Haryana Government news

Himmat Singh will be the new chairman of HSSC: Additional Advocate General of Haryana, government sought permission for appointment from Election Commission

Hssc new chairmen : HSSC के नए चेयरमैन होंगे हिम्मत सिंह : हरियाणा के एडिशनल एडवोकेट जनरल, सरकार ने चुनाव आयोग से नियुक्ति की परमिशन मांगी

Hssc new chairmen : हरियाणा सरकार ने हिम्मत सिंह को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) का नया चेयरमैन नियुक्त किया है। लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लागू होने के कारण नियुक्ति की घोषणा नहीं की गई है। सरकार ने इसके लिए भारत निर्वाचन आयोग (ECI) से अनुमति मांगी है। अनुमति मिलते ही आधिकारिक रूप से उनकी नियुक्ति की जाएगी।

Himmat Singh will be the new chairman of HSSC: Additional Advocate General of Haryana, government sought permission for appointment from Election Commission
Himmat Singh will be the new chairman of HSSC: Additional Advocate General of Haryana, government sought permission for appointment from Election Commission

 

 

रोड़ जाति से हैं हिम्मत सिंह
हिम्मत सिंह (Hssc new chairmen) कैथल जिले के खेड़ी मटरवा गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी से BA LLB व LLM किया है। उन्हें वकील के तौर पर प्रैक्टिस करते हुए करीब 16 साल हो गए हैं। मौजूद समय में वह एडिशनल एडवोकेट जनरल (AAG) की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। हिम्मत सिंह रोड़ समाज से हैं। हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (Hssc new chairmen) के अध्यक्ष बनने के रूप में रोड़ जाति को सरकार में एक बड़ा प्रतिनिधित्व मिला है। करनाल व कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र की बात करें तो यहां रोड़ जाति का अच्छा खासा प्रभाव है।

 

 

हिम्मत सिंह CCTNS के कोऑर्डिनेटर रह चुके
इसके अलावा, हिम्मत सिंह ई-कस्टडी सर्टिफिकेट पहल, डिजिटल इंडिया अभियान का विकास और कार्यान्वयन का भी हिस्सा रहे हैं। उन्होंने हरियाणा में अपराध और आपराधिक ट्रैकिंग नेटवर्क और सिस्टम (CCTNS) डेटा एकीकरण परियोजना के कोऑर्डिनेटर के रूप में भी कार्य किया है।

 

 

15 मार्च को भोपाल सिंह खदरी ने दिया था इस्तीफा
भोपाल सिंह खदरी इससे पहले HSSC के चेयरमैन थे। उन्होंने 15 मार्च 2024 को इस्तीफा दे दिया था। 12 मार्च को नायब सैनी के मुख्यमंत्री बनने के बाद खदरी ने यह फैसला लिया था। उनकी पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के विश्वासपात्रों में गिनती की जाती है। वह पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. रतनलाल कटारिया के सचिव भी रह चुके हैं। भोपाल सिंह की प्रशंसा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कर चुके हैंं।

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Devendra Babli will not be able to break JJP, these new equations are created

Haryana Political News : जजपा को नहीं तोड़ पाएंगे देवेंद्र बबली, बने ये नए समीकरण

Haryana Political News : हरियाणा की राजनीति में सियासत का खेल महाभारत के शकुनी की चौसर की तरह चल रहा है। कब किस समय सियासत के खेल में पासो की तरह विधायक पलटी मारकर किसी भी राजनीतिक दल को सता दे सकते है।  ऐसे ही हरियाणा की सियासत (Haryana Political News) में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी पर खतरा मंडरा रहा है, तो कभी लगता है कि, मानो खतरा टल गया है। जबकि, 10 विधायकों वाली जजपा को तोड़ने के लिए सात विधायकों का समर्थन जरूरी है। 10 में से चार विधायक दुष्यंत चौटाला के साथ हैं। तीन भाजपा के और दो कांग्रेस के साथ हैं। एक विधायक रामकुमार गौतम ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।

