Nepal mentions Indian territories in currency notes

Nepal Currency : नेपाल ने किया करेंसी नोट में भारतीय क्षेत्रों का जिक्र

Nepal Currency : भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पड़ोसी देश नेपाल द्वारा तीन विवादित भारतीय क्षेत्रों को 100 रुपये का नया नेपाली मुद्रा नोट में दर्शाया गया है। नेपाली मुद्रा नोट पेश करने के बाद नेपाल से मामलों को एक अलग तरीके से बात करने के लिए कहा गया है। विदेश मंत्री ने कहा कि नेपाल के इस तरह के कदम से दोनों देशों के बीच कूटनीतिक स्थिति में कोई बदलाव नहीं आएगा। 

 

 

व्हाई भारत मैटर्स

विदेश मंत्री ने ‘व्हाई भारत मैटर्स’ पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि, ‘‘मैंने वह रिपोर्ट को विस्तार से नहीं देखा है, पर मुझे लगता है कि, हमारी स्थिति बहुत क्लियर है। नेपाल के साथ, हम एक स्थापित मंच के माध्यम से अपनी सीमा मामलों पर चर्चा कर रहे थे और फिर उसके बीच में उन्होंने एकतरफा फैसला लिया है, ”अपनी तरफ से कुछ कदम उठाए हैं, पर अपनी तरफ से कुछ करने से वे हमारे बीच स्थिति या जमीनी हकीकत को नहीं बदलेंगे।”

ALSO READ  खुद को जिंदा साबित करने कोर्ट पहुंचे बुजुर्ग के निकले प्राण

 

 

तीन विवादित भारतीय क्षेत्रों को नेपाली नोट पर दर्शाने की घोषणा 

बता दें कि शुक्रवार को, एक नए नेपाली 100 रुपये के नोट (Nepal Currency) की छपाई में नेपाल ने लिपुलेख, लिंपियाधुरा और कालापानी के तीन क्षेत्रों को दर्शाने वाले मानचित्र के साथ की घोषणा की है। जबकि, भारत ने पहले ही ‘अस्थिर’ और ‘कृत्रिम विस्तार’ करार दिया था। नेपाल सरकार की प्रवक्ता रेखा शर्मा ने बैठक के दौरान मीडिया को सूचना देते हुए बताया की, ‘‘कैबिनेट ने 25 अप्रैल और 2 मई को हुई कैबिनेट बैठकों के दौरान नेपाली 100 रुपये के बैंक नोट को फिर से डिजाइन करने और बैंक नोट की पृष्ठभूमि पर मुद्रित (Nepal Currency) पुराने मानचित्र को बदलने की मंजूरी दे दी है।’’

 

 

नोट काे लेकर भारत और नेपाल के संबंधों में कब दरार आई

ALSO READ  HBSE Big Mistake on 10th class exam : हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने की सबसे बड़ी लाफरवाही ! 10वीं के छात्रों को डाला मुसीबत में

गौरतलब है कि, 8 मई, 2020 को लिपुलेख के तहत से कैलाश मानसरोवर को जोड़ने वाली सड़क के उद्घाटन के बाद भारत और नेपाल के संबंधों दरार बढ़ी। जबकि, नेपाल ने इस कदम पर आपत्ति जताते हुए भारत को एक राजनायिक नोट सौंपा था। हैंडओवर से पहले ही नेपाल ने सड़क निर्माण के भारत के एकतरफा कदम पर आपत्ति जताई थी।

इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले से होकर जाने वाली सड़क पूरी तरह से भारत के क्षेत्र में है। वहीं नेपाल उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बंगाल, बिहार और सिक्किम सहित पांच भारतीय राज्यों के साथ 1,850 किमी से अधिक की सीमा को शेयर करता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *