India

Not only the spices of Everest or MDH, ethylene oxide also found in 527 Indian products from almonds to Ashwagandha.

Indian Masalen ban : एवरेस्ट या MDH के मसाले ही नहीं, बादाम से अश्वगंधा तक 527 भारतीय प्रोडक्ट्स में भी मिला एथिलीन ऑक्साइड

Indian Masalen ban : देश के दो सबसे पॉपुलर और बड़े मसाला ब्रांड एवरेस्ट और एमडीएच के कुछ मसालों पर हांगकांग एवं सिंगापुर में बैन लग गया है। इन कंपनियों के कुछ मसाला मिक्स में एथिलीन ऑक्साइड जैसा कीटनाशक मिलने का दावा किया गया है। इसके बाद भारत में भी फूड सेफ्टी को लेकर नई बहस छिड़ गई है। इस बीच एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत से यूरोप निर्यात (export) की जाने वाली 500 से ज्यादा वस्तुओं में एथिलीन ऑक्साइड पाया गया है।

 

 

क्या है एथिलीन ऑक्साइड ?

एक शोध के अनुसार, एथिलीन ऑक्साइड को कृषि में उत्पादों को फंगस से बचाने के लिए उपयोग किया जाता है। हालांकि , दुनिया के कई देशों में इस पर बैन लगाया गया है क्योंकि माना जाता है कि, ये इंसान के शरीर में कैंसर का कारण बनता है। कई सालों पहले यूरोपीय यूनियन ने 1991 में एथिलीन ऑक्साइड को बैन की श्रेणी में डाल दिया था। जबकि समय के साथ इंपोर्ट बढ़ने पर इसे लेकर कड़ी जांच की व्यवस्था बनाई गई। अब यूरोपीय यूनियन की ही एक रिपोर्ट में इसे लेकर बड़े खुलासे हुए हैं।

 

 

बादाम से अश्वगंधा तक में मिला एथिलीन ऑक्साइड

यूरोपीय यूनियन की फूड सेफ्टी अथॉरिटी ने सितंबर 2020 से अप्रैल 2024 के बीच भारत से इंपोर्ट किए जाने वाले फूड आइटम्स की जांच करते हुए उस पर शोध किया और 527 प्रोडक्ट्स में कार्सिनोजेनिक एथिलीन ऑक्साइड पाया गया। इससे पहले 2020-21 में भी यूरोपीय यूनियन भारत समेत कई अन्य देशों से इंपोर्ट की गई 468 वस्तुओं में एथिलीन ऑक्साइड होने की सूचना दी थी।

 

 

किन फूड प्रोडक्ट्स में कैंसर के केमिकल मिले है ?

यूरोपीय यूनियन की एक लास्टेड रिपोर्ट के अनुसार, भारत से मंगाए गए 527 फूड प्रोडक्ट्स में से 313 ड्राई फ्रूट्स और तिल से बने आइटम्स, 60 तरह की जड़ी-बूटियों और मसाले, 48 डायट्री फूड और सप्लीमेंट आइटम्स और बाकी 34 अन्य प्रोडक्ट्स में भी कैंसर उत्पन्न करने वाले केमिकल मिले हैं। इनमें से तिल, काली मिर्च और अश्वगंधा जैसी वे वस्तुएं भी शामिल हैं जिन पर ‘ऑर्गेनिक’ का लेबल लगा हुआ था।

 

 

यूरोपियन यूनियन ने 87 प्रोडक्ट्स को बॉर्डर पर ही किया रिजेक्ट

जबकि , कुछ फूड प्रोडक्ट्स ऐसे भी हैं, जिनसे इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने का दावा किया जाता है। इनके अलावा कई प्रोडक्ट ऐसे हैं जो अनाज, फल और सब्जियां, सूप, आइसक्रीम और मीट की श्रेणी में भी आते हैं। इनमें भी एथिलीन ऑक्साइड पाया गया है। एथिलीन ऑक्साइड पाए जाने के बाद यूरोपियन यूनियन ने 87 प्रोडक्ट्स को बॉर्डर पर ही रिजेक्ट कर दिया। बाकी को वहां के बाजारों से हटा दिया गया।

 

 

 

