Haryanvi language wedding card : हमारे देश में, खासकर उत्तर भारत के हिन्दी बोलने वाले राज्यों में आमतौर पर शादी के कार्ड इंग्लिश या हिन्दी में ही छपते हैं। प्रांतीय भाषाओं में भी कार्ड छपते हैं पर छेत्रीय बोली में छपे कार्ड
शादियों में छोटी-बड़ी इतनी चीजों की तैयारी पहले से करनी पड़ती है कि लोगों का दिमाग चकरा जाता है। शादी का कार्ड (Haryanvi language wedding card) छपवाना भी ऐसा ही एक काम है। पहले कार्ड सेलेक्ट करो, फिर उसके लिए संदेश लिखो, फिर उसे छपवाओ और उसके बाद छपे कार्ड्स को फोल्ड कर उनके ऊपर मेहमानों के नाम लिखो और अपने पहचान वालों को बांटो।
कहीं अगर कार्ड में कुछ गलत छप जाए तो बार-बार गलती लोगों की नजर में आने लगती है ! इन दिनों एक शादी का कार्ड (Haryanvi language wedding card) खूब वायरल हो रहा है, जिसमें कुछ गलती नहीं लिखी है, पर फिर भी लोगों के नजर में आ रही है। वो इसलिए क्योंकि ये कार्ड हरियाणवी बोली में छपा है।
कार्ड सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल
सोशल मीडिया पर एक हरियाणवी कार्ड इसी वजह से वायरल होता रहता है, जो देखने को कम मिलता है। इस कार्ड (Haryanvi language wedding card) में शुरू से लेकर अंत तक सब कुछ हरियाणवी बोली में लिखा हुआ है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पिनट्रेस्ट पर Shailendra Tokas नाम के शख्स ने इस कार्ड को शेयर किया है।
“छौरा-छौरी का शुभ विवाह टेक दिया है”
कार्ड पर लिखी जानकारी से पता चल रहा है कि, ये साल 2015 का है। दूल्हा और दुल्हन के नाम के साथ ‘छौरा और छौरी’ लिखा है, क्योंकि हरियाणा में लड़का-लड़की को छौरा और छौरी कहते हैं। दूल्हे का नाम सुनील और दुल्हन का नाम आरती है। कार्ड (Haryanvi language wedding card) के शुरू में लिखा है, “बड़े चाव ते न्यौंदा देरे, सब काम छोड के आणा होगा”
नामों के नीचे लिखा है, “दूल्हा-दुल्हन का शुभ विवाह टेक दिया है। अर इस खुशी के मौके पे थारा सारे कुणबे का न्यौता सै अर म्हारा सारा कुणबा थारे आण की गाम हैबतपुर जिला जीन्द में कसृनी तै कसूती अर ऐडी ठा-ठा कै बाट देखेगा”
(Haryanvi language wedding card) हरियाणवी में लिखी है जानकारी
अंत में शादी में होने वाले कार्यक्रमों की लिस्ट दी है, इसे भी हरियाणवी बोली में लिखा गया है। इसमें लिखा है- “खाने पै टूट पड़न का टेम, छड़दम तारण का टेम ” सबसे रोचक है बच्चों की तरफ से लिखी गई लाइन। कार्ड के नीचे लिखा है- “मेरे पै दौबारा आण का टेम कोनी, कदे मेरी बाट मैं रह ज्यो, मेरे भाई के ब्याह मैं थारि सारां का आणा घणा जरूरी सै- कोमल, आशु ”