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Bharatmala project will have expressways and highways in 550 districts, an expenditure of Rs 5 lakh crore.

Bharatmala Pariyojana News : भारतमाला परियोजना में 550 जिलों में होंगे एक्सप्रेसवे-हाईवे, 5 लाख करोड़ का खर्च

Bharatmala Pariyojana News : भारतमाला परियोजना के तहत रोड इंफ्रा स्ट्रक्चर पर तेजी से काम चल रहा है। बता दें कि, परियोजना के तहत हाईवे के अलावा अब नए-नए एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं। 2017 में केंद्र सरकार द्वारा भारतमाला परियोजना आरंभ की गई थी। परियोजना के तहत देश में बेहतर रोड जुड़ाव के लिए हाईवे और इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने का टार्गेट रखा गया। यह देशभर में एक मजबूत हाई-स्पीड रोड नेटवर्क तैयार की योजना है।

5 लाख करोड़ से ज्यादा के बजट वाली इस परियोजना का पूरा सफर करने का दायित्व नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया, राष्ट्रीय राजमार्ग एव औद्योगिक विकास निगम और राज्यों के लोक निर्माण विभाग को सौंपा गया है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे समेत देशभर में हाई टेक हाईवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण हो रहा है। यह सभी निर्माण कार्य भारतमाला परियोजना के तहत हो रहे है।

 

 

 

भारत माला परियोजना

भारतमाला परियोजना (Bharatmala Pariyojana News) के तहत हाईवे और एक्सप्रेसवे पर इकोनॉमिक कॉरिडोर, इंटर कॉरिडोर और फीडर रुट्स के माध्यम से सड़क के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है। इस परियोजना के तहत अंतर्राष्ट्रीय जुड़ाव के लिए देश की सीमाओं तक सड़क निर्माण कार्य किया जाएगा और साथ ही हाईवे को समुद्रीय तट और बंदरगाह से जोड़ा जाएगा, साथ ही ग्रीन-फील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा।

 

 

 

परियोजना के तहत 550 जिलों में बनेंगे हाईवे

देशभर में हाईवे नेटवर्क के 50 कॉरिडोर विकसित करने का मकसद से राष्ट्रीय हाईवे के जरिए माल ढुलाई को 70 से 80 फीसदी तक बढ़ाना है। भारत माला परियोजना का मुख्य उद्देश्य देश के 550 जिलों को कम से कम 4 लेन हाईवे के साथ जोड़ना है। 

भारत माला परियोजना (Bharatmala Pariyojana News) के तहत गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, महाराष्ट्र, पंजाब, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और मिजोरम तक सड़कों का निर्माण कार्य चल रहा है।

 

 

 

एक्सप्रेसवे का निर्माण और लंबाई एवं खर्च

भारत माला परियोजना के तहत दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेसवे, वडोदरा-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-फरीदाबाद-सोहना एक्सप्रेसवे, अहमदाबाद-धोलेरा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-अमृतसर-कटरा एक्सप्रेसवे,
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे, कानपुर-लखनऊ एक्सप्रेसवे, अंबाला-कोटपुतली कॉरिडोर, चेन्नई-सलेम कॉरिडोर, अमृतसर-भटिंडा-जामनगर कॉरिडोर समेत कई हाईवे व एक्सप्रेसवे का निर्माण चल रहा है।

परियोजना (Bharatmala Pariyojana News) के तहत करीब 65 हजार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण 2 चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में कुल 34 हजार 800 किलोमीटर सड़कों का विकास किया जा रहा है। हाउसिंग डॉटकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतमाला परियोजना के पहले चरण पर 5.35 लाख करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान लगाया गया था, पर अब यह राशि बढ़कर करीब 8.5 लाख करोड़ रुपये हो गई है।

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The operator misbehaved with the general public on the highway, NHAI took strict action

NHAI take action on Operator : हाईवे पर आम जनता से ऑपरेटर ने बदतमीजी की, NHAI ने लिया कड़ा ऐक्‍शन

NHAI take action on Operator : अमृतसर-जामनगर राष्ट्रीय राजमार्ग के सिरमंडी टोल प्लाजा पर 5 मई को लोगों के साथ मारपीट और दुर्व्यवहार की घटना के बाद एनएचआई ने ऑपरेटर ऋद्धि सिद्धि एसोसिएट्स के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने साफ संदेश दिया है कि, वह आम जनता के साथ दुर्व्यवहार कतई बर्दाश्‍त नहीं करेगा। इस मामले में एनएचएआई ने टोल ऑपरेटर को तत्काल प्रभाव से नोटिस जारी कर उससे जवाब में हलफनामा मांगा है।