भारत सरकार ने फूड रेग्युलेटर FSSAI से डिटेल्स रिपोर्ट मांगी

भारतीय ब्रांड एमडीएच और एवरेस्ट के मसालों (Indian Masalen ban) पर हांगकांग और सिंगापुर के द्वारा बैन लगाने के बाद अब भारत सरकार ने फूड रेग्युलेटर FSSAI से डिटेल्ड रिपोर्ट मांगी है। वहीं देश में मौजूद मसालों की जांच का जिम्मा सौंपा है। भारत में मसालों के एक्सपोर्ट को भारतीय मसाला बोर्ड हैंडल करता है। सरकार ने बोर्ड से सिंगापुर और हांगकांग निर्यात होने वाले सभी मसालों की गुणवत्ता जांच भी अनिवार्य कर दी है। सरकार का कहना है कि अगर रिपोर्ट में मसालों की गुणवत्ता खराब पाई गई तो, इन ब्रांड्स के निर्यात पर पाबंदी भी लग सकती है।

 

 

 

भारत सबसे बड़ा मसाला निर्यातक

भारत दुनियाभर में मसालों (Indian Masalen ban) का सबसे बड़ा निर्यातक देश है। यहां से हर साल 14-15 लाख टन मसालों का दुनिया में निर्यात होता है। ये पूर्ण कारोबार करीब 3-4 अरब डॉलर का है। ऐसे में दुनिया बाजार में भारतीय मसालों की गुणवत्ता पर उठे सवालों से इनका निर्यात प्रभावित होने की संभावना जताई जा रही है। भारत से सबसे ज्यादा चीन, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), अमेरिका, मलेशिया, थाईलैंड, नेपाल और इंडोनेशिया को मसालों का निर्यात किया जाता है। वहीं यूरोप में ब्रिटेन, जर्मनी, फ्रांस और स्पेन भारतीय मसालों के बड़े ग्राहक हैं।

निर्यात (export) होने वाले मसालों (Indian Masalen ban) में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी लाल मिर्च, हल्दी, जीरा, धनिया, करी पाउडर, लहसुन, मेथी दाना और अदरक की है। इसी तरह ड्राइ फ्रूट्स में ज्यादातर निर्यात अखरोट, काजू और किशमिश का होता है। वित्त वर्ष 2023-24 में जनवरी तक देश से 39,244 टन किशमिश, 60,222 टन काजू औ करीब 450 टन अखरोट का निर्यात हुआ है।

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Big news regarding registration of Char Dham Yatra, government has fixed guidelines, helicopter booking is full.

Char-Dham Yatra : चार धाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन को लेकर बड़ी खबर, सरकार ने तय कर दी गाइडलाइन, हेलिकॉप्टर की बुकिंग फुल

Char-Dham Yatra : श्रद्धालुओं या पर्यटकों के लिए चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू होने वाली है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा बुकिंग भी शुरू कर दी है। हालांकि इस बीच सरकार ने रजिस्ट्रेशन की अधिकतम संख्या तय भी कर दी है। सरकार के अनुसार, चारों तीर्थ स्थलों पर प्रतिदिन एक तय संख्या में यात्री दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।

सरकार ने तय मानदंड के अनुसार, यमुनोत्री- 9 हजार, गंगोत्री- 11 हजार, केदारनाथ- 18 हजार और बद्रीनाथ 20 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। हालांकि, अब तक 16 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। वहीं हेलीकॉप्टर सेवा की बुकिंग भी पूर्ण हो गई है।

 

 

 

हेलिकॉप्टर वेबसाइट सर्विस

बता दें कि, चारधाम यात्रा (Char-Dham Yatra ) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के लिए हेलिकॉप्टर सेवा के लिए भी बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू कर दी है, जो भी श्रद्धालु हेलिकॉप्टर के जरिए केदारनाथ धाम पहुंचना चाहते हैं, तो वो हेलिकॉप्टर की बुकिंग 20 अप्रैल से करवां सकतें हैं। https://heliyatra.irctc.co.in/ इस वेबसाइट पर जाकर आप अपनी हेलिकॉप्टर सर्विस / सेवाएं की बुकिंग करा सकते हैं।

 

 

 

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य 

बता दें कि, राज्य सरकार द्वारा हेलिकॉप्टर की बुकिंग के लिए चारधाम यात्रा (Char-Dham Yatra ) रजिस्ट्रेशन की बुकिंग अनिवार्य कर दी गई है। यह बुकिंग 10 मई, 2024 से लेकर 20 जून, 2024 तक की यात्रा के लिए की गई है। बल्कि, कुछ दिन पहले ही चारों धामों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है। इस बार सरकार रजिस्ट्रेशन के लिए सख्ती अपना रही है और चारधाम रजिस्ट्रेशन नहीं करने पर तीर्थ यात्रियों को चारधाम जाने की अनुमति नही दे रही है ।

 

 

 

बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर में पूजा के लिए ऑनलाइन पूजा की बुकिंग

