Indian Marriage festival : देशभर में चल रहे शादियों के सीजन पर 21 अप्रैल से ब्रेक लग गया है। अब 10 जुलाई तक शादियां बंद रहेंगी यानि अगले 81 दिन शादियों के लिए कोई शुभ मुहूर्त नहीं है। 24 अप्रैल को शुक्र मेष राशि में प्रवेश करेंगे, यहां पहले से ही सूर्य का गोचर हो रहा है और मेष राशि में प्रवेश करते ही शुक्र अस्त हो जाएंगे
लेकिन शुक्र के अस्त होने से 3 दिन पहले 21 अप्रैल से ही शुक्र-बाल्यत्व दोष से घिर जाएंगे शुग्र 7 जुलाई तक अस्त रहेंगे और 7 जुलाई को उदय होने के बाद भी 10 जुलाई तक बाल्यत्व दोष के दायरे में रहेंगे लिहाजा देश में 11 जुलाई से शादियों का सीजन शुरू होगा। इस बीच 6 मई को गुरु भी वृषभ राशि में अस्त होंगे और 4 जून को उदय होंगे।
शादियों के सीजन बंद होने से कौनसे कारोबार प्रभावित होते हैं
बता दें की, शुक्र और गुरु ये दोनों ही ग्रह मांगलिक कार्यों के लिए शुभ होते हैं और अगर ये दोनों ग्रह अस्त हों तो मांगलिक कार्य (Indian Marriage festival) नहीं किए जाते। शुक्र के अस्त होने का विचार खास तौर पर शादी के लिए किया जाता है। क्योंकि शुक्र को ही ज्योतिष में शादी का कारक ग्रह माना जाता है।
अगर शुक्र के अस्त होने की स्थिति में शादी कर ली जाए तो वैवाहिक जीवन (Indian Marriage festival) में परेशानी पेश आती है, लिहाजा शुक्र के अस्त होने के समय देश भर में हिंदु समाज में शादियां वर्जित होती हैं। देश में शादियों का सीजन ठप्प होने के कारण अब अगले अढ़ाई महीने तक कपड़े और ज्वैलरी के कारोबार के अलावा होटल कारोबार पर भी इसका असर साफ नजर आएगा।
जुलाई से शादियों के शुभ मुहूर्त की तिथियां
जुलाई -11, 12, 14, 19, 20, 21, 22, 23, 27, 31
अगस्त- 5, 6, 7, 8, 11, 13, 19, 23, 24, 26, 27, 28
सितम्बर- 4, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14
अक्तूबर- 3, 6, 7, 11, 12, 20, 21, 26, 27, 28
नवम्बर – 3, 4, 6, 8, 9, 10, 14, 17, 18, 22, 23, 24, 25, 26, 27
दिसम्बर – 5, 6, 7, 11
नवम्बर महीने में होंगी सबसे ज्यादा शादियां
शुक्र के उदय होने के बाद इस साल अगला पहला विवाह मुहूर्त (Indian Marriage festival ) 11 जुलाई को होगा, जबकि साल का आखिरी शुभ मुहूर्त 11 दिसम्बर को होगा। इस बीच महीने में नवम्बर महीने में शादी के सबसे ज्यादा मुहुर्त निकल रहे हैं। इसी प्रकार नवम्बर माह में 15 दिन शादी के शुभ मुहूर्त हैं।
जबकि अगस्त में 12, जुलाई और अक्तबर में 10-10 और सितम्बर में शादियों के 9 मुहूर्त हैं। इस बीच 18 सितम्बर से पितृ पक्ष शुरू होने के कारण विवाह शादियों जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगें और 2 अक्तूबर को पितृ पक्ष खत्म होने के बाद ही शादियां दोबारा शुरू होंगी।