमानत देने से रोक लगा दी थी। क्योंकि लोकसभा चुनावों के समय राम-रहीम ने जमानत मांगी है। ऐसे में उनके द्वारा इस तरह मांगी गई जमानत को राजनीतिक उद्देश्य के प्रति अटकलें बताई जा रही हैं। क्योंकि डेरा प्रमुख (Gurmeet Ram Rahim Parole News) का पंजाब और हरियाणा की कई सीटों पर प्रभाव माना जाता है।

 

 

राम रहीम ने अपनी अर्जी में क्या कहा है ?
हरियाणा के सिरसा जिला में स्थित डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim Parole News) ने अपनी अर्जी में कहा है कि, वह इस साल की पैरोल और 21 दिन की फरलो सहित कुल 41 दिनों की रिहाई का हकदार है। आदेशों पर रोक हटाने की मांग करते हुए उन्होंने दलील दी है कि, पैरोल और फरलो देने का उद्देश्य सुधारात्मक प्रकृति का है और दोषी को परिवार और समाज के साथ अपने सामाजिक संबंधों को बनाए रखने हेतू सक्षम बनाना है। इसलिए 29 फरवरी का आदेश डेरा प्रमुख के अधिकारों को नुकशान पहुंचा रहा है, क्योंकि वह अधिनियम के मुताबिक इस साल 20 दिनों के लिए पैरोल और 21 दिनों के फरलो के लिए हकदार हूं।

 

 

डेरा प्रमुख ने जमानत मांगने के लिए कानूनी पाठ का सहारा ले रहे हैं
जमानत मांगने के लिए और कानूनी पाठ के तहत से डेरा प्रमुख ने कहा है कि, हरियाणा गुड कंडक्ट प्रिजनर्स एक्ट 2022 के तहत पात्र दोषियों को हर कैलेंडर साल में 70 दिनों की पैरोल और 21 दिन की फरलो देने का अधिकार का प्रावधान है। उन्होंने दलील देते हुए कहा है कि, कानून ऐसे किसी भी दोषी को पैरोल और फरलो देने पर रोक नहीं लगाते हैं, जिसे आजीवन कारावास और निश्चित अवधि सजा वाले तीन या अधिक मामलों में दोषी ठहराया गया हो और सजा सुनाई गई हो।

 

 

किस फैसले के कारण दोषी राम रहीम को पैरोल लेने में दिक्कते आ रही है ?
पाठक को बता दें कि, डेरा प्रमुख को बार-बार दी जा रही पैरोल के खिलाफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी। ऐसे में हरियाणा सरकार पर कानूनों को ताक पर रख अपने फायदे के लिए उसे बार-बार पैरोल देने की बात कही गई थी। दरअसल, इस साल फरवरी में दोषी राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim Parole News) को भविष्य में कोर्ट की अनुमति के बगैर पैरोल या फरलो देने पर रोक लगा दी थी। दोषी राम रहीम को मिलने वाली पैरोल को लेकर पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने सख्ती अपनाते हुए आदेश दिया था कि, कोर्ट से पूछे बिना राम रहीम को पैरोल ना दी जाए।

 

 

राम रहीम को तीन मामलों में मिली है सजा
पाठकों को दोषी राम रहीम की सजा के बारे में सूचित करते हैं कि, दोषी राम रहीम (Gurmeet Ram Rahim Parole News) को डेरा की दो साधवियों के साथ दुष्कर्म के आरोप में 20 साल का कारावास मिला है। जबकि 2021 में दोषी राम रहीम को डेरा के एक प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या मे मामले में 4 अन्य के साथ दोषी करार दिया गया था। डेरा प्रमुख और 3 अन्य को 2019 में पत्रकार रामचन्द्र छत्रपति की हत्या के मामले में 16 वर्ष का कारावास मिला था। फिर भी पिछले 2 वर्ष अंत्तराल में दोषी राम रहीम को 6 महीने से ज्यादा की पैरोल मिल चुकी है।

 

Gurmeet Ram Rahim Parole News : जेल से बाहर आने के लिए तड़प रहा है रामरहीम, हाईकोर्ट में गुहार लगाते हुए बोले 41 दिन की पैरोल का हकदार हूं Read More »

Big negligence of employees on election duty in Haryana! Votes were put in the ballot box without sealing, villagers created ruckus.

