फतेहाबाद। सोनाली हत्याकांड में अब उनके मुंहबोला भाई हिसार निवासी रिषभ उर्फ छोटू बैनीवाल ने सुधीर सांगवान के खिलाफ कई बड़े आरोप जड़े हैं। छोटू बैनीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि किसी तरीके से सुधीर ने सोनाली फौगाट को अपने काबू में कर रखा था, मेरे सामने वह बात मानती थी, हां भरती थीं, लेकिन जब सुधीर को रफा दफा करने के लिए कहा जाता तो कहती थी, उसे चले जाने के लिए मुझसे कहा नहीं जा रहा, अपने आप चला जाएगा। क्या पता क्या मजबूरी थी, जो उन्हें विवश कर रही थी, मुझे नहीं पता। यदि मुझे पहले जिक्र कर दिया होता तो आज यह दिन नहीं आता।
मुझे फोन कर रोती थी सोनाली
छोटू बैनीवाल ने बताया कि सुधीर के कारण सोनाली फौगाट के परिजनों की उनसे दूरी हो गई थी, उसे खतरा था कि मैं आवाज उठा सकता हूं, इसलिए मेरे से भी दूरी बनवानी शुरू कर दी। लेकिन जब भी सुधीर पास नहीं होता तो मुझे फोन करती थी सोनाली और रोती थीं।
सुधीर नकली गुरू पेश कर बना विश्वासपात्र
उन्होंने बताया कि सुधीर ने सोनाली का नजदीकी होने के लिए किसी व्यक्ति को गुरू दिखाकर उनके पास ले गया और गुरू बने व्यक्ति को सोनाली की वह सारी जानकारी बताई, जो दुनिया जानती है। जब उक्त गुरू ने सोनाली को यह बातें बताई तो सोनाली को लगा कि वह पहुंचे हुए गुरू हैं और उन पर विश्वास करने लगीं। छोटू राम का कहना है कि उसी गुरू ने सोनाली को यह कहा था कि सोनाली को सहारे की जरूरत है, वह अपने आसपास ऐसे इंसान को रखे, जो उनका पूरा विश्वासपात्र है। तब से सुधीर पर उनका विश्वास और बढ़ गया।
थर्ड पर्सन की पुरानी गाड़ी से जमाया इंप्रेशन
सोनाली को एक लग्जरी गाड़ी गिफ्ट देने के मामले पर छोटू बैनीवाल का कहना है कि सुधीर ने कोई महंगी गाड़ी गिफ्ट नहीं दी, बल्कि वह देने वाला नहीं लेने वाला इंसान है। जो गाड़ी का जिक्र आया है, वह सुधीर की थी ही नहीं, वह 2011 मॉडल मर्सिडीज गाड़ी थर्ड ऑनर गाड़ी थी और किसी और के नाम थी। सोनाली के सामने नंबर बनाने के लिए वह यह गाड़ी और कहा कि जब जहां जरूरत हो तो यह गाड़ी प्रयोग कर सकती हैं। गाड़ी जब दुर्घटनाग्रस्त हुई तो सच्चाई सामने आई कि यह गाड़ी सुधीर की है ही नहीं और नई नहीं पुरानी है। बैनीवाल के अनुसार सुधीर ने अपनी इमेज एक खतरनाक इंसान के रूप में बना ली है, जिस कारण कोई भी सच्चाई बोलने को तैयार नहीं।