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PM Sunak will impose ban on graduate route visa, Indian students will be more affected

Graduate Rood Visa Ban News : ग्रेजुएट रूट वीजा पर पीएम सुनक लगाएंगे प्रतिबंध, भारतीय छात्रों पर पड़ेगा ज्यादा प्रभाव

Graduate Rood Visa Ban News : कुछ दिन पहले कनाडा में ट्रुडों सरकार ने कैंपस में विदेशी छात्रों के काम करने के घंटे घटाकर नए नियमों में संशोधन किया था, जिससे अधिकांश भारतीय छात्र प्रभावित हुए। इसी तरह अब ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ब्रिटेन में कानूनी प्रवासन के रिकोर्ड को कम करने के लिए पोस्ट स्टडी वीजा (ग्रेजुएट रूट पॉलिसी) पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। वहीं, इस विचार के खिलाफ में विश्वविद्यालयों और छात्र ग्रुपों ने मंगलवार को पीएम सुनक से देश में पढ़ाई के बाद भी इसे जारी रखने की पैरवी की है। बता दें कि, पोस्ट स्टडी वीजा ग्रेजुएट को उनके डिग्री कोर्स के बाद दो साल तक रहने और काम करने की परमिशन देता है।

ग्रेजुएट रूट प्रतिबंध होने की कगार पर

दरअसल, ब्रिटेन में आम चुनाव को देखते हुए पीएम सुनक बढ़ते प्रवासन रिकार्ड को कम करने के लिए ग्रेजुएट रूट (Graduate Rood Visa Ban News) को समाप्त करने पर विचार कर रहे हैं। जबकि, करीब 30 विश्वविद्यालय के कुलपतियों और नेशनल इंडियन स्टूडेंट्स एंड एलुमनाई एसोसिएशन (NISAU) यूके के एक ग्रुप ने पीएम कार्यालय को एक पत्र लिखा, पत्र में उन्होंने ग्रेजुएट वीजा योजना को बनाए रखने की अपील की।

ग्रेजुएट रूट निधि के बारे में जाने

पाठकों को बता दें कि, पीएम सुनक को संबोधित (NISAU- UK) पत्र में कहा गया है कि 70 फीसदी भारतीय छात्रों ने हमें बताया है कि, जब वह किसी अन्य देशों में पढ़ाई के लिए सोचते हैं, तो उनका पहला ध्यान ब्रिटेन आता है। उन्होंने आगे कहा कि, भारतीय छात्रों का मानना है कि ग्रेजुएट रूट (Graduate Rood Visa Ban News) अस्थायी अवधि के लिए काम करने का चांस देता है। वहीं, कंसल्टेंसी लंदन इकोनॉमिक्स के रिकार्ड के मुताबिक, इस सिंगल ग्रुप से यूके की अर्थव्यवस्था को 37 बिलियन पाउंड का आर्थिक फायदा होता है।

भारतीय छात्रों पर पड़ेगा सबसे ज्यादा प्रभाव

ब्रिटिश पीएम को सौंप गया ज्ञापन पत्र के मुताबिक, साल 2021 से 2023 के बीच इस योजना के जरिये  89,200 वीजा जारी किया गया। जो कुल अनुदानों का 42 फीसदी हिस्सा है। बताया जा रहा है कि, इस वीजा योजना के लिस्ट में भारत पहले स्थान पर है। यदि ग्रेजुएट रूट निधि (Graduate Rood Visa Ban News) पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध यानि बैन लगाया जाता है, तो सबसे ज्यादा भारतीय स्टूडेंटस इससे प्रभावित होंगे। 

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Elon Musk can start Starlink internet service in Sri Lanka! Let us know how this internet will work.

Star Link Internet Service News : एलन मस्क स्टारलिंक इंटरनेट की सेवा श्रीलंका में शुरु कर सकते हैं ! यह इंटरनेट कैसे काम करेगा, आए जानें

Star Link Internet Service News : दुनिया के सबसे बड़े अमीरों में से एक एलन मस्क इंटरनेट की दुनिया में एक और कारनामा करने जा रहे है। दरअसल, टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क अपनी स्टारलिंक इंटरनेट सर्विस को श्रीलंका में शुरु कर सकतें है। एलन मस्क हाल ही के दिनों में बाली में 10वें वर्ल्ड वाटर फोरम में श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे से मुलाकात की है। उनकी इस मुलाकात से कयास लगाये जा रहे हैं कि, श्रीलंका में मौक की तलाश में है।

 

 

 

एलन मस्क ने स्टारलिंग पर क्या कहा है ?
बता दें कि, 20 मई सोमवार एलन मस्क ने कहा है कि, स्टारलिंक (Star Link Internet Service News) की इंटरटनेट सेवाएं अब फिजी में भी उपलब्ध हैं। एक दिन पहले यानी 19 मई को स्टारलिंक की ओर से इंटोनेशिया में इंटरनेट सर्विस शुरु की गई थी। स्टारलिंक हाई-स्पीड इंटरनेट सर्विस फिजी के 300 से ज्यादा आईलैंड पर उपलब्ध हैं। फिजी 99 वां देश है, जहां स्टारलिंक की इंटरनेट सर्विस हुई हैं।

 

 

स्टारलिंक के बारें में जाने ?
पाठकों को बता दें कि, स्टारलिंक (Star Link Internet Service News) हजारों सैटेलाइट का एक ग्रुप है ! जो धरती के बहुत करीब 550 कि.मी की दूरी पर है और इसकी परिक्रमा करते हैं और वर्ल्ड को कवर करते हैं। स्टारलिंक सैटेलाइट अन्य जियोस्टेशनरी सैटेलाइट की तुलना में कम ऑर्बिट (Orbit) में हैं, जिससे तेज इंटरनेट कनेक्टिविटी देना काफी आसान हो जाता है।

