Jhajjar Blackmail News : हरियाणा के झज्जर में सरपंच से पैसे हड़पने के लिए पुलिस होमगार्ड ने रचाया गंदा षड्यंत्र। बता दें की, झज्जर पुलिस के होमगार्ड ने अपनी महिला मित्र के साथ मिलकर षड्यंत्र के तहत भिड़ावास गांव के सरपंच को ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है।
होमगार्ड ने सरपंच को लाखों की रंगदारी के लिए धमकी दी
डीएसपी सुमित कुमार ने बताया कि, छुछकवास चौकी में तैनात झज्जर पुलिस के सत्येंद्र नामक होमगार्ड द्वारा भिड़ावास गांव के सरपंच दारा सिंह को धमकी दी की , आपने सुनीता नामक एक महिला के पास अश्लील फोटो और वीडियो भेजे हैं, जिसकी शिकायत छुछकवास चौकी में दी गई है।
सुनिए पूरा मामले की कहानी
होमगार्ड ने सरपंच को शिकायत का और बदनामी का भय दिखाकर मामले को दबाने के लिए डेढ़ लाख रुपए की रंगदारी मांग की। सरपंच ने बदनामी के डर से आरोपी होमगार्ड को फरवरी के महीने में डेढ़ लाख रुपए दे दिए थे। कुछ दिन बाद आरोपी होमगार्ड द्वारा सरपंच को कहा गया कि, आपकी शिकायत डीएसपी के पास पहुंच गई है और इसको रफा-दफा करने के लिए 5 लाख रुपए लगेंगे।
शिकायतकर्ता सरपंच द्वारा समाज में बदनामी के डर से आरोपी होमगार्ड को मार्च के महीने में 5 लाख रुपए दे दिए। आरोपी होमगार्ड का लालच इतना बढ़ गया कि, उसने कुछ दिन बाद फिर शिकायतकर्ता सरपंच से कहा कि आपकी शिकायत एसपी साहब के पास पहुंच चुकी है और इस मामले को निपटने के लिए 10 लाख रुपए लगेंगे, फिर से शिकायतकर्ता ने बेइज्जती के डर से आरोपी होमगार्ड को मार्च महीने के आखिरी दिनों में 8 लाख रुपए दिए थे, लेकिन इससे भी आरोपी होमगार्ड का पेट नहीं भरा तो उसने शिकायतकर्ता सरपंच से कहा कि आपकी शिकायत पुलिस कमिश्नर के पास जा चुकी है और और इस मामले को निपटने के लिए 25 लाख रुपए लगेंगे। सरपंच ने आरोपी होमगार्ड से परेशान होकर होमगार्ड की शिकायत रोहतक विजिलेंस की टीम को दी थी।
मामला फर्जी निकला
डीएसपी के नेतृत्व में रोहतक विजिलेंस की टीम ने आरोपी होमगार्ड को झज्जर के गांव भिड़ावास के पास से शिकायतकर्ता से ढ़ाई लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया और आरोपी होमगार्ड से रिश्वत के ढाई लाख रूपये भी बरामद किए है। विजिलेंस की टीम द्वारा आरोपी होमगार्ड के खिलाफ मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है और इस मामले में शामिल सुनीता नामक महिला को गिरफ्तार करने के लिए टीम गठित की गई है। विजिलेंस की टीम द्वारा जब मामले की जांच की गई तो पूरा मामला फर्जी निकला है और महिला द्वारा कोई भी ऐसी शिकायत नहीं दी गई है।