Haryana Private School news

Holiday for all government and private schools of Haryana from 23rd May to 26th May due to Lok Sabha elections and scorching heat.

Haryana Lok Sabha Election 2024 : लोकसभा चुनाव और भीषण गर्मी को लेकर 23 मई से 26 मई तक हरियाणा के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छूट्टी

Haryana Lok Sabha Election 2024 : एक दो दिन पहले भीषण गर्मी के काऱण हरियाणा शिक्षा विभाग ने हरियाणा के अधिकांश जिलों में गर्मी का पारा चढ़ते ही 20 मई से 24 मई तक स्कूलों की छूट्टी कर दी थी। क्योंकि हरियाणा के कुछ शहरों में हिटवेव के कारण गर्मी का दोपहर को तापमान 45 से 46 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया और अब तक ये तापमान कुछ जिलों में दर्ज होने को मिल रहा है।  अब चुनाव निर्वाचन आयोग ने हरियाणा में 25 मई शनिवार को होने वाले लोकसभा चुनाव (Haryana Lok Sabha Election 2024) को लेकर तीन दिन की छुट्टी का एलान किया है।

 

 

क्यों रहेगी इन दिनों स्कूलो में छूट्टी ?

पाठकों को बता दें कि, एक कारण तो भीषण गर्मी है। दूसरा ये है कि, हरियाणा में लोकसभा चुनाव (Haryana Lok Sabha Election 2024) के छठे चरण में प्रदेश की सभी लोकसभा की 10 सीटों के लिए 25 मई को मतदान होना है। इसलिए चुनाव आयाेग द्वारा चयनित हरियाणा के राजकीय और प्राईवेट स्कूलों को मतदान केंद्र में बदला जाएगा। इस मतदान के दौरान राजकीय स्कूलों का स्टाफ और प्राईवेट स्कूलों की बसों को चुनाव ड्यूटी में लगाया जाएगा। इसलिए चुनाव आयोग ने हरियाणा के सभी स्कूलों की छूट्टी 23 मई से 26 मई तक घोषित की है।

 

 

वीसी मींटिंग में चुनाव आयोग ने क्य़ा निर्देश दिया ?

पाठकों को बता दें कि, हरियाणा चुनाव आयुक्त अनुराग अग्रवाल द्वारा वीसी मीटिंग में सभी ज़िलो के डीसी को 24 मई को छुट्टी घोषित करने के निर्देश दिये है। साथ ही बताया है कि, राजकीय स्कूलों का स्टाफ़ और प्राइवेट स्कूलों की बसों को चुनाव ड्यूटी लगाया जाएगा l

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New update for students who could not appear in Secondary and Senior Secondary exams or compartment students, check immediately

Hbse latest update : सेकंडरी व सीनियर सेकंडरी की परीक्षा नहीं दे पाए विद्यार्थियों या कम्पार्टमेंट वाले छात्रों के लिए नया अपडेट, फटाफट करे चेक

Hbse latest update : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ० वी.पी.यादव ने आज यहां जारी एक प्रेस वक्तव्य में बताया कि सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा मार्च-2024 में जो परीक्षार्थी परीक्षा नहीं दे सके अथवा जिनका परिणाम कम्पार्टमैंट घोषित हुआ है, या जो परीक्षार्थी अपने परीक्षा परिणाम से सन्तुष्ट नहीं है, वे आशिंक/पूर्ण विषयों की परीक्षा हेतु तथा सैकेण्डरी के जिन परीक्षार्थियों का परिणाम अनुतीर्ण घोषित हुआ है वे फ्रैश श्रेणी में बतौर स्वयंपाठी परीक्षार्थी जून/जुलाई-2024 की परीक्षा में प्रविष्ट हो सकते है।