बता दें कि, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in पर इस बार की यात्रा (Char-Dham Yatra ) के दौरान ऑनलाइन पूजा की बुकिंग भी शुरू कर दी है। यह बुकिंग 15 अप्रैल से लेकर  30 जून तक के लिए शुरू की गई है।

केदारनाथ मंदिर में षोडशोपचार पूजा-अर्चना, रूद्राभिषेक तथा शायंकालीन आरती सहित दीर्घकालिक पूजाएं भी शामिल हैं। जबकि, इसके अलावा श्रद्धालु अपनी इच्छा से ऑनलाइन दान भी कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष केदारनाथ धाम में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पूजा की बुकिंग कराई थी।

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OnePlus sales will stop from May 1, smartphones will be removed from 2 lakh shops

One Plus Smart phone : 1 मई से बंद हो जाएगी OnePlus की बिक्री, 2 लाख दुकानों से हट जाएंगे स्मार्टफोन्स

One Plus Smart phone : भारत में 1 मई के बाद से करीब 2 लाख दुकानों में वनप्लस के स्मार्टफोन्स और वनप्लस के दूसरे डिवाइसेस की बिक्री पर रोक लग सकती है। अगर आपको वनप्लस का फोन खरीदना है तो 30 अप्रैल के पहले खरीदारी कर लें।

 

 

 

रिटेल स्टोर पर जाकर खरीदे फोन

1 मई 2024 से भारत के अधिकांश ऑफलाइन और रिटेल स्टोर पर वनप्लस के स्मार्टफोन और कंपनी के दूसरे गैजेट्स मिलना बंद हो जाएंगे। इसलिए अगर आपको या फिर आपके किसी पहचान वाले को वनप्लस का कोई डिवाइस चाहिए (One Plus Smart phone) तो रिटेल स्टोर पर जाकर 30 अप्रैल 2024 से पहले खरीदारी कर सकते हैं।

 

 

 

इस कारण बंद होगी बिक्री

इस समय वनप्लस (One Plus Smart phone) पर भारत में बिक्री बंद होने पर संकट के बादल छा गए है। देश के ऑफलाइन स्टोर पर बिक्री बंद होने के पीछे रिटेल स्टोर संगठन यानी ORA की तरफ से लिया गया फैसला है। ORA की तरफ से कहा गया है कि, कंपनी ने भारत में बिक्री के लिए जो वायदे संगठन से किए थे उन्हें पूरा नहीं किया गया है इसलिए वनप्लस के स्मार्टफोन्स और दूसरे डिवाइस की बिक्री पर रोक लगाने का फैसला लिया गया है।

 

 

 

 

ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन ने ORA का किया समर्थन

गौरतलब है कि ORA, दक्षिण भारतीय खुदरा विक्रेता संगठन है। संगठन ने 1 मई से दक्षिण भारत के ऑफलाइन स्टोर पर वनप्लस स्मार्टफोन (One Plus Smart phone) की बिक्री बंद करने का फैसला लिया है। अब ORA के साथ साथ ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (AIMRA) ने भी अपने रिटेलर्स की तरफ से वनप्लस स्मार्टफोन की बिक्री बंद करने के संकेत दिए हैं। इस कंपनी की तरफ से स्मार्टफोन मेकर कंपनी को इस संबंध में पत्र भी लिखा गया है।

 

 

 

तकरीबन 2 लाख रिटेलर्स का प्रतिनिधित्व करते हैं ये संगठन

ऑल इंडिया मोबाइल रिटेलर्स एसोसिएशन (AIMRA) की तरफ से लिखे गए लेटर में कहा गया है कि वह ORA के निर्णय का समर्थन करती है और अगर वनप्लस (One Plus Smart phone) इस मामले पर जल्द कोई बड़ा फैसला नहीं लेती तो, हो सकता है कि पूरे भारत में ही वनप्लस प्लस के समार्टफोन्स बिकना बंद हो जाएं। आपको बता दें कि, ORA करीब 4300 ऑफलाइन स्टोर्स का प्रतिनिधित्व करता है। जबकि वहीं AIMRA पूरे भारत में 1 लाख 50 हजार से अधिक रिटेलर्स का प्रतिनिधित्व करता है।

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Big action by NIA regarding Khalistani attack in London, main accused Inderpal Singh Gaba caught

NIA Action : लंदन में खालिस्तानी हमले को लेकर एनआईए का बड़ा ऐक्शन, पगड़ा गया मुख्य आरोपी इंद्रपाल सिंह गाबा

NIA Action : पिछले साल लंदन में भारतीय दूतावास पर हमले संबंधित एक मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) यानि एनआईए ने मुख्य आरोपी इंद्रपाल को अरेस्ट कर लिया है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने अपने एक बयान जारी करते हुए बताया कि, ब्रिटेन के हाउंस्लो निवासी इंद्रपाल सिंह गाबा को 22 मार्च, 2023 को लंदन में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोपा में अरेस्ट किया गया है।

 

 

 

किस मामले को लेकर खालिस्तानियों हमला किया था ?