 

 

 

स्टारलिंक इंटरनेट ऐसे करता है काम
पाठकों को स्टारलिंक इंटरनेट (Star Link Internet Service News) के काम के बारें में सूचित कर दे हैं कि, आपका इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर एक हाई-फ्लाइंग सैटेलाइट को सिग्नल भेजता है ! जो इसे आपके तहत स्थापित एंटिना से बाउंस करता है। फिर सिग्नल एक मॉडेम को भेजा जाता है, जो आपके मकान में स्थापित है और इंटरनेट कनेक्टिविटी को चालू कर देता है। स्टारलिंक में कोई केबल नहीं होने के कारण से दूरदराज के क्षेत्रों में इसका उपयोग हो सकता है।

 

 

 

जानें स्टारलिंक की स्पीड
स्टारलिंक (Star Link Internet Service News) का उपयोग करने वाले सामान्यतौर पर 25 और 220 Mbps के मध्य डाउनलोड स्पीड पाते हैं। ज्यादातर यूजर्स 100 Mbps से अधिकत्तर की स्पीड भी पाते हैं। स्टारलिंक का दावा है कि, अपलोड स्पीड सामान्यतौर पर 5 से 20 Mbps के मध्य होती है।

 

 

 

महंगा पड़ता हैं स्टारलिंक इंटरनेट
बता दें कि, स्टारलिंक इंटरनेट (Star Link Internet Service News) की सेवाएं राशि के रुप में महंगी होती है। अमेरिका में स्टारलिंक 120 डॉलर पर महिने से आरंभ होतो है और प्लान के अनुसार यह 5 हजार डॉलर तक जा सकता है। इक्विपमेंट बजट 500 डॉलर से आरंभ होती है और 25 सौ डॉलर तक जाती है।

 

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Japan launches the world's first 6G device, come know what will be the features of 6G

Japan 6G Device Launch News : जापान ने लॉन्च किया दुनिया का पहला 6G डिवाइस, आए जानें 6G की क्या सुविधा रहेंगी

Japan 6G Device Launch News : आप सबको बता ही होगा डिजीटल की दुनियां मेे सबसे ऊपर एक ही देश वाे है जापान, जहां ऐसे हैरतअंगेज डिवाईस और रोबो प्रोजेेक्ट बनाए जाते है, जिससे पूरी दुनिया आश्चर्य में डूब जाती है। जे वाे बुलेट ट्रैन की बात हो, टेलिकॉम कंपनियों के द्वारा इंटरनेट की दुनिया में तेजी से क्रांति लाने की बात हो, कुल मिलाकर जापान विज्ञान तकनिकों के आधार पर पूरी दुनिया में तेजी से आगे बढ़ रहा है। यही कारण है, ऐसी दुनिया में जहां गति और कनेक्टिविटी सर्वोच्च शासन करती है। एक जापानी कंसोर्टियम कंपनी ने दुनिया के पहले हाई-स्पीड 6G डिवाइस के प्रोटोटाइप का लान्च किया है, जो बिजली की गति पर डेटा ट्रांसफर दरों का वादा करता है।

 

 

 

चौंकाना वाली स्पीड बैरियर
पाठकों को बता दें कि, कथित तौर पर 6G डिवाइस में 100 गीगाबिट प्रति सेकंड की चौंका देने वाली डेटा ट्रांसमिशन दर यानि स्पीड बैरियर है, जो वर्तमान 5G तकनीक की क्षमताओं से 20 गुना अधिक है। यह प्रोटोटाइप इनडोर में 100 गीगाहर्ट्ज़  फ्रीक्वेंसी और आउटडोर में 300 GHz बैंड का उपयोग करके अभूतपूर्व कनेक्टिविटी गति की संभावनाओं को प्रदर्शित करता है।

 

 

 

उच्च फ्रेंगविंसी की चुनौतियाँ
कंसोर्टियम कंपनी के मुताबिक,  उच्च आवृत्तियों का एटरेक्शन फास्ट डेटा ट्रांसफर के लिए उनकी क्षमता में निहित है, वे महत्वपूर्ण चुनौतियां भी पेश करते हैं। छोटी तरंग दैर्ध्य उस दूरी को संचालित करती है, जो सिग्नल यात्रा कर सकता है और इसकी एंड्री पावर को कम कर सकता है। जैसे, 6G (Japan 6G Device Launch News) तकनीक के साथ बड़ा कवरेज और बेस्ट कनेक्टिविटी प्राप्त करने के लिए इन बाधाओं को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण समाधानों की आवश्यकता होगी।

 

 

 

रियल टाईम वर्ल्ड के निहितार्थ
पाठकों को बता दें कि, 4G से 5G में रेंज मुख्य रूप से वीडियो स्ट्रीमिंग और मोबाइल ब्राउज़िंग जैसी गतिविधियों के लिए डेटा क्षमता बढ़ाने पर केंद्रित थी। हालाँकि, 6G के आने से उम्मीदों के एक नए युग की शुरुआत करता है। अपनी अद्वितीय गति के साथ, 6G (Japan 6G Device Launch News) में संचार और मनोरंजन में क्रांति लाने की क्षमता है। रीयल-टाइम होलोग्राफिक संचार और इमर्सिव वर्चुअल और मिश्रित-वास्तविकता अनुभव केवल एक झलक है कि 6G क्या सक्षम कर सकता है।

 

 

 