ऑपरेटर को तीन महिने के लिए हटा दिया गया

लिखित रुप से एजेंसी ने अनुबंध की शर्तों और एनएचएआई संचालन प्रक्रियाओं की पूरी तरह से अवहेलना करते हुए राजमार्ग उपयोगकर्ताओं के साथ हिंसक और बद्तमिजी कि है। प्राधिकरण ने मेसर्स ऋद्धि सिद्धि एसोसिएट्स को 3 माह के अंत्तराल के लिए प्री-क्‍वालिफाइड बिडर्स की लिस्‍ट से हटा दिया है।

पिछले वर्ष NHAI ने टोल प्लाजा पर विवाद की घटनाओं को रोकने और यात्रियों और टोल ऑपरेटरों दोनों के हितों की रक्षा के लिए एक विस्तृत स्‍टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) जारी किया था। NHAI राष्ट्रीय राजमार्गों पर सुरक्षित और सुगम यात्रा सुनिश्चित करने के लिए समर्पित है। इन ही नियमों का हवाला देते हुए एनएचएआई ने अपने टोल ऑपरेटरों (NHAI take action on Operator) के साथ अनुबंध समझौते में स्पष्ट रूप है कि, ऑपरेटर के कर्मियों को आम जनता के साथ दुर्व्यवहार नहीं करना है। उन्हें अपने व्यवहार में सख्त अनुशासन और शालीनता के नियमों का पालन करना आवश्यक है।

 

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Char Dham Yatra starts from today, know the role and complete details of Gangotri, Yamunotri, Badrinath and Kedarnath darshan.

Char-Dham Yatra today Start : चार धाम यात्रा आज से शुरू, जानें गंगोत्री, यमुनोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ दर्शन की भूमिका और पूरा विवरण

Char-Dham Yatra today Start : भारत का धार्मिक राज्य उत्तराखंड में चार धाम यात्रा 2024 की शुरुआत आज अक्षय तृतीया से शुरू हो रही है। गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ धाम आज 10 मई को कपाट खुलने के साथ ही चार धाम यात्रा की आरंभ हो जाएगी। वहीं 12 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चार धाम की यात्रा पूरी तरह से आरंभ हो जाएगी। चार धाम यात्रा के लिए 15 अप्रैल से 3 मई तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था, जबकि 8 मई से ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन की सुविधा शुरू की गई थी।

उत्तराखंड की चार धाम यात्रा की बात करें, हिंदू धर्म में चार धाम को बहुत ही पवित्र स्थल माना जाता है। हिंदू धर्म में माना जाात है कि, यदि श्रद्धालु अपने जीवन में चार धाम की यात्रा कर ले, तो उसे जीवन- मरण के बंधन से मुक्ति मिल जाती है और अंत में मोक्ष की प्राप्ति होती है। उत्तराखंड में स्थित गंगोत्री, यमुनोत्री बद्रीनाथ, और केदारनाथ को उत्तराखंड के चार धाम की यात्रा में शामिल किया जाता है।

गंगोत्री धाम देवी गंगा के बारे में जानें

  • उत्तराखंड के चार धाम (Char-Dham Yatra today Start) तीर्थस्थलों में से गंगोत्री धाम भी एक पवित्र तीर्थस्थल है।
  • गोमुख गंगोत्री ग्लेशियर में भागीरथी नदी का स्रोत है और गंगा नदी के मुख्य धाराओं में से एक है। साथ ही गोमुख गंगा नदी का उद्गम स्थल भी है।
  • देवप्रयाग के बाद से यह अलकनंदा में मिलने के कारण इसे देवप्रयाग को संगम स्थल भी कहा जाता है।
  • यहां आने वाले श्रद्धालु देवप्रयाग में गंगा स्नान करते हैं और अपनी गलतियों के लिए देवी गंगा से माभी मांगकर एक नए अध्याय की शुरुआत करते हैं।
  • बता दें कि गंगोत्री को माता गंगा का पूजन स्थल भी माना जाता है। गंगा के पूजन स्थल पर गंगा की पवित्र जलधारा की पूजा की जाती है।
  • गंगोत्री में प्राचीन गंगा मंदिर भी स्थित है और गंगोत्री के आसपास कई अन्य धार्मिक स्थल हैं। जैसे भैरों घाटी, मुखबा गांव, हर्षिल, नंदनवन तपोवन, गंगोत्री चिरबासा और केदारताल मुख्य तीर्थस्थल है।

