फतेहाबाद 1 अक्टूबर। पिछले हफ्ते आसमान से आफत बरसी थी। प्रदेश के काफी क्षेत्रों में खेतों में खड़ी पकी पकाई फसलें बारिश की भेंट चढ़ गई। किसानों की महीनों की मेहनत का जब कुछ हासिल होना हुआ तो हाथ लगी मायूसी। सरकार ने बारिश से हुए नुकसान से मुआवजे के लिए आवेदन हेतु ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर आवेदन मांगे थे। प्रदेशभर के किसानों ने जो नुकसान की जानकारी पोर्टल पर दी है, उसके अनुसार प्रदेश में सवा तीन लाख से ज्यादा एकड़ में फसलें तबाह हुई हैं। प्रदेश के 87 हजार किसान इस पोर्टल पर अपनी खराब हुई फसलों की जानकारी दे चुके हैं।
सबसे ज्यादा नुकसान फतेहाबाद में
पिछले शनिवार को हुई आफत की बारिश से फतेहाबाद जिले में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। फतेहाबाद का भूना, रतिया, फतेहाबाद क्षेत्र बुरी तरह प्रभावित हुआ। भूना व आसपास के गांवों में अभी भी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। वहीं यहां के 10 हजार 319 किसानों ने पोर्टल पर अपनी फसलों के लिए मुआवजे का आवेदन किया है। इन किसानों की 44 हजार 506 एकड़ फसल बर्बाद हुई है। वहीं इसके बाद रेवाड़ी और फिर अंबाला का नंबर आता है। रेवाड़ी में 11 हजार 346 किसानों ने 40 हजार 442 एकड़ के नुकसान की रिपोर्ट दर्ज करवाई है तो वहीं अंबाला जिला के 6424 किसानों ने 21 हजार 227 एकड़ में नुकसान की सूचना दी है।
अब किसानों के आवेदनों की होगी जांच
सरकार ने 26 सितंबर को निर्देश जारी कर कहा था कि किसान पोर्टल पर अपने नुकसान की रिपोर्ट दें। रिपोर्ट 72 घंटों के अंदर जमा करवानी थी। किसानों द्वारा दी गई जानकारी को अब पटवारी व कानूनगो सात दिन के भीतर सत्यापिता करेंगे। फिर पटवारियों आअैर कानूनगो की रिपोर्ट को 10 दिन के अंदर-अंदर तहसीलदार व एसडीएम जांचेंगे।