6G व्यक्तिगत सुविधा से भिन्न और इसका प्रभाव
6G का प्रभाव हमारे व्यक्तिगत जुड़ाव से कहीं आगे तक फैला हुआ है। इसमें अलग-अलग उद्योगों में क्रांति लाने की क्षमता है। यहाँ भविष्य में क्या होगा, जरा इसकी एक झलक देखें।

  • स्वास्थ्य देखभाल के रुप में मेडिकल डिवाईस से रीयल-टाइम डेटा ट्रांसमिशन की कल्पना करें, दूरस्थ सर्जरी या महत्वपूर्ण रोगी सूचना तक त्वरित पहुंच को सक्षम करें।
  • परिवहन संसाधान के रुप में 6G (Japan 6G Device Launch News) स्वायत्त व्हिकलों के लिये मार्ग प्रशस्त कर सकता है, जो निर्बाध रूप से संचार करते हैं ! जिससे सुरक्षित और अधिक शानदार परिवहन प्रणाली बनती है।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि एआई अपनी अद्वितीय गति और क्षमता की पावर के साथ, 6G और भी अधिक परिष्कृत AI अनुप्रयोगों के विकास को बढ़ावा दे सकता है। जो डेटा का तेज़ी से विश्लेषण कर सकते हैं और अधिक जानकारी फैसले ले सकते हैं।

 

 

6G के आने पर अब आगे क्या होगा ?

गौरतलब है कि, 6G प्रोटोटाइप का लॉन्च (Japan 6G Device Launch News) होना जापान का एक महत्वपूर्ण कदम है, विस्तार रूप से अपनाना अभी भी एक दूर की वास्तविकता है। 6G नेटवर्क के विकास के लिए बिल्ट-इन 6G एंटेना से लैस नई पीढ़ी के उपकरणों के निर्माण की जरुरत होगी। इसके अलावा, विश्वसनीय कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए दीवारों से सिग्नल हस्तक्षेप और बारिश जैसे पर्यावरणीय कारकों जैसी चुनौतियों का समाधान करना महत्वपूर्ण होगा।

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Record breaking booking! Mini electric SUV received more than 27 thousand bookings in 66 hours

Electric SUV Car Booking News : रिकॉर्डतोड़ बुकिंग ! मिनी इलेक्ट्रिक एसयूवी को 66 घंटों में मिली 27 हजार से ज्यादा बुकिंग हुई

Electric SUV Car Booking News : बढ़ती पैट्रोल-डीजल के दाम और दिन पर दिन बढ़ती महंगाई से मध्यम वर्ग का जनमानस तंग आ चुका है। इसलिए अपने बजट को बनाने के लिए मध्यम वर्ग का स्थानीय व्यक्ति अपना आधिकारिक साधन लेने के लिए अधिकत्तर पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों की बजाए इलेक्ट्रिक कारों की तरफ रुचान करने लगा है। पाठकों को बता दें कि, हाल ही में विनाफास्ट ऑटो ने घोषणा की है कि, उन्हें अपनी वीएफ 3 कॉम्पैक्ट इलेक्ट्रिक एसयूवी के लिए रिकॉर्डतोड़ बुकिंग प्राप्त हुई हैं। कंपनी के ये बुकिंग महज 66 घंटों में प्राप्त हुई है।

 

 

कंपनी ने रिकॉर्डतोड़ बुकिंग पर क्या कहा ?
रिकॉर्डतोड़ बुकिंग (Electric SUV Car Booking News) पर कंपनी ने बताया कि, प्री-ऑर्डर के लिए मिली रकम नॉन-रिफंडेबल और नॉन-ट्रॉन्सफरेबल है। इसके बाद भी उन्हें रिकॉर्डतोड़ बुकिंग मिली है। कंपनी ने 13 मई से 15 मई तक जमा करने वाले ग्राहकों के लिए विनफास्ट वीएफ 3 की इंट्रोडक्टरी प्राइस 235 मिलियन VND (करीब 9,248 डॉलर, बैटरी सब्सक्रिप्शन) और 315 मिलियन VND (करीब 12,390 डॉलर, बैटरी समेत) है।

 

 

7 साल की गाड़ी कि वारंटी
पाठकों बता दें कि, वीएफ 3 गाड़ी (Electric SUV Car Booking News) 8 साल की अनलिमिटेड माइलेज वारंटी की बैटरी वारंटी के साथ आता है। जबकि वाहन 7 साल या 1,60,000 कि.मी की वारंटी के साथ आता है। पहली वीएफ 3 कारों की डिलीवरी अगस्त 2024 से ग्राहकों तक होने की उम्मीद है। इस वर्ष कम से कम 20 हजार गाड़ियों की डिलीवरी होने की संभावना है।

 

 

66 घंटे मे आए इतने ऑर्डर ?
विनफास्ट वियतनाम की सीईओ डुओंग थी थू ट्रांग ने कहा है कि, 66 घंटों के अंतर ही प्राप्त 27,649 प्री-ऑर्डर विनफास्ट के लिए वियतनामी लोगों के सपोर्ट और विश्वास का प्रमाण है। हम अपने ग्राहकों के समर्थन के लिए बेहद आभारी हैं। वीएफ 3 और हमारा ब्रांड और हम एक विश्व स्तरीय वियतनामी वाहन निर्माता बनने के साथ-साथ समर्थन हासिल करने की कोशिश करेंगे।

 

 

एकल मोटर पर 200 कि.मी तक का सफर
पाठको बता दें कि, वीएफ 3 की लंबाई 3,190mm, चौड़ाई 1,678mm और ऊंचाई 1,620mm है। इसमें 550 Liter की स्टोरेज क्षमता है। जबकि, बैटरी पैक के बारे में हाल ही में कोई सूचना उपलब्ध नहीं है, पर विनफास्ट का दावा है कि इलैक्ट्रिक मिनी-एसयूवी (Electric SUV Car Booking News) एक बार चार्ज करने पर 200 कि.मी तक का सफर तय कर सकती है। वैश्विक बाजार में वीएफ 3 दो वैरिएंट्स इको और प्लस में उपलब्ध है। वीएफ 3 केवब एकल मोटर कॉन्फिगरेशन के साथ आती है।