मामले की गंभीरता को लेकर एनआईए (NIA Action) की अब तक की जांच से पता चला हैं कि, पिछले साल 19 और 22 मार्च को लंदन में हुई घटनाएं भारतीय मिशन और उसके अधिकारियों पर हमले करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं। बयान में बताया गया है कि, 18 मार्च 2023 को खालिस्तानी समर्थक अलगाववादी अर्मतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के प्रतिशोध में मार्च, 2023 में लंदन में ये हमले किये गये थे।

 

 

 

अधिकारियों पर हमले की साजिश में था आरोपी इंद्रपाल सिंह गाबा

बता दें कि एनआईए (NIA Action) ने अपने म बयान में कहा कि, हाउंस्लो निवासी इंद्रपाल सिंह गाबा को 22 मार्च के विरोध प्रदर्शन के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में अरेस्ट किया गया हैं। एजेंसी ने कहा कि, मामले में एनआईए की चल रही जांच से पता चला है कि, लंदन में 19 मार्च और 22 मार्च की घटनाएं भारतीय मिशनों और उसके अधिकारियों पर शातिर हमले करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं।

एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि, ’ ब्रिटेन के हाउंस्लो निवासी इंद्रपाल सिंह गाबा को 22 मार्च, 2023 को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। जबकि, एजेंसी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि, क्या गाबा को दिल्ली में हवाई अड्डे पर अरेस्ट किया गया था। एजेंसी ने हमले में उसकी अहम भूमिका या खालिस्तानी समर्थक नेताओं के साथ उसके संबंध का भी खुलासा नहीं किया।

 

 

 

राष्ट्रीय ध्वज का किया था अपमान

एनआईए (NIA Action) की सूचना से पता चला कि, भारतीय उच्चायोग में राष्ट्रीय ध्वज को खालिस्तानी समर्थकों ने भारत द्वारा अलगाववादी तत्वों पर कार्रवाई के खिलाफ में विरोध प्रदर्शन के दौरान उतार दिया था। इस घटना के मद्देनजर अप्रैल में गृह मंत्रालय की ब्रिटेन के गृह मंत्रालय की ब्रिटेन के गृह कार्यालय के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद एनआईए ने दिल्ली पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली।

प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि, 19 मार्च की हिंसा का मास्टरमाइंड अवतार सिंह उर्फ आजाद उर्फ रणजोध सिंह को बताया गया था, जो नामित आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का स्वयंभू प्रमुख था। इस प्रकार कुछ सप्ताह बाद बर्मिंघम के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। वहीं वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के कथित हैंडलर खांडा की मौत खालिस्तान समर्थक तत्वों या पीकेई के लिए एक बड़ा झटका थी।

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America imposed sanctions on three Indian companies, took a tough decision on dealing with Iran

Indian international Company ban : भारत की तीन कंपनियों पर अमेरिका ने लगाई पाबंदी, ईरान के साथ डील करने पर लिया कड़ा फैसला

Indian international Company ban : ईरान के साथ कारोबार करने पर अमेरिका ने एक दर्जन से ज्यादा कंपनियों पर पांबदी लगाई है। इन कंपनियों में भारत की तीन कंपनियां भी शामिल हैं। इन कंपनियोें पर आरोप है कि, ईरान की ओर से यूक्रेन युद्ध के लिए रूस की मदद के लिए इन कंपनियों ने डील के साथ ड्रोन भेजे थे। अमेरिका के ट्रेजरी डिपार्टमेंट का कहना है कि, हमने जांच में पाया है कि, इन कंपनियों ने ईरान के साथ रूस की डील में सहायता की थी। अमेरिका विभाग के मुताबिक, इस डील में मुख्य कंपनी सहारा थंडर थी, जिसने ईरान के ड्रोन्स को दूसरे देशों में बेचने में सहायता की।

 

 

 

भारत की कौन-सी तीन कंपनियों पर आरोप लगे ?

