Siddhu Moosewala news : दिवंगत पंजाबी सिंगर सिध्दू मूसेवाला के भाई के जन्म के बाद से काफी प्रश्न खड़े हो रहे है। सिध्दू के माँ-बाप इसी वर्ष दूसरे बच्चे को जन्म दिया है। जबकि उनका बेटा हुआ है, तब से उन पर आरोप लगे जैसे कि उन्होंने असिस्टेड रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी एक्ट 2023 का उल्लंघन किया है। बल्कि इस एक्ट के अनुसार 21-50 वर्ष की महिलाएं ही इस सेवा को ले सकती हैं। वहीं सिद्धू की मां 57 वर्ष की थीं, जब उन्होंने बच्चे को कंसीव किया।
कंसीव पर पिता ने क्या कहा ?
एक मीडिया रिर्पाेट में सिद्धू के पिता ने कहा कि, हमने कोई नियम नहीं तोड़ा है, क्योंकि हमारे बच्चे को विदेश में कंसीव किया था। भारत लौटने के बाद हमने लोकल हेल्थ अथॉरिटीज को बताया था प्रग्नेंसी के बारे में।
पहला अटेम्प्ट सक्सेफुल हुआ
मूसेवाला के पिता ने बताया कि, जहां 50 की उम्र के बाद आईवीएफ केस कम सक्सेफुल रहते हैं, वहीं उनका पहली बार में ही सक्सेफुल हो गया था। हम बस दोबारा परिजन बनना चाहते थे, बिना किसी भेदभाव से जे वो लड़का हो या लड़की। विदेश के जो हमारे डॉक्टरर्स थे, उन्होंने हमें टेस्ट की लिस्ट भेजी थी जिसे हमने भटिंडा में करवाया था।
ब्लीडिंग के कारण पत्नी झेला दर्द
मूसेवाला ने बताया कि, यह यात्रा उनकी पत्नी चरण के लिए कितनी मुश्किल भरी थी। क्योंकि उन्हें हर दिन कई इंजेक्शन लेने पड़ते थे। एक इंसिडेंट के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, एक रात को उनकी ब्लीडिंग होने लगी। मैं उन्हें तुरंत प्राईवेट अस्पताल लेकर गया। यदि उन्हें उस दिन कुछ हो जाता तो मैं अपना सब कुछ खो देता।
वहीं बलकौर सिंह का कहना है कि, उनका छोटा शुभ, बडे़़ भाई की तरह सामान्य बचपन नहीं जी पाएगा। क्योंकि वह हमेशा पब्लिक की नजरों में रहेगा। वह खेतों में आम बच्चों की तरह खुला नहीं घूम पाएगा और जैसे बच्चे वैन में स्कूल जाते हैं, वैसा नहीं जा पाएगा। इसके अलावा वह दुश्मनों का हमेशा लक्ष्य बना रहेगा। उनका कहना है कि, वह अपने बच्चे को सिद्धू जैसी आजादी देने की प्रयास करेंगे। हो सकता है कि, सिद्धू से ज्यादा सफलता मिले जीवन में, पर सिद्धू मूसेवाला बनना इतना आसान नहीं है।