Gangotri Dham Travel Guide - History, Sightseeing, Tips

गंगोत्री धाम पर ऐसे जाएं

  •  गंगोत्री के सबसे पास देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो उत्तरकाशी मुख्यालय से करीब 200 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से गंगोत्री तक टैक्सी तथा बस सेवाएँ भी हैं।
  • ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी जगह रेलवे स्टेशन हैं। उत्तरकाशी से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश से करीब 100 किमी दूर है। ऋषिकेश से गंगोत्री बस और टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।
  • गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 108 पर स्थित है। राज्य परिवहन की बसें उत्तरकाशी, देहरादून और ऋषिकेश के बीच होकर चलती हैं। उत्तरकाशी से आपको बस द्वारा 100 किमी का सफर करना होगा।

यमुनोत्री यमुना नदी के बारे में जाने 

  • उत्तराखंड के चार धाम यात्रा (Char-Dham Yatra today Start) में दूसरा मुख्य तीर्थ-स्थल यमुनोत्री है और साथ ही यमुना नदी का स्त्रोत है।
  • यह उत्तराखंड के जिला उत्तरकाशी में गढ़वाल हिमालय में लगभग 10,804 फीट की ऊंचाई पर स्थित है।
  • यमुनोत्री में पश्चिमीतम मंदिर है, जो बंदर पूंछ पर्वत की एक झुंड के ऊपर स्थित है।
  • यमुनोत्री में मुख्य आकर्षण देवी यमुना के लिए समर्पित मंदिर और जानकीचट्टी में पवित्र तापीय झरना हैं।
  • भूगर्भ से उत्पन्न 90 डिग्री तक गर्म पानी के जल का कुंड सूर्य-कुंड और पास ही ठन्डे पानी का कुंड, जिसे गौरी कुंड कहा जाता है, जो यहां का सबसे खास स्थल है।

Yamunotri Temple | Shri Yamunotri Dham Yatra Tour Information

ऐसे पहुंचे यमुनोत्री धाम

  • यमुनोत्री के सबसे पास एयरपोर्ट जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो उत्तरकाशी मुख्यालय से लगभग 200 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से गंगोत्री तक टैक्सी तथा बस सेवाएँ उपलब्ध हैं।
  • ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी जगह रेलवे स्टेशन हैं। उत्तरकाशी से निकटतम रेलवे स्टेशन देहरादून है, जहां पहुंचकर आप बस या टैक्सी से यमुनोत्री पहुंच सकते हैं।
  • राज्य परिवहन की बसें उत्तरकाशी और ऋषिकेश के बीच चलती है। स्थानीय परिवहन संघ और राज्य परिवहन की बसें तथा टैक्सी यमुनोत्री और ऋषिकेश के बीच से होकर चलती है।

 

बद्रीनाथ धाम का नर-नारायण संगम स्थल 

  • उत्तराखंड के चार धाम (Char-Dham Yatra today Start) तीर्थस्थलों में से बद्रीनाथ धाम को नर और नारायण का संगम स्थल कहा जाता है।
  • हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार बद्रीनाथ को विशालपुरी भी कहा जाता और विष्णु भगवान की पूजा करने केे कारण इसे विष्णुधाम भी कहा जाता है।
  • बद्रीनाथ करीब 3,100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है।
  • गढ़वाल हिमालय में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित यह शहर नर और नारायण पर्वत श्रृंखलाओं के बीच स्थित है।
  • बद्रीनाथ मंदिर में चार भुजाओं वाली काली पत्थर की बहुत छोटी मूर्तियां है। यहां भगवान श्री विष्णु पद्मासन की मुद्रा में विराजमान है।

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ऐसे जाएं बद्रीनाथ धाम

  • बद्रीनाथ के सबसे नजदीक एयरपोर्ट देहरादून में जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, जो बद्रीनाथ से लगभग 317 किमी दूर है। देहरादून हवाई अड्डे से बद्रीनाथ तक टैक्सी तथा बस सेवाएं उपलब्ध हैं।
  • ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून सभी के पास रेलवे स्टेशन हैं। बद्रीनाथ से निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश है। ऋषिकेश से बद्रीनाथ बस और टैक्सी से पहुंचा जा सकता है।
  • स्थानीय परिवहन संघ और राज्य परिवहन की बसें तथा टैक्सी बद्रीनाथ और ऋषिकेश, हरिद्वार, देहरादून और दिल्ली के बीच नियमित रूप से चलाई जाती है।