सहारा थंडर को इस डील में सहायता करने के आरोप में भारत की तीन कंपनियों जेन शिपिंग, पोर्ट इंडिया, प्राईवेट लिमिटेड और सी आर्ट शिप मैनेजमेंट प्राईवेट लिमिटेड पर लगा है। अमेरिकी एजेंसी के मुताबिक ईरानी सैन्य यूनिट सहारा थंडर एक विशाल शिपिंग नेटवर्क वाली कंपनी है। यह ईरान के रक्षा और सशस्त्र बल रसद मंत्रालय की ओर से पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना, रूस, वेनेजुएला और कई देशों में ईरानी वस्तुओं की बिक्रि करती है।

 

 

 

किस तरह भारतीय कंपनियों ने ईरान के साथ काम किया ?

सहारा थंडर ने कुक आइलैंड्स-ध्वजांकित जहाज सीएचईएम आईएमओ 9240914 के लिए भारत स्थित जेन शिपिंग और पोर्ट इंडिया प्राईवेट लिमिटेड के साथ टाइम-चार्टर के साथ करार किया है। इसका प्रबंधन और संचालन संयुक्त अरब अमीरात स्थित सेफ सीज मैनेजमेंट एफजेडई द्वारा किया जाता है। ट्रेजरी विभाग ने कहा है कि, ’ सहारा थंडर ने 2022 से वस्तुओं के कई जहाज भेजने के लिए सीएचईएम का उपयोग किया है। ईरान स्थित अर्सांग सेफ ट्रेडिग कंपनी ने सीएचईएम सहित कई सहारा थंडर-संबंधित जहाज परिवहन में सर्विस की हैं।’

 

 

 

भारतीय कंपनियों ने ईरान के लिए जहाजों का प्रबंधन किया

ट्रेजरी के मुताबिक, ईरान स्थित एशिया मरीन क्राउन एजेंसी ने कई सहारा थंडर शिपमेंट में सहयोग करते हुए ईरान के बंदर अब्बास में बंदरगाह एजेंट के रूप में काम किया हैं। इस दौरान कहा गया है कि, ’ भारत स्थित सी आर्टशिप मैनेजमेंट, प्राईवेेट लिमिटेड और यूएई स्थित कंपनी ट्रांस गल्फ एजेंसी एलएलसी ने सहारा थंडर के समर्थन में जहाजों का प्रबंधन करने के लिए मिलकर काम किया है। इसके एवज में यूएई और ईरान स्थित कोरल ट्रेडिंग ईएसटी ने सहारा थंडर से ईरानी वस्तुएं खरीदी हैं। ’

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Indian student arrested in America for protesting against Israel, let's know who this student is

 Indian Student protest Story : इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन करने पर अमेरिका में अरेस्ट हुई भारतीय छात्रा, आए जानें कौन है ये छात्रा

 Indian Student protest Story :  इजरायल विरोधी प्रदशर्न करने वाली भारतीय मूल की एक छात्रा को अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है। अमेरिका की प्रतिष्ठित प्रिंसटन विश्वविद्यालय में पढ रही है ये छात्रा। सूचना के मुताबिक अरेस्ट की गई छात्रा तमिलनाडु में जन्मी अचिंत्य शिवलिंगन है।

जबकि उसके साथ ही सैयद नाम का एक युवक भी अरेस्ट हुआ है। ये छात्र ( Indian Student protest Story) कई अन्य छात्र नेताओं और सामान्य छात्रों के साथ गाजा पट्टी में फिलिस्तीनियों के समर्थन में और इजरायली हमलों का विरोध प्रदर्शन कर रहें थे। जबकि, दोनों की अरेस्ट सूचना प्रिंसटन एल्युमनाई वीकली की रिपोर्ट से मिली है।

 

 

 

विश्वविद्यालय की तरफ से भारतीय छात्रा को मिल रही थी चेतावनी

अरेस्ट दोनों छात्रों पर विश्वविद्यालय की प्रवक्ता जेनिफर मोरिल ने कहा कि, दोनों छात्रों के कैंपस में आने पर रोक लगा दी गई है। जबकि, इसके बावजूद भी विश्वविद्यालय में बिना परिमशन के टेंट लगाने और प्रदर्शन करने का भी आरोप इन लोगों पर है। दरअसल, इन छात्रों को विश्वविद्यालय के हॉस्टल में रहने की अनुमति होगी।

