Insurance up to Rs 10 lakh is available in Rupay Debit Card, know how to claim

Rupay Debit Card Insurance : Rupay डेबिट कार्ड में मिलता है 10 लाख रु तक का बीमा , जानें कैसे करे क्लेम

Rupay Debit Card Insurance : रूपे डेबिट कार्ड का उपयोग काफी तेजी से बढ़ रहा है। अगर आप भी रुपे डेबिट कार्ड का उपयोग करते हैं तो, जानकारी के मुताबिक रुपे डेबिट कार्ड पर आपको फ्री में बीमा कवर मिलता है।

फिलहाल ये समझना काफी जरुरी है कि डेबिट कार्ड पर मिलने वाला इंश्योरेंस जीवन बीमा या फिर हेल्थ बीमा नहीं होता है। जबकि ये व्यक्तिगत बीमा भी होता है। ये कवर किसी दुर्घटना या फिर पूरी तरह से विकलांगता होने पर मिलता है। जानें इसका कैसे उठा सकते हैं लाभ

 

रुपे कार्ड के कितने हैं प्रकार

1. क्लासिक कार्ड में कोई इंश्योरेंस कवरेज नहीं मिलता है।
2. पुराने पीएमजेडीवाई कार्ड में 1 लाख तक का बीमा मिलता है।
3. नए पीएमजेडीवाई कार्ड में 2 लाख रुपये तक का कवर मिलता है।

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इसके बाद प्रीमियम कार्ड में 2 लाख रुपये तक का कवर मिलता है। सलेक्ट रूपे कार्ड (Rupay Debit Card Insurance) में 10 लाख तक का कवर मिलता है। एजिजिबिलिटी के तर पर यदि आपके पास ये कार्ड है जो कि बीमा कवरेज मिलता है तो आप बिना किसी प्रीमियम का पेमेंट किए बीमा लाभ मिलता है।

 

कैसे करें इंश्योरेंस क्लेम ?

सबसे आप पहले बैंक ब्रांच जाएं, जहां से रूपे कार्ड (Rupay Debit Card Insurance)  मिला हो। इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए आपको एक फॉर्म फिल करना होगा। ऑप्शन के तौर पर आप [email protected] पर एक ईमे सेंडकर ऑनलाइन का ऑप्शन चुन सकते हैं। ईमेल के साथ में सभी जरुरी कागजों को ऐड करें। इसके अलावा ईमेल की फोटोकॉपी करना और इसे न्यू इंडिया इंश्योरेंस को ऑफलाइन कूरियर जरुर कर लें।

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क्लेम करने की सीमा

दुर्घटना के 90 दिनों के भीतर क्लेम करना काफी जरुरी है। ऐसे मामलों में जहां कार्डधारक (Rupay Debit Card Insurance) काफी समय से हॉस्पिटल में भर्ती रहते हैं, क्लेम भी तभी कर सकते हैं। जब वह ऐसा करने में सक्षम हों। यानि कि 90 दिनों के टेन्योर के बाद भी वह क्लेम कर सकते हैं।

 

कंपनी पेपर वेरिफिकेशन

एक बार क्लेम (Rupay Debit Card Insurance) करने की सूचना दिए जाने के बाद बीमा कंपनी के मामले की जांच के लिए तीन दिनों के अंदर एक जांच अधिकारी नियुक्त करेगा और 30 दिनों के अंदर ये रिपोर्ट तैयार की जाएगी। अगर पेपर जमा करने में कोई दावेदारी होती है तो, न्यू इंडिया एश्योरेंस के जरिए 60 और 81 दिनों के बाद में रिमाइंडर सेंड किया जाएगा। जांच पूरी होने और पेपर वेरिफिकेशन होने पर दावा रकम 10 दिनों के अंतर एनईएफटी के जरिए खाते में जमा किया जाता है।

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