फतेहाबाद। फतेहाबाद में एक बार फिर वाहन रजिस्ट्रेशन में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। इस मामले में हिसार निवासी राजीव सरदाना व अन्य ने सीएम विंडो पर शिकायतें लगाई थी। शिकायतों के आधार पर लंबी जांच चली और जांच के बाद अब पुलिस ने एसडीएम के निर्देश पर हिसार की एक वाहन एजेंसी के संचालक व कई वाहन मालिकों के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में 420, 465, 467, 468, 471, 120 बी आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बताया जा रहा है कि करीब 22 वाहन ऐसे मिले हैं, जिनका पंजीकरण कैंसल हो चुका है और वाहन अभी भी सड़क पर दौड़ रहे हैं। जानकारी सामने आई है कि 2012 की बीएस 2 व बीएस 3 की गाडिय़ों के रजिस्ट्रेशन बीएस 4 बनाकर किए गए हैं।
आपको बता दें कि फर्जी रजिस्ट्रेशन का एक मामला पहले भी फतेहाबाद में उजागर हुआ था। उसके बाद अब यह दूसरा मामला सामने आया है। नामजद होने वालों में हिसार की बिमला ऑटो मोबाइल के मालिक संजय रहेजा, वाहन मालिक हिसार निवासी ओमप्रकाश, नितिन, अंकुश, सचिन, मनोज, फतेहाबाद निवासी सौरभ शामिल हैं। जानकारी के अनुसार एसडीएम ने पुलिस को भेजी शिकायत में बताया है कि राजीव सरदाना, मोहित कत्याल व अन्य ने 20 जनवरी 2020 में सीएम विंडो पर शिकायत दी थी कि 22 वाहनों के रजिस्ट्रेशन गलत तरीके से पंजीकरण किए गए हैं। जिनके रजिस्ट्रेशन 2020 में ही तत्कालीन एसडीएम ने रद्द कर दिए थे।
20 अक्टूबर 2020 को मामले में उप तहसीलदार की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित हुई। पुलिस ने इस बीच में मामले को फाइल करने की सिफारिश की, लेकिन शिकायतें लगातार आती रहीं। वाहनों का पंजीकरण भी रद्द किया जा चुका है। शिकायतकर्ताओं अनुसार वाहन अभी भी चल रहे हैं, इसलिए डीलर व वाहन मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।