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में चुनावी ड्यूटी पर कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही ! बिना सील लगाए बैलेट बॉक्स में डलवाए विंकलागों से वोट, ग्रामीणों ने किया हंगामा

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में लोकसभा चुनाव 2024 के लिए मतदान 25 मई को होना है, पर चुनाव आयोग द्वारा शारीरिक रूप से अक्षम तथा विगलांगों एवं बजुर्गों का वोट उनके घर पर कलेक्ट करने का नियम बनाया है। जिसके तहत चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी लोगों के घर जाकर पोस्टल बैलट से वोट कलेक्ट कर रहे हैं। इस दौरान एक मामला सामाने आया है कि, वोट कलेक्ट करते समय चुनावी ड्यूटी में नियुक्त कर्मचारियों ने बड़ी लापरवाही की हैं।

 

 

 

कैथल में बैलट पेपर बॉक्स को लेकर ग्रामीणों ने किया हंगामा

हरियाणा में कैथल के कुतुबपुर गांव में वोट कलेक्ट करने के लिए चुनाव आयोग द्वारा नियुक्त कर्मचारियों की एक टीम गांव में विकलांगों व बुजुर्गों के पोस्टल वोट कलेक्ट करने के लिए पहुंची। जहां बैलट पेपर बॉक्स पर सील नहीं लगने पर ग्रामीणों ने हंगामा कर दिया। ग्रामीणों ने का कहना चुनाव आयोग द्वारा तय किये गये नियमों का चुनाव कर्मचारियों द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। 

इस तरह ग्रामीणों के हंगामा करने पर एक राजनीतिक दल के लोग भी वहॉं पहुंच गए और मामला बढ़ गया। हालांकि ग्रामीणों का कहना है कि, जिस बॉक्स में बैलट पेपर कलेक्ट किए जा रहे हैं उसमें सील नहीं है। उन्हें  विरोध करते हुए कहा है कि, यदि बॉक्स पर सील नहीं होगी तो गड़बड़ होने की आशंका बनी रहती है।

 

 

 

गांव में पड़ने से पहले कर्मचारियों ने सरपंच को नही दी सूचना

कैथल के कुतुबपुर गांव में वोट कलेक्ट करने पहुंचे कर्मचारियों ने चुनाव आयोग के कई नियमों की अवेहलना की है। जैसे गांव के सरपंच को सूचित किये बिना ही गांव में मत कलेक्ट करने घुस गए। ऐसे में मौके पर पहुंचे सरपंच प्रतिनिधि ने भी इस वोटिंग प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए और उन्होंने कहा कि, कम से कम जनप्रतिनिधियों को तो इस बारे में पहले सूचित करना चाहिए। इस तरह से चुपचाप आना कहीं ना कहीं गड़बड़ होने के आरोप तो लगेंगे।

मामले पर कैथल के एआरओ अधिकारी ने क्या कहा ?

गांव का ये मामले सामने आने पर एआरओ कैथल सुशील कुमार ने कहा कि, ये पहली बार है ! जब इस तरह से मत कलेक्ट किए जा रहे हैं। कुतुबपुर गांव से ग्रामीणों द्वारा शिकायत मिली है। इस शिकायत को लेकर चुनाव आयोग से बातचीत करके, जैसे ही ऊपर से आदेश होगा प्रक्रिया को अमल में लाया जाएगी।

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में चुनावी ड्यूटी पर कर्मचारियों की बड़ी लापरवाही ! बिना सील लगाए बैलेट बॉक्स में डलवाए विंकलागों से वोट, ग्रामीणों ने किया हंगामा Read More »

Due to fear of defeat, this party is making its angry leaders! BJP is making big claims regarding many MLAs.