बता दें कि, तमिलनाडु की रहने वाली भारतीय छात्रा अचिंत्य शिवलिंगन मार्स्टस इन पब्लिक अफेयर्स की डिग्री ले रही है। वहीं सैयद हसन प्रिंसटन विश्वविद्यालय से पीएचडी कर रहा है। एक बयान में विश्वविद्यालय की प्रवक्ता ने कहा कि, छात्रों ( Indian Student protest Story) को कई बार चेतावनी दी जा चुकी थी कि, वे स्थान खाली कर देें और राजनीतिक प्रदर्शन न करें।

 

 

 

 

इजरायली पीएम ने की अमेरिका की आलोचना

विश्वविद्यालय की प्रवक्ता ने आगे बताया कि, चेतावनी के बाद ये छात्र ( Indian Student protest Story) नहीं माने तो अरेस्टिंग की गई। जबकि अचिंत्य और हसन की गिरफ्तारी के बाद दूसरे छात्रों ने आंदोलन बंद कर दिया है और वहां से टेंट भी हटा लिए गए हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस आंदोलन में छात्र, फैकल्टी मेंबर और अन्य बाहरी लोग भी शामिल थे। दरअसल, अमेरिका के कई कॉलेज और यूनिवर्सिटीयों में इजरायल के खिलाफ प्रदर्शन हुए हैं। इसे लेकर इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने भी अमेरिका की आलोचना की और कहा कि, आपके यहां हमारे खिलाफ बर्बादी के नारे लग रहे हैं।

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India gave Brahmastra to Philippines and China got furious

India supply weapon news : भारत ने फिलीपींस को दिया ब्रह्मास्‍त्र तो आगबबूला हुआ चीन

India supply weapon news : फिलीपींस को भारत की ओर से ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल की डिलीवरी मिलने के बाद चीन का गुस्सा सामने आया है। फिलीपींस को ऐसे दौर में भारत से मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी मिली है, जब उसका बीजिंग के बीच साउथ चाइना सी में तनाव है।

फिलीपींस को मिसाइल की पहली गस्त पहुंचने के एक सप्ताह बाद चीनी सेना की ओर से इस पर बयान दिया गया है। भारत (India supply weapon news) द्वारा फिलीपींस को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइलों की डिलीवरी पर सवाल करते हुए चीनी सेना के प्रवक्ता ने कहा कि, दोनों देशों के बीच सुरक्षा सहयोग में इस बात का ख्याल रखा जाए कि, इससे किसी तीसरे पक्ष के हितों को नुकसान नहीं पहुंचे।

 

 

 

अमेरिका की तीखी आलोचना

चीनी रक्षा मंत्रालय के सीनियर प्रवक्ता वू कियान ने बयान दिया की, ‘ चीन हमेशा मानता है कि, दो देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग से किसी तीसरे पक्ष के हितों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को खतरा नहीं होना चाहिए। 

वू ने दक्षिण चीन सागर विवाद में चीन और फिलीपींस के बीच बढ़ती शत्रुता के बीच इस महीने फिलीपींस (India supply weapon news) में मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें तैनात करने के लिए अमेरिका की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा, ‘एशिया-प्रशांत में अमेरिका की ओर से बैलिस्टिक मिसाइलों की तैनाती का हम कड़ा विरोध करते हैं। अमेरिका का यह कदम क्षेत्रीय देशों की सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरे में डालते हुए क्षेत्रीय शांति को खतरा पैदा करता है। 

फिलीपींस को हथियार, पर चीन हुआ सशंकित

 

फिलीपींस ने चीन की आक्रामकता का मुकाबला करने और अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने के लिए भारत से ब्रह्मोस मिसाइलों का अधिग्रहण किया है, ये उसकी अपनी रक्षात्मक क्षमताओं को बढ़ाने की तरफ एक अहम रणनीतिक कदम है। दक्षिण चीन सागर में दूसरे थॉमस शोल और स्कारबोरो शोल को लेकर चीन और फिलीपींस के बीच तनाव है। जबकी, दूसरी ओर भारत (India supply weapon news) भी चीन के विस्तारवादी रवैये को देखते हुए फिलीपींस के साथ रक्षा संबंधों को बढ़ा रहा है। ऐसे में चीन इससे सशंकित नजर आ रहा है।

बता दें की, भारत और फिलीपींस के बीच हथियारों का सौदा 2022 में हुआ था। इस डील में तीन मिसाइल बैटरी, ऑपरेटर और अनुरक्षक प्रशिक्षण और एक एकीकृत लॉजिस्टिक्स सपोर्ट (आईएलएस) पैकेज शामिल है। प्रत्येक मिसाइल बैटरी में आम तौर पर दो या तीन मिसाइल ट्यूबों के साथ तीन मोबाइल स्वायत्त लांचर होते हैं, जो अपेक्षित ट्रैकिंग सिस्टम के साथ होते हैं। फिलीपींस को मिली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल की मारक क्षमता 290 किलोमीटर है।