 

 

कार के इंटीरियर के बारें में जानें
पाठकों को इंटीरियर से संबंधित सूचित करते हैं कि, गाड़ी में 10 इंच का बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम है, जो एंड्रॉएड ऑटो और ऐप्पल कारप्ले को सपोर्ट करता है। ड्राईवर को एक डिजीटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर और दो-स्पोक डिजाइन वाला मल्टी-फंक्शन स्टीयरिंग व्हील प्रदान किया जाता है। अतिरिक्त फीचर्स में ऑटोमैटिक क्लाइमेट कंट्रोल, डुअल एयरबैग और क्रूज कंट्रोल शामिल हैं।

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Sony company launches two best designed smartphones, features will do magic on your heart

Sony New Smart Phone launch : सोनी कंपनी ने लॉन्च किए बेस्ट डिजाईंनिंग वाले दो स्मार्टफोन, फीचर्स कर देंगे आपके दिल पे जादू

Sony New Smart Phone launch : स्मार्टफोन कि दुनिया में लोग उलझे रहते हैं कि, कौन-सा फोन सही दाम मे अच्छा रहेगा और कितनो दिन तक उसकी बैटरी काम करेगी। कुछ ऐसे ही फीचरों को देखकर लोग फोन को पसंद करते हैं। वैसे तो स्मार्टफोन की दुनिया में सोनी ने भी अपना एक अलग कदम रख दिया है। हाल ही में सोनी ने अपने दो नए फ्लैगशिप फोन सोनी एक्सपीरिया 1 VI,सोनी एक्सपीरिया 10 VI को लॉन्च कर दिया है।

 

 

 

दोनो फोनों के बारे में कुछ काम की बातें
कंपनी दोनों फोन (Sony New Smart Phone launch) को यूरोपीय मार्केट में पेश किया है। दोनो फोनों को दमदार कैमरा, डिस्प्ले और बेस्ट डिजाईन है। फ्लैगशिप सोनी एक्सपीरिया 1 VI में 12Hz रिफ्रेश रेट वाला 6.5 इंच OLED डिस्प्ले है, साथ ही इसमें वेपर चैंबर कूलिंग सिस्टम है। इसके विपरीत, सोनी एक्सपीरिया 10 VI अच्छी कीमत में आता है। इसमें 6.1 इंच की छोटी स्क्रीन मिलती है।

 

 

 

जानें दोनों फोनों की कीमत
दोनों फोनों (Sony New Smart Phone launch) का डिजाइन दिखने में एकदम दमदार है। सोनी एक्सपीरिया 1 VI की स्टार्टिंग कीमत लगभग 1,17,400 रुपये है। जबकि सोनी एक्सपीरिय 10 VI के 8GB RAM + 128GB मॉडल की स्टार्टिंग कीमत लगभग 31 हजार रुपये है। दरअसल, अब तक यें भारत में लॉन्च नहीं किये गये हैं।

 

 

 

सोनी एक्सपीरिया 1 VI के खास फीचर्सो के बारें में

इस फोन का सॉफ्टवेयर एंड्रॉयड 14 है।
इस फोन का प्रोसेसर स्नैपड्रैगन 8 Gen 3 चिपसेट है।
इस फोन की डिस्प्ले 6.5 इंच फुल एचडी प्लस (1080×2340 pixel) OLED डिस्प्ले है और 120Hz रिफ्रेश रेट है।
इस फोन का रैम और स्टोरेज 12GB रैम है और 256GB स्टोरेज है।
इस फोन का रियर कैमरा 48MB+12MP+12MP है और फ्रंट कैमरा 12MP है।
इस फोन की बैटरी 5,000 mAh है और फास्ट चार्जिंग 30W है।

 

 

 

सोनी एक्सपीरिया 10 VI के खास फीचर्सो के बारें में

इस फोन का सॉफ्टवेयर एंड्रॉयड 14 है।
इस फोन का प्रोसेसर स्नैपड्रैगन 6 Gen 1 चिपसेट है।
इस फोन की डिस्प्ले 6.1 इंच फुल एचडी प्लस डिस्प्ले है और 60Hz रिफ्रेश रेट है।
इस फोन का रैम और स्टोरेज 8GB रैम है और 128GB स्टोरेज है।
इस फोन का रियर कैमरा 48MB+8MP है और फ्रंट कैमरा 8MP है।
इस फोन की बैटरी 5,000 mAh है और फास्ट चार्जिंग 30W है।

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Canadian government gave a big order! If anyone wants to go to Canada then definitely go for these proofs

Canada Citizen News : कनाडा सरकार ने दिया बड़ा आदेश ! अगर किसी कनाडा में रहना है, तो दिखाने होगी ये प्रमाणिकता

Canada Citizen News :  कनाडा सरकार ने कनाडा में बसने के प्रति निष्टा रखने वाले लोगों के लिए एक आदेश जारी किया है। कनाडा सरकार ने कनाडा की नागरिता के लिए एक अधिकारिक घोषणा की है कि, 28 मई, 2024 से एक्सप्रेस एंट्री के लिए संपत्ति के नए प्रमाण दस्तावेजों की जरुरत होगी। कनाडा के नए नियमों के मुताबिक, नागरिकों को बसने के लिए और संपत्ति दिखाने के लिए धन का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा कि, मतलब उनके पास कनाडा में बसने के लिए आवश्यक पर्याप्त धन है या नहीं।

 

कनाडा मे बसने के लिए नए नियमों में क्या जिग्र किया गया है ?