केदारनाथ धाम भगवान शिव का दरबार

  • उत्तराखंड के चार धाम (Char-Dham Yatra today Start) तीर्थस्थलों में से एक केदारनाथ धाम भी है। केदारनाथ उत्तरी भारत के पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है, जो समुद्र तल से 3584 मीटर की ऊंचाई पर मंदाकिनी नदी के तट पर स्थित है।
  • केदारनाथ का ऐतिहासिक नाम ‘केदार खंड’ भी है। केदारनाथ धाम भारत में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।
  • शिव पुराण के अनुसार केदारनाथ ज्योतिर्लिंग का पूजन करने के बाद जो व्यक्ति जल ग्रहण कर लेता है, उसे दोबारा जन्म नहीं लेना पड़ता है। इसे मोक्ष का द्वार भी कहा जाता है।
  • केदारनाथ मंदिर एक ऊंचे चबूतरे पर बना हुआ है। मंदिर के मुख्य भाग मंडप और गर्भगृह के चारों ओर परिक्रमा मार्ग है, जहां मंदिर के बाहर परिसर में शिव जी के वाहन नंदी विराजित हैं।
  • यहां शिवजी का विशेष पूजन किया जाता है। आप केदारनाथ में गांधी सरोवर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड मंदिर, वासुकी ताल भी दर्शन करने जा सकते हैं।

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ऐसे जाएं केदारनाथ धाम

  • केदारनाथ जाने के लिए देहरादून में जॉली ग्रेट एयरपोर्ट सबसे नजदीक एयपोर्ट है। यह केदारनाथ से लगभग 239 किमी स्थित थे।
  •  केदारनाथ जाने के लिए आपको हरिद्वार जाना होगा। यहां हरिद्वार से सड़क मार्ग या फिर हेलीकॉप्टर के माध्यम से आप केदारनाथ धाम पहुंच सकते हैं।
  • आप हरिद्वार से रूद्रप्रयाग और फिर रूद्रप्रयाग से केदारनाथ जा सकते हैं। वहीं, यदि आप अपनी कार, टैक्सी या बाइक से केदारनाथ जाना चाहते हैं।
  • फिर आप दिल्ली से कोटद्वार पहुंचकर रूद्रप्रयाग पहुंचे, यहां से आप केदारनाथ दर्शन करने आ सकते हैं।

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NHAI will build self-repairing roads, will get rid of the problem of dilapidated potholes

NHAI repairing Road News : NHAI बनाएगा खुद रिपेयर होने वाली सड़कें, खस्तहाल गड्ढों की परेशानी से मिलेगा छुटकारा

NHAI repairing Road News : भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की तरफ से ऐसा फैसला लिया गया है कि, जिससे सड़कों में गड्ढों की परेशानी समाप्त हो जाएगी। इस पर केन्द्र सरकार भी कंपनी से विचार कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही लोगों को सड़कों के गड्डों से निजात दिलाने में राहत देगी।

 

एनएचएआई रिपेयर वाली सड़कों में क्या इस्तेमाल करेगा ?

एनएचएआई (NHAI repairing Road News) के मुताबिक,  सड़कों को बनाने के लिए सेल्फ हीलिंग मटेरियल का इस्तेमाल करने का प्रयास रहेगा। इसी कारण से सड़कों के गड्ढे अपने आप रिपेयर होते हुए भर जाएंगे। सड़कों को बनाने के लिए विशेष तौर से डामर मिक्सचर का उपयोग होगा, जिसमें बिटुमेन और स्टील फाइबर को शामिल किया जाएगा। ऐसे में सड़कों के गड्डों की मरम्मत अपने आप हो जाएगी।

 

ऐसी सड़कें बनने से सड़क हादसों में कमी आने की उम्मीद जागेगी। बता दें कि, रोड एंड ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर नितिन गडकरी ने भी सितंबर 2023 में कहा था कि, केंद्र सरकार ये सुनिश्चित करने पर काम कर रही है कि रास्ट्रीय राजमार्गों पर गड्ढे ना हो।

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Gold has become so expensive, you will sweat after hearing the price, know the rate of 22 to 24 carat.