 

 

 

जजपा पार्टी टूटने का खतरा टला, हुड्डा से मिले जजपा विधायक रामकरण काला

हरियाणा (Haryana Political News) के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी पर कब्जा करने का खतरा लगभग टल गया है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली पिछले कुछ दिनों से किस तरह से दुष्यंत चौटाला को जजपा के नेता पद से हटाकर वह अपने-आप पार्टी पर काबिज होने की कोशिश कर रहे थे। देवेंद्र बबली तीन विधायकों के साथ अब तक आगे नहीं बढ़ पाए हैं। बता दें कि, दो दिन पहले शाहबाद के विधायक रामकरण काला द्वारा पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा से की गई मुलाकात के बाद यह आशंका मजबूत हो गई है कि, देवेंद्र बबली किसी तरह भी 7 विधायक नहीं जुटा सकेंगे। ऐसे में वह न तो जजपा को तोड़ पाने में कामयाब होंगे और न ही उस पर कब्जा कर सकेंगे।

 

कांग्रेस को समर्थन से बदला सियासत खेल

कुछ दिन पहले तीन निर्दलीय विधायकों रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर और सोमवीर सांगवान द्वारा भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने से प्रदेश की सियासत में रोमंचक माेड़ आया हुआ है। इस दौरान सियासत के खेल में हरियाणा के पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने जजपा पार्टी को विभाजित करने का बयान देकर प्रदेश की राजनीति को और रोमांचक बना रहे है।

 

जजपा की मांग विधानसभा सत्र, पर बागी विधायकों ने दिखायें तेवर

छह अन्य विधायकों में से गुहला विधायक ईश्वर सिंह के बेटे और शाहबाद से विधायक रामकरण काला के बेट कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं। वहीं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग, नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा का झुकाव ही क्लियर रूप से भाजपा की ओर देखा जा रहा है। जबकि, नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम ने अब तक अपने कोई पते नहीं खोले है। 

बता दें कि, बबली को छोड़कर दो विधायकों ने भाजपा प्रत्याशियों का मंच तक साझा किया है। कांग्रेस में जाने की चाह रखने वाले ईश्वर सिंह और रामकरण काला क्या देवेंद्र बबली का साथ देंगे। यदि भाजपा सरकार (Haryana Political News) को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ा तो जजपा पार्टी के चीफ व्हिप भाजपा सरकार के खिलाफ जाने का व्हिप जारी कर मास्टर स्ट्रोक खेलेगी।

पार्टी के सूचना के अनुसार, पार्टी के सभी विधायकों को मानना पड़ेगा, नहीं तो अपनी विधायकी से हाथ धोना पड़ेगा। व्हिप नहीं मानने की स्थिति में पूर्व विधायक के रूप में मिलने वाले पेंशन और भत्तों से भी उन्हें हाथ धोना पड़ सकता है।

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Haryana government preparing for floor test, Governor asked for signatures from 30 Congress MLAs

Haryana Political News : फ्लोर टेस्ट के लिए तैयारी में हरियाणा सरकार, राज्यपाल ने 30 कांग्रेस विधायकों से मांगे दस्तखत 

Haryana Political News : लाेकसभा चुनावों के बीच में हरियाणा की राजनीति गर्मियों के दिनों में गर्मी से ज्यादा गर्मा हुई है। हरियाणा में सीएम नायब सिंह सैनी की भाजपा सरकार से तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापस लेने के बाद विप़क्ष के एकजुट होने पर ठगमगा गई है। सूचना के मुताबिक, भाजपा सरकार फ्लोर टेस्ट पास करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुला सकती है। पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने दावा किया है कि, हरियाणा विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होगा। उन्होंने कहा कि, जजपा को इस मामले को नहीं उठाना चाहिए था। पर अब उन्होंने उठा लिया है तो वो कटघरे में फंस गए हैं और जजपा के 6 विधायक हमारे संपर्क में हैं। खट्टर ने दावा किया कि, कांग्रेस भी एकजुट नहीं है, 30 में से चार या 5 विधायक छिटकर कांग्रेस के खेमे में सेंध लगा सकते हैं।