अगर आवेदक बसने के लिए कनाडा सरकार का निमंत्रण अनुरोध स्वीकार करता है, तो अपने पास मौजूद धन का आवश्यक लिखित प्रमाण देना होगा। वहीं अपडेट के कारण फेडरल स्किल्ड वर्कर प्रोग्राम और फेडरल स्किल्ड ट्रेड्स प्रोग्राम के माध्यम से आवेदन करने वाले आवेदक प्रभावित होंगे। ऐसे में कनाडा सरकार धन के प्रमाण की मांग करती है। क्योंकि वो यह सुनिश्चित करती है कि आवेदकों के पास देश में आगमन पर खुद का समर्थन करने के लिए वित्तीय संसाधन हों।

कनाडा में बसने के लिए प्रोफाइल को अपडेट करें

कनाडा बसने में वाले नागरिको (Canada Citizen News) को कनाडा सरकार ने अपनी प्रोफाइल को भी अपडेट करने के भी आदेश जारी किये है। कनाडा सरकार ने एक्सप्रेस एंट्री के आवेदकों को 27 मई, 2024 तक फंड के नए प्रमाण के साथ अपने प्रोफाइल को अपडेट करने के लिए कहा है। हालांकि, अपडेट से पूल में रैंक पर कोई असर नहीं पड़ेगा और प्रोफाइल जमा करने की तारीख और समय वही रहेगा।

अगर कोई कनाडा का नागरिक (Canada Citizen News) अनुभव वर्ग के अनुसार आवेदन जमा किया है, या फिर कनाडा में काम करने के लिए अधिकृत है और उसके पास वैध नौकरी की पेशकश है ! तो नागरिकों को यह दिखाने की जरुरी नहीं है। अगर उनके पास अपने और अपने परिवार का समर्थन करने के लिए आवश्यक राशि है, तभी वें नियमों के तहत आवेदन करने के बाद भी कनाडा में रह सकते हैं।

प्रमाणिकता में कितने पैसे की आवश्यकता होगी

  • single applicant को कैनेडियन डॉलर (CAD) 14,690 रुपये का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा।
  • प्रमाण प्रस्तुति में दो व्यक्तियों के परिवार के लिए CAD 18,288 रुपये का होना आवश्यक है।
  • तीन व्यक्तियों के परिवार के लिए CAD 22,483 रुपये का होना आवश्यक है।
  • चार लोगों के परिवार के लिए CAD 27,297 रुपये का होना आवश्यक है।
  • पाँच लोगों के परिवार के लिए CAD 30,690 रुपये का होना आवश्यक है।
  • छह लोगों के परिवार के लिए CAD 34,917 रुपये का होना आवश्यक है। 
  • सात लोगों के परिवार के लिए CAD 38,875 रुपये का होना आवश्यक है।
  • प्रमाण प्रस्तुति में सात से अधिक सदस्यों वाले परिवार के लिए, प्रत्येक अतिरिक्त सदस्य के पास CAD 3,958 होना चाहिए।

 

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This new smartphone of Motorola is being launched on 16th May, the processor is also powerful and the charging of 125W is also first class.

Motorola X50 Ultra : 16 मई को लॉन्च हो रहा है Motorola का ये नया स्मार्टफोन, प्रोसेसर भी दमदार और 125W की चार्जिंग भी फर्स्ट क्लास

Motorola X50 Ultra : 16 मई को यानी कल मोटोरोला मार्केट में अपनी नए स्मार्टफोन को लॉन्च करने वाला है। कंपनी के Motorola X50 Ultra के नाम से अपनी सीरीज का एक और स्मार्टफोन को लॉन्च करने वाली है। इसलिए ग्राहकों ने इस फोन के लिए अभी से इंतजार करना शुरु कर दिया है।

 

 

 

लॉन्च होने से पहले फोन गीकबेंच पर लिस्टिंग हुआ

  • Motorola X50 Ultra स्मार्टफोन लॉन्च होने से पहले बेंचमार्किंग गीकबेंच पर लिस्ट हो गया है।
  • गीकबेंच लिस्टिंग के मुताबिक इस फोन का मॉडल नंबर XT240-2 है।
  • गीकबेंच के सिंगल-कोर सर्वे में इस फोन को 1946 अंक मिले हैं। जबकि, मल्टी-कोर सर्वे में यह फोन 5128 अंक हासिल करने में सफल रहा।
  • लिस्टिंग के मुताबिक, कंपनी इस डिवाईस में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 8s जेन 3 प्रोसेसर ऑफर करने वाली है।
  • अड्रीनो 735 GPU वाले इस फोन की पीक क्षमता 3.01GHz है।
  • लिस्टिंग के मुताबिक, कंपनी इस फोन को 12GB रैम विकल्प में लॉन्च कर सकती है।
  • डिवाइस ऐंड्रॉयड 14 OAS पर काम करेगा। गीकबेंच से पहले इस डिवाईस को 3C और TENAA पर भी देखा जा चुका है।
  • फोन में 125W की फास्ट चार्जिंग मिलेगी। फोन में कंपनी 4365mAh की बैटरी देखने को मिलेगी।
  • इस फोन में 1220X2712 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 6.67 इंच का कर्व्ड OLED डिस्पले दे रही है। कंपनी इस फोन को चीन में लॉन्च करने वाली है।

 

 

 

