NIA Action : पिछले साल लंदन में भारतीय दूतावास पर हमले संबंधित एक मामले में राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) यानि एनआईए ने मुख्य आरोपी इंद्रपाल को अरेस्ट कर लिया है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने अपने एक बयान जारी करते हुए बताया कि, ब्रिटेन के हाउंस्लो निवासी इंद्रपाल सिंह गाबा को 22 मार्च, 2023 को लंदन में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोपा में अरेस्ट किया गया है।
किस मामले को लेकर खालिस्तानियों हमला किया था ?
मामले की गंभीरता को लेकर एनआईए (NIA Action) की अब तक की जांच से पता चला हैं कि, पिछले साल 19 और 22 मार्च को लंदन में हुई घटनाएं भारतीय मिशन और उसके अधिकारियों पर हमले करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं। बयान में बताया गया है कि, 18 मार्च 2023 को खालिस्तानी समर्थक अलगाववादी अर्मतपाल सिंह के खिलाफ पंजाब पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई के प्रतिशोध में मार्च, 2023 में लंदन में ये हमले किये गये थे।
अधिकारियों पर हमले की साजिश में था आरोपी इंद्रपाल सिंह गाबा
बता दें कि एनआईए (NIA Action) ने अपने म बयान में कहा कि, हाउंस्लो निवासी इंद्रपाल सिंह गाबा को 22 मार्च के विरोध प्रदर्शन के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में अरेस्ट किया गया हैं। एजेंसी ने कहा कि, मामले में एनआईए की चल रही जांच से पता चला है कि, लंदन में 19 मार्च और 22 मार्च की घटनाएं भारतीय मिशनों और उसके अधिकारियों पर शातिर हमले करने की एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं।
एनआईए प्रवक्ता ने बताया कि, ’ ब्रिटेन के हाउंस्लो निवासी इंद्रपाल सिंह गाबा को 22 मार्च, 2023 को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के आरोप में अरेस्ट किया गया है। जबकि, एजेंसी ने इस बात का खुलासा नहीं किया कि, क्या गाबा को दिल्ली में हवाई अड्डे पर अरेस्ट किया गया था। एजेंसी ने हमले में उसकी अहम भूमिका या खालिस्तानी समर्थक नेताओं के साथ उसके संबंध का भी खुलासा नहीं किया।
राष्ट्रीय ध्वज का किया था अपमान
एनआईए (NIA Action) की सूचना से पता चला कि, भारतीय उच्चायोग में राष्ट्रीय ध्वज को खालिस्तानी समर्थकों ने भारत द्वारा अलगाववादी तत्वों पर कार्रवाई के खिलाफ में विरोध प्रदर्शन के दौरान उतार दिया था। इस घटना के मद्देनजर अप्रैल में गृह मंत्रालय की ब्रिटेन के गृह मंत्रालय की ब्रिटेन के गृह कार्यालय के प्रतिनिधियों से मुलाकात के बाद एनआईए ने दिल्ली पुलिस से जांच अपने हाथ में ले ली।
प्रवक्ता ने एक बयान में कहा कि, 19 मार्च की हिंसा का मास्टरमाइंड अवतार सिंह उर्फ आजाद उर्फ रणजोध सिंह को बताया गया था, जो नामित आतंकी संगठन खालिस्तान लिबरेशन फोर्स का स्वयंभू प्रमुख था। इस प्रकार कुछ सप्ताह बाद बर्मिंघम के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। वहीं वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह के कथित हैंडलर खांडा की मौत खालिस्तान समर्थक तत्वों या पीकेई के लिए एक बड़ा झटका थी।