उन्होंने बताया कि सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) की  केवल कम्पार्टमैंट एक दिवसीय पूरक परीक्षा जुलाई-2024 के लिए परीक्षार्थी 16 मई, 2024 से बोर्ड की अधिकारिक वेबसाइट www.bseh.org.in पर दिए गए लिंक से आवेदन कर सकते हैं।
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि सैकेण्डरी/सैकेण्डरी सह-पूर्व मध्यमा एवं सीनियर सैकेण्डरी (शैक्षिक) परीक्षा जून/जुलाई-2024 के लिए परीक्षार्थी बिना विलम्ब शुल्क 900/- रू० के साथ पंजीकरण की तिथि 16 से 26 मई, 2024 निर्धारित की गई है।* उन्होंने आगे बताया कि 100/- रू० विलम्ब शुल्क के साथ पंजीकरण तिथि 27 से 31 मई, 2024 रहेगी।

 

इसी प्रकार 300/- रू० विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियाँ 01 जून से 05 जून, 2024 तथा 1000/- रू० विलम्ब शुल्क सहित पंजीकरण तिथियाँ 06 से 10 जून, 2024 तक रहेगी।

उन्होंने आगे बताया कि ऑनलाइन आवेदन करने से पहले सभी दिशा-निर्देशों को भली-भांति पढ़ते हुए समय रहते आवेदन करना सुनिश्चित करें। अन्तिम तिथि उपरान्त किसी भी प्रकार के आवेदन पर विचार नहीं किया जाएगा। ऑनलाइन आवेदन करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई आने पर बोर्ड की वेबसाइट पर जारी हेल्पलाइन नम्बर एवं ई-मेल [email protected][email protected]  के माध्यम से सम्पर्क करते हुए समाधान करवाना सुनिश्चित करें।

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In HBSE 10th result, Visakha secured first rank in Gurugram with 99.2 percent.

Gurugram topper Girl Story : HBSE 10 वीं के रिजल्ट में विशाखा ने 99.2 फीसदी के साथ गुरुग्राम में हासिल की प्रथम रैंक

Gurugram topper Girl Story : अबकी बार एचबीएसई 10 वीं कक्षा के छात्रों का परिणाम बहुत अच्छा रहा था। अब हम बात करेंगे गुरुग्राम की लाडली विशाखा की,जिन्हें अपने जिले में प्रथम रैंक लेकर परचम लहराया है। गुरुग्राम शिक्षा विभाग के अनुसार गांव पथेरड़ी में स्थित शांति निकेतन स्कूल की छात्रा विशाखा ने हरियाणा बोर्ड 10 वीं परिक्षा परिणामों में 500 में से 496 अंक प्राप्त करके 99.2 फीसदी अंकों के साथ जिले में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।

 

 

विशाखा के अलग-अलग विषयों में अंक

विषय कुल अंक प्राप्तांक अंक
हिंदी 100 100
गणित 100 100
फिजिकल एजुकेशन 100 100
एसएसटी 100 97
साइंस 100 99
कुल परिणाम 500 496

 

विशाखा आगे क्या पढ़ाई करना चाहती है और क्या बनना चाहती है ?
विशाखा 10 वीं पढ़ाई के बाद अब यूपीएससी की तैयारी करना चाहती है। ऐसे मे आईपीएस अफसर बनना चाहती है। विशाखा आगे की पढ़ाई नॉन मेडिकल विषय के साथ करेंगी और साथ ही यूपीएससी की तैयारी भी शुरु कर देंगी।

 

 

विशाखा ने अपनी पढ़ाई के बारे में क्या बताया ?
विशाखा ने मीडिया से बात करते हुए बताया है कि, उन्होंने ये अंक बिना ट्यूशन से ही प्राप्त किये है। कभी भी उन्होंने अपनी पढ़ाई को घंटे में नहीं बांटा, जितना उसका मन करता था। उतनी देर तक पढ़ाई करती थी। बस परीक्षा के समय 6 से 7 घंटे पढ़ाई की बाकी पूरे साल विषय के तहत पढ़ती रहती थी।

