फतेहाबाद। आज देशभर में विजयदशमी पर्व धूमधाम से मनाया गया। देशभर में रावण कुंभकरण व मेघनाथ के पुतले दहन हुए। फतेहाबाद में पुतला खड़ा नहीं हो पाया तो लेटाकर ही दहन करना पड़ा। फतेहाबाद अकेला ऐसा क्षेत्र नहीं था, जहां इस तरह की घटनाएं हुईं, देशभर में कई जगह ऐसी घटनाएं हुईं। हांसी में भी जानकारी सामने आई है कि पुतला खड़ा न हो पाया तो रस्सी से बांधकर पुतला खड़ा किया गया था।
यमुनानगर में लोगों पर ही पुतला गिरा
यमुनानगर में रावण का पुतला की लकडिय़ां लेने की होड़ मची रही। लोग पुतले की तरफ भागे, लेकिन जलने के बाद पुतले का ढांचा ही उन पर आ गिरा। वहीं यूपी में कई जगह बारिश ने दशहरा के कार्यक्रमों में बाधा पहुंचाई। कई जगहों पर रावण के पुतले टेढ़े हो गए।
करनाल में तिरंगी पोशाक पर बवाल
उधर करनाल में एक नया ही विवाद हो गया। रावण पर जो कलर था, वो तिरंगे जैसा था। तीन रंगों का पुतला देख लोग भड़क गए। उन्होंने विराध किया, जिसके बाद तुरंत पोशाक का कलर बदला गया। जिसके बाद ही रावण दहन हुआ। पहले तो रामलीला कमेटी ने बहाने बनाए, उन्होंने बताया कि सफेद रंग असल में सिलवर है। दूर से वह सफेद नजर आ रहा है, लेकिन लोग नहीं माने तो रंग बदला गया।
पटना में पुतला ही गिर गया
बिहार की राजधानी पटना में दशहरा पर्व मनाया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने रावण के पुतले का दहन किया। गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम में रावण का पुतला दहन होने से पहले ही गिर गया। बाद में क्रेन की मदद से रावण के पुतले को खड़ा किया गया। मथुरा और मुजफ्फरनगर में रावण का पुतला हवा से ही गिर गया। राजस्थान के भरतपुर में पुतला कई कोशिशों के बाद भी दहन ही नहीं हुआ।