Nishan singh left JJP : लोकसभा चुनावों से पहले हरियाणा प्रदेश की राजनीति में सियासी भुचाल जारी है।
हरियाणा में जेजेपी को एक ही दिन में दो बड़े झटके लगे हैं। जेजेपी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और महिला प्रदेश सचिव ममता कटारिया ने जेजेपी को अलविदा कह दिया है। निशान सिंह ने बताया कि वे पार्टी को छोड़ चुके हैं और मौखिक तौर पर पार्टी आलाकमान को सूचित कर चुके हैं। जल्द ही वे लिखित में अपना इस्तीफा पार्टी को भेज देंगे।
कांग्रेस में जाने की अटकलों पर उन्होंने बताया कि आगे किसी पार्टी में जाना है या नहीं इस पर अभी विचार नहीं किया है। उन्होंने बताया कि आजकल में वे अपने वर्करों की मीटिंग बुलाएंगे और मीटिंग में उनसे रायशुमारी करेंगे। मीटिंग में जो निर्णय लिया जाएगा, आगे उसी निर्णय के आधार पर फैसला लिया जाएगा।
हाल ही के समय में जेजेपी का ग्राफ लगातार नीचे की तरफ गया है। पार्टी बिखराव के दौर से गुजर रही है। पहले गठबंधन टूटने से सत्ता गई, फिर पार्टी के कई विधायक जेजेपी से खफा नजर आ रहे हैं। अब निशान सिंह पार्टी छोड़ गए हैं। निशान सिंह पार्टी की नीतियों से भी खफा बताए जा रहे हैं।
बता दें कि कल शाम से ही निशान सिंह के पार्टी को छोडऩे की अटकलें तेज हो गई थी। निशान सिंह 1999 में इनेलो पार्टी से टोहाना से विधायक चुने गए थे। इसके बाद वे इनेलो में ही रहे, लेकिन जब इनेलो से टूट कर जेजेपी बनी तो वे इनेलो छोड़कर दुष्यंत चौटाला के साथ जेजेपी में आ गए थे। पार्टी द्वारा उन्हें जेजेपी का प्रदेश अध्यक्ष बना दिया गया। वर्ष 2019 में जेजेपी ने कांग्रेस छोड़कर आए देवेंद्र ङ्क्षसह बबली को टोहाना से टिकट थमा दी थी, जिस कारण निशान सिंह टोहाना से विधानसभा चुनाव नहीं लड़ पाए थे।
निशान सिंह ने कहा कि मैं उस फिजा का हिस्सा नहीं हूं, मैं इधर जाने, उधर जाने की फिजा का हिस्सा नहीं हूं, 23 मार्च 1994 को इनेलो ज्वाइन किया था, 30 वर्षों के बाद मन बदल गया है। कुछ कारण होते हैं, उन कारणों को लेकर मन बदल गया है। अभी वर्बली रिजाइन कर दिया है, बाद में राष्ट्रीय अध्यक्ष को घर जाकर रिजाइन देकर आऊंगा। सारे साथी पारिवारक मेंबर होते हैं, उनसे राय लेकर आगे निर्णय लूंगा।
क्या बोले निशान सिंह
निशान सिंह ने कहा कि पार्टी को अलविदा कह दिया है। पार्टी निर्णय बारे कहा कि अभी तो मौखिक तौर पर कहा है, लिखित में बाद में रिजाइन दूंगा, आगे का निर्णय भाईचारे के साथ बैठकर लूंगा। कई बार आप जिन आशाओं को लेकर आगे बढ़ जाते हैं, कहीं न कहीं बीच में रुकावटें और ब्रेकर आ जाते हैं, जिसकारण आज यह दुखद निर्णय करना पड़ा। यह मुझे भी अच्छा नहीं लगा रहा, लेकिन यह एक मजबूरी होती है। कहीं आपको लगे कि मेरी भावनाओं का हनन हो रहा है तो ऐसे निर्णय लेने पड़ते हैं।
मुझे लगता है कि हम सही दिशा में नहीं जा रहे, इससे ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, क्योंकि अभी तक तो रेजिगनेशन भी अधूरा सा है। हमारा जो सिद्धांत सबसे बड़ा धर्म होता है, मेरा धर्म यह कहता है कि हम नहीं चंगे तो बुरा नहीं कोये। मैं वो पॉलिटीशन की तरह जल्दबाजी वाला नहीं हूं जो पार्टी छोडऩे पर बुरा भला कहकर सहानुभूति ले। कहा जाता है मित्र को जब छोडऩा है, मित्रता के भाव से ही छोडि़ए, ताकि मिलें तो शर्मिंदा न हों।
प्रदेश महिला सचिव ने भी छेाड़ी जेजेपी
फतेहाबाद जिले में जेजेपी को एक और झटका लगा है। प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के बाद पार्टी की प्रदेश महिला सचिव ममता कटारिया ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। उन्होंने वीडियो जारी कर कहा कि दुष्यंत चौटाला ने डिप्टी सीएम रहते हुए रतिया हलके को बिलकुल अनदेखा कर दिया, रतिया में कोई काम नहीं हुए, जब वे फील्ड में जाते थे तो लोग काम का पूछते थे, उनका कोई काम नहीं हुआ, जिस कारण वह पार्टी छोड़ रही हैं। अभी फिल्हाल आगे के लिए कोई फैसला लिया नहीं, पहले वर्करों से बात करेंगी।