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Haryana's Kandam school buses will run in Gujarat, Punjab and Rajasthan, files for NOC start piling up

Haryana Private School Bus News : गुजरात, पंजाब व राजस्थान में चलेंगी हरियाणा की कंडम स्कूल बसें, एनओसी के लिए फाइलों का ढेर लगना शुरू

Haryana Private School Bus News : हरियाणा के निजी स्कूल और निजी शिक्षण संस्थानों की पुरानी एवं कंडम हो चुकी बसें अब नए रूप में गुजरात, पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में चलेंगी। निजी स्कूलों की ओर से अपनी खटारा हो चुकी पुरानी बसों को दूसरे प्रदेशों में या NCR से बाहर के जिलों में बेचा जा रहा है। इसके लिए परिवहन विभाग के पास NOS लेने के लिए फाइलों का ढेर लगना भी शुरू हो गया है।

 

 

करनाल जिले की स्कूली बसें 

करनाल जिले की बात करें तो अब तक यहां से 34 बसों (Haryana Private School Bus News) की NOS गुजरात के झूनागढ़, पंजाब के संगरूर के लिए कट चुकी है। हालांकि, कुछ स्कूलों ने छत्तीसगढ़ के जशपुर और राजस्थान के झूंझनू आदि में बसे भेजने की योजना बनाई है, इनकी फाइलें तैयार की जा रही हैं। इसी तरह हरियाणा में करीब 650 बसों की NOS जारी करने की प्रक्रिया चल रही है।

अधिकारियों के अनुसार, परिवहन विभाग के पास करीब 41 हजार बसें पंजीकृत हैं, इनमें से करीब 35 हजार की जांच हुई है। इनमें से करीब 20 प्रतिशत बसों के पास फिटनेस प्रमाणपत्र नहीं थी। करीब एक हजार बसें ऐसी भी रही, जिनकी समय सीमा लगभग पूरी हो चुकी है या पूरी होने वाली है, अब इन बसों को स्कूल प्रदेश से बाहर भेजने में लगे हैं।

 

 

स्कूली बसों काे कहां बेचा जा रहा है ?

बता दें कि, महेंद्रगढ़ में हुए स्कूल बस (Haryana Private School Bus News) हादसे में बच्चों की मौत के बाद प्रदेश में सरकार के निर्देश पर परिवहन विभाग की ओर स्कूली बसों की गहनता से जांच की गई थी। इस दौरान कई ऐसे स्कूल बस भी पकड़ में आई, जिनके पास पिछले चार साल से फिटनेस प्रमाणपत्र ही नहीं है, ऐसे बसों का बकाया टैक्स जमा करते हुए स्कूल संचालकों ने स्कूली बसों की पासिंग कराई।

वहीं जो स्कूल बस 15 साल की समय सीमा पूरी करने वाली हैं, ऐसे स्कूली बसों को दूसरे प्रदेश की शिक्षण संस्थाएं एवं ट्रांसपोर्टरों को यहां से NOS लेकर बेचा जा रहा है। वहीं जो स्कूल बस 10 साल की समय सीमा पूरी कर चुकी हैं, उन्हें NCR से बाहर के जिले कैथल, कुरुक्षेत्र और यमुनानगर आदि के स्कूलों को बेचा जा रहा है। ताकि जांच में पकड़े न जाएं।

 

 

कबाड़ में बेजने की बजाय बेची जा रही बसें

बता दे कि, छत्तीसगढ़, गुजरात और राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में छोटी बसें ज्यादा चलती हैं। ऐसे में स्कूल संचालकों ने वहां के ट्रांसपोर्टरों के साथ संपर्क करके अपनी पुरानी बसों को बेच रहे हैं। करनाल के कई नामी स्कूलों की बसें (Haryana Private School Bus News) गुजरात में एक शिक्षण ट्रस्ट और ट्रांसपोर्टर को बेची गई हैं। जबकि, इन बसों को वहां पर मोडिफाई करके नया रूप देकर संचालन करेंगे। अन्यथा इन्हें अपनी पुरानी बसों को या तो कबाड़ में बेचना पड़ता या फिर पकड़े जाने पर विभाग इंपाउंड करता। बेचने पर कीमत भी ठीक मिल रही है।

