नशे के खिलाफ बनो धाकड़ : एडीजीपी श्रीकांत जाधव
प्रयास संस्था द्वारा नशा मुक्ति जागरूकता शिविर में खचाखच पहुंचे लोग, दबंग एडीजीपी श्रीकांत जाधव बोले, मां-बाप का नाम रोशन करो, नशे से दूर रहो, अन्याय ना सहो, ना करो, झूठ मत बोलो, आज यहां नशे के खिलाफ जागरूकता का पौधा लगाया, इसको पेड़ बनाना जनता का काम, नशे को ‘नो’ कहना सीखो, टोल फ्री 9050891508 पर दें नशे की सूचना
फतेहाबाद। एडीजीपी हरियाणा स्टेट नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो श्रीकांत जाधव के नेतृत्व में आज फिर फतेहाबाद में नशे के खिलाफ शंखनाद किया गया। सेतिया पैलेस में ब्यूरो द्वारा प्रयास संस्था के सहयोग से नशा के खिलाफ जागरूकता का विशाल कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें सैकड़ों की संख्या में स्कूली विद्यार्थी व लोगों ने शिरकत की और नशे के खिलाफ आवाज बुलंद की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एसपी आस्था मोदी थीं, जबकि अध्यक्षता डीसी जगदीश शर्मा ने की। इस दौरान प्रयास संस्था से बृजभूषण मिढ़ा, सतीश प्रधान, राजन महतानी व अन्य गणमान्य लोगों ने एडीजीपी का स्वागत किया। एडीजीपी ने कार्यक्रम में आते ही पूछा कैसा है मेरा फतेहाबाद। लोगों ने उनका गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। खचाखच भरे इस कैंप को देख वे अभिभूत हो गए। उन्होंने आज अस्थायी रूप से लगाए गए डी-एडिक्शन कैंप का भी उद्घाटन किया। कैंप डॉ. गिरीश डोडा के नेतृत्व में चिकित्सकों की टीम ने अपनी सेवाएं दी। कार्यक्रम में कई वीडियो क्लिप्स के माध्यम से लोगों को नशे के प्रति जागरूक किया गया, वहीं एसबीडीएस कॉलेज के विद्यार्थियों ने नशे के खिलाफ नाटकों का मंचन कर संदेश दिया।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने कहा कि आज वे यहां पर नशा जैसी बुराई के प्रति जागरूकता का पौधा लगाने आए हैं और वे पौधा लगाकर जाएंगे, आगे इस पौधे का ख्याल आप सबने रखना है। इस जागरूकता के पौधे को पेड़ बनाओ और अपने आने वाली पीढ़ी को बचाओ। उन्होंने कहा कि देश में 20 लाख करोड़ का नशे का कारोबार हर साल होता है और विश्व स्तर पर यह कई बिलियन का कारोबार है। अमेरिका जैसे विकसित देश के पास हाई टैक पुलिस है, बड़ी तकनीक है, फिर भी सबसे ज्यादा अमेरिका जैसा देश इस नशे की जद में है। इसलिए हमारे देश में अकेले पुलिस इस नशे को नहीं रोक सकती, इसे रोकने के लिए जनता का साथ होना जरूरी होगा। इसलिए सब मिलकर साथ आएं। उन्होंने बताया कि नशा रोकने के लिए सरकार द्वारा स्टेट एक्शन प्लान बनाया गया है, जिसका नाम धाकड़ सीएम मनोहर लाल ने रखा। क्योंकि हरियाणा का चाहे जवान हो, किसान हो, युवा हो, महिला हो, खिलाड़ी हो या कोई भी वर्ग हो वो धाकड़ है।
इस धाकड़ अभियान के तहत पांच पांच युवाओं का गु्रप बनाया जाता है। यदि उस ग्रुप में या ग्रुप से बाहर कोई युवा गुमसुम दिखे, रूठा-रूठा दिखे, अपने में खोया दिखे, चिड़चिड़ा या गुस्सैल बनता दिखे तो उसकी परेशानी समझी जाती है और यदि वह नशे के गिरफ्त में है तो यह धाकड़ ग्रुप अपने सीनियर ग्रुप यानि टीचर्स को बताता है और टीचर्स फिर प्रिंसिपल तथा प्रिंसिपल फिर उनसे संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने यहां उपस्थित सैकड़ों युवाओं से धाकड़ होने का मतलब पूछा, सबने अपने-अपने राय बताई। किसी ने कहा कि निश्चय कर लक्ष्य प्राप्त करना धाकड़ है तो किसी ने मेहनत करने वाले को धाकड़ बताया। एडीजीपी श्रीकांत जाधव ने बताया कि जो अपनी मां-बाप की सेवा करे, उनके पैर छुए, वो भी धाकड़ है। मां-बाप को सुखी रखें, उन्हें भगवान मानें, नशे में फंसकर उनका सिर नीचे ना करें। भारत का टैलेंट दुनियाभर में फैल रहा है, इस टैलेंट को निखारों, इस टैलेंट को खत्म करने की साजिश की जा रही है नशे के द्वारा, इसलिए इस साजिश के खिलाफ लड़ो।
