Ukraine vs Russia War : अमेरिका द्वारा यूक्रेन के लिए स्वीकृत 60.84 अरब डॉलर की सहायता पर रूस ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा ताजा सहायता से स्पष्ट है कि, अमेरिका चाहता है कि यूक्रेन आखिरी नागरिक रहने तक रूस से लड़ता रहे। अमेरिका रूस के खिलाफ परोक्ष युद्ध छेड़े हुए है। लेकिन यूक्रेन में भी अमेरिका का वही हश्र होगा जो वियतनाम और अफगानिस्तान में हुआ!
अमेरिका द्वारा यूक्रेन के सहायता पर रूस ने ये कहा
रूस ने कहा है कि अमेरिका यूक्रेन में अशांति कायम रखना और वहां के ज्यादा लोगों को मरवाना चाहता है। बाद में अमेरिका यहां से वैसे ही अलग हो जाएगा जैसे वह वियतनाम और अफगानिस्तान से भागा था। शनिवार को अमेरिका की प्रतिनिधि सभा ने यूक्रेन (Ukraine vs Russia War) की मदद का जो प्रस्ताव पारित किया है। उसमें से 23 अरब डालर मूल्य के हथियार दिए जाएंगे, शेष 37.84 अरब डालर की धनराशि प्रशासनिक व अन्य कार्यों के लिए दी जाएगी।
अमेरिका यूक्रेन को कैसे मदद कर रहा है ?
अमेरिका यूक्रेन को यह सहायता रूस के साथ फरवरी 2022 से जारी युद्ध के कारण दे रहा है। अमेरिका (Ukraine vs Rusia War) इससे पहले भी यूक्रेन को बड़ी मात्रा में हथियार और आर्थिक सहायता दे चुका है। इस सहायता के चलते ही यूक्रेन करीब सवा दो साल से रूसी सेना का मुकाबला कर रहा है।
दोनों देशों में लड़ाई में सीधे तौर पर शामिल रही अमेरिकी सेना को मैदान छोड़कर वापस जाना पड़ा था। प्रवक्ता ने कहा, यूक्रेन में आम नागरिक को जबरन युद्ध के मोर्चे पर भेजा जा रहा है और उसे मरवाया जा रहा है।
रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, ताजा सहायता से स्पष्ट है कि अमेरिका चाहता है कि यूक्रेन आखिरी नागरिक रहने तक रूस (Ukraine vs Russia War) से लड़ता रहे। अमेरिका रूस के खिलाफ परोक्ष युद्ध छेड़े हुए है लेकिन यूक्रेन में भी अमेरिका का वही हश्र होगा जो वियतनाम और अफगानिस्तान में हुआ।
जेलेंस्की ने कहा, जल्द हथियार भेजे अमेरिका
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका से प्रक्रिया जल्द पूरी कर हथियार भेजने का अनुरोध किया है। शनिवार को प्रतिनिधि सभा से पारित हुआ प्रस्ताव अब सीनेट में जाएगा, वहां से पारित होने पर यह प्रस्ताव अमेरिकी राष्ट्रपति के पास अंतिम स्वीकृति के लिए जाएगा।
इसके बाद यूक्रेन (Ukraine vs Rusia War) को हथियार और अन्य सहायता दी जाएगी। जेलेंस्की ने कहा है कि उनकी सेना को अब लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों और एयर डिफेंस सिस्टम की सख्त जरूरत है।