नई दिल्ली। देश की क्रिकेट टीम के स्टार विकेट कीपर बल्लेबाज आज बाल-बाल बच गए। उनकी कार सुबह साढ़े 5 बजे रूड़की के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई और उसमें आग लग गई। पंत खुद कार चला रहे थे और बताया जा रहा है कि नींद की झपकी लगने पर कार अनियंत्रित होकर पलट गई, जिसके बाद उसमें आग लग गई। आग लगने पर पंत ने खुद खिड़की को तोड़ा और कार से बाहर आए।
जिससे उनकी जान बच गई। वहीं पता चला है कि सीट बैल्ट उन्होंने नहीं लगाई हुई थी, यदि लगाई होती तो शायद वे आग की चपेट में आ जाते। हादसे काफी भयानक था और इसके बाद कार धूं-धूं कर जल गई। पंत को इस हादसे में काफी गंभीर चोटें लगी हैं। हालांकि वे बच गए, लेकिन अब कुछ समय तक वे क्रिकेट मैदान पर नहीं दिख सकेंगे। उनके करियर को कितना प्रभाव पडऩे वाला है, यह डॉक्टरी जांच के बाद ही पता चल पाएगा।
वहीं अब एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आई है, जो पास ही स्थित एक दूध की डेयरी के कैमरों से मिली है। जिसमें दिख रहा है कि ऋषभ पंत की कार काफी तेज गति से आती है, एक वाहन को ओवरटेक करती है और इसके बाद अचानक मिस बैलेंस होकर कार करीब 5 फुट तक उछलते हुए रेलिंग से टकराकर दूसरी तरफ पलट जाती है और फिर उसमें आग लग जाती है। डेयरी का कारिंदा ही सबसे पहले मौके पर पहुंचकर देखता है तो ऋषभ गाड़ी से बाहर लहु लूहान हालत में बैठे मिलते हैं। जिस पर वह एंबुलेंस बुलवाकर ऋषभ को अस्पताल पहुंचाता है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार जिस जगह गाड़ी का बैलेंस बिगड़ा, वहां गड्ढा है, दूर से यह जगह समतल दिखती है, लेकिन तेज गति गाड़ी इसमें टकराकर अनियंत्रित हो जाती है।
जानकारी के अनुसार ऋषभ पंत दिल्ली से उत्तराखंड में अपने होम टाऊन में जा रहे थे। वे अपनी मां को सरप्राइज देना चाहते थे। कार वे खुद चला रहे थे और जब वे रूड़की के नारसन बॉर्डर पर हम्मदपुर झाल मोड़ के पास पहुंचे तो कार अनियंत्रित हो गई और रेलिंग टकराकर पलट गई, जिससे कार में आग लग गई।
उत्तराखंड के डीजी अशोक कुमार ने बताया है कि पंत को गाड़ी चलाते समय नींद की झपकी आ गई थी, जिसकारण उनकी कार अनियंत्रित हो गई। कार में वे अकेले ही थी। जलती कार में उन्होंने साहस दिखाते हुए खिड़की तोड़ी और बाहर निकल आए। पंत को सिर, पीठ और पैरों में काफी चोटें लगी हैं। हालांकि वे फिल्हाल खतरे से बाहर हैं। लेकिन वे एक भयानक हादसे में बाल-बाल बचे हैं।
वहीं बताया जा रहा है कि उन्होंने सीट बेल्ट नहीं पहनी हुई थी, जिसकारण वे बाहर आने में सफल रहे। यदि सीट बेल्ट पहनी होती तो वे आग की चपेट में आ सकते थे। हादसे के बाद पंत को तुरंत एंबुलेंंस में रूड़की के अस्पताल लाया गया, जहां उनके स्वास्थ्य की जांच की जा रही है।