Gold increase price news : इतना महंगा हुआ सोना, दाम सुनकर छूट जाएगा आपका पसीना, जानें 22 से 24 कैरेट का रेट

Gold increase price news : सोना-चांदी के भाव मई के महीने में शुरू से ही काफी उतार-चढ़ाव की स्थिति में बने हुए है। वैसे भयंकर गर्मी के चलते सर्राफा बाजारों में ग्राहकों की भीड़ बहुत ही कम दिख रही है। इसलिए बिक्री में काफी गिरावट देखने को मिल रही है। इस वक्त सोना इतना महंगा है कि हर किसी को दाम सुनकर पसीना छूट रहा है।

यदि आप सोना (Gold increase price news) खरीदना चाहते है, तो बिल्कुल भी देर ना करें। क्योंकि आने वाले दिनों में इसके दाम और भी बढ़ सकते हैं। बता देें कि, भारतीय सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोने का दाम 72,050 रुपये प्रति दस ग्राम पर ट्रेंड करता हुआ नजर आ रहा है। वहीं 22 कैरेट सोने के दाम की बात करें तो, 66,050 रुपये प्रति दस ग्राम पर मिल रहा है। 

महानगरों में सोना का ताजा भाव

  • ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में 24 कैरेट सोने का दाम 72,050 रुपये प्रति दस ग्राम पर मिल रहा है। वहीं 22 कैरेट वाले सोने का दाम 66,050 रुपये प्रति तोला में मिल रहा है।
  • राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 24 कैरेट वाले गोल्ड का रेट 72200 रुपये और 22 कैरेट का भाव 66200 रुपये प्रति दस ग्राम पर ट्रेंड करता नजर आ रहा है।
  • भारत की आर्थिक राजधानी के नाम से मशहूर मुंबई में 24 कैरेट सोना 72050 रुपये और 22 कैरेट का 66050 रुपये प्रति दस ग्राम पर ट्रेंड करता नजर आ रहा है।
  • तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में 24 कैरेट सोना 72110 रुपये और 22 कैरेट की कीमत 66100 रुपये प्रति तोला में मिल रहा है।
  • पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 24 कैरेट का दाम 72050 रुपये और 22 कैरेट का दाम 66,050 रुपये प्रति दस ग्राम पर मिल रहा है।
  • कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 24 कैरेट का दाम 72,050 रुपये और 22 कैरेट का दाम 66,050 रुपये प्रति तोला में मिल रहा है

चांदी का रेट

भारतीय सर्राफा बाजार में यदि आप चांदी की खरीदने की नियोजना बना रहे हैं, तो देर ना करें। बाजार में चांदी का दाम 84,000 रुपये प्रति तोला में मिल रहा है।

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There will be work in banks for 5 days in this month, the time schedule for opening of bank branches in the morning will be this.

Indians Bank Time table : बैंकों में इस महीने में 5 दिन काम होगा, सुबह बैंक ब्रांच खुलने का टाइम शेड्यूल ये होगा

Indians Bank Time table : बैंक कर्मचारियों की लंबे अरसे से चली आ रही डिमांड इस वर्ष पूरी हो सकती है। बैंक कर्मचारियों की सप्ताह में 2 दिन छुट्टी को लेकर भारतीय बैंक संघ यानी आईबीए और कर्मचारी यूनियनों के बीच पहले ही एक समझौते पर साईन हो चुके हैं। अब बस सरकार की मंजूरी बाकी है, जो बैंक कर्मचारियों को 2024 के आखिर में मिलने की आशा है। United Form of Bank Unions यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैंक कर्मचारी संघ कुछ समय से शनिवार की होलीडे के साथ 5 दिन काम पर दम दे रहे हैं।

 

 

मंजूरी का इंतजार

यूनाइटेड फोरम ने ग्राहकों को आश्वासन दिया है कि, इससे ग्राहक सेवा के घंटों में कमी नहीं होगी। इसके बाद दिसंबर 2023 में आईबीए के बीच एक मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग पर साईन किए गए, जिसमें सरकारी और निजी बैंक और बैंक यूनियन दोनों शामिल हैं। जबकि, इस समझौते में 5 दिन वर्किंग का प्रस्ताव शामिल था, जो सरकार की मंजूरी के अधीन था। इसके बाद 8 मार्च 2024 को आईबीए और बैंक यूनियनों के 9 वें ज्वाइंट नोट पर साईन किए गए। आईबीए और All India Officers Confederation के हस्ताक्षर किये ज्वाइंट नोट में शनिवार और रविवार की होलीडे के साथ 5 दिन काम को रुपरेखा दी गई है। वहीं IBA और Bank Union सहमत हैं, आखिरी फैसला सरकार का है। प्रस्ताव पर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ भी चर्चा की जाएगी। क्योंकि यह बैंकिंग घण्टों और बैंकों के Internal कामकाज को कंट्रोल करता है। उस पर सरकार की कोई आधिकारिक समय सीमा तय नहीं की गई है।