 

 

 

राज्यपाल ने कांग्रेस से 30 विधायकों के हस्ताक्षर मांगे हैं 

हरियाणा के तीन निर्दलीय विधायकों सोमवीर सांगवान, रणधीर सिंह गोलन और धर्मपाल गोंदर ने भाजपा सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है और कांग्रेस को अपना समर्थन दिया है। हरियाणा कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान सिंह ने कहा कि, 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में इस वक्त 88 विधायक हैं, जिसमें भाजपा के 40 विधायक हैं।

कांग्रेस का दावा है कि, बीजेपी सरकार को पहले जेजेपी विधायकों और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त था। पर, अब जजपा और तीन निर्दलीयों ने भी अपना समर्थन वापस ले लिया है। ऐसे में भाजपा की सरकार अल्पमत में आ गई है। वहीं दूसरी तरफ भाजपा भी कांग्रेस और जजपा के विधायकों में सेंध लगाने की दावा कर रही है। इस कारण राज्यपाल ने कांग्रेस के 30 विधायकों के हस्ताक्षर मांगे हैं। 

 

 

 

 क्या हरियाणा में भाजपा सरकार गिर सकती है ?

हरियाणा सरकार में भाजपा के पास 45 विधायकों का समर्थन है, जबकि 40 विधायक उनकी अपनी पार्टी के हैं और पांच निर्दलीय हैं। इनमें से दो विधायक मनोहर लाल खट्टर और रणजीत चौटाला ने अपने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है। क्योंकि भाजपा ने उनकों लोकसभा चुनावों के मैदान में प्रत्याशी उतारा है। ऐसे में भाजपा के पास विसी में 43 विधायकों की संख्या रह गई है। जिसके कारण भाजपा सरकार अल्पमत में आ गई है। 

जबकि, तीन निर्दलीय विधायकों के समर्थन वापसी से कांग्रेस के पास भी सरकार बनाने का कोई भी मौका नही है? क्योंकि कांग्रेस के पास तीस विधायक हैं, तीन और जुड़े तो ये संख्या 33 होती है। वहीं जजपा के 10 विधायक कांग्रेस के साथ तो फिलहाल जाने की स्थिति में नहीं हैं और जाते भी है तो ये संख्या 43 ही होती है। इसलिए भाजपा सरकार नहीं गिर पायेगी ।

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Unemployed groom kept waiting for SSC recruited bride, unique wedding procession taken out in Jat Dharamshala

Haryana SSC Unemployed Wedding : बेरोजगार दूल्हा करता रहा एसएससी भर्ती दुल्हनिया का इंतजार, जाट धर्मशाला में निकाली अनोखी बारात

Haryana SSC Unemployed Wedding : हरियाणा में बेराेजगारी से तंग आ चुके युवा सरकार को जगाने के लिए अनोखे तरीके अपना रहा है।  ऐसेे में भिवानी की जाट धर्मशाला में बेरोजगार दूल्हा और SSC भर्ती दुल्हन की अनोखी शादी में प्रदेशभर से बेरोजगारों की बरात पहुंची। कहा जा रहा है कि, ये युवाओं की अनोखी शादी लोकसभा चुनावों मे नेताओं काे रोजगार की गारंटी की तरफ इसारा कर रही है। जबकि,  रविवार सुबह 11 बजे बरातियों का जाट धर्मशाला में जुटना शुरू हुआ तो बैंड बाजे के साथ दुल्हा भी पहुंच गया। सिर पर सेहरा बांधे बेरोजगार दूल्हा SSC भर्ती दुल्हन का इंतजार करता रहा।

 

 

 