Haryana Political News : हार के डर से ये पार्टी बना रही है, अपने रुठे नेताओं को ! वहीं कई विधायकों को लेकर भाजपा कर रही है बड़ा दावा 

Haryana Political News : 2024 के लोकसभा के कुछ अंत्तिम चरण पर आ पहुंचा है। वहीं हरियाणा की राजनीति भीषण गर्मी में बद्हाल होकर ज्यादा गर्माने लगी है। सियासी पारा इस कदर चढ़ा है कि लोकसभा में ही विधानसभा की राजनीति का समीकरण बैठाया जा रहा है। हरियाणा (Haryana Political News) की हर लोकसभा सीट का उम्मीदवार अपनी जीत के लिए जी-तोड़ मेहनत कर रहा हैं, मगर कुछ सीटें ऐसी हैं, जीत की डगर में बागी उनकी बाजी न बिगाड़ दें। दरअसल, टिकट वितरण और अन्य मसलों पर भिन्न- भिन्न दलों के अब तक नेता नाराज चल रहे हैं। 

बिखर रहे है जजपा के विधायक 

भाजपा (Haryana Political News) से दुष्यंत वाली जजपा की पार्टी का जब से गठबंधन टूटा है, तब से पार्टी पूरी तरह से बिखर गई है।  10 विधायकों वाली जजपा में पांच विधायक नारनौंद से रामकुमार गौतम, बरवाला से जोगीराम सिहाग, गुहला से ईश्वर सिंह, सिरसा से देवेंद्र बबली व नरवाना से विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा नाराज चल रहे हैं। ये सभी विधायक अलग-अलग वजहों से नाराज हैं और अपने-अपने क्षेत्रों में लोकसभा उम्मीदवारों के प्रचार से दूर हैं। 

 

 

कई विधायकों का संपर्क को लेकर भाजपा ने किया दावा

विपक्ष के गुट मे बिखराव फैलने से भाजपा को फायदा मिलता दिख रहा है। ऐसे में भाजपा दावा कर रही है कि, जजपा के छह विधायक उनके संर्पक में हैं। इन नाराज विधायकों में से भाजपा-जजपा की गठबंधन सरकार में पंचायत मंत्री रहे देवेंद्र बबली तो जजपा (Haryana Political News) पर अपना दावा ठोंकने की तैयारी में दिख रहे हैं। इसके लिए उन्होंने अपने घर में एक बूथ बनाकर सुझाव पेटी लगाई है, जिसमें वे इस संदर्भ में समर्थकों का सुझाव एकत्रित कर रहे हैं। बता दें कि, जजपा के बागी विधायकों की पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ गुप्त मींटिग भी हो चुकी है। ऐसे में जजपा उम्मीदवारों को इन बागी नेताओं से अंत्तरघात का भय सता रहा है। 

कांग्रेस के अंतर भी चल रहा है, बड़े नेत्ताओं का मनमुटाव
हरियाणा कांग्रेस (Haryana Political News) में भी लोकसभा टिकटो के वितरण के बाद बडे़ नेता नाराज चल रहे है। हिसार सीट पर कांग्रेस ने पूर्व सांसद जयप्रकाश (जेपी) को मैदान में उतारा है। इस सीट पर हाल ही में भाजपा को बेटे के साथ अलविदा कहकर कांग्रेस में आए पूर्व मंत्री बीरेंद्र सिंह अपने पूर्व सांसद बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिलवाना चाहते थे, परंतु वें सफल नहीं हो पाए।
पिछले एक दो दिन से बीरेंद्र सिंह ने जेपी को समर्थन देने की बात कही है। इसके अलावा भी हिसार में कई जगह जेपी को अपनों का विरोध झेलना पड़ रहा है। मंगलवार को भी भिवानी के बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र में जनसभा के दौरान जेपी को कांग्रेसियों की ही हूटिंग का सामना करना पड़ा। इस पर उन्होंने मंच से ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं को डांटा और समझाया भी।
किरण और अजय पर कांग्रेस का संशय
भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस के राव दान सिंह मैदान में हैं। यहां बेटी व पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का टिकट कटने से उनकी मां पूर्व मंत्री किरण चौधरी नाराज चल रही हैं। हालांकि, किरण चौधरी ने नाराजगी भुलाकर राव दान सिंह का साथ देने का दावा किया है, पर मां-बेटी का साथ राव दान सिंह के लिए जीत की राह कितनी आसान करता है, यह देखने की बात अभी बाकि है। 
वहीं गुरुग्राम सीट (Haryana Political News) पर कांग्रेस ने पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव का टिकट काटा तो वह नाराज हो गए। यहां से पूर्व सांसद और अभिनेता राज बब्बर कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। मान मनौव्वल के बाद राज बब्बर ने कैप्टन को मना तो लिया है, परंतु कैप्टन का प्रभाव राज बब्बर को जीत दिलवा पाता है या नहीं, यह  ताे आने वाला समय ही बताएगा।
 