 

 

15 साल पूरे होने के बाद नहीं मिलती NOS

सड़क सुरक्षा विशेषज्ञ एडवोकेट संदीप राणा का कहना है कि, NCR क्षेत्र में डीजल वाहन को दस साल तक ही चलाया जा सकता है। जबकि वाहन की वैधता 15 वर्ष तक होती है, ऐसे में इन वाहनों को दस साल बाद NCR से बाहर चलाया जा सकता है। परिवहन विभाग के निरीक्षक सुरेंद्र सैनी के अनुसार, 15 साल की आयु पूरी होने के बाद वाहन की NOS नहीं जारी होती। वाहन की स्थिति ठीक होने पर केवल NCR क्षेत्र से बाहर पासिंग हो सकती है।

वहीं करनाल के डीटीओ विजय देसवाल ने कहा कि,   कई स्कूल बसों की NOS जारी हो चुकी है। कई स्कूल बसों ने NOS अभी लेनी है, इसके लिए उनकी ओर से पासिंग कराते हुए फिटनेस प्रमाणपत्र लिया गया है, इस पर भी NOS के लिए अंडरटेकिंग दी गई है। करनाल से कई बसें गुजरात, पंजाब और राजस्थान गई हैं। पासिंग मैदान में अब नई बसें भी आने लगी हैं। लापरवाही मिलने पर अब सख्त कार्रवाई ही करेंगे। 

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After 12th answer sheet, now 10th marking starts, 10th class result will come on this day

HBSE 10th Results 2024 : 12वीं की आंसर शीट के बाद अब 10वीं की मार्किंग शुरू, इस दिन आएगा 10 वीं कक्षा का रिजल्ट

HBSE 10th Results 2024 : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने मंगलवार को 12वीं की परीक्षाओं का परिणाम की घोषित किया हैं। वहीं 12वीं कक्षा की आंसर शीट की मार्किंग के बाद अब 10वीं कक्षा (HBSE 10th Results 2024) के आंसर शीट की मार्किंग का काम शुरू हो गया है। हालांकि इससे पहले बोर्ड की ओर से 15 मई तक रिजल्ट आने का ऐलान किया गया था। लेकिन अब 10 मई को दसवीं का रिजल्ट जारी करने की तारीख निर्धारित की गई है। कॉपियों की मार्किंग के लिए प्रदेशभर में सेंटर बनाए हैं। सभी विषयों की एक साथ मार्किंग सोमवार से शुरू हो चुकी है और 8 मई तक मार्किंग पूरी करनी है।

 

एक्जामिनरों को अवॉर्ड भेजने शुरू

हरियाणा शिक्षा बोर्ड की ओर से 12वीं कक्षा की आंसर शीट की मार्किंग लगभग पूरी हो चुकी है। इनके अवार्ड भी एग्जामिनरों ने बोर्ड को भेज दिए हैं। ऐसे में सभी शिक्षक भी रिलिव कर दिए है।  दूसरी ओर, बोर्ड ने 10वीं कक्षा (HBSE 10th Result 2024) की आंसर शीट की मार्किंग भी शुरू करवा दी है।

 

10वीं कक्षा की मार्किंग करने का आदेश
10 वीं कक्षा की मार्किंग को लेकर हिसार जिले में दो मार्किंग सेंटर बनाए हैं, जिनमें गुरु नानक देव सीनियर सेकेंडरी स्कूल और पटेल नगर जीएसएसएस शामिल है। सभी विषयों की एक साथ मार्किंग सोमवार से शुरू हो गई है और 8 मई तक मार्किंग पूरी करनी है। सभी शिक्षक भी सेंटरों पर पहुंच गए है।

 