अनोखी शादी का निमंत्रण कार्ड भी छपवाया गया

बेरोजगार युवाओं (Haryana SSC Unemployed Wedding) ने नारनौल तक बारात निकालना का फैसला किया है। ऐसे में बेरोजगारों द्वारा निमंत्रण कार्ड भी छपवाया गया, जिसमें ग्रहणी देवी और किसान सिंह ने अपने बेटे बेरोजगार बेटे की SCC भर्ती दुल्हन से शादी तय की है। इस अनोखे कार्ड में उम्र दराज कुआरों से भी अनुरोध किया है कि, जींद में रिश्ता हुआ और करनाल में सगाई, बेरोजगारी की बरात में भिवानी आना मेरे भाई।

वहीं, प्रदेश भर से जाट धर्मशाला में जुटे बेरोजगारों ने बताया कि SSC भर्ती (Haryana SSC Unemployed Wedding) का परिणाम रोका गया है। कुछ बेरोजगारों ने आरोप लगाया है कि, एक महिने से वेट कर रहे हैं, पर अभी तक पांच अंक का फैसला नहीं हुआ है। SSC में विभिन्न पदों पर भर्ती में इंतजार कर रहे बेरोजगारों का सब्र अब टूटने लगा है और सरकार से सवाल करने लगा है।

 

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JJP made MLA and minister, Babli has become blinded by greed:- Amarjeet Dhanda

Haryana Political News : JJP ने बनाया MLA और मंत्री, लालच में अंधे हो गए हैं बबली: अमरजीत ढांडा 

Haryana Political News : हरियाणा में भाजपा सरकार के अल्ममत में होने के बीच सियासी घमासान तेज हो गया है। जजपा के विधायक देवेंद्र सिंह बबली द्वारा दुष्यंत चौटाला और पार्टी के नेतृत्व पर निशाना साधने पर अब जेजेपी विधायक अमरजीत ढांडा ने उन्हें चेतावनी दी है।

 

जुलाना से जजपा के विधायक  ढांडा ने बबली पर पटलवार करते हुए कहा है कि, दो बार विधानसभा का चुनाव हार चुके देवेंद्र बबली को जजपा ने टिकट दिया। पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें पहली बार विधानसभा तक पहुंचाया। सरकार में हिस्सेदार होते हुए जजपा नेतृत्व ने ही देवेंद्र बबली को कैबिनेट मंत्री और पंचायत विभाग जैसा अहम महकमा दिया।

 

बबली लालच में अंधे हो गए हैं
बबली पर सियासी (Haryana Political News) हमला करते हुए अमरजीत ढांडा कहा कि, देवेंद्र बबली आज किसी बड़े लालच पद में आकर अपनी निष्ठा और विचारधारा पार्टी के प्रति बदल रहे हैं, जोकि ऐसे नेता को शोभा नहीं देता, जिसे जजपा ने कम समय में बहुत कुछ दिया हो। ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली राजनीतिक लालच में अंधे हो गए हैं और मानसिक संतुलन खो रहे हैं।

 

उन्होंने कहा कि, चाबी के निशान पर विधायक बने देवेंद्र बबली ने सत्ता में हिस्सेदारी के वक्त खुद के व्यापार और अपने मित्र-प्यारों पर ही फोकस किया। वहीं साढ़े चार साल में जजपा के विधायक होने के नाते बबली ने ना कभी पार्टी का कोई कार्यक्रम करवाया और ना ही किसी नए व्यक्ति को जजपा में शामिल करवाया। जबकि, जेजेपी के गठन से लेकर आज तक डॉ. अजय सिंह चौटाला के कार्यकर्ताओं ने पार्टी को सींचा है और खड़ा किया है।

 

 