Haryana Political News : हार के डर से ये पार्टी बना रही है, अपने रुठे नेताओं को ! वहीं कई विधायकों को लेकर भाजपा कर रही है बड़ा दावा  Read More »

JJP leader dies in road accident in Haryana, accident happened on NH-9

JJP Leader Accident News : हरियाणा में सड़क हादसे में JJP नेता की मौत, NH-9 पर हुआ हादसा

JJP Leader Accident News : हरियाणा के सिरसा में नेशनल हाईवे-9 पर 2 कारों की टक्कर हो गई। हादसे में गंगा गांव के पूर्व सरपंच एवं जननायक जनता पार्टी (JJP) किसान सेल के जिलाध्यक्ष गुरपाल सिंह की मौत हो गई। हादसे में एक युवक भी घायल हुआ है।

 

 

घटना की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची। एक कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त मिला, जबकि दूसरी डिवाइडर पर पलटी हुई थी। पुलिस ने गुरपाल के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्च्युरी में रखवा दिया। पुलिस के अनुसार, गुरुवार दोपहर बाद गुरपाल सिंह अपनी ऑल्टो कार से सिरसा से डबवाली की तरफ जा रहे थे। उनकी कार के आगे एक दूसरी मारुति कार जा रही थी। नेशनल हाईवे 9 पर मीरपुर गांव से थोड़ी आगे मारुति कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से जा टकराई। इसके वजह से पीछे आ रही गुरपाल सिंह की कार मारुति कार से टकराकर पलट गई।

 

 

दूसरे युवक की हालत गंभीर
हादसा इतना भीषण था कि दोनों कारें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। राहगीरों ने दोनों कारों में सवार लोगों को बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां इलाज के दौरान ऑल्टो कार में सवार पूर्व सरपंच गुरपाल सिंह की मौत हो गई। वहीं, मारुति कार में सवार सिरसा की कांडा कॉलोनी निवासी सतपाल की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस का कहना है कि मृतक के घरवालों का बयान दर्ज कर आगामी कार्रवाई की जाएगी।

JJP Leader Accident News : हरियाणा में सड़क हादसे में JJP नेता की मौत, NH-9 पर हुआ हादसा Read More »

Jai Prakash bowed down in the court of Chaudhary Birendra, former Union Minister JP

Haryana Political News : चौधरी बीरेंद्र के दरबार में नतमस्तक हुए जय प्रकाश, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जेपी 

Haryana Political News : हरियाणा में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों नई लिस्ट आने के बाद हरियाणा के बड़े नेताओं में सियासी खमासान मचा था और टिकट न मिलने पर नाराजगी भी जताई थी। ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट के आने के बाद पहली बार पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और हिसार कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवार जय प्रकाश यानी जेपी एक साथ दिखे। दरअसल बीरेंद्र सिंह ने अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह के अलावा हिसार लोकसभा उम्मीदवार जयप्रकाश ने भी भाग लिया। इस मीटिंग के माध्यम से जयप्रकाश ने बीरेंद्र सिंह एवं उनके समर्थकों से वोट की अपील की।

 

 

बीरेंद्र सिंह ने पीएम मोदी पर कसा तंज

पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी का कोई स्टैंड नहीं है। वो एक स्टैंड पर रहे तो शायद वोट मिल जाए। वो हर रोज बदलते रहते हैं। कभी मंगलसूत्र ताे कभी हिंदू-मुस्लिम करते रहते हैं। अब सुनने में आ रहा है कि, पीएम मोदी हिंदू-मुस्लिम की एकता की बात करते हैं। जबकि, आज से दस दिन पहले कह रहे थे कि, ये तो मुस्लिम समाज को आरक्षण दे रहे हैं। इन सभी बातों के कारण से उनके प्रति लोगों का झुकाव कम हो रहा है। उनको लगता है कि ये बिल्कुल खत्म न हो जाए, इसलिए नया नारा निकाल कर लाते है।