उन्होंने कहा कि अपने जीवन में एक दोस्त ऐसा रखो, जो मुंह पर आपको आपकी सच्चाई बता सके, गलत को गलत बताए। उन्होंने कहा कि तीन बातें ध्यान रखें, अपनी बॉडी को फिट रखें, अपने जीवन में सिद्धांत बनाकर रखें। उन्होंने कहा कि उनका जीवन का सिद्धांत है कि अन्याय न अपने पर सहो, ना किसी से करो, दूसरा सिद्धांत है कि कभी झूठ मत बोलो। तीसरी बात यह अपनाएं कि अपने माता-पिता को गर्वित महसूस करवाएं, ऐसा काम करें कि उनको आप पर नाज हो। वे महाराष्ट्र के हैं, लेकिन पोस्टेड हरियाणा में है, अपने माता-पिता के साथ रह नहीं पाए, लेकिन उन्होंने अपने माता-पिता का सिर ऊंचा किया।
युवा रास्ता न भटकें: कविता जाधव
इस अवसर उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कविता जाधव ने भी युवाओं को नशे से दूर रहने की प्रेरणा देते हुए आज समाज को युवाओं की जरूरत है, युवा यदि रास्ता नहीं भटकेंगे तो स्वस्थ समाज हम बना पाएंगे।
प्रयास का प्रयास अच्छा: डीसी
इस अवसर पर डीसी जगदीश शर्मा ने कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि युवाओं में नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाना आज जरूरी हो गया है। नशा हमारे समाज को खोखला कर रहा है, सामाजिक संस्थाओं को इसी प्रकार नशे के खात्मे के लिए आगे आना चाहिए, प्रशासन पूरी तरह उनके साथ है।
बृजभूषण मिढ़ा ने यादें की ताजा
वहीं प्रयास संस्था की तरफ से बृजभूषण मिढ़ा ने यादें ताजा करते हुए बताया कि उन्होंने अपनी जिंदगी में एडीजीपी श्रीकांत जाधव जैसा धाकड़ अफसर नहीं देखा। जब वे 2000 सन में फतेहाबाद एसपी थे तो उन्होंने यहां नशे के खिलाफ व्यापक स्तर पर अभियान छेड़ा था, प्रयास संस्था के सहयोग से गांव-गांव शिविर लगाए गए और सादे कपड़े में वे स्वयं गांव जाकर नशा बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाते थे, इसलिए लोग आज भी उनको याद करते हैं।
कुशल मंच संचालन धर्मेंद्र गोस्वामी ने किया। इस अवसर पर नशा से दूर रहने के लिए शपथ दिलाई गई और युवाओं से नशे से दूर रहने के बारे में प्रेरित किया गया। एसपी ताहित हुसैन, डीएसपी प्रदीप यादव, डीएसपी राजेश कुमार, इंस्पेक्टर सुरेंद्रा, एसआई सूर्यकांत, एएसआई सतबीर सिंह, वरिष्ठ जजपा नेता डॉ.विरेंद्र सिवाच, राजीव बतरा, संजय मेहता, सर्वजीत मान, केतन मिढ़ा, गोपाल चौधरी, राज नारंग, सूरज, रवि, तरुण बजाज किट्टू, डीईटीसी वीके शास्त्री, नरेंद्र भिरडाना, हरदीप सिंह, 15 से ज्यादा निजी और सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी और स्टाफ यहां मौजूद रहे। जिनमें के्रसेंट स्कूल, सीनियर मॉडल स्कूल भिरडाना, एमडी स्कूल, सिटी स्कूल भिरडाना, सरकारी स्कूल फतेहाबाद, शांति निकेतन स्कूल ढिंगसरा, धांगड़ स्कूल, एमपी रोही स्कूल डिवाइन स्कूल व अन्य स्कूल के विद्यार्थी मौजूद रहे।
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