अमरजीत ने कहा कि, उन्होंने पंचायत व्यवस्था (Haryana Political News) बिगाड़कर और सरपंचों का अपमान कर गलत तरीके से इस्तेमाल किया। कहा कि देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोग अपनी निष्ठा को भाजपा के पास गिरवी रखकर अपने मतदाताओं का सौदा कर रहे हैं।ढांडा ने कहा कि, देवेंद्र बबली जैसे स्वार्थी लोगों का कोई योगदान नहीं है। उल्टे पार्टी ने अपने हिस्से में आए कैबिनेट मंत्री पद को देवेंद्र बबली को देकर उनको बड़ा मौका दिया था।

 

उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर देवेंद्र बबली को भाजपा इतनी ही अच्छी लगती है तो जजपा के चिह्न पर मिली विधानसभा सदस्यता को छोड़कर राजनीति करें। ढांडा ने याद दिलाया कि, राष्ट्रीय दल बीजेपी और कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेताओं को न मंचों पर कुर्सी मिलती है और न ही पार्टी में तवज्जो। अमरजीत ढांडा ने कहा कि जेजेपी की तरफ आंख उठाकर देखने से पहले देवेंद्र बबली अपनी राजनीतिक जमीन को जांच लें। ऐसा न हो कि वे न इधर के रहें न उधर के।

 

जजपा पर छा रहे है राजनीतिक संकट के बादल
गुरुवार की रात (Haryana Political News) पूर्व सीएम मनोहर लाल और मौजदा सीएम नायब सैनी की जजपा के तीन विधायकों देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा के साथ हुई बैठक के बाद दावा किया जा रहा है कि, इन विधायकों ने पद से इस्तीफा दे दिया तो सदन में विधायकों की संख्या कम हो जाएगी। जिसके बाद सरकार सेफ जोन में चली जाएगी। राज्यपाल ने यदि कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए कह दिया तो कांग्रेस को यह भरोसा नहीं है कि, जजपा के सभी 10 विधायक उसके साथ खड़े नजर आएंगे या नहीं। शुक्रवार को राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद कांग्रेस विधायक दल के उपनेता आफताब अहमद और मुख्य सचेतक बीबी बत्तरा ने साफ कर दिया है कि, कांग्रेस तीन महीने के लिए सरकार नहीं बनाएगी।

 

हरियाणा में भाजपा की सरकार रहेगी या नहीं ?

इस दौरान हरियाणा (Haryana Political News) में भाजपा सरकार को लेकर तेज सुर्खिंया चली हुई हैं। क्योंकि भाजपा से तीन निर्दलीय समर्थन वाफस लेकर कांग्रेस को दिया है। ऐसे में भाजपा सीटों के मामले में अल्पमत में आ गई है और सरकार गिरने का संकय बरकरार है। जबकि, जजपा के तीन विधायक देवेंद्र बबली, जोगी राम सिहाग और रामनिवास सुरजाखेड़ा विधायक पदों से इस्तीफे दे सकते हैं।

 

जजपा के विधायक रामकरण काला और चौधरी ईश्वर सिंह ही कांग्रेस के साथ हैं, जबकि विधायक रामकुमार गौतम कभी भाजपा तो कभी कांग्रेस के पक्ष की बात करते हैं। जजपा के तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया, तो सदन में विधायकों की संख्या 85 हो जाएगी। ऐसे में भाजपा को सरकार में बने रहने के लिए 42 विधायकों की आवश्यकता होगी। भाजपा के पास इस समय 43 विधायक हैं। इस दांव से सभी विपक्षी दल भी शांत हो जाएंगे और भाजपा पर आया राजनीतिक संकट भी टल जाएगा।

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Electricity production decreased in thermal plants, demand increased due to heat

Electricity thermal Plant News : थर्मल प्लांटों में घटा बिजली का उत्पादन, गर्मी के चलते बढ़ी डिमांड  