 

 

बीरेंद्र और जेपी एक मंच पर आए साथ

हरियाणा (Haryana Political News) कांग्रेस में लोकसभा चुनावों के उम्मीदवारों की टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस का कुछ मनोबल सा टूट गया था। लेकिन बीरेंद्र और जय प्रकाश का एक मंच पर साथ आना दिखाता है कि, कांग्रेस अब चुनावों को लेकर मैदान पूरी तरह से तैयारी में जुट गई है। बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि, मेरे समर्थकों की इच्छा थी कि जो इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं वो उनके बीच आएं और वोट की अपील करने के साथ चुनाव में काम करने की अपील करें। इसलिए ये बहुत जरूरी मीटिंग थी। इसका अच्छा संदेश लोगों में जाएगा, कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा।

 

नेताओं का विरोध करना अशोभनीय है

हरियाणा (Haryana Political News) में लोकसभा चुनावों में किसानों द्वारा भाजपा, जेजेपी के नेताओं के हो रहे विरोध पर बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि इस तरह की कोई बात शोभनीय नहीं है। ये जो हमारे सामाजिक स्तर में जो गिरावट आ रही है ये उसका प्रतीक है। मैं इस बात की पूरे तौर पर निंदा करता हॅूं। ऐसेे आदमियों को राजनीति नहीं बल्कि सामाजिक तौर पर जो महत्वपूर्ण खाप, पंचायतें है इनको चाहिए कि इन चीजों के खिलाफ आवाज उठाए। चुनाव में जिसको वोट देना है उसको दे, पर इस तरह की बाधा डालना गलत है। ये हमारे सामाजिक रिश्तों में खटास पैदा करता है।

Haryana Political News : चौधरी बीरेंद्र के दरबार में नतमस्तक हुए जय प्रकाश, पूर्व केंद्रीय मंत्री ने जेपी  Read More »

Amit Shah's rallies to be held in Haryana postponed, Barala informed

Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में होने वाली अमित शाह की रैलियां स्थगित, बराला ने दी सूचना

Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में 25 मई को हो रहे लोकसभा के छठे चरण में मतदान को लेकर हरियाणा में सभी पार्टियों के स्थानीय नेताओं ने अपने बड़े स्टार नेताओं के लिए चुनावी रैलियों की तैयारी शुरु कर दी है। इसी बीच  लोकसभा चुनावों को लेकर हरियाणा में होने वाली अमित शाह की रैलियां स्थगित कर दी गई है। अमित शाह के द्वारा 16 मई और 17 मई को रैलियां की जानी थी और भाजपा के पक्ष में प्रचार करना था, लेकिन उन रैलियों को स्थगित कर दिया गया है। इस बात की सूचना भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद सुभाष बराला ने दी।

 

 

सुभाष बराला ने किसानों के विरोध पर क्या कहा ?

प्रेस कॉन्प्रेस करते हुए सुभाष बराला ने सबसे पहले भाजपा के 400 सीट पार करने के नारे को लेकर कहा कि, भाजपा अबकी बार पीएम मोदी के नेतृत्व में 400 सीट पार कर रही है। किसानों के विरोध पर सुभाष बराला ने कहा है कि, किसान आंदोलन के समय जो कानून बनाए गए थे, वह पीएम मोदी ने वापस ले लिए थे। इसके बाद भी हम किसानों की मांगों को लगातार हल करने का प्रयास कर रहे है। लेकिन कुछ नेता लोग किसान आंदोलन में थे, उनमें से अधिकतर कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं और वही लोग विरोध कर रहे हैं।

 

 

देवेंद्र सिंह बबली पर बराला ने क्या कहा ?