इंडिया में लॉन्च होगा Edge 50 Fusion

  • बता दें कि, 16 मई को कंपनी इंडिया में अपने नए फोन Motorola Edge 50 Fusion को लॉन्च करने वाला है।
  • फोन की माइक्रोसाइट फ्लिपकार्ट पर लाइव हो गई है। यह डिवाइस 12GB रैम के साथ आएगा।
  • प्रोसेसर के तौर पर कंपनी इस फोन स्नैपड्रैगन 7s जेन 2 ऑफर करने वाली है।
  • फोन में आपको 6.7 इंच का कर्व्ड pOLED डिस्पले देखने को मिलेगा। यह डिस्प्ले 1600 निट्स के पीक ब्राइटनेस लेवल और 144Hz के रिफ्रेश रेट को सपोर्ट करेगा।
  • डिस्प्ले प्रोटेक्शन के लिए कंपनी इस फोन में गोरिल्ला 5 भी दे रही है।
  • फोटोग्राफी के लिए इस फोन में कंपनी 50 मेगापिक्सल का मेन कैमरा और 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा देने वाली है।
  • फोन की बैटरी 5000mAh की है। वहीं 68W की फास्ट चार्जिंग को स्पोर्ट करेगी। फोन की कीमत 30 से 35 हजार रुपये के बीच हो सकती है।

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30 thousand Indians bought 'palaces' with black money in Dubai, Pakistani leaders and generals are also not behind

Black Residence of Dubai : दुबई में काली कमाई से 30 हजार भारतीयों ने खरीदे ‘महल’, पाकिस्तानी नेता और जनरल भी पीछे नहीं

Black Residence of Dubai : दुबई को पूंजीपतियों का शहर कहा जाता है, यहां पर दुनिया के तमाम पूंजीपतियों ने डेरा डाला हुआ है। यह भी सच है कि, यहां पर दुनिया में काले बाजारी करने वाले लोग भी दुबई में ही पनाह लेते हैं। इसी बीच दुबई में प्रॉपर्टी को लेकर एक वैश्विक खोजी पत्रकारिता प्रोजेक्ट ने एक बड़ा खुलासा किया है और प्रोजेक्ट का नाम दुबई अनलॉक्ड है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, भिन्न-भिन्न देशों से लोग दुबई में प्रॉपर्टी खरीद रहे हैं। रिपोर्ट में बताया गया है कि, दुबई में सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी भारतीयों की है और इसके बाद पाकिस्तानियों की हैं। वैसे तो पाकिस्तान आर्थिक रुप से कंगाली से झूज रहा हैं, पर यहां रईसों की कोई कमी नहीं है। इनके आलीशान बंगले और घर दुबई में है। पाकिस्तानियों की कुल प्रॉपर्टी की कीमत लगभग 11 अरब डॉलर है।

 

 

 

कालाबाजारी करने वाले उधमी दुबई में करते है निवेश

रिपोर्ट के मुताबिक, दुबई के रियल एस्टेट में पिछले कुछ दशकों में एक बड़ा उछाल देखने को मिला है। भारत की भी कई बड़ी हस्तियां प्रॉपर्टी के तौर पर दुबई में निवेश करते हैं। पर रिपोर्ट का कहना है कि, दुनिया भर से ऐसे लोगों ने भी यहां की प्रॉपर्टी में निवेश किया है, जिन पर वैश्विक स्तर पर पांबदी और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगे हैं। रिपोर्ट कहती है कि, आर्थिक अपराधी अपने काले पैसे को यहां के रियल एस्टेट में निवेश कर रहा हैं। पर, इसका ये अर्थ ये नहीं है कि, हर कोई जो दुबई में निवेश कर रहा है उसके पास काला धन ही है। क्योंकि डेटा में नाम होना वित्तीय धोखाधड़ी का सबूत नहीं है। रिपोर्ट कहती है कि, अमेरिका, न्यूयॉर्क और लंदन का रियल एस्टेट भी ‘डर्टी मनी’ को प्रभावित करता है। 

दुबई में भारतीयों की कितनी संपत्ति है

बता दें की एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक, दुबई में सबसे ज्यादा भारतीय रहते हैं। इसके बाद पाकिस्तानियों की संख्या दूसरे नंबर पर आती है। दुबई अनलॉक्ड के आंकड़ो के मुताबिक यहां 29,700 भारतीयों ने संपत्ति खरीद रखी है। उनके पास कुल 35,000 प्रॉपर्टी हैं। इन संपत्तियों की संभावित कीमत 17 अरब डॉलर है। वहीं 17,000 पाकिस्तानी 23000 संपत्तियों के मालिक हैं। इस रिपोर्ट में 2020 से 2022 तक के आंकड़ा का इस्तेमाल किया गया है। जबकी इस आंकड़ों में निवास की स्थिति, आय के स्रोत, किराए के आय की घोषणा शामिल नहीं है।

दुबई में पाकिस्तान के नेताओं के आलिशान बंगले

बता दें कि, दुबई में पाकिस्तान में भ्रष्टाचार के आरोपी नेताओं के नाम भी है। यहां उनके बड़े-बड़े आलिशान बंगले और गाड़ी है। जबकि ऐसे में पाकिस्तानी नेताओं और सेना के अधिकारियों पर पहले भी आरोप लगते रहे हैं, कि वह अपने अवैध धन को दुबई के रियल एस्टेट में निवेश करते हैं। जबकि, इस रिपोर्ट ने पाकिस्तान को लेकर बड़े खुलासे किए हैं। इस लिस्ट में पाकिस्तान के राष्ट्रपति असिफ अली जरदारी का परिवार और दिवंगत पाकिस्तानी जनरल परवेज मुशर्रफ का नाम शामिल है। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो, उनकी बहन आसिफा भुट्टो और भाई बख्तावर की प्रॉपर्टी दुबई में है। हालांकि रिपोर्ट कहती है कि उनके वकीलों के मुताबिक उनकी प्रॉपर्टी के बारे में सरकार को पता है।

Black Residence of Dubai : दुबई में काली कमाई से 30 हजार भारतीयों ने खरीदे ‘महल’, पाकिस्तानी नेता और जनरल भी पीछे नहीं Read More »

Canadian government has tightened the new rules for foreign students, let us know what effect it will have on Indian students.