 

 

बदल जाएंगे रुल्स

कुछ बैंक कर्मचारियों के मुताबिक, उन्हें इस वर्ष के आखिर या 2025 की स्टार्ट में सरकार के तरफ से मैसेज आने की आशा है। एक बार मंजूरी मिलने के बाद शनिवार को Negotiable Instruments Act के धारा 25 के तहत आधिकारिक तौर पर छुट्टियों के रुप में मान्यता दी जाएगी।

 

 

बैंक टाईम टेबल

एक रिपोर्ट्स के अनुसार, यदि सरकार दिन के काम को मंजूरी देती है, तो डेली के काम के घण्टों में 40 मिनट बढ़ाए जा सकते हैं। बैंकों का काम 40 मिनट बढ़ने से सुबह 9 : 45 बजे से शाम 5 : 30 बजे तक हो जाएगा। बैंकों के कामकाज के समय को रिवाइज कर दिया जाएगा।

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Nepal mentions Indian territories in currency notes

Nepal Currency : नेपाल ने किया करेंसी नोट में भारतीय क्षेत्रों का जिक्र

Nepal Currency : भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी देश नेपाल द्वारा तीन विवादित भारतीय क्षेत्रों को 100 रुपये का नया नेपाली मुद्रा नोट में दर्शाया गया है। नेपाली मुद्रा नोट पेश करने के बाद नेपाल से मामलों को एक अलग तरीके से बात करने के लिए कहा गया है। विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल के इस तरह के कदम से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा। 

 

 

व्हाई भारत मैटर्स

विदेश मंत्री ने ‘व्हाई भारत मैटर्स’ पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि, ‘‘मैंने वह रिपोर्ट को विस्तार से नहीं देखा है, पर मुझे लगता है कि, हमारी स्थिति बहुत क्लियर है। नेपाल के साथ, हम एक स्थापित मंच के माध्यम से अपनी सीमा मामलों पर चर्चा कर रहे थे और फिर उसके बीच में उन्होंने एकतरफा फैसला लिया है, ”अपनी तरफ से कुछ कदम उठाए हैं, पर अपनी तरफ से कुछ करने से वे हमारे बीच स्थिति या जमीनी हकीकत को नहीं बदलेंगे।”

 

 

तीन विवादित भारतीय क्षेत्रों को नेपाली नोट पर दर्शाने की घोषणा 

बता दें कि शुक्रवार को, एक नए नेपाली 100 रुपये के नोट (Nepal Currency) की छपाई में नेपाल ने लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी के तीन क्षेत्रों को दर्शाने वाले मानचित्र के साथ की घोषणा की है। जबकि, भारत ने पहले ही ‘अस्थिर’ और ‘कृत्रिम विस्तार’ करार दिया था। नेपाल सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने बैठक के दौरान मीडिया को सूचना देते हुए बताया की, ‘‘कैबिनेट ने 25 अप्रैल और 2 मई को हुई कैबिनेट बैठकों के दौरान नेपाली 100 रुपये के बैंक नोट को फिर से डिजाइन करने और बैंक नोट की पृष्ठभूमि पर मुद्रित (Nepal Currency) पुराने मानचित्र को बदलने की मंजूरी दे दी है।’’

 

 

नोट काे लेकर भारत और नेपाल के संबंधों में कब दरार आई

गौरतलब है कि, 8 मई, 2020 को लिपुलेख के तहत से कैलाश मानसरोवर को जोड़ने वाली सड़क के उद्घाटन के बाद भारत और नेपाल के संबंधों दरार बढ़ी। जबकि, नेपाल ने इस कदम पर आपत्ति जताते हुए भारत को एक राजनायिक नोट सौंपा था। हैंडओवर से पहले ही नेपाल ने सड़क निर्माण के भारत के एकतरफा कदम पर आपत्ति जताई थी।

इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से होकर जाने वाली सड़क पूरी तरह से भारत के क्षेत्र में है। वहीं नेपाल उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार और सिक्किम सहित पांच भारतीय राज्यों के साथ 1,850 किमी से अधिक की सीमा को शेयर करता है।

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Good information for engineering students, B.Tech-M.Tech will be taught in polytechnics.

