Haryana Political News : हरियाणा में लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के उम्मीदवारों नई लिस्ट आने के बाद हरियाणा के बड़े नेताओं में सियासी खमासान मचा था और टिकट न मिलने पर नाराजगी भी जताई थी। ऐसे में कांग्रेस के उम्मीदवारों की लिस्ट के आने के बाद पहली बार पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह और हिसार कांग्रेस लोकसभा उम्मीदवार जय प्रकाश यानी जेपी एक साथ दिखे। दरअसल बीरेंद्र सिंह ने अपने समर्थकों की एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह, पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह के अलावा हिसार लोकसभा उम्मीदवार जयप्रकाश ने भी भाग लिया। इस मीटिंग के माध्यम से जयप्रकाश ने बीरेंद्र सिंह एवं उनके समर्थकों से वोट की अपील की।
बीरेंद्र सिंह ने पीएम मोदी पर कसा तंज
पीएम नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने के सवाल पर बीरेंद्र सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि, पीएम नरेंद्र मोदी का कोई स्टैंड नहीं है। वो एक स्टैंड पर रहे तो शायद वोट मिल जाए। वो हर रोज बदलते रहते हैं। कभी मंगलसूत्र ताे कभी हिंदू-मुस्लिम करते रहते हैं। अब सुनने में आ रहा है कि, पीएम मोदी हिंदू-मुस्लिम की एकता की बात करते हैं। जबकि, आज से दस दिन पहले कह रहे थे कि, ये तो मुस्लिम समाज को आरक्षण दे रहे हैं। इन सभी बातों के कारण से उनके प्रति लोगों का झुकाव कम हो रहा है। उनको लगता है कि ये बिल्कुल खत्म न हो जाए, इसलिए नया नारा निकाल कर लाते है।
बीरेंद्र और जेपी एक मंच पर आए साथ
हरियाणा (Haryana Political News) कांग्रेस में लोकसभा चुनावों के उम्मीदवारों की टिकट बंटवारे के बाद कांग्रेस का कुछ मनोबल सा टूट गया था। लेकिन बीरेंद्र और जय प्रकाश का एक मंच पर साथ आना दिखाता है कि, कांग्रेस अब चुनावों को लेकर मैदान पूरी तरह से तैयारी में जुट गई है। बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि, मेरे समर्थकों की इच्छा थी कि जो इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार हैं वो उनके बीच आएं और वोट की अपील करने के साथ चुनाव में काम करने की अपील करें। इसलिए ये बहुत जरूरी मीटिंग थी। इसका अच्छा संदेश लोगों में जाएगा, कार्यकर्ताओं का भी मनोबल बढ़ेगा।
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नेताओं का विरोध करना अशोभनीय है
हरियाणा (Haryana Political News) में लोकसभा चुनावों में किसानों द्वारा भाजपा, जेजेपी के नेताओं के हो रहे विरोध पर बीरेंद्र सिंह ने कहा है कि इस तरह की कोई बात शोभनीय नहीं है। ये जो हमारे सामाजिक स्तर में जो गिरावट आ रही है ये उसका प्रतीक है। मैं इस बात की पूरे तौर पर निंदा करता हॅूं। ऐसेे आदमियों को राजनीति नहीं बल्कि सामाजिक तौर पर जो महत्वपूर्ण खाप, पंचायतें है इनको चाहिए कि इन चीजों के खिलाफ आवाज उठाए। चुनाव में जिसको वोट देना है उसको दे, पर इस तरह की बाधा डालना गलत है। ये हमारे सामाजिक रिश्तों में खटास पैदा करता है।