देवेंद्र सिंह बबली के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर सुभाष बराला ने कहा है कि, उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है कि, कौन भाजपा में आ रहा है और कौन बाहर जा रहा है, मगर उन्हें सिर्फ इतना जरूर पता है कि, जनता भाजपा के साथ है।

Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में होने वाली अमित शाह की रैलियां स्थगित, बराला ने दी सूचना Read More »

Election Commission strict on attack by farmers on Lok Sabha candidates in Haryana, DCs of districts summoned

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर किसानों द्वारा हमले को लेकर चुनाव आयोग सख्त, जिलों के डीसी हुए तलब

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर ग्रामीण किसानों द्वारा हो रहे लगातार हमले को लेकर चुनाव आयोग सख्त हो गया है। चुनाव आयुक्त ने हमलावर किसानों वाले जिलों के डीसी से रिपोर्ट की मांग की है। इस रिपोर्ट में डीसी को आयोग को बताना होगा कि, चुनाव प्रचार के दौरान उम्मीदवार पर हमला करने वाले कौन थे और उनके खिलाफ क्या प्रशासनिक कार्रवाई की गई है।

 

 

लोकसभा के उम्मीदवारों को मिलेगी पर्सनल सिक्योरिटी

हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर किसानों द्वारा विरोध करते समय हो रहे हमले को देखते हुए चुनाव आयोग ने हरियाणा के हर जिला प्रशासन को उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर निर्देश दिए हैं। ताकि उम्मीदवार सुरक्षित रूप में प्रचार कर सकें, इसलिए आयोग ने सभी उम्मीदवारों को पर्सनल सिक्योरिटी देने का फैसला लिया है। इसको लेकर हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर को भी निर्देश दिए गए हैं। उम्मीदवारों की सुरक्षा को लेकर मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने बताया है कि, राष्ट्रीय पार्टी के लोकसभा उम्मीदवारों को 2 PSO दिए जाएंगे। वहीं, क्षेत्रीय पार्टी के उम्मीदवारों को एक PSO दिया जाएगा।

 

 

जजपा और भाजपा नेताओं पर हो रहे है हमले

हरियाणा में जजपा और भाजपा के उम्मीदवारों का पिछले कुछ समय से ग्रामीण किसानों द्वारा लगातार विरोध का सामना करना पड़ रहा है। इन विरोध प्रदर्शनों के दौरान कई बार स्थिति बेकाबू हो जाती है। पिछले दिनों उचाना में हिसार से जजपा उम्मीदवार नैना चौटाला पर हमला हुआ था। इस दौरान हमले में कई जजपा कार्यकर्ताओं को चोटें आई थीं। इसी प्रकार पूर्व सिरसा से भाजपा उम्मीदवार अशोक तंवर की गाड़ी पर भी डंडे मारे गए थे। 

 

Haryana Lok Sabha Election 2024 : हरियाणा में लोकसभा उम्मीदवारों पर किसानों द्वारा हमले को लेकर चुनाव आयोग सख्त, जिलों के डीसी हुए तलब Read More »

बीजेपी के जुमलों को भली प्रकार से समझ चुकी है जनता: कुमारी सैलजा

सिरसा, 14 मई। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं सिरसा लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जाति व धर्म के नाम पर देश को बांटने का काम कर रहे हैं, जबकि कांग्रेस ने हमेशा 36 बिरादरी को जोड़ने का काम किया है। हम भाईचारे को बढ़ावा देते है। राजनीति अगल बात है पर भाईचारा राजनीति से ऊपर उठकर कायम रखना है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने के बाद किसानों, मजदूरों, गरीबों व महिलाओं की समस्याओं का मिल बैठ कर समाधान करेंगे, आपको धरने प्रदर्शन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कुमारी सैलजा मंगलवार को ऐलनाबाद के गांव माधोसिंघाना, मल्लेकां, भूर्टवाला, पोहडका, बार एसोसिएशन परिसर, ऐलनाबाद, खारी सुरेरां, धोलपालिया सहित विधानसभा क्षेत्र में अनेक गांवों व शहरी इलाकों में जनसभाओं को संबोधित कर रही थीं।