Electricity thermal Plant News : राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट खेदड़ (हिसार), पानीपत थर्मल पावर प्लांट और यमुनानगर दीनबंधु छोटूराम थर्मल पावर प्लांट में गर्मी के चलते तीनों प्लांटों में बिजली के उत्पादन पर असर पड़ने लगा है। तीनों प्लांट 2510 मेगावाट के हैं, जबकि मौजूदा समय में इन प्लांटों से करीब 1956 मेगावाट ही उत्पादन हो रहा है। भिन्न -भिन्न प्लांट खेदड़ में स्थापित 1200 मेगावाट प्लांट से 900, पानीपत के 710 मेगावाट से 538 और यमुनानगर के 600 मेगावाट से करीब 502 मेगावाट रोजाना बिजली उत्पादन हो रहा है। दिन प्रतिदिन बढ़ रही गर्मी की तपिश संग बिजली खपत भी बढ़ने लगी है। इस तरह का बिजली का उत्पादन भी कम होने लगा है।

 

 

 

हरियाणा के किन हिस्सो से बिजली आती है ?

पानीपत, हिसार के खेदड़ और यमुनानगर में लगे थर्मल पावर प्लांट से हरियाणा के अन्य हिस्सों में आवश्यक के मुताबिक रोजाना बिजली आपूर्ति की जाती है।  यमुनानगर में रोजाना करीब 5 करोड़ रुपये की बिजली का उत्पादन होता है जबकि खेदड़ में 10 करोड़ की बिजली का (Electricity thermal Plant News) उत्पादन होता है। यमुनानगर  थर्मल के 600 मेगावाट यूनिटों में बने स्विच यार्ड से चार डबल सर्किट बने हुए हैं।

 

जबकि बकाना वन, बकाना टू, जोड़ियों वन, जोड़ियो टू, अब्दुलापुर वन, रामपुर सर्किट, नीलोखेड़ी वन और नीलोखड़ी टू सर्किट जुड़े हैं। इन्हीं सर्किटों से थर्मल की इन और आउट बिजली की सप्लाई होती है और स्विच यार्ड से डिमांड के अनुसार रोजाना बिजली की सप्लाई होती है। 

 

बता दें कि, यमुनानगर की तरह हिसार के राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट (Electricity thermal Plant News) खेदड़ में भी स्विच यार्ड से चार सर्किट बने हुए हैं। इनमें किरोड़ी वन, किरोड़ी टू, फतेहाबाद के गांव मताना और सिरसा के नुईयावाली में 400 केवी के सर्किट हैं। यहां भी बिजली इन और आउट की अंतर्गत सप्लाई होती है।

 

 

 

प्रदेश में बिजली की मांग मौसम के हिसाब से ईतनी बढ़ती है

एमडी मोहम्मद साइन के मुताबिक, मौजूदा समय में प्रदेश में कुल 10 हजार 500 मेगावाट बिजली की आपूर्ति की जा रही है। जून-जुलाई में 12 हजार मेगावाट तक मांग बढ़ जाती है, जबकि सर्दियों में 6 से 7 हजार मेगावाट तक मांग रहती है। प्रोडक्शन HPGCL की मांग 2.5 हजार मेगावाट है।

 

 

 

किस थर्मल पावर प्लांट से कितना बिजली उत्पादन

 

पानीपत थर्मल पावर प्लांट यमुनानगर थर्मल पावर प्लांट राजीव गांधी खेदड़ थर्मल पावर प्लांट
यूनिट                         मेगावाट यूनिट                         मेगावाट यूनिट                         मेगावाट
यूनिट–6 (210)            170 यूनिट–1(300)            216 यूनिट–1(600)            363
यूनिट–7(250)            183 यूनिट–2(300)             235 यूनिट–2(600)             534
यूनिट–8(250)             180    
कुल बिजली उत्पादन :– 537 मेगावाट कुल बिजली उत्पादन:–451 मेगावाट कुल बिजली उत्पादन:–897 मेगावाट 

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Dushyant Chautala takes action against the attackers, demands suspension of Uchana police station in-charge

Jind Political News : दुष्यंत चौटाला ने की हमलावरों के खिलाफ कार्रवाई, उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग

कहा नैना चौटाला ने किया था उचाना थाना प्रभारी को फोन किया था, मौके पर नहीं आए

Jind Political News : हिसार लोकसभा से जेजेपी उम्मीदवार नैना चौटाला के काफिले पर पथराव, महिला कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार मामले के बाद शाम साढ़े छह बजे पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पत्रकार वार्ता करते हुए बताया कि उनकी डीजीपी से बात हुई है, जिसमें उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने, हमला करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।

 

 

दुष्यंत चौटाला ने कहा कि नैना चौटाला घोघड़ियां गांव में कार्यक्रम के बाद जब उचाना की तरफ जा रही थी तो रोजखेड़ा गांव (Jind Political News) में उन्हें रोका गया। कुछ तथाकथित किसान नेता पहले से ही डीजे लगाकर उनका पीछा कर रहे थे। रोजखेड़ा गांव में आकर कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई। गाड़ी पर पत्थर फेंके गए। महिला कार्यकर्ताओं के कपड़े फाड़ दिए गए। दो महिलाओं समेत छह कार्यकर्ताओं को चोटें आई हैं। इस मामले में उन्होंने एसपी सुमित कुमार से बात की है और सख्त कार्रवाई की मांग की है। नैना चौटाला ने पथराव के बाद उचाना थाना प्रभारी को मामले से अवगत करवाया तो उचाना थाना प्रभारी ने कहा कि जितने भी कार्यकर्ता हैं, सभी थाने में आकर रिपाेर्ट दर्ज करवाएं। घटना के दौरान मौके पर कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था। डीजीपी से उचाना थाना प्रभारी को सस्पेंड करने की मांग की गई है।

 

 

दुष्यंत चौटाला ने (Jind Political News) हरियाणा, उत्तर प्रदेश के किसान नेताओं को भी कहा कि अगर उनके आदेश या इशारे पर ऐसा हुआ है तो बताएं और अगर किसानी के नाम पर लोग हैं तो ये भी क्लीयर करें। इस तरह का घटनाक्रम पहली बार तीन-चार साल में देखने को मिला है। इस तरह की घटना से पूरा हरियाणा अपमानित है। अभी तक इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है लेकिन उनकी मांग है कि शनिवार तक घटना में शामिल सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए।
दुष्यंत चौटाला ने ये भी कहा कि यह कांगेस से संबंधित लोग हैं। हिसार से कांग्रेस प्रत्याशी का तो पुराना रिकार्ड रहा है और आदमपुर में वह पिट भी चुके हैं।

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Dushyant Chautala wrote a letter to the Governor, demanding to call a special session of the Assembly.

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : राज्यपाल को पत्र लिख, विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की दुष्यंत चौटाला ने

Dushyent Write Letter to Haryana Governor : हरियाणा के एक्स डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के राज्यपाल को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र में राज्यपाल से विधानसभा का सत्र बुलाकर फ्लोर टेस्ट की मांग की है। उन्होंने पत्र देने के बाद मीडिया से कहा कि, हम मौजूदा सरकार का समर्थन नहीं करते हैं और हरियाणा में किसी भी दूसरे राजनीतिक दल द्वारा सरकार बनाने के पक्ष में समर्थन के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं।

 

 

 

दुष्यंत चौटाला ने क्या लिखा पत्र में ?

दुष्यंत चौटाला ने राज्यपाल को सौंपते हुए पत्र (Dushyent Write Letter to Haryana Governor) में लिखा है कि, तीन निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापिस लिया है। उन्होंने राज्यपाल से लिखित पत्र में मांग की है की। सरकार के पास विश्वास मत नहीं रहा, इसलिए राज्यपाल विधानसभा का सत्र बुलाकर सरकार का फ्लोर टेस्ट पास करें। 

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दुष्यंत के समर्थन पर हुड्डा ने क्या कहा ?