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CJI Chandrachud released Supreme Court's WhatsApp number, now your big tasks will become easy

Supreme Court WhatsApp No. : CJI चंद्रचूड़ ने जारी किया सुप्रीम कोर्ट का WhatsApp नंबर, अब आपके बड़े काम हो जाएंगे आसान

Supreme Court WhatsApp No. : देश की सर्वोच्च अदालत में, यानि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने अपना आधिकारिक वॉट्सऐप नंबर (Supreme Court official WhatsApp Number) जारी किया है। भारत के प्रधान न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ (CJI Chandrachud) ने गुरुवार को इसकी घोषणा करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा वॉट्सऐप मैसेज के जरिए वकीलों को वाद सूची, केस दाखिल करने और सुनवाई के लिए सूचीबद्ध होने की जानकारी दी जाएगी।

 

 

 

क्या है वॉट्सऐप नंबर

87676-87676 वाह नंबर तो वाकई में शानदार है। वॉट्सऐप नंबर से अब वकीलों को केस दाखिल होने के बारे में आटोमेटेड मैसेज मिलेगा। इसके अलावा वकीलों को वाद सूची का नोटिफिकेशन भी मोबाइल पर मिलेगा। वाद सूची का मतलब है कि, कोर्ट में सुनवाई के लिए उस दिन लगे मुकदमों की सूची, सुप्रीम कोर्ट का आधिकारिक वॉट्सऐप नंबर (Supreme Court WhatsApp No. ) जारी करते हुए Justice Chandrachud ने कहा,

75वें वर्ष में सुप्रीम कोर्ट ने वॉट्सऐप मैसेजिंग सेवाओं को IT सर्विस के साथ एकीकृत करके न्याय तक पहुंच को मजबूत करने की नयी पहल शुरू की है। इससे और अधिक वकीलों की सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच बढ़ेगी. साथ ही दूर दराज रहने वाले लोगों को भी कोर्ट कार्यवाही की सूचना मिल सकेगी।

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वकीलों को इसके साथ Electronic filing, Causelists ऑर्डर और जजमेंट से जुड़े नोटिफिकेशन भी इसी ऐप पर मिलेंगे। लेकिन क्या इस नंबर पर आम नंबरों जैसे बतिया भी सकते हैं। जवाब है नहीं, क्योंकि ये वन-वे कम्युनिकेशन नंबर है। मतलब सिर्फ इनकमिंग मैसेज. इस नंबर से कोई रिप्लाई नहीं मिलेगा और ना कॉल बैक जैसी सुविधा।

 

आटोमेटेड मैसेज किसी मामले के सफलतापूर्वक दाखिल होने पर प्राप्त होंगे। इसमें दर्ज मामलों में रजिस्ट्री द्वारा चिह्नित आपत्तियों के बारे में अधिसूचनाएं भी शामिल हैं। वेबसाइट पर उपलब्ध आदेश और निर्णय भी वॉट्सऐप के माध्यम से भी भेजे जाएंगे।

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WhatsApp threatens to leave India for disregarding user privacy protection! Will WhatsApp be closed in India, let us know

Meta WhatsApp threat : यूजर की निजता की सुरक्षा की अवेहलना को लेकर WhatsApp ने भारत छोड़ने की दी धमकी ! क्या भारत में बंद हो जाएगा WhatsApp, आए जानें 

Meta WhatsApp threat :  WhatsApp ने दिल्ली हाईकोर्ट में एनक्रिप्शन हटाने से इनकार कर दिया है। साथ ही कहा गया है कि अगर ऐसा करने पर मजबूर किया जाता है, तो कंपनी भारत में अपना काम बंद कर देगी। दरअसल, मेटा की कंपनी ने IT रूल्स, 2021 को चुनौती दी है। खास बात है कि भारत में इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप के 40 करोड़ से भी ज्यादा यूजर्स हैं।

 

 

 

कंपनी ने क्या कहा है ?

