HR roadways news ; हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने रोहतक डिपो के महाप्रबंधक पर पद का दुरूपयोग करके कर्मचारियों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। सांझा मोर्चा ने चेताया है कि यदि इस तरह की तानाशाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सांझा मोर्चा नेता अनिल गौतम, जितेंद्र कौशिक, सज्जन कंडेला, संदीप रंगा, देवेंद्र कूका, जयबीर पोली ने संयुक्त बयान में रोहतक डिपो महाप्रबंधक की आलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने रोहतक के महाप्रबंधक के भ्रष्टाचार और पद के दुरुपयोग की शिकायत उच्चाधिकारियों को की तो द्वेष की भावना से कर्मचारियों को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया।
पहले यूनियन के महासचिव जगदीप लाठर को निलंबित किया गया और उसके तीन दिन बाद दीपक हुड्डा को पहले तो आरटीए कार्यालय में भेजा गया, आरटीए कार्यालय ने यह कहकर वापस कर दिया कि यहां परिचालक का कोई भी पद आरटीए कार्यालय में स्वीकृत नहीं है। उसके बाद वापस डिपो में आते ही अगले ही दिन जीएम ने दीपक हुड्डा को निलंबित कर दिया।
उन्होंने कहा कि जीएम भ्रष्टाचार मामलो की जांच से घबराकर कर्मचारियों को प्रताड़ित कर रहे हैं क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं जांच में दूध का दूध और पानी का पानी न हो जाए। रोडवेज नेताओं ने कहा कि रोहतक डिपो महाप्रबंधक लगातार अनावश्यक दबाव बनाते हुए यह कह रहे हैं कि अगर तुमने मेरी भ्रष्टाचार के मामले में शिकायत की तो मैं आपका बदली का पत्र लिख दूंगा।
डिपो में तनाव का माहौल बना हुआ है और कर्मचारियों में काफी रोष है। हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने मांग की है कि रोडवेज जीएम की शिकायत मामलों की विजिलेंस जांच कराई जाए ताकि बड़े भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हो सके। उन्होंने कहा कि महाप्रबंधक रोहतक के खिलाफ कर्मचारियों में भारी रोष है और रोष को देखते हुए हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ ने आपात बैठक करते हुए फैसला लिया है कि कर्मचारियों के खिलाफ हो रही तानाशाही को रोडवेज का कर्मचारी किसी भी सूरत में सहन नहीं करेगा।
इसके तहत 10 अप्रैल को महाप्रबंधक की तानाशाही के खिलाफ एक दिन का सांकेतिक धरना दिया जाएगा जिसकी पूर्ण जिम्मेवारी महाप्रबंधक रोडवेज रोहतक की होगी।