Canada Government New Rules : विदेशी छात्रों के लिए कनाडा सरकार ने नए नियमों में की सख्ती, आए जानें भारतीय छात्रों पर क्या प्रभाव पड़ेगा

Canada Government New Rules :  कनाडा सरकार ने पिछले कुछ महिनों से विदेशी छात्रों के लिए नियम सख्त किए हैं। ऐसे में इन नियमों का प्रभाव भारतीय छात्रों पर भी पड़ना तय है। कनाडा सरकार ने नए नियमों में अब छात्र के काम करने के समय में भी 16 घंटो की कटौती की गई है। लाखों भारतीय छात्रों का सपना अब चकनाचूर हो गया है। ऐसे में उनकी पढ़ाई का खर्चा बढ़ जाएगा।

 

 

इन देशों में ज्यादा पढ़ने जाते है भारतीय छात्र
एक विदेशी शोध रिपाेर्ट के मुताबिक साल 2022 में भारत से विदेश में पढ़ाई करने जाने वाले छात्रों की संख्या लगभग 7.50 लाख से अधिक थी, जो अब तक लगातार बढ़ रही है। भारतीय छात्र सबसे अधिक कनाडा, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने जाते हैं। जबकि कुछ दिन पहले कनाडा की सरकार ने नया नियम का ऐलान किया है की, सितंबर 2024 से विदेशी छात्र जहां सप्ताह में 40 घंटे काम कर सकता था वो सिर्फ 24 घंटे कर दिया है। इस तरह के नए नियम से भारतीय छात्रों को पढ़ाई से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

 

 

कनाडा सरकार के नए नियम से विदेशी छात्राें ने पलायन करना शुरु किया
कनाडा सरकार (Canada Government New Rules) के नए नियम के आने से पहले भारतीय छात्र पढ़ाई के साथ- साथ नौकरी करके अपना निजी खर्च निकाल सकते थे। पर अब नए नियम आने से वो बंद हो जाएगा। इस कारण विदेशी छात्रों ने दूसरे देशों की ओर रुख बनाकर पलायन करना शुरु कर दिया है।

विदेश में एक मीडिया कर्मी से फ्रेशर छात्रों ने बात करते हुए बताया कि, वें इस नियम से खुश हैं, यकिनन छात्र करियर बनाने के लिए अब कनाडा के बदले दूसरे देश की ओर देख रहे हैं। वहीं हार्दिक नाम के एक भारतीय छात्र ने बताया कि, मेरे जैसे फ्रेशर छात्र के लिए कनाडा सरकार का यह नियम अच्छा है, हमें जाते है वहा काम मिल जाएगा। जबकि एक दूसरी भारतीय छात्रा क्रीना त्रिवेदी ने बताया कि, सरकार के द्वारा नियम बदलने की वजह से अब मैं कनाडा नहीं, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पढ़ने जाउंगी।

 

 

विदेशों में भारतीय छात्रों का सालाना कितना खर्च आता है ?
बता दें कि, कनाडा (Canada Government New Rules) में महंगाई बढ़ने से वहां काम कर रहे भारतीय छात्रों का खर्च बढ़ गया है। कनाडा में एक भारतीय छात्र का सालाना खर्च 16 लाख रुपए, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में 20 – 20 लाख रुपए आता है। जबकि, अमेरिका में तो नियम है की कैम्पस में ही छात्र सप्ताह में 20 घंटे काम कर सकते हैं। मगर छात्र नियम से ज्यादा काम करके उसका भुगतान कैश में ले लेता है, जोकि नियमों के मुताबिक ये गैर कानूनी है।

वहीं जर्मनी में यदि छात्र का पब्लिक कॉलेज में एडमिशन हो जाता है तो उसका खर्च सिर्फ 6 लाख रुपए होता है। कनाडा में एक घंटे में 16 डॉलर, यूएस में 9 और ऑस्ट्रेलिया में 23 डॉलर की कमाई होती है। इन देशों की तुलना में अब लाखों भारतीय छात्र फिनलैंड, फ्रांस और जमर्नी का रुख करेंगे।

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China became India's number one partner, while India's special partner America lagged behind.

International Business News : चीन बना भारत का नंबर वन पार्टनर, वहीं भारत का खास पार्टनर अमेरिका पिछड़ा

International Business News : भारत का व्यापार चीन और अमेरिका के साथ जुड़ा हुआ है, लेकिन भौगोलिक और राजनीतिक स्तर पर भारत का रिश्ता चीन के साथ तनावपूर्ण हैं। जबकि ऐसे ही स्तर पर भारत की अमेरिका के साथ मित्रता गहरी है। वहीं पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में चीन भारत का नंबर 1 ट्रेडिंग पार्टनर बन गया है। जबकि, अमेरिका पीछे छूट गया है। ग्लोबल टाइम्स ने भारत-चीन के मध्य हो रहे व्यापार और भविष्य की अनुमान को लेकर एक लेख छापा है। इस लेख का ये मुख्य उद्देश्य है कि दोनों देश अगर एक दूसरे की सहायता से आगे बढ़ें तो व्यापारिक रिश्ते और मजबूत हो सकते हैं।

बता दें कि, भारत की सीमाओं और राज्यों को अपने नक्शे में दिखाना चीन (International Business News) की पुरानी आदत रही है। दोनों देशों के एक-दूसरे के प्रति युद्ध की आशंका बनी रहती है। लेेकिन युद्धि स्तर के विवादों काे किनारे करें तो चीन भी शायद सोच रहा है कि भारत के बिना उसका गुजारा करना मुश्किल हो सकता है।

 

 

दोनों दैशों में कितने बिलियन डॉलर का ट्रेड हुआ है ?