10 मई तक परिणाम देने की तैयारी

सूचना के मुताबिक इस बार बोर्ड की ओर से 10वीं कक्षा (HBSE 10th Result 2024) का परिणाम 10 मई तक जल्द दिया जाएगा। इसलिए सभी विषयों की एक साथ मार्किंग करवाई जा रही है। जैसे हिन्दी, अंग्रेजी, संस्कृत, गणित, साइंस, सामाजिक, संगीत, फिजिकल एजुकेशन, होम साइंस, ब्यूटी एंड वैलनेस, ड्राइंग आदि विषय शामिल हैं।

आंसर शीट की कितनी कॉपियां पहुंची सेंटरो पर ?

10 वीं कक्षा (HBSE 10th Result 2024) के सभी सब्जेक्टों की आंसर शीट भी सेंटरों पर पहुंच चुकी हैं। सभी सब्जेक्टों की लगभग 2400 कॉपियां हैं। 10वीं में विद्यार्थी भी ज्यादा है तो सेंटर भी अधिक बनाए हैं। मार्किंग के लिए सब्जेक्ट वाइज शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है। मॉडल टाउन स्थित गुरु नानक देव सीनियर सेकेंडरी स्कूल के मार्किंग सेंटर का जायजा लिया तो सभी शिक्षक आंसर शीट की जांच करते मिले। सेंटर पर करीब 15 ग्रुप है, जिसमें हर ग्रुप में 11-11 शिक्षक है। 6 सब्जेक्ट अनिवार्य है तो इनकी कॉपियां ज्यादा है, बाकी सब्जेक्टों की कम है।

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The wait of children will end soon, Haryana Board is releasing the result soon on this date.

HBSE Result 2024 : बच्चों का इंतजार जल्द होगा खत्म, हरियाणा बोर्ड जल्द कर रहा है इस तारीख को रिजल्ट जारी

HBSE Result 2024 : हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा 10वीं व 12वीं के परीक्षा परिणाम लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले 15 या 16 मई को घोषित कर दिए जाएंगे।

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के चेयरमैन डा. वीपी यादव ने बताया कि 10वीं व 12वीं कक्षा की मार्किंग का कार्य तेजी से पूरा किया जा रहा है। जिसके चलते 15 या 16 मई से पहले हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।

 

उन्होंने बताया कि, अबकी बार 10वीं कक्षा का परिणाम (HBSE Result 2024) अब तक के परिणामों के औसत से 25 से 30 प्रतिशत तक अधिक आने की संभावना है। क्योंकि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 10वीं कक्षा के मूल्यांकन प्रणाली में सीबीएसई के पैटर्न को अपनाया है। जिसके चलते ये परिणाम बढ़े है।

 

गौरतलब है कि, हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Result 2024)  में पहले इंटरनल एसेसमेंट के 20 अंक तथा थ्योरी के पेपर के 80 अंक होते थे तथा दोनों पेपरों में अलग-अलग पास होना जरूरी था। इसके तहत 80 में से 27 अंक लेने जरूरी थे।

परन्तु अब यदि कोई विद्यार्थी 80 में से मात्र 13 अंक लिए हुए है तथा जिसके इंटरनल एसेसमेंट में पूरे अंक है, जो सामान्य तौर पर छात्रों को दे दिए जाते है। वह छात्र मात्र 13 अंक पास हो जाएगे।

 

बीते 5 वर्षो में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का 10वीं कक्षा का परिणाम औसतन 60 से 65 प्रतिशत रहा है। जिसके 25 से 30 प्रतिशत बढऩे पर परिणाम 90 प्रतिशत से अधिक चला जाएगा।

भिवानी में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड (HBSE Result 2024) के चेयरमैन वीपी यादव ने कहा कि ,अबकी बार वार्षिक परीक्षाओं में नकल के मात्र 814 केस दर्ज किए गए। जबकि पहले के वर्षो में पांच हजार की संख्या तक केस दर्ज किए जाते रहे है। इसके लिए उन्होंने छात्रों व अध्यापकों द्वारा अच्छी मेहनत किए जाना व बोर्ड द्वारा क्यूआर कोड तकनीक अपनाया जाना बताया।

