देश की अदालतों में ‘धीमी’ सुनवाई का आलम यह है कि देशभर की अदालतों में पौने 5 करोड़ केस लम्बित हैं। सुप्रीम कोर्ट में 70 हजार से ज्यादा केस पेंडिंग हैं तो देश की उच्च अदालतों में यह आंकड़ा 42 लाख से भी ज्यादा है। एक रिपोर्ट अनुसार यदि सुनवाई की गति ऐसे ही रही तो पौने 5 करोड़ केसों को निपटाने में सवा 300 से ज्यादा वर्ष लग जाएंगे।
AST/1/1800 देश का सबसे पुराना केस
क्या आप जानते हैं कलकत्ता हाईकोर्ट देश का पहला हाईकोर्ट है। इसकी स्थापना 1862 में हुई थी। यहां भी सबसे ज्यादा ढाई लाख केस लंबित हैं। शायद ही किसी को मालूम हो कि के यहां का केस नं. AST/1/1800 देश का सबसे पुराना केस है। इस केस को चलते हुए 221 बीत गए हैं लेकिन केस निपट नहीं पाया।
सन 1800 में लगा था केस
जानकारी के अनुसार यह केस सन् 1800 में एक निचली अदालत में आया था। फिर निचली अदालतों में ही यह केस 170 साल तक चलता रहा। फिर 1970 में यह केस कलकत्ता हाईकोर्ट में आया। यहां भी 52 साल से केस लटका हुआ है। हाईकोर्ट में आखिरी सुनवाई 20 नवंबर 2018 को हुई थी, अभी भी केस चल ही रहा है। न जाने कितनी ही पीढ़ियां गुजर गईं। कितने जज वकील बदल गए होंगे, केस चल ही रहा है, चलता ही जा रहा है, पता नहीं क्यों…?
केस है किस बाबत ये भी वर्णन कर देते जी