Education news : इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के लिए आई अच्छी सूचना, पॉलिटेक्निकों में होगी बीटेक-एमटेक की पढ़ाई

Education news : उत्तराखंड के पॉलिटेक्निक के कॉलेजों में भी विद्यार्थी जल्द ही बीटेक और एमटेक के इंटीग्रेटेड कोर्स की पढ़ाई करते हुए दिखेंगे। इसके लिए तकनीकी शिक्षा विभाग ने राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में डिप्लोमा कोर्सों की तरह ही बीटेक और एमटेक की पढ़ाई कराने का फैसला लिया है। इससे विद्यार्थियों को भारी फीस देकर इंजीनियर कॉलेजों की ओर रूख नहीं करना होगा। उत्तराखंड के आज के समय में 71 पॉलिटेक्निकों में डिप्लोमा से रिलेटिड विद्यार्थियों को पढ़ाई कराई जा रही है।

 

 

देहरादून और काशीपुर में भी शुरू होगा कोर्स

प्राविधिक शिक्षा विभाग (Education news) के जॉइंट डायरेक्टर आलोक मिश्रा ने बताया कि, तकनीकी शिक्षा विभाग पॉलिटेक्निक कॉलेजों में इंजीनियरिंग कॉलेजों की तरह बीटेक और एमटेक की पढ़ाई कराने की तैयारी में है। इसकी शुरुआत इस सत्र से नरेंद्र नगर पॉलिटेक्निक से की जा रही है। इसके साथ-साथ देहरादून और काशीपुर में भी बीटेक और एमटेक के इंटीग्रेटेड कोर्स की योजना बनाई जा रही है।

उन्होंने बताया कि, बीटेक और एमटेक के इंटीग्रेटेड कोर्स के लिए विद्यार्थी प्राइवेज कॉलेजों में इधर – उधर धक्के खाते है और भारी फीस चुकाने के बाद भी उन्हें रोजगार नहीं मिल पाता है। सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में बीटेक और एमटेक के लिए भी प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। जबकि उत्तराखंड शासन-प्रशासन इसके लिए तैयारी कर रहा है। काशीपुर, नरेंद्र नगर और इस सत्र से बीटेक व एमटेक की पढ़ाई कराई जाएगी।

 

 

70 पॉलीटेक्निक कॉलेजों को अपग्रेड किया जाएगा

जॉइंट डायरेक्टर आलोक मिश्रा ने बताया कि, काशीपुर में तकनीकी शिक्षा विभाग बीटेक और एमटेक की पढ़ाई (Education news) करवाने की तैयारी कर रहा है। इसके बाद अन्य राजकीय पॉलिटेक्निकों में भी यह योजना शुरू की जाएगी। कुल मिलाकर 70 पॉलीटेक्निक कॉलेजों को अपग्रेड किया जाएगा।

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If you still have Rs 2,000 notes, then know this warning from RBI

RBI note news : अगर आपके पास में भी 2 हजार ₹ के नोट अभी तक है , तो जान ले आरबीआई की ये चेतावनी

RBI note news : आप सभी लोगों को पता ही होगा कि, केंद्र सरकार और आरबीआई द्वारा 2 हजार ₹ के नोट पिछले साल 19 मई 2023 को बंद कर दिए गए थे। ऐसे में आरबीआई ने गुरुवार को कहा हैं कि, बंद किए गए ₹2000 के नोट 97.76% बैंकिंग सिस्टम में वापस आ गए हैं।

 

केंद्रीय बैंक ने यह भी बताएं कि, केवल 7961 करोड रुपए के नोट अभी भी लोगों के पास है। गौरतलब है कि, 2 हजार ₹ के नोट 19 मई 2023 को पूरी तरह से देश में पाबंदी लगा थी और इस नोट को आरबीआई (RBI note news) ने वापस लेने की भी घोषणा की थी।

 

ऐसे में इस दिन के अंत में बाजार में मौजूद 2 हजार ₹ के नोटों का मूल्य 3.56 लाख करोड रुपए था। इस प्रकार अब 3 मई 2024 को बाजार में सिर्फ 7961 करोड रुपए के नोट बाजार में देखे जा रहे हैं। जबकि, बैंक ने अपने शब्दों में कहा है कि, इस प्रकार 2 हजार के 97.76% नोट वापस आ चुके हैं और शेष नोट अभी भी मार्केट में बचे हुए हैं।

2 हजार के नोट अभी भी बदले जा सकते हैं

 