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Haryana Private School : आरटीई का उल्लंघन करने वाले स्कूलों पर 50 हजार फाइन करने के निर्देश

Haryana Private School :  हरियाणा में एडमिशन के लिए सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में लिए जाने वाले स्क्रीनिंग टेस्ट पर सरकार सख्त हो गई है। सूबे के स्कूल शिक्षा विभाग ने इसे राइट टू एजूकेशन का उल्लंघन बताया है।

 

बता दें की, सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों (Haryana Private School ) को इसको लेकर शिक्षा विभाग के मुख्यालय की ओर से लेटर जारी किया गया है। इसमें निर्देश दिए गए हैं कि यदि कोई भी स्कूल स्क्रीनिंग टेस्ट लेते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यालय के लेटर में दोषी स्कूलों के खिलाफ 25 से 50 हजार रुपए जुर्माना लगाने के भी आदेश दिए गए हैं।

 

जबकि , नए शिक्षण सत्र (Haryana Private School ) को लेकर इन दिनों स्कूलों में एडमिशन किए जा रहे हैं। शिक्षा विभाग को शिकायत मिली थी कि कुछ स्कूल बच्चों का स्क्रीनिंग टेस्ट ले रहे हैं, जो नियमों के विपरीत है। इसको देखते हुए विभाग की ओर से इस आशय का लेटर जारी किया गया है।

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The sycophant game of private school operators, the admission form was formatted with great effort in small font.

Haryana Private school Information : निजी स्कूल संचालकों का चापलूस खेल, दाखिला फॉर्म पर छोटे फॉन्ट में जान भुजकर फॉर्मेट किया

Haryana Private school Information : हरियाणा में निजी स्कूल संचालकों ने बचाव के लिए अंडरटेकिंग का नया खेल खेला है। महेंद्रगढ़ हादसे के बाद बसों की खामियां दूर करने के बजाय कुछ स्कूलों ने बचाव का रास्ता निकाला है। दाखिला फॉर्म में छोटे फॉन्ट में हादसा होने पर नहीं होगी स्कूल की जिम्मेदारी लिखवाया है। अनजाने में अभिभावक भी हस्ताक्षर कर रहे हैं।

स्कूली वाहन में दुर्घटना होने के बाद स्कूल संचालकों पर दोष न लगे, इससे बचने का रास्ता भी निकाल लिया है। दाखिला फार्म में ही स्कूल के नियमों में एक लाइन जोड़कर अभिभावकों से इस संदर्भ में अंडरटेकिंग ली जा रही है। ताकि भविष्य में यदि हादसा होता है तो स्कूल संचालक इसी फार्म को अभिभावकों को दिखाते हुए अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ सकें। वहीं अभिभावक भी अनजाने में हस्ताक्षर कर रहे हैं।

 

 

महेंद्रगढ़ में स्कूल (Haryana Private school Information) बस हादसा होने के बाद कुछ स्कूल संचालक बसों को सुधारने की बजाय अपनी जिम्मेदारी से बचने के रास्ते ढूंढ़ रहे हैं। दाखिला फार्म में ही लाइन लिखवा दी गई है कि ‘मैं छात्रों के परिवहन के दौरान होने वाली किसी भी दुर्घटना के लिए स्कूल अधिकारियों को जिम्मेदार नहीं ठहराऊंगा। भ्रमण के दौरान/स्कूल जाने या वापस आने के दौरान और यह पूरी तरह से मेरे अपने जोखिम और जिम्मेदारी पर है।’

