Haryana Political News : हरियाणा की राजनीति में सियासत का खेल महाभारत के शकुनी की चौसर की तरह चल रहा है। कब किस समय सियासत के खेल में पासो की तरह विधायक पलटी मारकर किसी भी राजनीतिक दल को सता दे सकते है। ऐसे ही हरियाणा की सियासत (Haryana Political News) में पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी पर खतरा मंडरा रहा है, तो कभी लगता है कि, मानो खतरा टल गया है। जबकि, 10 विधायकों वाली जजपा को तोड़ने के लिए सात विधायकों का समर्थन जरूरी है। 10 में से चार विधायक दुष्यंत चौटाला के साथ हैं। तीन भाजपा के और दो कांग्रेस के साथ हैं। एक विधायक रामकुमार गौतम ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं।
जजपा पार्टी टूटने का खतरा टला, हुड्डा से मिले जजपा विधायक रामकरण काला
हरियाणा (Haryana Political News) के पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की जजपा पार्टी पर कब्जा करने का खतरा लगभग टल गया है। पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली पिछले कुछ दिनों से किस तरह से दुष्यंत चौटाला को जजपा के नेता पद से हटाकर वह अपने-आप पार्टी पर काबिज होने की कोशिश कर रहे थे। देवेंद्र बबली तीन विधायकों के साथ अब तक आगे नहीं बढ़ पाए हैं। बता दें कि, दो दिन पहले शाहबाद के विधायक रामकरण काला द्वारा पूर्व भूपेंद्र सिंह हुड्डा से की गई मुलाकात के बाद यह आशंका मजबूत हो गई है कि, देवेंद्र बबली किसी तरह भी 7 विधायक नहीं जुटा सकेंगे। ऐसे में वह न तो जजपा को तोड़ पाने में कामयाब होंगे और न ही उस पर कब्जा कर सकेंगे।
कांग्रेस को समर्थन से बदला सियासत खेल
कुछ दिन पहले तीन निर्दलीय विधायकों रणधीर गोलन, धर्मपाल गोंदर और सोमवीर सांगवान द्वारा भाजपा सरकार से समर्थन वापस लेने और कांग्रेस को समर्थन देने से प्रदेश की सियासत में रोमंचक माेड़ आया हुआ है। इस दौरान सियासत के खेल में हरियाणा के पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने जजपा पार्टी को विभाजित करने का बयान देकर प्रदेश की राजनीति को और रोमांचक बना रहे है।
जजपा की मांग विधानसभा सत्र, पर बागी विधायकों ने दिखायें तेवर
छह अन्य विधायकों में से गुहला विधायक ईश्वर सिंह के बेटे और शाहबाद से विधायक रामकरण काला के बेट कांग्रेस ज्वाइन कर चुके हैं। वहीं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग, नरवाना विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा का झुकाव ही क्लियर रूप से भाजपा की ओर देखा जा रहा है। जबकि, नारनौंद से विधायक रामकुमार गौतम ने अब तक अपने कोई पते नहीं खोले है।
बता दें कि, बबली को छोड़कर दो विधायकों ने भाजपा प्रत्याशियों का मंच तक साझा किया है। कांग्रेस में जाने की चाह रखने वाले ईश्वर सिंह और रामकरण काला क्या देवेंद्र बबली का साथ देंगे। यदि भाजपा सरकार (Haryana Political News) को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट का सामना करना पड़ा तो जजपा पार्टी के चीफ व्हिप भाजपा सरकार के खिलाफ जाने का व्हिप जारी कर मास्टर स्ट्रोक खेलेगी।
पार्टी के सूचना के अनुसार, पार्टी के सभी विधायकों को मानना पड़ेगा, नहीं तो अपनी विधायकी से हाथ धोना पड़ेगा। व्हिप नहीं मानने की स्थिति में पूर्व विधायक के रूप में मिलने वाले पेंशन और भत्तों से भी उन्हें हाथ धोना पड़ सकता है।