India weather update : देशभर में जगह-जगह पर मौसम का मिजाज बदलता जा रहा है। पहाड़ों पर जहां बर्फबारी जारी है, तो दक्षिण में हीट वेव का कहर बना हुआ है। वहीं उत्तर भारत में ही इस दौरान गर्मी का सितम है। भारतीय मौसम विभाग (India weather update) के अनुसार हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, दिल्ली व उत्तर प्रदेश के इलाकों में 12 अप्रैल के बाद मौसम बदलने वाला है। हरियाणा में 12 अप्रैल से तो पंजाब में 13 अप्रैल से बूंदाबांदी के आसार बने हुए हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान हरियाणा में अधिकतम तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गयाए जो अप्रैल की शुरुआती दिनों में अपने आप में एक रिकॉर्ड है।
इसी प्रकार पंजाब में भी अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रहा तो, राजस्थान के मरुस्थली इलाकों में तापमान 38 डिग्री पर पहुंच चुका है। भारत मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में भारत के दक्षिणी राज्यों में हीट वेव बन सकती है। वही मध्य प्रदेश पश्चिम बंगालए बिहार, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना बनी हुई है।
12 को मौसम हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश तक सर्द रहेगा
पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान पश्चिम बंगाल, पूर्वी असम और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर तेज बारिश भी संभावित है। वहीं पश्चिम बंगाल, पूर्वोत्तर भारत, उड़ीसा, बिहार, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश महाराष्ट्र में बूंदाबांदी हो सकती है। इन क्षेत्रों में हवा (India weather update news) की गति 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की बनी रहेगी।
13 अप्रैल को गरज.चमक के साथ बारिश (India weather update news) होने की संभावना है। हरियाणाए पंजाब, राजस्थान दिल्ली एनसीआर व उत्तर प्रदेश में अभी गर्मी का दौर जारी रहेगा। लेकिन 12 अप्रैल के बाद मौसम बदल जाएगा। भारत मौसम विभाग के अनुसार पूरे एक सप्ताह के दौरान दिल्ली एनसीआर का अधिकतम तापमान 36 से 38 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। वहीं न्यूनतम तापमान 17 से 21 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है।
एजेंसी स्काईमेट का मौसम पूर्वानुमान
बदलते मौसम के बीच भारत मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। मौसम (India weather news) का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट के अनुसार एक पश्चिमी विक्षोभ मध्य और ऊपरी क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में अपनी धुरी के साथ समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर बना हुआ है। वहीं उतरी बांग्लादेश और आसपास के इलाकों पर एक चक्रवर्ती परिसंचरण भी बना हुआ है।
इन दोनों का असर उत्तर भारत में भी दिखाई देगा। इसके अलावा दक्षिणी छत्तीसगढ़ से लेकर विदर्भ मराठवाड़ा, आंतरिक कर्नाटक, तमिलनाडु के निचले स्तर पर कोमोरिन क्षेत्र तक एक टर्फ रेखा बनी हुई है। जो समुद्र तल से डेढ़ किलोमीटर ऊपर असम और आसपास के क्षेत्र पर एक चक्रवर्ती परिसंचरण के रूप में है। इसी प्रकार एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 10 अप्रैल से पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है।