निजी वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के अलावा कुछ प्ले-वे स्कूलों ने भी यही रास्ता अपनाया है। वैसे तो वे किसी भी अभिभावक से इस तरह का शपथ पत्र नहीं ले सकते लेकिन दाखिला प्रक्रिया का फायदा उठाते हुए अभिभावकों से एक ही फार्म में नया नियम बनाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। प्रदेश में करीब 15 हजार निजी स्कूल हैं, जिनके करीब 41 हजार वाहन बच्चों को लाने-ले जाने के लिए परिवहन विभाग के पास पंजीकृत हैं। इनमें से भी 15 से 20 प्रतिशत वाहनों की तीन-चार वर्ष से पासिंग नहीं हुई।

 

 

प्राइवेट स्कूल शिक्षक एडमिशन फ्रॉम छात्रों से फिल करवा रहे हैं

जबकि, कुछ स्कूलों (Haryana Private school Information) ने इस अंडरटेकिंग को स्कूल नियमों में शामिल करते हुए नए फार्म छपवाए हैं। ऐसे स्कूल पुराने विद्यार्थियों के अभिभावकों को भी स्कूल में बुलवाकर नया फार्म भरवा रहे हैं। हालांकि हवाला इसके पीछे नया रिकाॅर्ड बनाने का दिया जा रहा है। लेकिन रिकाॅर्ड की आड़ में अभिभावकों से अपने बचाव की अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं।

 

 

प्राइवेट स्कूल शिक्षक विधार्थियों और उनके परिचनों को फार्म पढ़ने का भी अवसर नी दे रहे

बता दें की, अभिभावक एकता संघ के जिलाध्यक्ष दिनेश नरूला का कहना है कि दाखिले के समय स्कूल संचालक केवल सुविधाओं और उपलब्धियों का गुणगान करते हैं। इसी दौरान खुद ही बच्चे का फार्म भरकर तुरंत हस्ताक्षर करा लेते हैं। अभिभावकों को फार्म पढ़ने का भी समय नहीं देते। अनजाने में अभिभावक ठगे जा रहे हैं। दाखिला फार्म में स्कूल के नियमों के साथ बीच में छोटे फॉन्ट में एक लाइन लिखवाई गई है।

 

 

परिवहन विभाग ने नियम पूरे ना करने पर स्कूलों को चेताया

परिवहन विभाग निरक्षक सुरेंद्र सैनी के अनुसार, अगर किसी स्कूल बस का हादसा होता है और सुरक्षित स्कूल वाहन पॉलिसी के मानकों को बस पूरा नहीं करती तो मोटर व्हीकल एक्ट के अनुसार स्कूल पर कार्रवाई होती है। अगर बच्चे अभिभावकों की सहमति से लगे निजी ऑटो या किसी अन्य वाहन में स्कूल जाते हैं और इस वाहन का हादसा होता है तो, स्कूल से बाहर हादसा होने पर स्कूल के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती।

 

 

डीईओ ने कहा की, प्राइवेट स्कूल अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हट सकते

अपनी जिम्मेदारी से स्कूल (Haryana Private school Information) पीछे नहीं हट सकते हैं। अंडरटेकिंग लिखवाने से भी वे बच नहीं सकते हैं। हादसे के दौरान यदि बच्चे की गलती हो तो अलग बात है। यदि चालक की गलती से या बस की कमी से हादसा होता है तो स्कूल ही जिम्मेदार है।

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Jind news : मैरिज पैलेस में चल रहा था इंटरनेशनल स्कूल, cm फ्लाइंग ने मारी रेड, 208 बच्चे, नहीं मिला रेजिस्ट्रेशन

Jind news : हरियाणा के जींद के नरवाना में कैनाल रोड पर सीएम फ्लाइंग तथा शिक्षा विभाग की संयुक्त टीम ने डीबीके इंटरनेशनल स्कूल में छापेमारी की। जांच में स्कूल का कोई रजिस्ट्रेशन नहीं मिला। टीम ने विस्तृत रिपोर्ट बना कर मुख्यालय को भेज दी है और शिक्षा विभाग ने स्कूल संचालक को नोटिस जारी किया है। आगामी कार्रवाई शिक्षा विभाग द्वारा अमल में लाई जाएगी।

