बंदर नहीं मछलियां हैं इंसानों की पूर्वज ! पढि़ए यह रिसर्च रिपोर्ट

ऐसा माना जाता है कि धरती पर बंदर मानव जाति के पूर्वज हैं। लाखों वर्षों के विकास के बाद वानर से ही इंसान बनता गया। लेकिन साइंस द्वारा अब एक नया दावा किया जा रहा है कि बंदर इंसान के पूर्वज नहीं बल्कि असली पूर्वज मछली थी। इंसान को दांत और जबड़े मछलियों से मिले हैं। यह दावा 40 करोड़ साल पहले की मछलियों के मिले जीवाश्म (फॉसिल) पर रिसर्च के बाद किया जा रहा है। वोट पोल कर अपनी राय जरूर दें  

AmPm News

आपने भी देखा होगा कि शार्क जैसी मछलियों के बड़े-बड़े नुकीले दांत होते हैं। अब जो करोड़ों वर्ष पुरानी मछलियों के फॉसिल मिले हैं, उनमें रीढ़ की हड्डी व जबड़े और दांत भी मिले हैं। अब वैज्ञानिक कह रहे हैं कि हो सकता है जीवों में जबड़ों के विकास की शुरूआत यहीं से हुई हो। इवोल्यूशन के दौरान यह मछलियां पानी से बाहर धरती पर आई और फिर जीवों में दांतों व जबड़ों का विकास शुरू हुआ। आज इंसानों और बहुत से जानवारों के पास चबाने के लिए दांत और जबड़े हैं।

ALSO READ  International tesk : एमडीएच मसाला प्रॉडक्ट से हो सकती है, कैंसर जैसी घातक बीमारी! आए जानें रिसर्च में क्या बताया गया
चीन में मिले मछलियों के जीवाश्म

40 करोड़ वर्ष से पुराने मछलियों के ये जीवाश्म दक्षिण चीन में मिले हैं। इसकी एक रिपोर्ट प्रकाशित हुई है, जिसमें बताया गया है कि वैज्ञानिकों ने पांच प्रजातियों की मछलियों के फॉसिल खोजे हैं, जिनमें एक मछली का फॉसिल 43.6 करोड़ साल पुराना तो तीन मछलियों के फॉसिल 43.9 करोड़ साल पुराने हैं। इन पर जब रिसर्च हुई तो इन मछलियों के पास रीढ़ की हड्डी और जबड़े व दांत मिले। यह मछलियां 20 के आसपास हैं और इनकी लंबाई करीब डेढ़ इंच है। यह शार्क जैसी मछली का जीवाश्म है। कहा जा सकता है कि यह आज की शार्क की पूर्वज रही होगी। वैज्ञानिक मान रहे हैं कि मछलियां पानी से बाहर आई होंगी और उसी से स्तनधारी जीव, पक्षी, इंसान व अन्य जानवरों में इनका विकास हुआ होगा।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *