Char-Dham Yatra : श्रद्धालुओं या पर्यटकों के लिए चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू होने वाली है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा बुकिंग भी शुरू कर दी है। हालांकि इस बीच सरकार ने रजिस्ट्रेशन की अधिकतम संख्या तय भी कर दी है। सरकार के अनुसार, चारों तीर्थ स्थलों पर प्रतिदिन एक तय संख्या में यात्री दर्शन के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे।
सरकार ने तय मानदंड के अनुसार, यमुनोत्री- 9 हजार, गंगोत्री- 11 हजार, केदारनाथ- 18 हजार और बद्रीनाथ 20 हजार श्रद्धालु प्रतिदिन रजिस्ट्रेशन कर सकेंगे। हालांकि, अब तक 16 लाख से ज्यादा श्रद्धालु रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं। वहीं हेलीकॉप्टर सेवा की बुकिंग भी पूर्ण हो गई है।
हेलिकॉप्टर वेबसाइट सर्विस
बता दें कि, चारधाम यात्रा (Char-Dham Yatra ) के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद राज्य सरकार ने केदारनाथ धाम के लिए हेलिकॉप्टर सेवा के लिए भी बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू कर दी है, जो भी श्रद्धालु हेलिकॉप्टर के जरिए केदारनाथ धाम पहुंचना चाहते हैं, तो वो हेलिकॉप्टर की बुकिंग 20 अप्रैल से करवां सकतें हैं। https://heliyatra.irctc.co.in/ इस वेबसाइट पर जाकर आप अपनी हेलिकॉप्टर सर्विस / सेवाएं की बुकिंग करा सकते हैं।
चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य
बता दें कि, राज्य सरकार द्वारा हेलिकॉप्टर की बुकिंग के लिए चारधाम यात्रा (Char-Dham Yatra ) रजिस्ट्रेशन की बुकिंग अनिवार्य कर दी गई है। यह बुकिंग 10 मई, 2024 से लेकर 20 जून, 2024 तक की यात्रा के लिए की गई है। बल्कि, कुछ दिन पहले ही चारों धामों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है। इस बार सरकार रजिस्ट्रेशन के लिए सख्ती अपना रही है और चारधाम रजिस्ट्रेशन नहीं करने पर तीर्थ यात्रियों को चारधाम जाने की अनुमति नही दे रही है ।
बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर में पूजा के लिए ऑनलाइन पूजा की बुकिंग
बता दें कि, बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in पर इस बार की यात्रा (Char-Dham Yatra ) के दौरान ऑनलाइन पूजा की बुकिंग भी शुरू कर दी है। यह बुकिंग 15 अप्रैल से लेकर 30 जून तक के लिए शुरू की गई है।
केदारनाथ मंदिर में षोडशोपचार पूजा-अर्चना, रूद्राभिषेक तथा शायंकालीन आरती सहित दीर्घकालिक पूजाएं भी शामिल हैं। जबकि, इसके अलावा श्रद्धालु अपनी इच्छा से ऑनलाइन दान भी कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पिछले वर्ष केदारनाथ धाम में 20,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन पूजा की बुकिंग कराई थी।