विरोधियों को गुरदास मान का भावुक जवाब ‘गल सुनो पंजाबी दोस्तो’
फतेहाबाद। दिग्गज पंजाबी कलाकार गुरदास मान द्वारा कुछ वर्ष पहले वन नेशन वन लैंगुएज का सपोर्ट यानि देश भर में हिंदी भाषा का समर्थन करने और इसी बात को लेकर कनाडा में उनके लाइव शो के दौरान कुछ युवकों द्वारा विरोध करने के बाद गुरदास मान ने विरोधियों को आइना दिखाया है। तब गुरदास मान ने कहा था कि हमें अपनी मां बोली से प्यार करना चाहिए लेकिन देशभर में एक जुबान होनी चाहिए.. मां के साथ मासी को भी प्यार दो।
अब बीते दिन उन्होंने ‘गल सुनो पंजाबी दोस्तो’ नाम से एक गीत रिलीज किया, जिसमें उन्होंने न केवल इस पूरे घटनाक्रम पर अपना पक्ष रखा बल्कि पंजाबी मातृभाषा व समाज में अपने द्वारा किए गए कार्यों का भी उल्लेख किया है। आप यह गीत सुनेंगे तो भावुक हो उठेंगे।
गीत की शुरूआत नारेबाजी से होती है, जिसमें बैकग्राऊंड में सुनाई देता है ‘मां बोली का गद्दार शर्म करो, गुरदास मान मुर्दाबाद…’ फिर गुरदास मान का संदेश आता है कि ‘हर प्रदेश की अपनी बोली होती है, लेकिन देशभर में ऐसी एक बोली होनी चाहिए, जो सबकी सांझी हो और सबको मंजूर हो। मैं पंजाबी मां का जन्मा, पंजाबी मेरी जुबान, मेरी आन-बान-शान।’
गीत में दिखाया गया है कि वन नेशन वन लैंगुएज का समर्थन करने के बाद जब कनाडा में उनके लाइव शो में कुछ युवक उनके खिलाफ नारेबाजी करते हैं तो उनके मुंह से कुछ अपशब्द निकल जाते हैं, लेकिन किस हालात में यह घटनाक्रम हुआ, यह सोच विचार का मुद्दा है और हर व्यक्ति किसी सिचुएशन में आपा खो सकता है।
उन्होंने यह इशारा किया है कि कोई किसी की मां बारे अपशब्द कहे तो दूसरा कैसे सहन करे। गीत में दिखाया गया है कि उन्होंने बेटी बचाओ, हक की रोटी खाने, पंजाबी मां बोली… देश के जवानों और समाज हित के अनेक मुद्दों पर हमेशा संदेश दिए, मुझे समझ ना आया मां बोली के वो ठेकेदार कौन थे, उनकी मां की मां को अपशब्द कहे, कहा जन्मा पुत्र गद्दार, अपनी कलम कुएं में फेंक दो..
फिर अंत में संदेश दिया कि जहां बोले सो निहाल कहा जाता है, वहां मुर्दाबाद नहीं बोला जाता… उन्होंने अपने हक में बोलने वालों का धन्यवाद भी किया है।