बता दें कि, भाजपा की सहयोगी पार्टी रही जजपा के सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा का साथ देने का ऐलान किया है। दुष्यंत के ऐलान के बाद तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने जजपा को भाजपा की बी टीम बताया है। हुड्डा ने कहा कि, यदि सरकार को गिराने में जजपा समर्थन देने की बात कह रही है तो वो लिखित में दे, तभी जाकर कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग करेगी। इसके साथ ही हुड्डा ने दावा किया कि, 40 के करीब पूर्व विधायक और सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं।

 

 

 

हुड्डा ने राज्य सरकार पर साधा निशाना

हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने राज्य सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा है कि, नैतिकता के आधार पर सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए और हरियाणा में राष्ट्रपति शासन लागू होना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि, अब तक 40 से ज्यादा पूर्व विधायक व सांसद कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं। 

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MDU imposed heavy fine for non-payment of fees, withheld admit cards of about 15 students

Rohtak MDU News : एमडीयू ने फीस जमा न करने पर लगाया भारी जुर्माना, करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्ड रोके

Rohtak MDU News : महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक यानी एमडीयू एक बार फिर से छात्रों पर कार्रवाई को लेकर सु्र्खियों में आ गया है। विवि के होटल प्रबंधन विभाग की ओर से छात्रों पर भारी जुर्माना लगाया गया है और करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्डों पर रोक लगाई है। ऐसे में एमडीयू के द्वारा की गई कार्रवाई के विरोध में छात्र धरना प्रर्दशन पर बैठ गए।

 

 

एक छात्र पर लगाया इतना जुर्माना

एमडीयू (Rohtak MDU News) के होटल प्रबंधन विभाग ने एक छात्र पर एक रुपये फीस नहीं भरने पर 10 हजार 740 रुपये का भारी जुर्माना ठोक दिया। ऐसे में विभाग की कार्रवाई का विरोध जताते हुए छात्र एकता मंच ने मंगलवार को महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलसचिव कार्यालय के बाहर धरना दिया। ईस दौरान छात्र एकता मंच के अध्यक्ष अभिषेक ने कहा कि, विवि प्रशासन ने जुर्माने के रूप में छात्र पर भारी भरकम राशि लगा दी है। ऐसे में विवि प्रशासन छात्रों से सीधी लूट मचा रहा है। विरोध को देखते हुए विभाग के अधिकारियों ने उन्हें समाधान के लिए कमेटी बैठाने का आश्वासन दिया। आश्वासन के तुरंत बाद धरना बंद कर छात्र वापस लौट गए। 

 

 

इसलिए जुर्माना लगाया
गौरतलब है कि, होटल प्रबंधन विभाग (Rohtak MDU News) में एग्जाम से रिलेडिट फीस ऑनलाईन और ऑफलाईन मोड में दोनों जमा करनी/करवानी होती है। यह फीस लॉकल क्लास के छात्रों के लिए 1500 रुपये है, जबकि एससी छात्रों के लिए एक रुपया है। दरअसल, छात्रों ने यह फीस ऑन लाइन जमा कराई। लेकिन, तकनीकी कारणों से फीस एमडीयू के अकाउंट में डिपोजिट नहीं हो पाई। ऐसे में इस सूचना से छात्र अनजान रहे।

छात्र अपने एग्जाम से पहले वह अपना एडमीट कार्ड लेने विभाग पहुंचे तो उन्हें फीस जमा नहीं होने की सूचना देकर तुरंत वापस लौटा दिया। छात्रों की शिकायत है कि, फीस से संबंध में विभाग की ओर से न तो कोई जानकारी अपडेट की और न ही छात्रों को अवगत कराया गया, इसलिए फीस डिपोजिट नहीं हो पाई। 

Rohtak MDU News : एमडीयू ने फीस जमा न करने पर लगाया भारी जुर्माना, करीब 15 छात्रों के एडमीट कार्ड रोके Read More »