कंपनी का कहना है कि एन्ड-टू-एन्ड एनक्रिप्शन के जरिए यूजर की निजता की रक्षा की जाती है। इसके जरिए यह सुनिश्चित किया जाता है कि संदेश भेजने वाला और उसे प्राप्त करने वाला ही अंदर के कंटेंट जान सकता है।

कंपनी (Meta WhatsApp threat) के लिए कोर्ट में पेश हुए तेजस कारिया ने डिविजन बेंच से कहा, ‘एक प्लेटफॉर्म के तौर पर हम कह रहे हैं कि अगर हमें एनक्रिप्शन तोड़ने के लिए कहा गया, तो व्हाट्सऐप चला जाएगा। एक रिपोर्ट के अनुसार, कारिया का कहना है कि जनत प्राइवेसी फीचर्स के चलते ही व्हाट्सऐप का इस्तेमाल करती है।

 

 

 

कंपनी ने किन नियमों का उल्लंघन करने की बात कही है ?

कंपनी (Meta WhatsApp threat)  IT रूल्स 2021 को चुनौती दे रही है, जिसमें मैसेज ट्रेस करने और संदेश भेजने वालों की पहचान करने की बात कही गई है। कंपनियों का तर्क है कि इस कानून से एनक्रिप्शन कमजोर होगा और भारतीय संविधान के तहत यूजर की निजता की सुरक्षा का उल्लंघन होगा।

 

खास बात है की बीते साल ही हुए मेटा (Meta WhatsApp threat) के एक कार्यक्रम में कंपनी के CEO मार्क जकरबर्ग ने कहा थआ, ‘भारत एक ऐसा देश है, जो सबसे आगे है। आप इस मामले में दुनिया की अगुवाई कर रहे हैं कि लोगों और कारोबारों ने कैसे मैसेजिंग को अपनाया है।’ व्हाट्सऐप का कहना है कि नियम कंटेंट के एनक्रिप्शन और यूजर्स की निजता को कमजोर करते हैं।

 

रिपोर्ट के अनुसार, कारिया ने कहा, ‘दुनिया में कहीं भी ऐसा नियम नहीं है। ब्राजील में भी नहीं। हम एक पूरी चेन रखनी होगी और हमें नहीं पता कि किन संदेशों को डिक्रिप्ट करने के लिए कह दिया जाए । इसका मतलब है कि लाखों संदेशों को सालों तक स्टोर कर रखना होगा।

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Khaki stained again: CBI arrests CIA inspector taking bribe of Rs 5 lakh

CBI raid : खाकी पर फिर लगा दाग : CBI ने सीआईए इंस्पेक्टर को पांच लाख रिश्वत लेते किया गिरफ्तार

CBI raid : रिश्वतकोरी में फिर हुई खाकी दागदार ! सीबीआई (CBI raid) की टीम ने पांच लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए जिला साइबर क्राइम थाना के इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में एक आरोपी को पहले ही गिरफ्तार जा चुका है।

 

 

 

क्या है मामला, जानें पूरी जानकारी

(CBI raid) सूचना के अनुसार , संयुक्त राज्य अमेरिका के फ्लोरिडा निवासी मरले ली कोरेजवो के पास सितंबर 2022 में उनके मोबाइल पर कॉल आया था। उस समय काल करने वालों ने खुद को बैंक कर्मी बताया था और उसे बातों में उलझाकर बैंक संबंधी डिटेल ली थी।

जिसके बाद आरोपियों ने कंप्यूटर के जरिए बिटक्वाइन खाते को हैक कर लिया, जिसके माध्यम से उससे लगभग 13 लाख डालर यानि लगभग 12 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। इस मामले में मरले ली कोरेजवो ने संयुक्त राज्य अमेरिका में केस दर्ज करवाया।

 

 

 

अब तक इस मामले में कितने गिरफ्तार हुए है ?

अमेरिका (CBI raid) में दर्ज मामले में जांच में सामने आया था कि धोखाधड़ी भारत में हुई थी। जिन खातों में रकम गई वह सभी भारत के थे। मरले लीज कोरेजवा के अधिवक्ता निहार अग्रवाल ने कोर्ट के आदेश पर साइबर क्राइम थाना में विक्रमजीत सिंह समेत दो महिलाओं आंचल मित्तल और सरिता के विरुद्ध केस दर्ज करवाया गया था।

इस केस में आरोपित विक्रमजीत को सबसे पहले गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद अब तक आठ आरोपित पकड़े जा चुके हैं। इस ठगी के मामले में एक ज्वैलरी शॉप के संचालक का नाम भी आया था।

सीबीआई (CBI raid) द्वारा साइबर थाना प्रभारी की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अधीक्षक ने जहां साइबर थाना प्रभारी को निलंबित किए जाने के आदेश दिए हैं। वहीं पुलिस विभाग की अंदरूनी जांच भी शुरू कर दी गई है ।इसके अलावा और किन-किन लोगों से इस मामले में तार जुड़े हैं इसकी भी जांच की जा रही है।

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