आप सभी को सूचित है कि, 2 हजार ₹ (RBI note news) के नोट पाबंद है। ऐसे में लोग देशभर में आरबीआई के 19 कार्यालयों पर जाकर 2 हजार के नोट जमा कर सकते हैं। आपको सूचित करते हैं कि, लोग 2 हजार ₹ के नोट भारतीय डाक के माध्यम से भी आरबीआई के किसी भी कार्यालय में भेज कर उनके बराबर मूल की राशि अपने बैंक खातों में प्राप्त कर सकते हैं।

2 हजार के नोट 7 अक्टूबर तक बदल सकते हैं 

 

आरबीआई (RBI note news) से मिली सूचना के अनुसार, नोट वापस करने की घोषणा के वक्त प्रचलन में मौजूद 2 हजार ₹ के बैंक नोटों का कुल मूल्य 19 मई 2023 को 3.56 लाख करोड रुपए थे। ऐसे में अब 3 मई 2024 को बाजार में सिर्फ 761 करोड रुपए के नोट है । पहले आरबीआई के द्वारा 2 हजार ₹ के नोट को सितंबर 2023 तक इन्हें बदलने या बैंक खातों में जमा करने के लिए कहा गया था । बाद में इस समय सीमा काे बढ़ाकर 7 अक्टूबर तक कर दिया गया है।

कहां बदल सकते हैं 2 हजार के नोट

 

 

बता दें कि, देश के किसी भी डाकघर या आरबीआई (RBI note news) के किसी भी कार्यालय में इंडिया पोस्ट के माध्यम से 2 हजार ₹ के बैंक नोट आप भेज सकेंगे, जिनका मूल्य आपके बैंक अकाउंट में आ जाएंगे।

बैंक अकाउंट जमा एक्सचेंज करने वाले 19 आरबीआई ऑफिस है। जैसे –

 

  1. अहमदाबाद
  2. बेंगलुरु
  3. बेलापुर
  4. भोपाल
  5. भुवनेश्वर
  6. चंडीगढ़ 
  7. चेन्नई
  8. गुवाहाटी
  9. हैदराबाद
  10. जयपुर 
  11. जम्मू 
  12. कानपुर
  13. कोलकाता
  14. लखनऊ
  15. मुंबई
  16. नागपुर 
  17. नई दिल्ली
  18. पटना
  19. तिरुवंतपुरम 

 

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Supreme Court gives important decision on Bar Association, one third women reservation will be implemented

Supreme Court News : सुप्रीम कोर्ट ने बार एसोसिऐशन पर सुनाया अहम फैसला, एक तिहाई महिला आरक्षण लागू होगा

Supreme Court News : बार एसोसिऐशन में महिलाओं की भागदारी को बढ़ाने के सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला में महिलाओं को एक तिहाई आरक्षण दिया। इस बार के चुनाव में कोषाध्यक्ष पद को महिला के लिए आरक्षित करने के भी आदेश है।

 

 

 

SCBA पर महिला आरक्षण का आदेश का परिपालन कब होगा ?

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court News) में जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने बी डी कौशिक के मामले में कोर्ट के पुराने फैसले को स्पष्ट करते हुए ये आदेश दिए हैं। पीठ के आदेश के अनुसार सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष का पद महिला के लिए आरक्षित रहेगा। इसके अलावा एसोसिएशन की कार्यसमिति के 9 में से 3 सदस्यों के पद महिलाओं के लिए आरक्षित रहेंगे। इस आदेश का परिपालन पहली बार 16 मई को होने वाले सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव में होगा।

 

 

 

कई प्रस्ताव गिरने के बाद लागू हुआ महिला आरक्षण

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court News) ने कहा कि, उम्मीदवारों की योग्यता और शर्तों में आवश्यक बदलाव व सुधार के प्रति आठ प्रस्ताव आए लेकिन वो नाकाम हो गए। इनके अलावा एसोसिएशन का सदस्य बनने के लिए फीस और चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार की जमानत राशि को लेकर भी लाए गए प्रस्ताव 30 अप्रैल को आयोजित स्पेशल जनरल बॉडी मीटिंग में गिर गए। ऐसे में कोर्ट ने अनुभव किया कि नियम, योग्यता, शर्तों और फीस को लेकर निर्णय लेने को जरूरत है। क्योंकि इन चीजों को दशकों तक लटकाए नहीं रखा जा सकता, समय रहते सुधार और परिर्वतन आवश्यक हैं।

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