सीएम फ्लाइंग के डीएसपी रविंद्र कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि नरवाना (Jind news ) के कैनाल रोड पर बना मान्यता के डीबीके इंटरनेशल नाम से स्कूल चलाया जा रहा है।

जिसके आधार पर सीएम फ्लाइंग (Jind news ) के सब इंसपेक्टर चरणसिंह के नेतृत्व में छापामार टीम का गठन किया गया। जिसमें एएसआई खुशीराम तथा शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकार सुरेश नैन, लिपिक पवन को भी शामिल किया गया। टीम ने जब स्कूल में दस्तक दी तो वह मैरिज हाल में चलता पाया गया। नर्सरी से चौथी कक्षा तक स्कूल रिकार्ड 208 बच्चों का दाखिला पाया गया।

 

स्कूल में 172 छात्र हाजिर पाए गए। स्कूल की मान्यता से दस्तावेज मांगे जाने पर स्कूल संचालक उन्हें दिखाने में नाकाम रहा। फायर सेफ्टी, पीने के पानी, साफ सफाई, बिल्डिंग सेफ्टी सर्टिफिकेट से संबंधित को कोई दस्तावेज नही मिला। ना ही सोसायटी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट मेरिज पैलेस (Jind news ) का कोई किरायानामा तथा पट्टे से संबंधित दस्तावेज प्रस्तुत कर पाया। जिस पर सीएम फ्लाइंग ने विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय को भेज दी है। वहीं शिक्षा विभाग ने स्कूल संचालक को नोटिस जारी किया है।

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Jind private school bas ban : जींद में 10 साल पुरानी स्कूली बसों पर लगेगी पाबंदी, डीसी ने जारी किए ये आदेश

Jind private school bus ban : हरियाणा सरकार के आदेशों अनुसार, जिला जींद में 10 साल से अधिक पुरानी बसों को चलने की अनुमति नहीं मिलेगी। हरियाणा सरकार के आदेश को बयां करते हुए डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने बैठक के दौरान रखी हैं। जबकि, उन्होंने यह भी कहा है कि, 10 साल पुरानी बसों (Jind private school bus ban) की एनओसी बनवाकर एनसीआर से स्कूल संचालक बाहर जरूर बेच सकते हैं। इसके साथ ही निजी स्कूल संचालकों की मुसीबतें और ज्यादा बढ़ चुकी है।

 

जींद जिले में कितनी हैं स्कूल बसें ?

डीसी ने प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि, विद्यार्थियों की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा स्कूली वाहनों के लिए सड़क सुरक्षा एवं सुरक्षित स्कूल वाहन नीति बनाई गई है। जींद जिले में करीब 900 स्कूल बसें हैं। जिनमें से 50 से ज्यादा बसें 10 साल से ज्यादा पुरानी हैं। पुरानी बसें (Jind private school bus ban) ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के निजी स्कूलों की हैं। बजट कम होने के कारण निजी स्कूल संचालक पुरानी बसें खरीद लेते हैं। जो मानकों पर खरी नहीं उतरती।

 

स्कूल वाहन नियमों का पूरी तरह से पालन करने के लिए डीसी ने दिया समय

बता दे की, महेंद्रगढ़ के किनाना में स्कूल बस पलटने के बाद से ही पूरे हरियाणा में ये सख्त कार्रवाईयां बढ़ रही है। इसके बाद से कई निजी स्कूल बंद हैं और सरकार व प्रशासन की सख्ती शांत होने का इंतजार कर रहे हैं। शिक्षा विभाग की टीमें भी स्कूलों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रख रही हैं। स्कूल संचालकों (Jind private school bus ban) के आह्वान पर जिला प्रशासन एव डीसी ने नियम पूरे करने के लिए कुछ समय दिया है।

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