अपने संबोधन में कहा कि कुमारी सैलजा ने कहा कि पिछले दस सालों में बीजेपी ने कोई विकास कार्य करवाए नहीं किए इसलिए अब विकास की बात न करके लोगों को बेतुकी बातों से भ्रमित करने में लगे हुए है। अब लोग इनके जुमलों को समझ चुके है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा विकास और भाईचारे की बात की है। राहुल गांधी ने 10 हजार किलोमीटर की यात्रा के जरिए देश के हर कोने में रहने वाले व्यक्ति के दुख-दर्द को जाना, उसकी पीड़ा को समझा। उसी हिसाब से कांग्रेस के घोषणा पत्र को न्याय पत्र नाम दिया, जिसमें 5 न्याय व 25 गारंटी जनता को देने का ऐलान किया गया है।

कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में इस जुमले के होर्डिंग्स लगवा दिए हैं कि वह 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन दे रहे हैं। जबकि, हकीकत तो यह है कि यह राशन साल 2013 के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रदान किया जाता है, जिसे डॉ. मनमोहन सिंह ने पारित किया था और तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका विरोध किया था। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई), राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) की रीब्रांडिंग के अलावा कुछ और नहीं है। उन्होंने कहा कि आज जब आबादी 141 करोड़ है तो इसके तहत 95 करोड़ लोगों को सब्सिडी वाला राशन मिलना चाहिए, न कि सिर्फ 80 करोड़ लोगों को।

कुमारी सैलजा ने कहा कि 2021 में जनगणना कराने में मोदी सरकार की विफलता के कारण ही आज केवल 81 करोड़ लोगों को राशन मिल रहा है। 14 करोड़ और भारतीय कानूनी तौर पर राशन के हकदार हैं, लेकिन मोदी सरकार की इस विफलता के कारण अपने अधिकारों से वंचित हो रहे हैं। कुमारी सैलजा ने कहा कि यह चुनाव व्यक्ति, जाति, धर्म का चुनाव नहीं है, यह सभी का चुनाव है। लोकतंत्र व संविधान बचाने का चुनाव है। किसी के फायदे या नुकसान का चुनाव नहीं है। मोदी ने साल 2014 में सत्ता हासिल करने से पहले कहा था कि हर व्यक्ति को 15 लाख देंगे, मिले क्या? हर साल 2 करोड नौकरी, यानी 10 साल में 20 करोड़ देने को कहा था, पर किसी को कुछ नहीं मिला। किसान की आमदनी दोगुनी करने को कहा था, पर आमदन आधी रह गई है। दलित, पिछड़ों की उन्नति के लिए काम करने की बात कही थी, पर कोई काम नहीं किया।

 

कुमारी सैलजा ने कहा कि अब जनता को समझ में आ चुका है कि मोदी व आरएसएस मिलकर देश का संविधान खत्म कर देंगे, लोकतंत्र की हत्या कर देंगे। इसलिए जनता ने चुनाव में इन्हें सबक सिखाने के लिए वोट के जरिए चोट करनी है। संविधान को बचाने के लिए, आने वाली पीढियों के भविष्य की रक्षा के लिए, महंगाई से निजात पाने के लिए लोग कांग्रेस व इंडिया गठबंधन से उम्मीद लगाए हुए हैं, इसलिए ही वे साथ भी खड़े हैं। इस दौरान नोहर के विधायक अमित चचाण, पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल, पवन बैनीवाल, संतोष बैनीवाल, गोपीराम चाडीवाल, मलकील सिंह खोसा, राम सिंह सोलंकी, लाधू राम पुनियां, अनिल खोड, करनैल सिंह आदि उपस्थित थे।

गुरराज खट्टर एवं प्रदीप खट्टर ने बीजेपी छोड़ थामा कांग्रेस का दामन
सिरसा में पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर के नजदीकी रहे खट्टर परिवार ने बीजेपी को छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। कुमारी सैलजा की उपस्थिति में गुरराज खट्टर एवं प्रदीप खट्टर ने अपने साथियों के साथ भाजपा छोड़कर कांग्रेस का दामन थामा। उन्होंने कहा कि बीजेपी में कार्यकर्ता को वो मान-सम्मान नहीं मिलता जो कांग्रेस में मिलता है। कुमारी सैलजा ने कहा कि कांग्रेस में शामिल होने वालों को पूरा मान-सम्मान किया जाएगा।

बीजेपी के जुमलों को भली प्रकार से समझ चुकी है जनता: कुमारी सैलजा Read More »