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में दोनों देशों के बीच 118.4 बिलियन डॉलर का ट्रेड हुआ है। बता दें कि, चीन के साथ भारत का निर्यात 8.7 फीसदी तक बढ़ा है। ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (GTRI) की तरफ से ये आंकड़े बीते रविवार को जारी किए गए थे। दरअसल कि, इस वित्त वर्ष से पहले के दो वित्त वर्षों (2021-22 और 2022-23) में अमेरिका भारत का सबसे बड़ा पार्टनर था। क्योंकि गलवान घाटी में सैनिकों के मध्य तनाव बढ़ने के बाद भारत द्वारा कई चीनी कंपनियों पर कड़ी पाबंदी लगाने के चलते अमेरिका के साथ ट्रेड के आंकड़ों का ग्राफ उठा था।

 

 

क्या कहते है, व्यापार के ये आंकड़े?

रिपोर्ट के मुताबिक, यह व्यापार के आंकड़े डेवलपमेंट चीन और भारत के बीच आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के अनुमान पर प्रकाश डालता है। इस दौरान अंदाजा लगाया जा रहा है कि, भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के विकास से पूरी अर्थव्यवस्था सुधार की तरफ बढ़ सकती है। एक अवधी के बाद, भारत वैश्विक फैक्ट्री बनकर चीन को तब्दील करने के प्रयास में है। यदि ग्लोबल इंडस्ट्री और वैल्यू चेन को बारिकी से देखा जाए तो समझ में आता है कि, भारत और चीन (International Business News) अलग-अलग स्थिति में ताकतवर हैं। बता दें कि, चीन पहले से मैन्युफैक्चरिंग हब है, ऐसे में भारत का मैन्युफैक्चरिंग पावर बनने का सपना एक-दूसरे के सहयोग से पूरा हो सकता है। इसमें दोनों देशों के पास अहम मौका होगा।

 

 

कैपिटल इन्टेंसिव प्रॉडक्ट्स में भारत को बल मिला

बता दें कि, भारत सर्विस सेक्टर में अव्वल है, खासतौर पर इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (IT) सेक्टर में मजबूत है। मेक इन इंडिया के साथ टेक्नोलॉजी और कैपिटल इन्टेंसिव प्रॉडक्ट्स में भारत को बल मिला है। कैपिटल इन्टेंसिव प्रॉडक्ट्स में ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरिंग, तेल उत्पादन और रिफाइनिंग, स्टील का उत्पादन, टेलीकम्युनिकेशन्स और ट्रांसपोर्टेशन सेक्टर आते हैं। ऐसे में सहयोग की राह मजबूत करने के लिए, रेलवे और एयरलाइन्स के माध्यम से चीन के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के लिए नए बाजार तो खोलती है। 

 

 

चीनी आयात का रोल
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन ट्रेड की एक शोध के अनुसार, अप्रैल 2023 में पाया गया कि चीनी इम्पोर्ट से भारत के मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को ताकत मिली है। साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट में छापा गया है कि, भारतीय मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर अब अधिक निर्यात कर पाने में सक्षम हो रहा है।

दोनों देशों (International Business News) के बीच आपसी व्यापार प्रभावित हो सकता है। वित्त वर्ष 2023-24 में, भारत ने चीन से 3.24 प्रतिशत अधिक आयात किया है। आयात का आंकड़ा 101.7 बिलियन डॉलर है, तो निर्यात बढ़कर 16.67 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।

 

 

चीनी कंपनियों को भारत में मिले व्यापार करने की ईजाजत
ग्लोबल टाइम्स ने अपने विश्लेषण में कुछ बिंदुओं पर प्रमुख रूप से इस बात पर बल दिया गया है कि, भारत और चीन के बीच व्यापारिक रिश्ते नए सिरे से चल रहे हैं, मगर विलंब के साथ चल रहे हैं। चीन ज्यादा निर्यात कर पा रहा है, जबकि भारत काफी कम, इस विलंब को कम करने के लिए भारत को खास प्रोजेक्ट पर काम करना चाहिए। ग्लोबल टाइम्स का कहना है कि, चीनी कंपनियों को भारत में व्यापार करने लिए ईजाजत दे देनी चाहिए। कंपनियों के आने पर भारत में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और आमतौर पर अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी। 

चीन और भारत व्यापार में एक-दूसरे के प्रति कैसे सहयोग कर सकते हैं ?
ग्लोबल टाइम्स (International Business News) ने अपने लेख में आगे कहा है कि, चीन की कुछ कंपनियां भारत में निवेश करने में दूर हो रही हैं। ऐसे में कंपनियां भारत की कुछ आर्थिक और व्यापार नीतियां का हवाला देकर भारत से दूर रहना चाहती हैं। इसलिए आर्थिकतौर पर भारत सरकार को विशेष नियम और व्यापार के लिए एक अच्छा माहौल बनाना चाहिए। ऐसे में भारत को चीनी कंपनियों से अधिक निवेश पाने में सहायता मिल सकेगी। साथ ही, चीन धीरे-धीरे अधिक भारतीय उत्पादों को अपने बाजारों में बेचने की इजाजत दे सकता है, खासकर खेती और सर्विस सेक्टर में जैसे दूसरे देशों में भेजे जाते हैं।

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